27

Suking b👀bs🔞🔞

Kingdom,,

Pari's room,,

अखिल इस वक्त परी के बगल में लेट कर जोर-जोर से हंस रहा था, इस वक्त वह दोनों पूरी तरह से बेलीबाज थे, उन दोनों के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था। वहीं अखिल बुरी तरह से पेट पकड़-पकड़ कर जोर-जोर से हंस रहा था।

उसे इस तरह हंसता हुआ देखकर एक पल के लिए परी का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा था। परी ने कभी भी अखिल को इस तरह से हंसते हुए नहीं देखा था। वह एकटक बस अखिल को ही देखे जा रही थी।

अभी-अभी परी ने उसकी जिस तरह से बात की थी, उसे सुनकर अखिल को तो ऐसा लग रहा था जैसे पता नहीं उसने क्या ही सुन लिया हो। उसने आज तक परी जिस तरह से गालियां देती थी—उसे पता ही नहीं चलता था कि वह कहां से गालियां निकालती है—और आज तो उसने हद ही कर दी थी।

अखिल जोर-जोर से हंसते हुए परी की तरफ देखकर बोला—

“कोई लौड़ा भी लोड़ा भी पार्किंग में लगता है!”

इतना कहते हुए वह दोबारा से पेट पकड़-पकड़ कर हंसने लगा।

वहीं परी को भी अब अपनी बात पर हंसी आ चुकी थी।

आज परी के होठों पर एक हल्की-सी मुस्कराहट तैर गई थी, जो कि अखिल को देखते ही तैर रही थी। अखिल हंसी ही इतनी जोर-जोर से रहा था कि परी से भी अब रहा नहीं गया—उसके होठों पर भी एक प्यारी-सी मुस्कुराहट आ चुकी थी।

वहीं अखिल, जो कि इतनी देर से पेट पकड़कर हंस रहा था, उसकी नज़र अब परी की मुस्कुराहट पर गई तो एक पल के लिए उसका दिल जोर से धड़क उठा।

वह तो जैसे परी की मुस्कुराहट में ही कहीं खो गया था।

उसने आज तक परी को हंसते हुए नहीं देखा था, पर आज पहली बार उसने परी को हंसते हुए देखा था—और उसके वह हंसते हुए मोतियों जैसे दांत जो बाहर नज़र आ रहे थे…उसे देखकर अखिल की नज़रे वहीं ठहर गई थीं।

उसकी मुस्कुराहट देखकर अखिल ने अपने सीने पर हाथ रखकर जैसे आहें भरनी शुरू कर दीं।

परी खुद नहीं जानती थी कि उसकी मुस्कुराहट अखिल का क्या हाल कर रही है। वहीं अखिल तो बस उसके चेहरे की तरफ निहारता ही जा रहा था, वह उसे हसरत भरी नज़रों से देख रहा था।

कुछ देर बाद जब परी को इस चीज़ का एहसास हुआ—उसने अखिल की तरफ देखा।

अखिल जिस तरह से परी की तरफ देख रहा था, उसे देखकर परी ने अपनी नज़रें चुरानी शुरू कर दीं और अगले ही पल वहां से उठने लगी।

जैसे ही परी अपनी जगह से उठने को हुई—तभी अखिल ने उसकी कलाई पकड़कर दोबारा से उसे बेड पर गिरा लिया, और अगले ही पल अपनी टाँगे परी की कमर के इर्द-गिर्द रखते हुए उसके ऊपर बैठ गया।

इस वक्त उसका भार अपनी टांगों पर था।

परी को उसका डिक पूरी तरह से अपने पेट पर महसूस हो रहा था—जिसे महसूस कर परी के शरीर में सिहरन सी पैदा हो रही थी।

और अगले ही पल उसने परी के हाथों को पकड़कर बेड के ऊपर की तरफ दबा दिया, जिससे परी का सीना पूरी तरह से ऊपर हो गया। उसके वह गोल बस, जो कि पूरी तरह से परफेक्ट साइज के थे—ऊपर उठ चुके थे।

पर अखिल की नज़र अभी भी उसके चेहरे पर थी—जिस पर अब हल्का-हल्का गुस्सा छलकने लगा था।

परी गुस्से में दांत पीसते हुए बोली—

“ये क्या बदतमीजी है! पीछे हटो, मुझे बाहर जाना है… तैयार होकर! तुम्हें नहीं पता कि आज मेरी engagement थी? तुमने सब कुछ spoil कर दिया!”

वहीं अखिल ने अब भी उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया।

वह बस प्यार से उसके ऊपर झुका और उसके चेहरे पर अपनी गर्म सांस छोड़ने लगा।

उसके होंठ, परी के होठों के बेहद नजदीक थे।

दोनों के सीने आपस में हल्के-हल्के रगड़ खा रहे थे—जिससे परी के वह boobs अखिल के सीने से रगड़ खाकर पूरी तरह से मसले जा रहे थे।

अखिल परी की किसी भी बात का जवाब नहीं दे रहा था।

वह बस परी की आंखों में देखते हुए नीचे की तरफ आया, और अगले ही पल उसकी नज़र परी के boobs पर गई।

जैसे ही अखिल ने परी के boobs को देखा—परी के शरीर में एक करंट सा दौड़ गया।

अखिल अब उसके boobs पर झुक गया। उसकी नज़रें अभी भी परी के चेहरे पर ही थीं।

वह लगातार परी के चेहरे को देखते हुए, परी के एक boob को अपने हाथ में पकड़कर उसे मसलने लगा और उसकी nipple को अपने होंठों में भरकर चाटने लगा।

यह सब करते हुए उसकी लगातार नज़रें परी के चेहरे पर ही बनी हुई थीं।

वहीं परी, जो कि खुद को कंट्रोल कर रही थी—उसके माथे पर आया पसीना बता रहा था कि वह खुद को रोकने की कोशिश कर रही है।

यह देखकर अखिल के चेहरे पर तिरछी मुस्कराहट तैर गई।

दोनों की आंखें आपस में मिली हुई थीं।

अखिल की नज़रे इस वक्त परी पर बेहद गहरी थीं।

वहीं परी खुद को कंट्रोल करते हुए दांत पीसकर बोली—

“छोड़ो… मुझे जाना है! क्या बदतमीज़ी लगा रखी है तुमने!”

लेकिन फिर भी अखिल ने उसकी किसी बात का जवाब नहीं दिया।

उसने साइड में रखा हुआ परी का गाउन उठाया और अगले ही पल उस कपड़े से उसके हाथ कसकर बांध दिए—अच्छे से बेड पर बाँध दिए।

परी हैरानी से अखिल की तरफ देखती रह गई।

अखिल दोबारा नीचे की तरफ आया और परी के दोनों boobs को अपने हाथों में पकड़कर अपनी जीभ से चाटने लगा।

इतना करते हुए उसकी नज़रें लगातार परी पर बनी हुई थीं।

वहीं परी खुद को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी—उसने अपने होठों को पूरी तरह से भींचा हुआ था।

वह नहीं चाहती थी कि वह किसी तरह भी अखिल के साथ बहके।

अखिल लगातार उसके boobs को अपनी जीभ से lick कर रहा था।

Lick करते हुए ही उसने दोनों boobs को अपनी एक हाथ में भर लिया और उन्हें इकट्ठे मुंह में डालकर suck करने लगा—जिससे परी को अपनी lower body में सेंसेशन महसूस होने लगी।

उसकी lower body अब ऊपर की तरफ उठने लगी थी—जिसे देखकर अखिल के चेहरे पर और भी ज्यादा गहरी मुस्कराहट आ गई।

ना चाहते हुए भी परी की बॉडी अखिल को रिस्पॉन्स देने लगी थी।

वहीं अखिल अब उसके boobs को suck करते हुए ही नीचे की तरफ हाथ ले जाने लगा—और देखते ही देखते उसके हाथ परी की pussy पर चलने लगे। वह परी की pussy के flayers को खोलकर दो उंगलियां उसके clitoris पर रगड़ रहा था—जिससे परी को अपनी जान निकलती हुई महसूस हो रही थी।

इंटिमेसी तो उनके बीच पहले भी हो चुकी थी—लेकिन आज एहसास बहुत अलग थे।

आज परी भी अखिल से प्यार करती थी—और अखिल भी कहीं न कहीं परी से प्यार करने लगा था।

अखिल लगातार उसके boobs को suck करते हुए, उसकी flayers खोलते हुए, उसके clitoris को सहला रहा था।

Clitoris को सहलाते हुए ही उसकी उंगलियां परी के pussy hole की तरफ जाने लगी थीं।

वहीं परी अब पसीने से लथपथ होने लगी थी। उसका दिल इस वक्त जोर-जोर से धड़क रहा था—और उसकी आवाज अखिल भी साफ सुन पा रहा था।

अखिल ने उसके boobs छोड़ दिए और पूरी तरह से परी की lower body की तरफ जाकर उसकी pussy को बड़े गौर से देखने लगा।

उसने एक नज़र परी के चेहरे पर डाली—जो कि पूरी तरह से मदहोश हो चुका था। परी अपनी मदहोशी भरी नज़रों से अखिल को देख रही थी।

अखिल और परी की नज़रें मिली हुई थीं।

अखिल की नज़रें इस वक्त परी पर इतनी ज्यादा intense थीं कि आज पहली बार परी उसकी नज़रें खुद पर बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी—इसलिए उसने अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया।

परी को इस तरह शर्माते देखकर अखिल के चेहरे पर गहरी मुस्कराहट तैर गई।

आज पहली बार उसने परी को शर्माते हुए देखा था—और इससे अखिल को अपनी धड़कनें बढ़ती हुई महसूस हो रही थीं।

वहीं अखिल ने दोबारा परी की pussy की तरफ देखा।

परी की वह pink pussy—जो कि किसी खिले हुए गुलाब की पंखुड़ी जैसी लग रही थी—उसे देखकर अखिल का गला सूखने लगा।

उसने अपना अंगूठा परी की उसी के ऊपर रखा और ऊपर से ही flayers के बीच ले जाकर उन्हें खोलने लगा—जैसे गुलाब की पंखुड़ियाँ खोली जाती हैं।

उसकी pink pussy खुलते हुए देखकर अखिल की लोअर बॉडी में भी सेंसेशन होने लगी।

अखिल धीरे-धीरे उसके pussy के ऊपर झुकने लगा—

लेकिन इससे पहले कि वह अपने होंठ परी के clitoris पर रखता…

तभी room का दरवाज़ा लॉक हुआ, और बाहर से मॉरिस की आवाज आई—

“Pari, are you ready? तेरे पार्टी का वक्त निकलता जा रहा है!”

जैसे ही यह आवाज परी के कानों में पड़ी—उसका दिल धक रह गया।

अब जाकर परी को पूरी तरह होश आया कि वह दोबारा से अखिल के साथ बहकने लगी थी।

दोनों इस वक्त बेहद awkward पोजिशन में थे—

और अब चाह कर भी परी के मुंह से कोई शब्द नहीं निकल सकता था।

To be continued…

Write a comment ...

Write a comment ...