
⭐ Club 19,,
अभी-अभी जानवी रॉबिन के गले से आकर लगी थी और इस वक्त रॉबिन की धड़कनों ने रफ्तार पकड़ ली थी और इस वक्त उसका दिल ज़ोर-ज़ोर से धक-धक कर रहा था। उसे अपने अंदर एक अजीब-सी हलचल होती महसूस हो रही थी। वहीं अब जानवी के पीछे से दो लड़के जब अंदर की तरफ आए तो रॉबिन की आंखें बड़ी हो गई और अगले ही पल उसके जबड़े पूरी तरह से कस गए। अब उसने अपना हाथ जानवी की कमर पर रख लिया। जैसे ही रॉबिन ने अपना हाथ जानवी की कमर पर रखा, जानवी ने अब अपना चेहरा ऊपर की तरफ उठाया और रॉबिन के चेहरे की तरफ देखने लगी। वही रॉबिन ने भी अब अपना चेहरा उसकी तरफ किया और उसकी आंखों में देखने लगा, जहां दुनिया-जहां की मासूमियत और दर्द छिपा पड़ा था। इस वक्त उसकी आंखों में सैलाब आया हुआ था जो कभी भी बह सकता था। उसकी वह नमी वाली आंखें देखकर रॉबिन के जबड़े और भी ज्यादा कस गए, और अब उसका चेहरा गुस्से से कांपने लगा। जानवी कपूर का रोता हुआ चेहरा देख आज पहली बार रॉबिन को अपने अंदर कुछ जलता हुआ महसूस हो रहा था।
अब उसे पूरी बात का पता चल गया कि क्यों जानवी इस तरह से हड़बड़ाते हुए अंदर आई थी और इस तरह से रॉबिन के गले जाकर लग चुकी थी। रॉबिन अपनी सख्त नजरों से सामने खड़े दो लड़कों को देख रहा था जो उसे ही देख रहे थे। अब वे लड़के रॉबिन की तरफ देखते हुए बोले—
“ओ… हमारा माल है ये, छोड़ दे। हमें आज रात इस लड़की के साथ बितानी है।”
जैसे ही उन लड़कों ने ये बात कही, तभी रॉबिन ने अपनी कमर पर हाथ डाला और अपनी कमर से गन निकालकर उन लड़कों पर तान दी। जैसे ही रॉबिन ने गन निकालकर उन्हें लड़कों पर तानी, जानवी की सांस गले में अटक गई। वह दुबककर रॉबिन की शर्ट में अपना चेहरा घुसाकर और भी ज़ोरों से रॉबिन के गले से लग गई।
जानवी की सांस इस वक्त बेहद तेज चल रही थी। उसे इतना डर लग रहा था कि पता नहीं अब आगे क्या होने वाला था। जानवी अब बड़बड़ाते हुए बोली—
“छोड़ दीजिए उन्हें रोबिन जी… अगर आप उन्हें मार देंगे तो आपको… वो पकड़कर ले जाएंगे…”
वह धीरे-धीरे बड़बड़ा रही थी जिसे रॉबिन को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, लेकिन इतना ज़रूर पता था कि जानवी कुछ ना कुछ कह रही थी। उसके चेहरे पर अब पसीने छलकने लगे थे और देखने में ऐसा लग रहा था जैसे जानवी panic कर रही हो।
वहीं दूसरी तरफ जो लड़के सामने खड़े थे उन्होंने जैसे ही रॉबिन के हाथ में गन देखी तो उनकी आंखें बड़ी हो गईं। वे लड़के गन देखकर अगले ही पल कदम पीछे लेते हुए बाहर की तरफ भागे, क्योंकि अगर वे वहां से नहीं हिले तो हो सकता था कि रॉबिन उन पर हमला बोल देता। इसीलिए उन लड़कों ने अपना बचाव करने के लिए वहां से भागना जरूरी समझा।
वहीं जानवी, जो पूरी तरह से रॉबिन में घुसने की कोशिश कर रही थी, उसने अपना पूरा चेहरा रॉबिन की जैकेट में छुपा रखा था। इस वक्त वह बुरी तरह से कांप रही थी। रॉबिन के हाथ में गन देखकर जानवी की हालत और भी ज्यादा खराब हो गई थी। अब वह पूरी तरह से पैनिक कर रही थी। वह कांपते हुए बोली—
“वो… वो… आपको ले जाएंगे… वो मुझे भी ले जाएंगे… ले जाएंगे… ले जाएंगे…”
इतना कहते हुए वह लगातार रॉबिन के कपड़ों में अपना मुंह घुसाने की कोशिश कर रही थी। और जानवी को इस तरह का बिहेव करते देखा तो रॉबिन को बहुत अजीब-सी फीलिंग आ रही थी। उसके चेहरे पर इस वक्त अजीब से एक्सप्रेशन बने हुए थे।
उसने अब जानवी को पीछे करने की कोशिश की, लेकिन जानवी फिर से उसके गले लगते हुए बोली—
“प्लीज़… मुझे पीछे मत कीजिए… वो मुझे ले जाएंगे… ले जाएंगे…”
तभी रॉबिन उसके बालों पर हाथ चलते हुए बोला—
“कौन? कौन ले जाएगा? बताओ मुझे। क्या बात है? तुम ऐसे डर क्यों रही हो? और तुम इतना पैनिक क्यों कर रही हो—”
वह बोल ही रहा था कि जानवी देखते-देखते बेहोश होने लगी। तभी रॉबिन ने उसे अपनी गोद में उठा लिया। रॉबिन की नजरें अब उसके चेहरे पर थीं, जिसमें अभी भी उसकी आंखें खुली हुई थीं लेकिन अब वह अपने होश में नहीं थी। उसके माथे पर पसीने आ रहे थे।
लेकिन एक पल के लिए जानवी अब पूरी तरह से खामोश पड़ गई थी। आंखें खुली थीं और होंठ सूख चुके थे। रॉबिन ने अब उसे गोद में उठाते हुए क्लब से बाहर लेकर आया, और गाड़ी में फ्रंट सीट पर उसे बिठाते हुए खुद उसके साथ बैठ ड्राइव करने लगा। कुछ ही देर में उनकी गाड़ी क्लब से निकल चुकी थी।
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⭐ वहीं दूसरी तरफ, Singapore में…
अहाना ने अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा दिया था, यह कहकर कि उसे रुद्र के साथ नहीं रहना। वह यहां से जाना चाहती है। रुद्र ने अभी-अभी उसे खाने के लिए पूछा था लेकिन अहाना ने साफ मना कर दिया था। वह कह रही थी कि उसे रुद्र के साथ नहीं रहना है।
वहीं रूद्र ने जब उससे यही बात दोबारा से रिपीट की—
“क्या सच में तुम मेरे साथ नहीं रहना चाहती?”
तो अहाना का कलेजा जैसे उसके सीने से बाहर आने को फिर रहा था। उसका दिल इस वक्त धड़कने से इनकार कर रहा था क्योंकि रुद्र के पूछने का तरीका ही कुछ ऐसा था। अहाना कुछ बोल ही नहीं पा रही थी। वह उसकी तरफ देखकर अपना चेहरा अब दूसरी तरफ भी नहीं घुमा पा रही थी।
वहीं रूद्र ने एक बार फिर अपनी गहरी आवाज में पूछा—
“क्या सच में तुम चाहती हो कि मैं तुम्हारे सामने कभी ना आऊं? तुम मुझे देखना तक नहीं चाहती?”
जब रूद्र ने ये बात कही, अब अहाना से आगे कुछ बोला ही नहीं गया। जब वह कुछ देर तक चुप रही तो रुद्र के चेहरे पर अब गहरी मुस्कराहट तैर गई। वह उसके ऊपर झुकते हुए उसके होठों पर light kiss कर बोला—
“जो बात की ना जा सके… वो करनी भी नहीं चाहिए।”
उसकी बात पर अब अहाना ने एक बार फिर से अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमाते हुए बोला—
“मुझे स्ट्रॉबेरी जूस पीना है… अभी।”
उसकी बात पर रूद्र के चेहरे पर और भी गहरी मुस्कुराहट तैर गई। अब वह अपनी जगह से खड़ा हुआ और अपनी शर्ट के बटन खोलने लगा।
जैसे ही रूद्र अपनी शर्ट के बटन खोलने लगा, अहाना की आंखें बड़ी हो गईं। वह गुस्से से दांत पीसते हुए बोली—
“ये आप क्या कर रहे हैं!? मुझे स्ट्रॉबेरी जूस पीना है… आपका जूस नहीं पीना!”
अहाना की बात पर रूद्र ने अपनी आइब्रो ऊपर उठाते हुए कहा—
“तुम्हें पता है न… कि मैं तुम्हें अपना जूस पिलाने वाला हूं। वैसे भी मेरा जूस इतनी जल्दी निकलने वाला है नहीं…”
इतना कहते हुए उसने अपनी lower body की तरफ देखा। जैसे ही उसने अपनी lower body की तरफ देखा, अहाना की आंखें बड़ी हो गईं और उसने दांत पीसकर कहा—
“आपको शर्म नहीं आती!? हर बात पर ऐसी बातें करते हैं!”
उसकी बात पर रूद्र अब अपने बालों को सहलाते हुए बोला—
“मुझे शर्म नहीं आती… सीरियसली। बात अभी तुमने मेरे जूस की की थी… ना कि मैंने अपने जूस की…”
अहाना ने गुस्से में कहा—
“मैंने तो ऐसे ही बोल दिया था! मुझे क्या पता था आप कहां पहुंच जाओगे! आप लड़कों की तो सोच ही ऐसी होती है… अब मैं क्या करूं!”
तभी रूद्र दबी सी आवाज में बोला—
“करना क्या… एक ब्लोजॉब दे दो…”
उसने आवाज इतनी दबी रखी थी कि अहाना के कानों तक ना पहुंचे, लेकिन अहाना के कानों तक उसकी यह बात अब पहुंच चुकी थी। उसकी आंखें अब बड़ी हो गईं। गुस्से में चिल्लाते हुए उसने कहा—
“दूर हो जाइए मेरी नजरों से!”
इतना कहकर उसने साथ रखा हुआ पिलो उठाकर रुद्र पर फेंका, लेकिन रुद्र ने अगले ही पल वह पिलो कैच करते हुए कहा—
“अरे! मैंने ऐसा क्या कह दिया!”
रुद्र की बात पर अहाना अब अपने दांत पीसकर रह गई और अगले ही पल उसने अपना चेहरा गुस्से से दूसरी तरफ घुमा लिया क्योंकि अब वह रूद्र से बहस नहीं करना चाहती थी। वह समझ चुकी थी कि रूद्र पूरी तरह से उसे चिढ़ाने के मूड में था।
अब रूद्र ने अपनी शर्ट के सारे बटन खोले और शर्ट उतारकर साइड पर फेंक दी। जैसे ही रूद्र ने अपनी शर्ट उतारकर फेंकी, अहाना उसे अपनी तिरछी नजरों से देखने लगी क्योंकि कहीं न कहीं रूद्र पर ध्यान तो उसका भी जा रहा था। उसकी मस्कुलर बॉडी देखकर अहाना को अपना गला सूखता हुआ महसूस हो रहा था। और यह बात रुद्र भी जानता था कि अहाना उसकी तरफ ही देख रही थी, और वह जान-बूझकर खुद को show-off भी कर रहा था।
अब वह किचन की तरफ गया जो सामने हॉल में ही बना हुआ था। और इस वक्त अहाना को रुद्र का चेहरा और उसके मस्कुलर abs साफ दिखाई दे रहे थे। क्योंकि किचन का काउंटर रूम की तरफ था। जिस वजह से दोनों की नजरें बार-बार टकरा रही थीं। लेकिन अहाना अपना चेहरा बार-बार दूसरी तरफ घुमा रही थी, जिससे रुद्र को उसकी हरकत पर हंसी आ रही थी, लेकिन वह ज्यादा दिखा नहीं रहा था।
देखते-देखते 10 मिनट में रुद्र ने स्ट्रॉबेरी शेक तैयार किया और प्लेट में सजाकर अंदर की तरफ लेकर आया। वह अंदर ला ही रहा था कि तभी उसका पैर कार्पेट में फंस गया…
और अगले ही पल रुद्र के हाथ में पड़ा शेक… अहाना के ऊपर जा गिरा—
और अहाना ज़ोरों से चिल्ला उठी।
वहीं रुद्राक्ष भी शॉकिंग एक्सप्रेशन के साथ—
“Oooohhhh fuck…!”
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⭐ वहीं दूसरी तरफ, इंडिया में…
रॉबिन की गाड़ी इस वक्त फार्म हाउस के आगे आकर रुकी। अब वह गाड़ी से बाहर निकला और उसने जानवी को गोद में उठाकर अंदर की तरफ ले गया। कुछ ही पलों में रॉबिन जानवी को अंदर ले आया और सामने गेस्ट रूम में उसे ले जाकर लेट दिया।
जैसे ही रॉबिन उसे लेटाने वाला था, जानवी ने उसका हाथ पकड़ लिया और अगले ही पल उसके गले लग गई। वही रॉबिन का एक बार
फिर वही हाल होने लगा— उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा और उसे अपनी बॉडी में झनझनाहट सी महसूस होने लगी।
To be continued…









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