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Blast

Shekhawat palace,,

1 महीने बाद,,

आज शेखावत पैलेस बड़ी खूबसूरती से सजा हुआ था इस वक्त शाम हो चली थी और हर तरफ जगमगाती रोशनी में शेखावत पैलेस और भी ज्यादा खूबसूरत लग रहा था। घर में हर तरफ खुशियां फैली हुई थी। लेकिन क्या पता था कि कब तक यह खुशियां टिकने वाली थी।

वही रूम में काजल तैयार हो रही थी और पालने में सूफियाना को लेटाया हुआ था। काजल की आंखों में इस वक्त अलग ही चमक थी, और उसका चेहरा इस वक्त पूरी तरह से खिला हुआ था। तभी कमरे में एक सर्वेंट की एंट्री हुई और उस सर्वेंट ने इस वक्त हाथ में जूस का गिलास पकड़ा हुआ था,,,वह सर्वेंट काजल के सामने आकर खड़ी हुई और उसकी तरफ देख कर ,,,,,मालकिन वह साहब ने जूस का गिलास भेजा था।

इतना कहकर वह वहीं पर खड़ी रही और काजल जो की शीशे के सामने अभी तक तैयार हो रही थी । वह उसकी तरफ देखकर हां में सिर हिलाते हुए बोली आप इसे यहीं पर रख दीजिए। मैं बाद में पी लूंगी,,

उसकी बात पर सर्वेंट के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए और उसके चेहरे पर परेशानी साफ झलकने लगी। सर्वेंट अब अपनी लड़खड़ाती हुई आवाज से बोली, लेकिन सर ने मुझे ऑर्डर दिया है कि मैं आपको यह जूस पिलाकर खाली गिलास नीचे लेकर आऊं।

उसकी बात पर काजल के चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कुराहट तैर गई और वह सर्वेंट की तरफ देखकर बोली,, वह खुश होते हुए बोली, क्या वह आ गए ऑस्ट्रेलिया से ? ओ माय गॉड पिछले तीन दिनों से वह ऑस्ट्रेलिया में थे और मेरा दिल भी नहीं लग रहा था। तभी सर्वेंट ने हां में सिर हिला दिया। इस वक्त उसके चेहरे पर बे हिसाब डर दिखाई दे रहा था। वही काजल अब खुश होते हैं। वह बोली,,तुम्हारे सर भी ना,,,

कहीं मैं न भूखी रह जाऊं ये भी ना बस,, इतना कहकर उसने मुस्कुरा कर जूस उठाया और गिलास होठों से लगाकर पी गई,,

वहीं दूसरी तरफ,,

AS ki गाड़ी इस वक्त सड़क के बीचो-बीच दौड़ रही थी और उसके चेहरे पर इस वक्त परेशानी झलक रही थी। वह किसी भी हालत में शेखावत पैलेस पहुंचाना चाहता था,,, उसके हाथ में फोन था और गाड़ी चलाते हुए वह बार-बार किसी को फोन लगा रहा था। लेकिन वह फोन स्विच ऑफ जा रहा था,,, और दूसरी तरफ वह अलग-अलग नंबर डायल कर रहा था लेकिन उनमें से किसी का भी नंबर नहीं लग रहा था । सब का फोन स्विच ऑफ जा रहा था।

और यह देखकर AS के चेहरे पर और भी परेशानी झलक रही थी। आखिर में अब उसने काजल का फोन ट्राई किया। जैसे ही उसने काजल का फोन ट्राई किया। तो उसका फोन लग गया और अगले ही पल उसके थोड़ी सी राहत की सांस ली। क्योंकि काजल का फोन पर रिंग जा रही थी और यह बात उसे कहीं ना कहीं राहत दे रही थी। काजल के फोन पर रिंग जा रही थी। पर वह फोन उठा नहीं रही थी। जब दो-तीन ट्राई के बाद भी काजल ने फोन नहीं उठाया तो दोबारा से AS के चेहरे पर परेशानी छलकने लगी। वह लगातार काजल का फोन ट्राई कर रहा था। लेकिन काजल फोन नहीं उठा रही थी,,

वहीं दूसरी तरफ

शेखावत पैलेस में,,

बाहर हाल में इस वक्त कल्याणी जी और हरजीत जी बैठी हुई थी और साथ ही में शीला जी भी बैठी थी और वह एक दूसरे से बात कर रही थी। वहीं अनन्या भी इस वक्त आई हुई थी और वह किचन में काम कर रही थी,, और इस वक्त वह खाना बना रही थी। क्योंकि उन सब ने काजल को सभी कामों से छुट्टी से छुट्टी दी हुई थी।

जब से सूफियाना हुई थी। सब ने उसे किचन में जाने से मना कर दिया था और स्पेशली AS ने तो उसे सख्त मना किया था। अगर वह उसे किचन में दिखेगी तो,, उसके लिए अच्छा नहीं होगा। इसीलिए काजल भी किचन में जाने की ज्यादा कोशिश नहीं करती थी। हालांकि उसे खाना बनाना बहुत अच्छा लगता था और खासकर AS के लिए,,,

वहीं दूसरी तरफ,,

आमिर के कमरे में आमिर इस वक्त,, सरगम के ऊपर झुका हुआ था,,, और इस वक्त वह सरगम को प्यार करने में लगा हुआ था । उन दोनों की शादी को बस महस कुछ दिन रह गए थे और अभी भी वह सरगम को चूम रहा था। वही सरगम भी उसे पूरी तरह से रिस्पांस दे रही थी। पिछले एक महीने में उन दोनों में कई बार किस हुई थी। लेकिन इस बीच भी वह कभी फिजिकल नहीं हुए थे। क्योंकि आमिर समझता था की सरगम एक बहुत ज्यादा और शरीफ घराने की लड़की है। इसीलिए वह इस चीज को बढ़ावा नहीं देना चाहता था। वैसे भी कुछ ही दिनों में अमीर और सरगम की शादी होने ही वाली थी।

इसीलिए आमिर ने भी कभी उसे फोर्स नहीं किया। दोनों इस वक्त दोनों प्यार के रंग में रंगे हुए थे। बिना इस चीज जाने की अभी कोई तूफान सर पर आने को है। कुछ देर उसके होठों को चूमने के बाद आमिर ने उसके होठों को छोड़ के तभी सरगम ने उसके कॉलर को पकड़ते हुए अपनी तरफ खींचा और यह चीज देखकर आमिर उसकी तरफ देखता ही रह गया। क्योंकि पिछले एक महीने से सरगम ने कभी,, ऐसे आमिर को ऐसा रिस्पॉन्स नहीं दिया। वह बड़ी हैरानी से सरगम को देख रहा था। वही सरगम अब उसे दीवार से लगाते हुए उसके गले को चूमने लगी। जैसे ही सरगम ने उसके गले पर अपने होंठ रख आमिर की सांस गहरी होने लगी। आज पहली बार सरगम ने अपनी तरफ से पहल की थी और यह चीज देखकर आमिर बहुत ज्यादा शॉक्ड था।

वही सरगम उसे चूमते हुए ही तिरछी नजर से जो की साथ में पड़े टेबल पर फोन पर फ्लैश हो रहा था। उसकी रिंग नहीं बज रही थी। क्योंकि आमिर ने अपना फोन साइलेंट पर लगा रखा था और इस वक्त उसके फोन पर किसी ओर का नहीं AS का ही फोन आ रहा था। वही सरगम ने यह चीज देख कर पूरी तरह से इग्नोर करते हुए दोबारा से आमिर को चूमने लगी । वह इस तरह से आमिर को चूम रही थी कि आमिर का ध्यान बिल्कुल भी फोन की तरफ नहीं जा रहा था। अब सरगम ने आमिर को उसी लगाया और पीछे से फोन उठाकर धीरे से स्विच ऑफ कर दिया।

और अब सरगम के चेहरे पर एक मिस्टीरियस एक्सप्रेशन आ गया। जिसको आमिर ने बिल्कुल नहीं देखा था,, और वही सरगम लगातार अब उसे ओर उसके गले को चूमती ही जा रही थी। चूमते हुए ही सरगम ने आमिर को अब बेड की तरफ लेकर जा रही थी। जैसे ही सरगम ने आमिर को बेड की तरफ ले जाना शुरू किया। आमिर उसकी तरफ देखकर उसके कंधे पर अपना हाथ रखते हुए बोला, यह क्या कर रही हो तुम? नीचे फंक्शन होने वाला है। बच्चे का नामकरण करना है,, और कुछ ही दिनों में हमारी शादी है और मैने तो सोचा था कि तुम शादी से पहले...

अभी वह बोल ही रहा था की सरगम ने उसके होठों पर अपनी उंगली रख दी ,, और अपनी मदहोशी भरी आंखों से आमिर को देखने लगी,, सरगम अब उसकी तरफ देखते हुए बेहद दिलकश आवाज में,, क्या बात है? आप आज हमसे दूर भाग रहे हैं। क्या आप नहीं चाहते कि हम आपसे थोड़ा बहुत प्यार करें? सरगम की बात सुनकर आमिर को कुछ अजीब लगा। आज पहली बार सरगम से उसे अजीब सी वाइब आ रही थी,,

वहीं दूसरी तरफ,,

हाईवे पर,,

AS की गाड़ी अभी भी हाईवे पर कंटीन्यूअस दौड़े जा रही थी और इस वक्त AS के चेहरे पर फ्रस्ट्रेशन साफ दिखाई दे रही थी। क्योंकि कोई भी शेखावत पहले से अभी तक फोन नहीं उठा रहा था और यह चीज AS को और भी ज्यादा परेशान कर रही थी। अब उसने एक बार फिर से आमिर के फोन पर फोन ट्राई किया पर इस बार आमिर का फोन स्विच ऑफ आने लगा और अगले ही पल गुस्से में कांपते हुए AS ने फोन कार के डैशबोर्ड पर दे मारा,, अब उसकी आंखों के सामने वह मंजर घूमने लगा। वह दो दिन पहले जब वह ऑस्ट्रेलिया के लिए जा रहा था तो काजल ने उसे कहा था। मत जाइए ना पता नहीं क्यों मेरा मन बहुत बेचैन है? उसकी बात पर AS उसके करीब होकर बड़े प्यार से उसके होठों पर लाइट किस करते हुए बोला,,रैबिट जाना जरूरी है। समझने की कोशिश करो,, जैसे ही AS ने यह बात कही काजल की आंखों में नमी छाने लगी । वह बेहद तड़पती हुई आवाज में बोली पर पता नहीं क्यों मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा है ? आपका यूं ऑस्ट्रेलिया जाना इतनी बड़ी डील मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा पता नहीं क्यों कुछ अच्छा नहीं लगा रहा है? वही AS का अब दिमाग पूरी तरह से घूम चुका था। क्योंकि यह सब एक साजिश का हिस्सा था असल मोटिव कुछ और ही था,,

AS को साजिश रच कर ही ऑस्ट्रेलिया भेजा गया था और यह साजिश इस बार इतनी बड़ी थी लेकिन किसी को नहीं पता था कि इस साजिश के पीछे है कौन और शेखावत पैलेस में जितने भी लोग थे? वह इस साजिद से पूरी तरह से अनजान थे और उन सबके चेहरे पर इस वक्त बेहद खुशियां झलक रही थी। क्योंकि आज AS और काजल की बेटी का नामकरण था। और सबको लगता था की AS आने ही वाला है लेकिन,, आज कुछ ऐसा होने वाला है कि जिसमें सब कुछ तबाह हो जाएगा। ओर जिससे वह सब लोग अनजान थे। लेकिन AS अब वाकिफ हो चुका था और वह जल्दी से जल्दी शेखावत पैलेस पहुंचाना चाहता था,, इस वक्त AS का दिल जोरो- जोरो से धड़क रहा था और उसकी आंखों के सामने अपने परिवार वालों का चेहरा और काजल का चेहरा घूम रहा था।

वह दांत पीसते हुए मन में बोला अगर इस बार मेरे परिवार को कुछ हुआ तो काजल की कसम रवि तुम जिंदा नहीं बचोगे। मैं तो सोचा था कि तुम नामर्द बनकर जिंदगी बिताओगे। तुम किसी लायक नहीं रहोगे,,,पर मैंने गलती कर दी। तुम्हे ऐसे छोड़कर इतना कहते हुए उसका गुस्से से लाल होता चेहरा बता रहा था कि कोई तूफान आने को है।

वहीं दूसरी तरफ,,

काजल जो की शीशे के सामने बैठी हुई। अब तैयार हो चुकी थी । वह अब अपनी जगह पर खड़े होने को हुई कि तभी उसे जोरों से चक्कर आने लगे और देखते ही देखते वह वहीं पर बेहोश होकर गिर पड़ी। जैसे ही काजल वहां पर गिरी । बाहर खड़ी मेड के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई और अगले ही पल उसने किसी को फोन लगाया। दूसरी तरफ से एक औरत के बोलने की आवाज आई काम हो गया क्या ? तभी वह मेड बोली जी मेम साहब,,,तभी दूसरी तरफ से जल्दी से बच्ची उठाओ और बाहर आओ। इतना कहकर फोन कट गया। अब मेड बिना इधर-उधर देख अंदर की तरफ गई और सूफियाना को उठाकर बाहर की तरफ ले आई। जैसे ही सूफियाना को बाहर लेकर आई तो सामने एक औरत आकर खड़ी हुई जिसने इस वक्त ब्लैक कलर का ओवर ऑल कोट पहना हुआ था और उसने अपनी टोपी से अपना चेहरा ढका हुआ था।

अब जल्दी से उस औरत ने,,, सूफियाना को अपनी गोद में लिया और वहां से निकल गई। दूसरी तरफ आमिर के कमरे में सरगम अभी भी आमिर के ऊपर झुकी हुई । उसके गले को चूम रही थी और अब तो आमिर भी देखने लगा था । उसके हाथ सरगम के कमर पर आ चुके थे,, और अब उसने सरगम को उल्टा कर अपने बगल में लेटाया और उसके ऊपर झुकते हुए उसके गले को चूमने लगा। जिससे सरगम अब उसके शर्ट के बटन खोलने लगी और यह चीज देखकर आमिर भी अब अपना कंट्रोल खोने लगा था। अब वह सरगम की कुर्ती के अंदर से अपने हाथ ले जाते हुए उसके सीने तक का आ चुका था।

अभी उसने सरगम की कुर्ती में हाथ डाला ही था कि तभी सरगम का फोन बजने लगा,, और आमिर के हाथ वहीं पर रुक गए। सरगम भी अब अपनी जगह से उठी उसने देखा बगल में उसका फोन पड़ा था और वह बज रहा था। उसने देखा उसके फोन पर अननोन नंबर से फोन आ रहा था। अब उसने फोन उठाया और दूसरी तरफ से कुछ कहा गया जिसे सुनकर सरगम ने हामी भर बोली में अभी आई। तभी आमिर अपनी जगह से खड़े होते हुए बोला, तुम कहां जा रही हो??

वह बोली, मुझे जरुरी काम पड़ गया था। मेरी फ्रेंड का फोन था। हमें थोड़ी शॉपिंग करने जाना है। मैं समझती हूं तुम्हे ओर कुछ दिन ही तो बचे हैं शादी मैं। मैं फंक्शन से पहले आ जाऊंगी। वह भी बात कर ही रही थी कि तभी आमिर उसकी कमर पर हाथ रखते हुए उसे अपनी तरफ खींच कर बोला और अब जो तुमने मेरा मूड बनाया है। उसका मैं क्या करूं? इतना कहते हुए उसने सरगम का हाथ पकड़ अपने लोअर बॉडी पर रख दिया। जैसे ही उसने सरगम का हाथ अपनी लोअर बॉडी पर रखा सरगम का चेहरा शर्म से लाल होने लगा और उसका लाल चेहरा देखकर आमिर ने अपने होठों को दांतों तले दबा लिया।

वही सरगम ने अब आमिर को धक्का देते हुए बोली ,,,की शर्म नहीं आती आपको इतना कहकर वह बाहर की तरफ भाग गई । आमिर अपने बालों में हाथ फेरते हुए। अगर तुमसे ही शर्म करने लगा । तो हो गए मेरे बच्चे, इतनी बात आमिर ने बेहद जोर से कही थी कि बाहर जाती हुई,,, सरगम के कानों में भी यह बात पड़ी थी और अब उसके चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए थे और उसके चेहरे पर साफ झलक रहा था कि इस वक्त वह बेहद फ्रस्ट्रेटेड है। वह खुद में ही बड़बड़ाई कहां फंस गई थी ? मैं अभी अभी,, ओह गॉड शुक्र है टाइम पर फोन आ गया नहीं तो मैं आज वो मेरा एक और एक,,,,,,, तीन कर देता

इतना कहते हुए सरगम अब आगे की तरफ आई और उसकी नजर सीधे शालिनी जी पर पड़ी । जो की हरजीत जी और कल्याणी जी के साथ बातें करने में लगी हुई थी। दोनों की नजरे आपस में मिली सरगम ने आंखों ही आंखों में शालिनी जी को कुछ इशारा किया और शालिनी जी ने हां में से हिला दिया। वह अब हरजीत जी और कल्याणी जी की तरफ देखकर बोली,, बहन जी अभी मुझे ना चलना होगा मुझे कुछ बेटी के साथ कपड़े वगैरह खरीदने हैं और कुछ ही दिनों में शादी है । तो हम फंक्शन से पहले पहले लौट आएंगे।

उसकी बात पर अनन्या जो की किचन में काम कर रही थी। उसकी ऊंची से आवाज आई। हां हां जाओ सरगम को सबसे सुंदर जो दिखना है उस दिन। इतना कहते हुए अनन्या जो की किचन से बाहर आ रही थी। उसने सरगम की तरफ देखा और सरगम भी उनकी बात पर अब शरमाते हुए मुंह नीचे कर लिया और मन ही मन बोली,, अब यही सुनना बाकी रह गया था। इतना कहते हुए उसके चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन थे और अब वह दोनों शेखावत पैलेस से निकल चुकी थी।

कुछ ही देर में वह दोनों शेखावत पैलेस के बाहर खड़ी थी और उनके साथ एक और शख्स था। जो की हुडी में था और इस वक्त उसका चेहरा पूरी तरह से ढका हुआ था। इस वक्त उस शख्स ने हाथ में सूफियाना को पकड़ा हुआ था। शीला जी और सरगम उसकी तरफ देखते हुए बोली ,,,,, हमें तो अपने बेटे का बदला लेना है लेकिन तुम इस घर से क्या बदला निकालना चाहते हो?? जो तुम्हें इसकी बेटी को अगवा करवा रहे हो। वह अभी बात कर ही रहे थे कि तभी वहां पर एक गाड़ी के हॉर्न की आवाज सुनाई दी और गाड़ी के हॉर्न की आवाज सुनकर,, शीला जी और सरगम का दिल जोरो - जोरो से धड़कने लगा और उनको अपना गला सूखते हुए महसूस हो रहा था।

क्योंकि यह गाड़ी की आवाज किसी और कि नहीं AS की थी। जो कि अब यहां पर पहुंच चुका था। जैसे ही AS की गाड़ी शेखावत पैलेस के आगे जाकर रुकी।

तभी शीला जी और सरगम भी दूसरी तरफ झाड़ियां में छुप गई और वह शख्स भी उनके साथ ही था। AS अभी अपनी गाड़ी से बाहर निकलने ही था कि तभी उसका दिल धक सा रह गया क्योंकि,,

अभी वह शेखावत पैलेस की ओर दौड़ा ही था की शेखावत पैलेस पूरा का पूरा ब्लास्ट हो गया ,,,और उस धमाके की हवा इतनी तेज थी की AS दूर पेड़ पर जाकर लगा। जिससे AS का दिल जैसे मानो रुक ही गया। ऊपर से जिस तरह से वह पेड़ से टकराया देखते ही देखते उसके सर से खून बहाने लगा।

और झाड़ में बैठे हुए शिला, सरगम,, और उसके साथ जो एक और शख्स था। उसके चेहरे पर डेविल एक्सप्रेशन आ गए,, और उस शख्स के हाथों में पड़ी हुई सूफियाना अब जोर- जोर से रोने लगी। जिसे देखकर सरगम और शीला जी के चेहरे पर फ्रस्ट्रेशन भरे एक्सप्रेशन आ गए,, और दूसरी तरफ AS जो कि पेड़ के साथ सेट कर बैठा था। अब उसकी आंखें बंद होने लगी। क्योंकि उसके सिर पर काफी गहरी चोट लगी थी।

3 साल बाद,,

एक लड़की जिसकी गहरी भूरी आंखें वह एक हॉस्पिटल के बेड पर लेटी हुई थी और उसके आसपास वेंटीलेटर लगे हुए थे और इस वक्त उस लड़की की आंखें पूरी तरह से खुली हुई थी। लेकिन उस लड़की की बॉडी कोई भी रिस्पांस नहीं दे रही थी।

To be continue….

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