
Ranawat Farmhouse
अभी-अभी रुद्र ने जो पूछा था, उसे सुनकर आहना की आंखें बड़ी हो गई थीं।
पर अब वह दोबारा से अपने होश में आ चुकी थी।
उसका दिल इस वक्त तड़प रहा था, क्योंकि रुद्र ने अभी-अभी आहना से जो वह कर रही थी उसकी वजह पूछी थी।
रुद्र की आंखों में अब नमी उतर आई थी — और उसकी आंखों में नमी उतरती देख,
आहना को अपने दिल में एक गहरा दर्द उठता हुआ महसूस हो रहा था।
वह एकटक रुद्र की आंखों में देखते हुए बोली —
> “मेरे ऊपर से हटिए, Mr. Ranawat...”
जैसे ही आहना ने रुद्र को Mr. Ranawat कहकर पुकारा,
एक पल के लिए रुद्र की हार्टबीट ड्रॉप हो गई,
और उसकी पकड़ आहना पर ढीली हो गई।
रुद्र की पकड़ खुद पर से ढीली होते देख,
आहना ने रुद्र को खुद से दूर करने की कोशिश की —
के तभी रुद्र ने इस बार आहना की बाहों को पकड़कर सिर के ऊपर लगा दिया,
और एकदम उसके चेहरे के पास आते हुए बोला —
> “मैंने तुमसे कुछ पूछा है, आहना...”
रुद्र के मुंह से अपना नाम सुन,
एक पल के लिए आहना उसकी तरफ देखती ही रह गई।
वहीं रुद्र उसकी आंखों में देखते हुए बोला —
> “मैं जानता हूं... कुछ तो ऐसा हुआ है जो तुम मुझे भूलने का नाटक कर रही हो...”
जैसे ही रुद्र ने यह बात कही,
आहना ने अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया।
इस वक्त उसकी आंखों में नमी आ चुकी थी,
और वह अपनी लड़खड़ाती हुई आवाज़ में बोली —
> “मेरे ऊपर से हटिए...”
आहना की बात पर रुद्र कुछ देर चुप रहा,
और उसे बस देखता रहा।
वहीं आहना ने अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमाया हुआ था,
उसकी गर्दन रुद्र के सामने थी...
कुछ पल रुद्र ने उसे अपनी गहरी नजरों से देखा,
और अगले ही पल उसने अपने होंठ आहना की गर्दन पर रख दिए।
रुद्र के होंठ अपनी गर्दन पर महसूस कर,
एक पल के लिए आहना कांप गई।
उसके हाथ अपने आप ही रुद्र के सीने पर आ गए,
और उसने उसकी शर्ट को अपनी मुट्ठियों में भर लिया।
आहना का दिल इस वक्त धक-धक कर रहा था,
उसने अपने होंठों को भींच लिया और आंखें कसकर बंद कर लीं।
पर अगले ही पल जो हुआ,
उससे आहना की आंखें बड़ी हो गईं और उसका दिल धक सा रह गया।
क्योंकि रुद्र ने नहीं...
बल्कि उसके गले में एक इंजेक्शन लगा दिया था।
अगले ही पल आहना को अपने गले में तेज़ दर्द महसूस हुआ,
उसकी आंखें बड़ी हो गईं।
उसने रुद्र की तरफ देखा और धीमे से अपने होठ खोलते हुए बोली —
> “आपने... ये क्या—”
इससे आगे वह कुछ बोल ही नहीं पाई,
और देखते ही देखते बेहोश हो गई।
वहीं रुद्र उसे अपनी गहरी नज़रों से देखता रहा,
फिर अगले ही पल उसने आहना को अपनी बाहों में उठाया
और रानावत फार्महाउस से निकल गया।
इस वक्त रुद्र की गाड़ी सड़क पर तेज़ी से दौड़ रही थी।
देखते ही देखते उसकी गाड़ी एक सुनसान, वीरान इलाके में आकर रुकी।
उसकी आंखों के सामने एक बड़ा जेट खड़ा था।
उसने एक नजर अपनी घड़ी की तरफ देखी,
और अगले ही पल आहना को गहरी नजरों से देखते हुए बोला—
> “Sorry, cutie pie...
But ये करना बहुत ज़रूरी था।
नहीं तो तुम्हारी मॉम तुम्हें मेरे साथ कभी जीने नहीं देतीं।
ये जो एक हफ्ते से तुम्हारी मॉम ने तुम्हारे दिमाग में मेरे लिए ज़हर भर दिया है न...
अब मुझे उसे निकालना होगा।”
इतना कहकर रुद्र जेट में चढ़ गया,
और कुछ ही देर में उसका जेट आसमान की तरफ उड़ गया।
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वहीं दूसरी तरफ...
क्लब 19
रॉबिन इस वक्त क्लब के कोने में बैठा हुआ था।
वह बहुत ज्यादा ड्रिंक कर चुका था,
और उसकी आंखों के सामने किसी का चेहरा घूम रहा था,
जिससे उसकी आंखें और भी लाल हो रही थीं।
अगले ही पल उसने काउंटर से शराब की बोतल उठाई
और अपने होठों से लगाते हुए
लड़खड़ाते कदमों से बाहर की तरफ बढ़ा —
तभी किसी ने उसका हाथ पकड़ लिया।
रॉबिन ने नजरें उठाईं —
तो देखा कि जानवी उसके सामने खड़ी थी।
जानवी को अपने सामने देखकर उसके जबड़े कस गए,
और अगले ही पल उसने उसका हाथ झटकते हुए उंगली उसकी तरफ उठाई —
> “How dare you to touch me like that!”
> “मेरी ज़िंदगी बर्बाद करके भी तुम्हें चैन नहीं मिला?”
रॉबिन की बात सुनकर जानवी की आंखों में आंसू भर आए।
उसने अपनी आंखें झुकाईं और धीमे से बोली —
> “मुझे... रुद्र भाई ने आपके पीछे—”
अभी जानवी ने इतना ही कहा था कि
रॉबिन व्यंग्य से हंस पड़ा,
और अगले ही पल दांत भींचकर बोला —
> “Just stay away from me.”
इतना कहकर रॉबिन लड़खड़ाते कदमों से VIP एरिया की तरफ चला गया।
वहीं जानवी अपनी जगह पर खड़ी रह गई।
उसकी आंखों के आंसू अब गालों पर बहने लगे थे।
वह रोते हु
ए खुद से बड़बड़ाई —
> “गलती तो आपकी थी न, रोबिन जी...
हमने तो कुछ भी नहीं किया था...”
इतना कहते हुए जानवी सिसकने लगी।
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To be continued...









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