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Fudd*i me daal du

America,,

बानी इस वक्त हैरानी से आरव को देख रही थी,, उसकी सांस इस वक्त उसके गले में अटकी हुई थी क्योंकि जो बात आरव ने कही थी उसे सुनकर बानी का दिल जैसे धड़कन ही भूल गया था,, क्योंकि अभी-अभी आरव ने बानी से कहा था कि वह अपने पास्ट से भाग नहीं सकती… और वह उसका पास्ट है,, लेकिन बानी को तो जैसे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि आरव उसका पास्ट कैसे है और उसने तो कभी आरव को पहले कभी देखा ही नहीं था,, उसके आंखों में दुनिया जहां के सवाल और हैरानी साफ दिखाई दे रहे थे,,

वहीं आरव उसे अपने डेविल एक्सप्रेशन के साथ देख रहा था… अब वह बानी के ऊपर झुका और उसके चेहरे पर अपनी गर्म सांस छोड़ते हुए बोला,

“मिलेगा भाई, मिलेगा तुझे तेरे हर एक सवाल का जवाब… पर पहले मैं अपना लौड़ा तो तेरी fuddi में डाल लूं… क्योंकि ये कब से खड़ा हुआ पड़ा है, इसे बहुत ज्यादा साले को चूल मची है… बैठा नहीं रहा… देख कैसे मेरा लौड़ा खड़ा है तेरी fuddi फाड़ने के लिए… ये तब तक नहीं बैठेगा जब तक इसे इसकी मोरी नहीं मिल जाती… ये अपना बिल ढूंढ रहा है… जब ये तेरे अंदर जाएगा ना चार-पांच घंटे के लिए… तो अपने आप शांत हो जाएगा…”

इतना कहते हुए आरव सेडक्टिवली अपने dick को सहला रहा था,,

अब उसने एक बार फिर से बानी के बालों को कसकर अपनी मुट्ठी में जकड़ा और उसकी आंखों में आंखें डालकर— हालांकि वह अभी भी उसके ऊपर ही झुका था— बेहद खतरनाक आवाज़ में बोला,

“जल्दी कर… जल्दी से मेरा लोअर उतार… अगर मैं उतरा ना… तो तेरी fuddi अंदर तक फट जाएगी… और तेरी सांस लेना भी दुबारा मुश्किल कर दूंगा मैं…”

आरव इस वक्त बहुत ज्यादा डोमिनेटिव लग रहा था और उसके चेहरे पर डेविल एक्सप्रेशन फिर से आ चुके थे,,

वहीं आरव की बात सुनकर बानी का दिल जैसे उसके कलेजे से बाहर आने को हो रहा था,, उसका दिल इस वक्त जोर-जोरों से धड़क रहा था और होंठ पूरी तरह सूखे पड़े थे,, वह रोते हुए ही अपना सिर ना में हिलाए जा रही थी और मन ही मन—

“हे भगवान मेरी मदद करो… मैं कैसे इस जल्लाद राक्षस से अपना पीछा छुड़ाऊं…”

उसके एक्सप्रेशन देखकर अब आरव के चेहरे पर तिरछी मुस्कराहट तैर गई और वह बेहद गहरी आवाज में बोला,

“राक्षस तो मैं हूं…”

जैसे ही आरव ने यह बात कही,, बानी की सांस उसके गले में अटक गई,, वह हैरानी से बस आरव के चेहरे को देखे जा रही थी कि आरव को उसके मन की बातें कैसे पता चल जाती हैं… जबकि आरव तो एक ऐसा इंसान था जो दुश्मन की हर एक दिल की धड़कन पहचान ले— और यह तो फिर भी एक मासूम सा चेहरा था… वह बस हैरानी से आरव की तरफ देखे चली जा रही थी,,

वहीं आरव भी अब उसकी आंखों में देख रहा था,, दोनों की आंखें इस वक्त आपस में मिली हुई थी,, बानी का दिल इस वक्त जोर-जोरों से धड़क रहा था,, आरव अब उसकी आंखों में देखते हुए फिर बोला,

“जल्दी उतार… नहीं तो…”

उसकी आवाज़ में वार्निंग साफ थी जो बानी को महसूस भी हो गई थी,, बानी अब एकटक आरव की तरफ देख रही थी,, जो कि अब सीधा खड़ा हो चुका था और बानी के हाथों की तरफ देख रहा था कि कब बानी अपने हाथ ऊपर करेगी और उसका लोअर नीचे करेगी…

और बानी का हाल यह था कि उसे ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने उसकी जान को मुट्ठी में भींच लिया हो,, उसकी सांसें अब गहरी होने लगी थी जिसका उफान उसके सीने में साफ आरव को दिखाई दे रहा था,, जिससे बानी के boobs ऊपर की तरफ उठ रहे थे,, बानी के पिंक-पिंक बूब्स को देखकर आरव को अपने dick में एक अलग सी सेंसेशन फील हो रही थी,,

तकरीबन 5 मिनट जब बानी ने अपने हाथ ऊपर नहीं उठाए,, तो आरव की नज़रें उस पर और गहरी हो गई,, वहीं बानी तो जैसे खुद में ही सिमट रही थी… उसकी हिम्मत ही नहीं पड़ रही थी कि वह अपने हाथ ऊपर करे…

जब और इंतजार के बाद भी बानी ने हाथ ऊपर नहीं किए,, अगले ही पल आरव ने उसके कंधों पर अपने हाथ रखे और बेड पर जोर से धक्का दे दिया,,

बेड पर गिरते ही बानी पूरी तरह बेड पर लेट गई,, उसकी टांगें नीचे की तरफ लटक रही थी,, और जैसे ही वह गिरी उसके boobs ऊपर-नीचे जोर से हिलने लगे… जिन्हें देखकर आरव और भी ज्यादा मदहोश हो गया…

अगले ही पल वह झटके से बानी के ऊपर चढ़ा और अपनी टांगे उसकी कमर के इर्द-गिर्द रखकर उसके ऊपर आ गया— हालांकि अभी भी उसने अपना लोअर नहीं उतारा था…

बानी जैसे ही गिरी उसने अपनी आंखें कसकर बंद कर ली थी और अपने हाथ बेड पर कस दिए थे… उसकी सांस उसके गले में अटक गई थी… वह जैसे सांस लेना ही भूल गई थी…

आरव अब उसके ऊपर आया और अपनी गहरी नज़रों से उसे देखने लगा… धीरे-धीरे उसकी नज़रें उसके चेहरे पर घूमने लगी और अब उसकी नज़रें गहरी से नॉर्मल होने लगी… वह बड़े गौर से बानी के चेहरे को देख रहा था…

Dil ibaadat kar raha hai

dhadkane meri sun…

आरव गौर से बानी के चेहरे को देख रहा था… उसकी जुल्फ़ें उसके होठों को छू रही थीं और यह देखकर आरव के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ रहे थे… उसने बड़े प्यार से अपना हाथ उठाया और बानी के बाल जो उसके चेहरे पर आ गए थे… धीरे से उसके कान के पीछे कर दिए…

जैसे ही बानी को आरव की उंगलियां अपने कान के पीछे महसूस हुईं,, उसका पूरा बदन कांप उठा,, उसके रोंगटे खड़े होने लगे,, उसका दिल जोर-जोर से धक-धक कर रहा था…

Tujhako main kar loon haasil lagi

hai yahin dhun

sindagi ki shaak se loon

kuchh haseen pal main chun

Tujhako main kar loon haasil lagi

hai yahin d

hun.......

कुछ देर उसके चेहरे को देखने के बाद आरव की नज़रें उसकी थोड़ी पर आकर ठहर गईं,, वहाँ का छोटा सा तिल उसे बेहद खूबसूरत लग रहा था… जिसे देखकर वह एक पल में उसमें खो सा गया…

उसने गहरी निगाहों से देखते हुए धीरे से अपना चेहरा उसकी थोड़ी के पास ले जाकर उसके तिल पर अपने होंठ रख दिए,,

जैसे ही आरव ने उसके तिल को चूमा,, बानी की धड़कनें एक पल के लिए स्किप हो गईं,, उसकी सांसें गहरी हो गईं और दोनों के सीने एक-दूसरे से टकराने लगे…

Jo bhi jitane pal jiu,

unhe tere sang jiu

Jo bhi kal ho abb mera

use tere sang jiu

Jo bhi saansein main bharu

unhe tere sang bharu

Chaahe jo ho raasta

use tere sang chalu

Dil ibaadat kar raha hai,

dhadakane meri sun

Tujhako main kar loon haasil lagi

hai

yahin dhun.....

आरव बानी के तिल को बड़ी शिद्दत से चूम रहा था… और बानी की हालत ऐसी थी जैसे उसके जिस्म से जान खींच ली गई हो… धड़कनें रुक सी गई थीं… वक्त जैसे थम गया था…

तभी—

अचानक फोन बजने की आवाज गूंजी…

आरव ने अपनी आंखें कसकर बंद कीं और गुस्से में अपनी मुट्ठियां भींच लीं,, फिर उसने पीछे मुड़कर फोन की तरफ देखा…

फोन लगातार बज रहा था… और उसे देख कर आरव की आँखें और लाल हो गईं…

वह खड़ा हुआ— एक नज़र बानी को देखा— जो आँखें बंद किए वहीं पड़ी थी…

जैसे ही वह उठा,, बानी की आँखें तुरंत खुल गईं और उसने झट से ब्लैंकेट अपने ऊपर खींच लिया और बेड पर एक साइड सिकुड़कर बैठ गई…

बानी के इस रिएक्शन पर आरव के चेहरे पर फिर से तिरछी मुस्कान आ गई…

आरव ने फोन उठाया— नंबर देखते ही उसका चेहरा काला पड़ गया…उसके जबड़े पूरी तरह से कसे हुए थे.....

उसने कॉल रिसीव की… दूसरी तरफ से कुछ कहा गया… और आरव गुस्से में दांत पीस कर....

“मुझे मत बताइए कि मुझे उसके साथ क्या करना है… समझे आप?

She is MY wife… और उसके लिए मुझे आपके ओपिनियन की कोई जरूरत नहीं!”

इतना कहते हुए वह गुस्से से कांप रहा था और अगले ही पल उसने फोन जमीन पर दे मारा…

अब उसकी नज़रें अंदर— बेड पर सिमटी बैठी बानी पर थी… जिसे वह अपनी गहरी नजरों से देख रहा था…

To be continued…

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