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Boobs suking

Russia,,

सूफियाना इस वक्त आदित्य की गोद में बैठी हुई थी और वो दोनों इस वक्त गाड़ी में थे,, सूफियाना इस वक्त पूरी तरह से नशे में थी क्योंकि अभी-अभी थोड़ी देर पहले जिस लड़के के साथ वह बार में थी उसे लड़के ने उसकी ड्रिंक में ड्रग्स मिला दिया था जिस वजह से वह पूरी तरह से नशे में थी,, और अभी-अभी जो सूफियाना का ने कहा था

उसे सुनकर आदित्य की नजरे उसे पर गहरी हो गई थी,, आदित्य ने अभी-अभी सूफियाना को कहा था कि उसका अधिक उसके अंदर घुस जाएगा और यह बात सुनकर सूफियाना ने जो जवाब दिया था उसे सुनकर आदित्य उसे गहरी नजरों से देखने लगा था,,

सूफियाना ने आदित्य की आंखों में देखते हुए तो घुसा दो ना मुझे वैसे भी वहां पर बहुत सेंसेशन feel हो रही है, इतना कहते हुए उसने आदित्य के बटंस खोलने शुरू कर दिए थे,, वही आदित्य जो की कार ड्राइव कर रहा था उसके हाथ अभी भी कार ड्राइव करने में लगे हुए थे उसने एक बार भी सूफियाना को टच नहीं किया था,, वही सूफियाना उसकी शर्ट के बटन खोलते हुए जल्दी करो ना मुझे कुछ हो रहा है मुझे नहीं पता मेरे कपड़े उतारो अभी...

वही आदित्य उसे गहरी आवाज में उसकी आंखों में देखते हुए बच्चे कपड़े तो मैं तुम उतार दूंगा,,, पर कल सुबह जब तुम उठोगी ना तुम्हारी जब उतरेगी,, तब देखना तुम्हारा क्या-क्या उतरता है? उसकी बात पर सूफियाना ने उसे घर कर देखा और बोली ,, what do you mean?

मेरा क्या-क्या उतरता है मुझे नहीं पता मुझे गर्मी लग रही है मुझे अभी-अभी कपड़े उतारने इतना कहते हुए सूफियाना ने अपनी ब्रा को पूरी तरह से खोल दिया,, जिससे एक पल के लिए आदित्य की आंखें बड़ी हो गई,, और वह सूफियाना की आंखों में देखते हुए बोला तुम पछताओगी बेबी यह क्या कर रही हो? पर अगले ही पल सूफियाना ने अपनी ब्रा उतार कर साइट पर फेंक दी जिस वजह से उसके गोरे बूब्स और पिक निपल्स,, आदित्य के सामने थे और उसके बूब्स को देखते ही अचानक ही आदित्य ने ब्रेक लगा दी,,

जिससे सूफियाना पूरी तरह से कार की स्टीयरिंग पर लगी है और उसकी बैक से कर कार हॉर्न बजाने लगा,, वह कंटीन्यूअस बजे जा रहा था जिस वजह से वहां पर काफी ज्यादा शोर होने लगा था हालांकि वहां पर इतना कोई आवाज आई नहीं थी,, वही आदित्य ने ज्यादा शोर होता देखा अगले ही पल सूफियाना को अपनी तरफ खींच दिया,,, जिससे सूफियाना उसके सीने पर आकर लगी अब तक सूफियाना ने भी उसके सारे शर्ट के बटन खोल दिए थे जिस वजह से दोनों के सीने आपस में टकरा गए,,

सूफियाना कि वह ब्रेस्ट देखकर एक पल के लिए आदित्य पागल सा होने लगा था उसके वह गोल बूब्स और पिक निपल्स आदित्य को का गला सूखने पर मजबूर कर रहे थे,, वह अब सूफियाना की तरफ देखते हुए जिनकी आंखें अब हल्की-हल्की बंद होने लगी थी वह बोला,, बेबी अब तुम पछताने वाली हो इतना कह कर उसने वह गाड़ी से बाहर निकाला और अगले ही पल उसने बैक सीट का दरवाजा खोला और खुद बैक सीट पर आ गया हालांकि सूफियाना अभी भी आगे वाली सीट पर ही थी,,

आदित्य ने अब जल्दी से आगे से सूफियाना को पीछे खींच और पिछली सीट पर पटक दिया जिससे सूफियाना की आह निकल गई,, वह अब आदित्य को अपनी नशीली आंखों से देखते हुए अपना हाथ लोअर पार्ट पर ले जाते हुए मुझे यहां पर कुछ हो रहा है प्लीज यहां पर कुछ करो,, पर आदित्य उसके बस की तरफ देखते हुए,, पहले तो मैं इन्हें अपने मुंह में भरूंगा बाद में देखता हूं क्या होता है,,

इतना कहते हुए उसने जल्दी से सूफियाना के boobs को अपने हाथों में पकड़ा और जोर-जोर से मसलते हुए उसके निप्पल को अपने होठों से रगड़ने लगा,,,, आदित्य ने जैसे ही उसके निप्पल को अपने होठों से रगड़ा तो उसे कार में सूफियाना की सिसकियां गूंजने लगी,, इस वक्त कर हाईवे के बिल्कुल बीचो-बीच खड़ी थी और आसपास से का गाड़ियां गुजर रही थीं,, पर आदित्य को इस चीज से कुछ भी फर्क नहीं पड़ रहा था वह जोरो जोरो से उसके निपल्स को अपने मुंह में भरकर चूसे जा रहा था वही सूफियाना बुरी तरह से तड़प रही थी,, आदित्य बहुत ज्यादा बेरहमी से उसके निपल्स को मरोड़ भी रहा था और काट भी रहा था,, जिससे सूफियाना पूरी तरह से मचल रही थी,,

वह तड़पते हुए आदित्य की तरफ देखकर बोली नीचे जो मुझे नीचे कुछ हो रहा है जल्दी करो मुझे वहां पर गीलापन महसूस हो रहा है,, जैसे ही सूफियाना नहीं है बात कही आदित्य के होंठ वहीं पर रुक गए,,, baby are you saying that you are wet for me?

जैसे ही आदित्य ने यह बात कही सूफियाना ने अपने होठों को बाहर की तरफ निकलते हुए हां में सिर हिला दिया और उसकी मासूम जब फेस देखकर आदित्य एक पल के लिए उसकी तरफ देखा ही रह गया,,, अब अगले ही पल सूफियाना ने आदित्य का हाथ पकड़ा और अपनी शॉट्स के अंदर ले जाकर पेटी के ऊपर से ही,, अपनी पूसी पर रखते हुए,, यह देखिए मैं किस तरह से गीली हो गई हूं,, यह बात जिस तरह से सूफियाना ने आदित्य से कही थी एक पल के लिए आदित्य को उसकी बात पर हंसी आई पर फिर भी उसने खुद को कंट्रोल करें सीरियस एक्सप्रेशन केसाथ,,,

बेबी मैं तो सोचा है तुम्हारे साथ शादी के बाद तुम्हारी सील तोडूंगा मुझे लगता तुम पहले ही तुड़वाकर मानेगी,,, इतना कहते हुए आदित्य के आवाज में एक अलग ही तरह की डोमिनेशन थी,,, पर अगले ही पल आदित्य ने उसकी शॉट को नीचे की तरफ खींचा और शॉट्स के साथ ही उसकी पैंटी भी पूरी तरह से उसके हाथ में आ गई जिससे उसकी पैंटी भी पूरी तरह से उतर गई,, इस वक्त अहाना पूरी तरह से उसके सामने थी और उसकी पिक सी पूसी जो कि किस खिले हुए फ्लावर की तरह थी,,,

उसकी प्लेयर्स पूरी तरह से बंद थी उसे देखकर आदित्य एक पल के लिए पागल सा हो गया था वह अपनी होठों पर जीव घूमते हुए वैसे हो तो तुम बड़ी मस्त यह कितनी पिक पिक है,,,,वही सूफियाना अब अपनी आंखें बंद करने लगी थी उसे अब नींद आने लग गई थी,, आदित्य अब उसके गालों पर हाथ रखते हुए बच्चे थोड़ी देर सोना मत चाहे मैं कुछ और ना कर सकूं आज मैं इसे जरूर चखना चाहूंगा,,,

आदित्य ने अभी इतना ही कहा था पर तभी वहां पर सूफियाना की गहरी गहरी सांसों की आवाज़ गूंजने लगी,,, जिसे सुनकर आदित्य के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन गए,, आदित्य के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था कि वह इस वक्त कितना फ्रस्ट्रेटेड था अब उसने फ्रस्ट्रेटेड होते हुए बोला,,,,

यार यह तो सो गई अब मैं क्या ही करूं इसके साथ करूंगा भी तो यह रिस्पांस नहीं देगी,, इतना कहकर उसने अब गहरी सांस ली और उसकी पैंटी और ब्रा डालकर उसे वहीं पर लेट कर खुद आगे,, आकर ड्राइव करने लगा कुछ ही देर में उसकी गाड़ी शेखावत फार्मा हाउस के आगे आकर रुकी,,, और अब उसने बाहर की तरफ देखा जहां पर गॉड्स खड़े थे उन्हें देखकर अब उसके लिए थोड़ी मुश्किल होने वाली थी क्योंकि सूफियाना इस वक्त पूरी तरह से बेलिबाज थी उसके बदन पर सिर्फ पेंटी और ब्रा थी,,

आदित्य ने अब पीछे से एक वाइट कलर की चद्दर निकाली और बैक सीट का दरवाजा खोला और सूफियाना के ऊपर झुक कर उसे अच्छी तरह से चद्दर से कर कर उसे गोद में उठाकर अंदर की तरफ ले जाने लगा,, वही गार्डों ने जब सूफियाना को देखा तो उन्होंने कुछ नहीं कहा उन्होंने यही समझा कि शायद आदित्य सूफियाना का कोई दोस्त हो जो कि उसे इस हालत में घर लेकर आया है,,

इसीलिए गार्डों ने भी अपना सर झुका दिया,, आदित्य ने अब बस सूफियाना को अंदर की तरफ ले जाकर बेड पर लेताया और गहरी नजरों से देखते हुए,, बेबी आज तो तुम बच गई पर नेक्स्ट टाइम नहीं बच पाओगी,,

वैसे आज तो दिल कर रहा था कुछ कर जाऊं पर कंट्रोल कररहा हूं,, इतना कहकर वह सूफियाना के ऊपर झुका उसके होठों पर लाइट किस कर पीछे हो गया,,

और देखते ही देखते वह वहां से चला गया,,,

प्रेजेंट टाइम,,

आदित्य इस वक्त शावर के नीचे खड़ा था और उसने अपने dick को अपने हाथों में पकड़ा हुआ था,, और इस वक्त उसकी गहरी गहरी सांस बाथरूम में गूंज रहीथी,, वह बाथरूम में खड़ा होकर maturbute कर रहा था,, और उसकी आंखों के सामने इस वक्त सूफियाना का चेहरा घूम रहा था,,,

वहीं दूसरी तरफ,,

India,,

मुंबई में,,

एक गाड़ी आकर एक फार्म हाउस के आगे आकर रुकी और यह फार्म हाउस अनिरुद्ध का था जो की पर्सनल था इस फार्म हाउस के बारे में किसी को ज्यादा इनफॉरमेशन नहीं थी सिवाए AS के यह फार्म हाउस अनिरुद्ध का पर्सनल फार्म हाउस था जिसको अनिरुद्ध ने अभी हाल ही में खरीदा था जिसकी जानकारी काजल के पास भी नहीं थी,, और एस ने भी काजल को यह चीज नहीं बताई थी क्योंकि वह नहीं चाहता था कि वह ज्यादा अनिरुद्ध की बातों में इंटरफेयर करें हालांकि काजल अनिरुद्ध पर पूरा-पूरा हक जताती थी और उसकी हर एक बात में इंटरफेयर करती थी जो कि AS को बहुत ज्यादा चढ़ती थी,,

वही गाड़ी में से अनिरुद्ध निकाला और साथ ही में उसके साथ ज़ीनत बाहर निकली,, जीनत ने इस वक्त ब्लैक कलर का फ्रॉक सूट पहना हुआ था और उसके सर पर पट्टी बंधी हुई थी जैसे ही उसने फार्म हाउस की तरफ देखा एक पल के लिए उसकी आंखें बड़ी हो गई और अगले ही पल उसने अनिरुद्ध को देखा जो कि उसे ही देख रहा था अनिरुद्ध ने पलके झुका कर उसे अपने साथ अंदर आने के लिए कहा जिसे महसूस कर जीनत ने हां में से हिला दिया,,,

कुछ ही देर में अनिरुद्ध ज़ीनत को लेकर अंदर की तरफ आया,, और वह दोनों इस वक्त बाहर हाल एरिया में बैठे हुए थे अनिरुद्ध के दिमाग में इस वक्त बहुत कुछ चल रहा था क्योंकि ज़ीनत की याददाश्त पूरी तरह से जा चुकी थी,,, और ज़ीनत की हालत ऐसी भी नहीं थी कि वह उसे कहीं छोड़ आए उसे इस चीज का बहुत ज्यादा गिल्ट था कि ज़ीनत की टक्कर उसकी गाड़ी की वजह से हुई है और,, कहीं ना कहीं उसकी याददाश्त भी अनिरुद्ध के खुद की वजह से गई थी इस चीज की गिल्ट अभी तक अनिरुद्ध के अंदर थी,, इसीलिए अनिरुद्ध ज़ीनत को अपने साथ फार्म हाउस में ले आया था,,,

अनिरुद्ध ने अब ज़ीनत को एक रूम की तरफ इशारा किया और देखते हुए बोला तुम फ्रेश हो जाओ मैं तब तक किसी सर्वेंट को तुम्हारे लिए खाना लगाने को बोलता हूं,, इतना कहकर अनिरुद्ध अब ऊपर की तरफ जाने लगा कि तभी ज़ीनत,, जी सुनिए...

जैसे ही जीनत ने सुनिए कहा एक पल के लिए,, अनिरुद्ध के कदम वहीं पर जम गए,, उसने अब पलट कर जीनत की तरफ देखा,, वही जीनत अपना सिर झुकाए अपने हाथों में हाथ उलझाए खड़ी थी,,, वही अनुरोध ने जब उसे ऐसे देखा तो अपनी एक आईब्रो ऊपर की तरफ उठाते हुए,,, क्या कहना चाहती हैं आप कहिए..

उसकी बात पर जीनत ने पलके अनिरुद्ध की तरफ उठाई,, वही जिस तरह से जीना ने अपनी पलके उसकी तरफ उठाएं एक पल के लिए अनिरुद्ध अपनी पलके झपकाना ही भूल गया,, अनिरुद्ध की नजरे एक तक जीना के चेहरे पर थी उसके वह पतले होंठ देखकर अनिरुद्ध को अपना गला सूखता हुआ महसूस हो रहा था,, वही ज़ीनत ने अब अपने होंठ खोले,,

वह हम आपसे पूछना चाहते थे कि हमारा नाम क्या है?

जीनत ने यह बात इतनी मासूमियत से पूछी थी कि, अनिरुद्ध का दिल एक पल के लिए धड़क उठा था जब से उसने जीनत को देखा था तब से ही अनिरुद्ध की नजरे बार-बार जीनत पर आकर ठहर रही थी,, लेकिन जीना अनकंफरटेबल ना फुल करें इसीलिए अनिरुद्ध अपनी नजर हटा रहा था। पर अब जिस तरह से ज़ीनत ने अपनी बात कही थी उसे देखकर,,

अनिरुद्ध ने अपने कदम अब ज़ीनत की तरफ़ बढ़ाए, वही अनिरुद्ध को अपने पास आता देखकर जीना का भी दिल जोरो जोरो से धक-धक करने लगा,, उसे भी अनिरुद्ध पहली नजर देखती रह गई थी,,, अब इस तरह से अनिरुद्ध को अपना पास आता देख उसे अपने दिल की धड़कनें बढ़ती हुई महसूस हो रही थी,,

वही अनिरुद्ध अब बिल्कुल उसके पास आकर खड़ा हुआ और उसकी आंखों में देखते हुए,,

Zeenat.....

अनिरुद्ध ने जिस तरह से जीना का नाम पुकारा था एक पल के लिए जीनत का दिल जैसे रुक सा गया था,, वही अनिरुद्ध बस उसके होठों की तरफ ही देखे जा रहा था,, पर न जाने अनिरुद्ध को ऐसा क्या हुआ अगले ही पल अनिरुद्ध ने ज़ीनत के गाल पर बड़े प्यार से हाथ रखा और उसके ऊपर झुकने को हुआ,,

इससे पहले अनिरुद्ध उसके ऊपर झुकता के तभी उसके कानों में सर्वेंट की आवाज आई सर खाना रेडी है,, सर्वेंट की बात आवाज सुनकर अनिरुद्ध अपने होश में वापस आया और अगले ही पल उसकी आंखें बड़ी हो गई कि वह इस वक्त क्या करने जा रहा था,, अब उसने जल्दी से अपनी नज़रें दूसरी तरफ घुमाई और ज़ीनत की तरफ अपनी पीठ कर ली,,

वही ज़ीनत भी अपनी नज़रें इधर-उधर घूमने लगी,,, अब अनिरुद्ध ने बिना जीना की तरफ देख ऊपर की तरफ जाते हुए बोला खाना खाओ मैं थोड़ी देर में आता हूं इतना कहकर अनिरुद्ध ऊपर की तरफ चलागया,, इस वक्त अनिरुद्ध की धड़कनें इतनी ज्यादा तेज थी कि वह अपने कमरे पर आकर अपने दिल पर हाथ रखकर ऐसे ही खड़ा हो गया उसकी सांस इस वक्त बहुत ज्यादा तेज चल रही थी...

वही हाल में जीनत का भी कुछ ऐसा ही हाल था..

To be continue...

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