
India,,
मुंबई में,,
एक तीन साल की बच्ची जो, दिखने में बहुत खूबसूरत आंखें नेवी ब्लू, और बाल घने लंबे जो कि उस लङकी से मैच भी नहीं करते थे हालांकि वह लङकी बहुत छोटी थी फिर भी उस लङकी के बाल उसकी कमर से नीचे आते थे. वह लङकी स्कूल में बैठी अपनी टीचर के पास A B C D Read कर रही थी वह अब अपनी टीचर की तरफ देखकर अपनी प्यारी सी आवाज में बोली टीचर टीचर मेरा काम हो गया क्या अब मैं अपने घर जा सकती हूं, उसकी बात पर उसकी टीचर जो कि सामने बैठी थी वह बङे प्यार से उसके गाल पर हाथ फेरते हुए बोली, बेटा अभी तुम्हारे पापा लेने नहीं आए हैं जब वह लेने आएंगे तब तुम चली जाना उसकी बात पर वह प्यारी सी बच्ची ok teacher
इतना कहकर अब वह अपने बैग से ड्राइंग निकालने लगी और टेबल पर ड्राइंग रखकर ड्राइंग करने लगी अभी वह ड्राइंग कर ही रही थी, तभी उसे पीछे से आवाज आई, Senorita मेरा बच्चा क्या कर रहा है जैसे ही यह आवाज उस बच्ची के कानों में पङी उस बच्ची का चेहरा पूरी तरह से खिल गया, और उसकी आंखों में एक अलग ही चमक आ गई और उसने पलट कर पीछे की तरफ देखा. एक शख्स जिसकी उम्र लगभग 25 से 26 साल होगी,, हाइट तकरीबन 6 फुट और आंखें भूरे रंग की वह लड़का दिखने में बेहद हैंडसम था,,,
जेल सेट किए हुए बाल और हल्की-हल्की बिअरड शर्ट के तीन बटन खुले हुए जिसमें से उसका मस्कुलर सीना साफ दिखाई दे रहा था,, उस लड़के की पर्सनालिटी ऐसी थी कि कोई भी लड़की उस पर फिदा हो जाए,, दूसरी तरफ वह बच्ची जो कि अपनी टीचर के पास बैठी हुई थी जैसे ही उसने उसे शख्स की आवाज सुनी वह अब अपनी जगह से खड़ी हुई और उस शख्स की तरफ भाग गई और जैसे ही बच्ची उस शख्स की तरफ भागी अगले ही पल वह शख्स नीचे की तरफ झुका की तभी उसे लड़की ने उस शख्स को गले लगा लिया ,,
जैसे ही उस बच्ची जिसका नाम सेनोरिटा था उस शख्स के गले लगी उसने अपनी बाहें उस बच्ची पर लपेट दी और उसे लेकर गोल घूम गया,,, जब वह शख्स उस बच्ची को लेकर घूमा वह बच्ची खिल खिलाकर हंसते हुए आप आ गए,,yeeeee i'm soo happy पापा मैं आपका कब से वेट कर रही थी आपको पता है मैनें आज A to Z पूरा लर्न कर लिया,, तभी वह शख्स उस बच्ची का गाल चूमते हुए,,, वेरी गुड मेरा बच्चा,, I am so proud of you बेटा,, my daughter is so intelligent,,
इतना कहते ही शख्स ने एक बार फिर से उस लड़की का चेहरा चूमना शुरू कर दिया। अभी वह शख्स उस बच्ची के साथ प्यार से बात कर ही रहा था कि तभी उसकी टीचर उस शख्स के पास आई ,, मिस्टर त्रियांशु राणा welcome to our school,, टीचर की बात पर सामने खड़ा त्रियांशु राणा जो की कोई मामूली हस्ती नहीं था लेकिन फिर भी उसके अंदर नाम मात्र का भी घमंड नहीं था। उसने आंखें झपका कर टीचर को उसके वेलकम का जवाब दे दिया,,
यह जो शख्स अभी अभी स्कूल में आया थ। जिसे ये छोटी 3 साल की बच्ची पापा कह कर बुला रही थी।यह कोई मामूली शख्स नहीं था। यह था त्रियांशु राणा मुंबई का मोस्ट एलिजिबल बैचलर और टॉप बिलिनियर,, और मुंबई का टॉप सेकंड बिजनेस टायकून,, Mr triyanshu Rana,, राणा कंपनी का इकलौता वारिस,, दिखने में हद से ज्यादा हैंडसम,, लेकिन यह लड़का अभी भी सिंगल था। उसकी वह भूरी आंखें हद से ज्यादा खूबसूरत थी। सिंगल होने के बावजूद यह बंदा एक लड़की का बाप था और यह चीज पिछले 3 सालों से एक रहस्य बनी हुई थी। आखिर कैसे त्रियांशु राणा रातों-रात बाप बन गया और यह जो बच्ची थी त्रियांशु राणा की ही थी या फिर उसने इस बच्ची को गोद लिया था यह लोगों के लिए एक पहेली बना हुआ था। जिसको मुंबई का हर एक शख्स जानना चाहता था कि आखिर यह बच्ची है कौन? लेकिन त्रियांशु ने इस बात को पूरी तरह से हाइड करके रखा हुआ था. जब भी सेनोरिटा की बात आती त्रियांशु पूरी तरह से चौकस हो जाता। इतने सालों में लोगों को सेनोरिटा की कोई भी खबर नहीं मिली थी क्योंकि त्रियांशु ने सेनोरिटा की हर एक इनफॉरमेशन हाइड करके रखी हुई थी। क्योंकि वह नहीं चाहता था कि सेनोरिटा पर किसी की भी गलत नजर जाए,,
अब त्रियांशु ने उस बच्ची को उठाया और अगले ही पल बाहर की तरफ जाने लगा,, और उसके र्गाड्स ने उस बच्ची का बैग टीचर सृ पकड़ लिया था। देखते ही देखते त्रियांशु स्कूल से बाहर निकला,, तो स्कूल के सामने ही गाड़ियों की लंबी लाइन लगी हुई थी जो की त्रियांशु की ही थी। और हर एक गाड़ी बेहद लग्जरियस थी,, वह गाड़ी कोई मामूली गाड़ी नहीं बल्कि मर्सिडीज़ थी। त्रियांशु अब अपनी गाड़ी में आकर बैठा साथ ही में उसने उस बच्ची को अपनी गोद में बिठा लिया,, तभी बच्ची त्रियांशु के हाथ पर अपना हाथ रखते हुए पापा आप अकेले आए हैं। नेहा मम्मा साथ में नहीं आए,,
जैसे ही नेहा का नाम बच्ची के मुंह पर आया त्रियांशु की आंखें एक पल के लिए सर्द हो गई और जबड़े पूरी तरह से कस गए लेकिन उसने सेनोरिटा के सामने अपना गुस्सा जाहिर नहीं किया,, त्रियांशु अब उसके गाल पर हाथ रखते हुए बड़े प्यार से बोला बेटा नेहा मम्मा,, पार्टी में गए हैं तो आज वह नहीं आ पाए, इतना कह कर त्रियांशु ने अब एक नजर ड्राइवर की तरफ देखा जैसे ही त्रियांशु ने ड्राइवर की तरफ देखा ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट की और उनकी गाड़ी वहां से निकल गई,,
तकरीबन आधे घंटे बाद,,
उनकी गाड़ी राणा मेंशन के आगे आकर रुकी राणा मेंशन अपने आप में एक ऐसी इमारत थी जिसका एक अलग ही इतिहास था दिखने में बेहद खूबसूरत ऐसा घर जिसके सामने स्वर्ग भी फीका लगे,, दिखने में राणा मेंशन बेहद खूबसूरत था लेकिन इसकी दीवारों के अंदर कई राज भी थे जो शायद अकेला त्रियांशु ही जानता था उसके अलावा कोई नहीं,, राणा मेंशन इतना बड़ा था कि तीन-चार गांव इसके अंदर समा जाएं फिर भी जगह कम ना पड़े,, बाहर एक आलीशान गार्डन जिसमें हर तरह के रंग बिरंगे फूल पेड़ जिस पर हर तरह के फल लगे हुए और साथ ही में एक छोटा सा सेटिंग एरिया जिस पर फ्लावर से कवरिंग की हुई थी । और ऊपर शेड्स लगी हुई थी और नीचे दो एक सोफा और साथ ही में दो सिंगल सोफास बीच में सेंटर टेबल लगा हुआ था दिखने में वह इतना ज्यादा खूबसूरत था कि किसी का भी दिल करे कि वहां पर बैठकर उन फूलों की खुशबू और कुदरत का नजारा साथ में देखे,
कुछ ही देर में उनकी गाड़ी राणा मेंशन के अंदर इंटर हुई दो-तीन मिनट पूरा गार्डन उस गाड़ी ने घुमा और आखिर में राणा मेंशन के दरवाजे के आगे जाकर गाड़ी रुकी जैसे ही गाड़ी रुकी अगले ही पल गाड़ी का दरवाजा खुला और नन्हे कदमों से सेनोरिटा भागते हुए अंदर की तरफ आई,,
दादी मोम दादी मोम where are you दादी मोम,, इतना कहते हुए वह बच्ची अंदर की तरफ भागते हुए आ रही थी,, अंदर जाते ही एक बड़ा सा हाल था और हाल एरिया में सोफा सिटिंग्स लगी हुई थी। और केंद्र में ही एक बड़ा सा टेबल था जो की पूरी तरह से कांच का था,, और एक बूढी औरत जिसकी उम्र लगभग से 50-60 साल की होगी वह उस सोफा पर बैठी स्वेटर बुन रही थी जैसे ही सेनोरिटा की आवाज उनके कानों में पड़ी उन्होंने अब अपने चश्मे को ठीक करते हुए अपनी नज़रें दरवाजे की तरफ की जहां से सेनोरिटा भागते हुए अंदर की तरफ आ रही थी, अब वह सेनोरिटा की तरफ देखकर मुस्कुराई और बड़े प्यार से अपना हाथ फैला कर बोली आ गई मेरी बच्ची,,
अभी वह बोल ही रही थी कि सेनोरिटा भागते हुए उनके गले लग कर बोली दादी मोम,, आप अभी भी मेरे लिए स्वेटर बना रही हो और आपको पता है आज नेहा मम्मा नहीं आए वह पार्टी में चले गए,, जैसे ही उसे बच्ची ने यह बात कही सामने बैठी औरत जो की त्रियांशु की दादी थी,, उसके चेहरे पर अब परेशानी छलकने लगी लेकिन सेनोरिटा के सामने अपनी परेशानी को दूर झांकते हुए बड़े प्यार से उसके गाल पर हाथ रख उसका चेहरा चूमते हुए बोली,, कोई बात नहीं बेटा नेहा मम्मा जल्द आ जाएगी आप चिंता मत कीजिए, उसकी बात पर सेनोरिटा ने हां में सिर हिलाया और अब वह सोफा पर चढ़कर दादी को पीछे से गले में बाहें डालते हुए बोली आपको पता है दादी मॉम आज मैंनें टीचर को A to Z सुनाया उसकी बात पर अब,, शीतल जी जो की त्रियांशु की दादी थी वह अब मीठी सी मुस्कुराहट के साथ बोली वेरी गुड हमारी बच्ची तो बहुत इंटेलिजेंट है,,, तभी सेनोरिटा yes daadi mom I'm very intelligent girl,,,
अब वह अपने पेट पर हाथ रखकर बोली लेकिन दादी मोम आपको पता है मुझे भूख भी लगी है सेनोरिटा को खाना खाना है सेनोरिटा को ना सैंडविच बनाकर खाना है,, इतना कहते हुए सेनोरिटा ने पाउट बनाया वह इस वक्त इतनी क्यूट लग रही थी कि किसी को भी उस पर प्यार आ जाए,, तभी पीछे खड़े त्रियांशु जो कि अभी-अभी अंदर की तरफ आया था।No बेटा No सैंडविच डॉक्टर ने मना किया है याद है ना,, उसकी बात पर सेनोरिटा मुंह बनाते हुए अपने हाथों को फोल्ड कर बोली प्लीज़ पापा,,
उसकी बात पर त्रियांशु ने आंखें छोटी कर सेनोरिटा की तरफ देखा तो सेनोरिटा ने मायूस सा चेहरा बनाकर त्रियांशु की तरफ देखा तो त्रियांशु ने गहरी सांस लेकर अब वहां पर खड़ी सर्वेंट की तरफ देखा जो कि सर झुकाकर कब से खड़ी थी और सेनोरिटा के लिए ही वेट कर रही थी,,, जैसे ही त्रियांशु ने सर्वेंट की तरफ देखा तो उन्होंने हा में सिर हिला कर किचन में चली गई,, त्रियांशु के हां में सिर हिलाते हुए सेनोरिटा अपनी जगह पर खड़ी खड़ी उछल पड़ी हो ऊंचे से चिल्ला कर बोली थैंक यू पापा थैंक्यू so much,, अब seneorita आपको एक किसी देगी इतना कहकर,, सेनोरिटा सोफा से नीचे उतरी और भागते हुए त्रियांशु की तरफ गई , त्रियांशु पूरी तरह से सेनोरिटा के ऊपर झुक गया अब सेनोरिटा ने उसके गालों पर किस करते हुए बोली थैंक यू पापा अआप बहुत अच्छे हो यू आर द वर्ल्ड बेस्ट पापा,, सेनोरिटा की बटरिंग देखकर एक पल के त्रियांशु को हंसी आई लेकिन वह अपनी हंसी को कंट्रोल करते हुए,,
थोड़ा गहरी आवाज में बोला ओन्ली वन सैंडविच ज्यादा नहीं बिकॉज डॉक्टर ने मना किया है जानती हो ना बेटा, उसकी बात पर सेनोरिटा होठों का पाउट बनाते हुए प्रॉमिस पापा वन सैंडविच only उसकी बात पर अब त्रियांशु गहरा मुस्कुराया और अपनी जगह से खड़ा होकर अपने रूम की तरफ उसने कदम बढ़ा दिए,, जैसे ही त्रियांशु ने अपने कदम उसके अपने रूम की तरफ बढ़ाए,, तभी शीतल जी त्रियांशु बेटा हमारी बात सुनिए,, जैसे ही शीतल जी त्रियांशु की दादी ने उसे आवाज दी तो उसके कदम एक पल के लिए रुक गए,, लेकिन अगले ही पल वह शीतल जी की बात बीच में काटते हुए बोला,, दादी मैं नेहा के बारे में कोई बात नहीं करना चाहता यह उसकी मर्जी है कि वह इस घर से जाना चाहती है,, लेकिन मैं उसे सिर्फ अपना दोस्त मानता हूं,, I am not falling for her, अगर रहना चाहे तो मेरी फ्रेंड बन कर रह सकती है अनलेस जा सकती है यहां से,,
इतना कहकर त्रियांशु ने अपने कदम अपने रूम की तरफ बढ़ा दिए,, वही सोफा पर बैठी दादी की आंखों में अब नमी छलकने लगी और वह अब seneorita की तरफ देख रही थी जो इस वक्त डाइनिंग टेबल पर बैठी थी और उसका ध्यान इस वक्त अपने फोन में था जो कि अभी-अभी उसने उठाया था दादी और त्रियांशु के बीच क्या बात हुई इस बात की खबर सेनोरिटा को नहीं थी,,
वहीं दूसरी तरफ,,
त्रियांशु अपने रूम में आया,, अपना फोन साइड पर फेंक कर वह बेड पर आकर लेट गया और इस वक्त उसकी आंखें पूरी तरह से खुली थी,, उसकी आंखों के सामने कुछ पल घूम रहे थे,, एक लड़की जो उसे प्रपोज कर रही थी,, उस लड़की ने उसके आगे रिंग की हुई थी और खुद घुटनों के बल नीचे बैठी थी,, विल यू मैरी मी त्रियांशु,, उस पल को याद करते हुए त्रियांशु की आंखें हद से ज्यादा लाल हो गई अब वह अपनी जगह से खड़ा हुआ और अपने कपड़े उतार कर बाथरूम में चला गया,, बाथरूम में जाकर वह सीधा शावर के नीचे खड़ा हुआ और शॉवर का ठंडा पानी उसके पूरे बदन को भिगो रहा था उसके सिक्स पैक एप्स देखकर कोई भी लड़की उस पर मर मिटे इतना हैंडसम था त्रियांशु राणा,,
लेकिन त्रियांशु राणा इस वक्त बिलकुल एक पत्थर बेजान की तरह शावर के नीचे खड़ा था,,,, इस वक्त उसने अपनी आंखें पूरी तरह से बंद की हुई थी शावर का पानी पूरी तरह से उसके बदन को भिगो रहा था इस वक्त वह पूरी तरह से बेलिबास था। कुछ देर बाद उसने अपनी आंखें खोली,, और अब उसकी आंखें दर्द से भरी हुई थी,, और अगले ही पल वो दांत पीसकर बोला तुम्हारे सिवा मैं किसी से प्यार नहीं करूंगा चाहे जितनी कोशिश करनी है कर लो आईना ठाकुर,, इतना कहते हुए उसकी आंखों के सामने खूबसूरत सी लड़की का चेहरा घूम रहा था,, जो की बेहद खूबसूरत थी,, ब्लैक आइज छोटी सी नाक गोरा रंग लंबे बाल हद से ज्यादा खूबसूरत , लड़की कृ चेहरे पर नैचुरली छाया गुलाबी रंग उसे और भी ज्यादा खूबसूरत बना रहा था,,
वहीं दूसरी तरफ,,
Singapore में,,
Skin craft hospital,,
एक लड़की काली आंखें और इस वक्त उस लड़की के चेहरे से पट्टियां हटाई जा रही थी। वह लड़की हॉस्पिटल बेड पर बैठी हुई थी और उसके चेहरे पर बहुत सारी पट्टियां की गई थी देखकर ही पता चल रहा था कि उस लड़की के चेहरे की अभी 2 दिन पहले ही प्लास्टिक सर्जरी हुई थी। उस लड़की का चेहरा पूरी तरह से पट्टियों से कवर था जो कि अब उतर रही थी, उस लड़की के साथ ही एक शख्स खड़ा था जो कि इस वक्त ब्लैक हूडी में था और इस वक्त उसने उस हुडी की टोपी अपने सिर पर ले रखी थी,,
और साथ ही में एक औरत खड़ी थी। जिससे अपना पल्लू अपने चेहरे पर लिया हुआ था उस औरत ने अपना चेहरा पूरी तरह से उस पल्लू से ढका हुआ था,, वही जो डॉक्टर उस लड़की के चेहरे से पट्टी को खोल रहे थे। देखते ही देखते उन्होंने वह पट्टी पूरी तरह से उसके चेहरे से उतार दी थी,, वही जो औरत सामने पल्लू में खड़ी थी जैसे उसने उस लड़की का चेहरा देखा तो उसकी आंखें बड़ी हो गई वह अब हुडी वाले इंसान जिसे अपना चेहरे पर टोपी और मास्क लगाए हुआ था उसकी तरफ देखकर बोली,, यह क्या किया तुमने तुमने इसका चेहरा.. इतना कहकर वह चुप हो गई,, वही वह शख्स उस औरत की तरफ देखकर बोला खेल तो अभी शुरू हुआ है और अब उसे हारना होगा,, हारने के लिए तैयार हो जाओ अरुण सिंह शेखावत इतना कहते हुए उस शख्स के चेहरे पर डेविल एक्सप्रेशन थे जो उसकी आंखों में साफ दिखाई दे रहे थे क्योंकि उसके चेहरे पर इस वक्त मास्क था जिस वजह से उसकी सिर्फ आंखें दिखाई दे रही थी,,
तभी पास खड़ी औरत उसकी तरफ देखकर दांत पीसकर बोली तुमने मेरी बेटी का पूरा चेहरा उसकी पत्नी के जैसा क्यों किया लेकिन कोई फायदा नहीं होगा वह पहचान जाएगा इसे इसकी आंखें काली है और उसकी आंखें भूरी थी। और वह अपनी पत्नी की आंखों को पूरी तरह से पहचानता है तुम्हारा खेल शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगा,, उसकी बात पर अब वह शख्स जोरो जोरो से हंसने लगा,,, उसको हंसता हुआ देखकर उसे घूंघट वाली औरत के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए,, वह अब दांत पीसते हुए बोली तुम पागल तो नहीं हो गए हो,, हमारा खेल कहीं हम पर ही उल्टा ना पड़ जाए,, अभी वह औरत बोल ही रही थी कि तभी उस शख्स ने अपनी जेब से एक डिब्बी निकाली और उस डिब्बी को देखकर वह औरत हैरानी से उसे शख्स की तरफ देखते हुए बोली यह क्या है,,
तभी उस शख्स ने जो सामने बैठी लड़की जिसके चेहरे पर अभी-अभी पट्टियां उतरी थी और उसने धीरे-धीरे से अपनी आंखें खोली थी वह भी उस शख्स की तरफ देख रही थी,, वही उस शख्स ने जब उस डिब्बी को खोल तो सामने बैठी लड़की के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई । क्योंकि उस डिब्बी में ब्राउन कलर के आईलैंड्स थे,, अब उस लड़की ने उस डिब्बी को लिया,, और डॉक्टर की तरफ कुछ इशारा किया डॉक्टर ने भी हां में सिर हिलाते हुए सामने पड़ा मिरर उठाकर उस लड़की को पकड़ा दिया जैसे ही उस लड़की ने अपना चेहरा मिरर में देखा तो वह खुद को देखते ही रह गई अब उसने उस लैंसेज को अपनी आंखों में डाला जैसे ही उसे लड़की ने उन लैंसेज को अपनी आंखों में डाला,, वह औरत उसकी तरफ देखकर अपने मुंह पर हाथ रखते हुए बोली यह तो बिल्कुल काजल की तरह दिख रही है,,
इतना कहते हुए उसने अपने मुंह पर हाथ रख लिया और यह औरत और कोई नहीं शीला जी थी।। और अभी-अभी जिस लड़की की प्लास्टिक सर्जरी हुई थी वह लड़की सरगम थी,,, उन दोनों के चेहरे पर अब हैरानी भरे एक्सप्रेशन थे। वही वह हुड्डी पहना हुआ लड़का अब उनकी तरफ देखकर बोला तैयारी कर लो शेखावत पैलेस दोबारा जाने के लिए,, इतना कहकर वह शख्स वहां से जाने का हुआ के तभी शीला जी उसका हाथ पकड़ कर बोली,, लेकिन क्या AS इसे पहचान नहीं जाएगा,, उसकी बात पर उसे हूडी बॉय ने शीला जी की बात का कोई जवाब नहीं दिया और अपना हाथ छुड़ाकर बाहर की तरफ निकल गया वहीं शीला जी उसकी तरफ देखते ही रह गई,,
उनके चेहरे पर अब परेशानी साफ झलक रही थी क्योंकि उन्हें सरगम के लिए अब चिंता हो रही थी वह अब सरगम की तरफ देखकर बोली अभी भी समय है कदम पीछे ले ले कहीं ऐसा ना हो हमें लेने के देने पड़ जाए,, तभी सरगम दांत पीसकर अपनी मां से आप पागल हो गई है मां भूल गई उसने हमारे भाई के साथ क्या सलूक किया था आप भूल गई होगी लेकिन मैं नहीं भूली हूं और मुझे अपना बदला लेना है,, इतना कहते हुए उसके चेहरे पर बदले के भाव साफ दिखाई दे रहे थे,,
वहीं दूसरी तरफ,,
Sidny में
Blood cure hospital,,
पारुल इस वक्त अपने केबिन में बैठा कुछ सोच रहा था उसके दिमाग में इस वक्त उस लड़की का ख्याल चल रहा था जो कि पिछले तीन सालों से बेड पर बेजान हालत में लेटी हुई थी हालांकि सिर्फ उसकी हार्टबीट चल रही थी। वह लड़की पूरी तरह से बेजान थी सांस सिर्फ उसकी चल रही थी उस लड़की को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उसमें जीने की उम्मीद खत्म हो गई हो,, और पारुल उसे ठीक करने के बारे में अभी भी सोच रहा था तभी उसके केबिन का डोर नोक हुआ,, जैसे ही केबिन का डोर नॉक हुआ,, पारुल की नजरे सामने की तरफ गई जहां पर काशवी खड़ी थी काशवी को देखकर पारुल ने अब अपना चेहरा दूसरी तरफ घूम लिया क्योंकि वह इस वक्त काशवी से बहुत ज्यादा गुस्सा था,,
कल जिस तरह से काशवी ने उससे बात की थी उसे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा था इसीलिए उसने तब से काशवी से बात ही नहीं की थी,, पारुल को इस तरह से मुंह घूमता देखा काशवी को भी अब बुरा लग रहा था,, पारुल का रिएक्शन देखकर काशवी ने अब लंबी सांस ली और अपने कदम पारुल की तरफ बढ़ा दिए जैसे ही काशवी ने अपने कदम पारुल की तरफ़ बढ़ाए तभी पारुल,, काशवी अगर तुम उस पेशेंट के बारे में बात करने आई हो तो मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी है,, फॉर योर काईंड इनफॉरमेशन मैं बहुत जल्द उसे ठीक कर दूंगा,, इतना कहकर पारुल अपनी जगह से उठा और केबिन से बाहर की तरफ जाने लगा कि तभी काशवी ने उसका हाथ पकड़ कर,,, इतने गुस्सा हो मुझसे? अरे मैनें तो सिर्फ इतना कहा था कि वह लड़की 3 सालों से इसी तरह से कोमा की स्टेट में है कब तक तुम उस पर अटेंशन देते रहोगे वह ठीक नहीं हो सकती पारुल,,
उसकी बॉडी उसका दिमाग इस वक्त कोई रिस्पांस नहीं कर रहा है तो क्यों अपना इतना टाइम तुम उस लड़की को इतना फॉक्स तुमने उस लड़की पर लगा रखा है, उसकी बात पर पारुल ने अब उसे कुछ नहीं कहा लेकिन अपना चेहरा दूसरी तरफ ही घुमाओ रखा,, काशवी अब उसके चेहरे के सामने आते हुए बोली अच्छा बाबा सॉरी मुझसे गलती हो गई मुझे ऐसे तुमसे बात नहीं करनी चाहिए थी और उस पेशेंट के बारे में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए थी पेशेंट तो पेशेंट होता है हमें अपने पेशेंट को ठीक करने के बारे में सोचना चाहिए था आई एम सो सॉरी प्लीज इतना कहते हुए काशवी ने अपने कान पकड़ लिए,, काशवी को अपने कान पकड़ते हुए देखकर,, पारुल ने अब मुंह बनाते हुए बोला तुम कान पकड़ते हुए बिल्कुल अच्छी नहीं लगती बंदरिया लगती हो,,
उसकी बात पर काशवी ने अपने मुंह पर हाथ रखते हुए बोला तुमने मुझे क्या कहा तुमने मुझे बंदरिया कहा इतने कहते हुए उसने पास ही में टेबल पर पड़ी हुई फ़ाइल उठाई और पारुल के सिर पर मारते हुए तुम गधे कहीं के,, काशवी के मुंह से खुद के लिए गधा सुनकर पारुल ने अपनी आंखें छोटी कर ली और बोला इतना हैंडसम तो हूं गधा कहां से दिखता हूं तुम्हें मुझे लगता है सच में तुम अंधी होती जा रही हो अपनी ना अभी से इलाज कर लो आंखों का इतना हैंडसम लड़का तुम्हें गधा लग रहा है,, तभी काशवी बोली हां तो तुम्हें भी अपनी आंखों का इलाज करवाना चाहिए तुम्हें भी इतनी प्यारी और ब्यूटीफुल लड़की बंदरिया लग रही है,, तभी पारुल उसकी बात का जवाब देते हुए बंदरिया को बंदरिया ही कहा जाता है ब्यूटीफुल नहीं कहा जाता,
पारुल की बात पर काशवी ने उसे आंखें छोटी करके देखते हुए कुछ कहने को हुई के तभी उसके वार्ड का दरवाजा खुला एक नर्स अंदर की तरफ आते हुए बोली सर उस वर्ड no 207 पेशेंट ने हल्की सी मूवमेंट की है,, जैसे ही उसने कहा पारुल की आंखें बड़ी हो गई,, लेकिन काशवी का चेहरा पूरी तरह से पीला पड़ गया,, वही पारुल अब जल्दी से वार्ड नंबर 207 की तरफ भाग,,
कुछ देर बाद,,
पारुल इस वक्त उस पेशेंट का चेकअप कर रहा था। अब उसने उस नर्स की तरफ देखा और बोला कहां से रिस्पांस किया था इसने जब से हम आए हैं 5 मिनट हो गए हमें आए हुए इसने तो कोई रिस्पांस नहीं दिया अभी तक,, अभी वह बोल ही रहा था कि तभी पारुल की नजर उस पेशेंट के हाथ पर पड़ी जिनकी उंगलियां हल्की-हल्की हिल रही थी और उस रिस्पांस को देखकर पारुल की आंखें बड़ी हो गई,, और अगले ही पल उसके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कुराहट तैर गई,, वह काश्वी की तरफ देखते हुए बोल काशवी वह देखो सच में इसने रिस्पांस किया,, यह सच में रिस्पांस दे रही है मेरी मेहनत जाया नहीं जा रही है काशवी इतना कहते हुए उसने काशवी को गले लगा लिया लेकिन काशवी के चेहरे पर तो कोई और ही एक्सप्रेशन थे उसके चेहरे के भाव ही बदले हुए थे ऐसा लग रहा था जैसे कि वह किसी और ही सोच में डूबी हुई थी,,
वही पारुल अब उस पेशेंट के सिर पर हाथ फेरते हुए बोला आज से मैं तुमसे रोज बात करूंगा तुम्हें पता है मुझे तुम्हारा नाम नहीं पता लेकिन अब मैं तुम्हारा नाम रखूंगा,, और आज से तुम्हारा नाम होगा ,, कसक,, अब मैं तुम्हें रोज कसक कह कर बुलाऊंगा क्योंकि तुम इतनी उसने इतना ही कह कर वह अपनी जगह पर रुक गया लेकिन पीछे खड़ी काशवी के चेहरे पर जलन साफ दिखाई दे रही थी,, वही पारुल ने अब उसके सिर पर हाथ फेरते हुए एक बार फिर से उसके माथे को चूमने लगा कि तभी काशवी यह क्या कर रहे हो तुम यह पेशंट है तुम्हारा कोई अपना नहीं,, काशवी की बात पर पारुल के होंठ अब वहीं पर रुक गए अब उसने कसक का माथा नहीं चुमा,,
लेकिन उसके मन में अब इस बात की खुशी थी कि उसकी पेशेंट अब जल्द ही ठीक हो जाएगी,,
वहीं दूसरी तरफ,,
सिंगापुर में,,
AS इस वक्त बेड पर पसीने से लत पर सोया हुआ था, उसके माथे पर इस वक्त तियोरियां पड़ी हुई थी और उसकी आंखों के सामने इस वक्त एक भयानक मंजर चल रहा था जिसमें वह काजल को ढूंढ रहा था लेकिन काजल उसे मिल नहीं रही थी और तभी अचानक से वह चीख कर अपनी जगह से उठा,,
रैबिट.....
To be continue......









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