
Diamond resort,,
Mr अहंकार Guleria अभी-अभी झुक कर सौम्या के गले को चूमने लगे थे और उनका हाथ इस वक्त सौम्या के ब्लाउज पर था,, सौम्या भी इस वक्त पूरी तरह से मचल रही थी उसकी चेहरा पूरी तरह से लाल पड़ चुका था सौम्या को इस वक्त ढंग से दिखाई भी नहीं दे रहा था पर फिर भी वह पूरी तरह से बेचैन थी,,जैसे ही Mr गुलरिया के होठों नेसौम्या के गले को चुना शुरू किया,, सौम्या और भी ज्यादा बेचैन होगी हालांकि उसे अपनी शारीरिक डिजायर्स महसूस होने लगी थी जिसके लिए उसे ड्रग्स दिए गए थे पर वह फिर भी अंजना टच महसूस कर उसका शरीर बुरी तरह से कम रहा था वह मिस्टर गुलरिया को खुद से दूर करने की कोशिश कर रही थी,,
अभी मिस्टर गुलरिया उसका गाल चूम ही रहे थे कि तभी दरवाजा जोर से खुला,, और दरवाजे पर इस वक्त दानिश का खड़ा था अंदर का नजारा देखकर dhaanishk का दिल जैसे एक पल के लिए धक रह गया,, उसकी हाथों की मुठिया काश गई और उसका चेहरा पूरी तरह से काला पड़ गया,,, इस वक्त dhaanishk की आंखें आग उगल रही थी,, गुलरिया के होंठ सौम्या के गले पर देखकर,, उसे अपने अंदर कुछ जलता हुआ महसूस हो रहा था,,
dhaanishk इस वक्त बुरी तरह से गुस्से से कम रहा था,, वही सौम्या जो कि श्री गुलरिया के नीचे पूरी तरह से झटपट आ रही थी वह रोते हुए एक ही बात दोहरा रही थी तुम मेरे मिस्टर कपूर नहीं हो तुम मेरे मिस्टर कपूर नहीं हो उनका टच इतना गंदा नहीं हो सकता... हालांकि सौम्या की आंखें सही तरह से खुल नहीं रही थी,, लेकिन पूरी तरह से नशे मैं होने के बावजूद भी सौम्या dhaanishk का टच बहुत अच्छी तरह से पहचानती थी,, और सौम्या के मुंह से यह वडिंग सुनकर dhaanishk के दिल को कहीं ना कहीं सुकून भी मिल रहा था पर अगले ही पल एक बार फिर से वह व्यंग्य से हंस और बोला,, बेवकूफ लड़की मुझे तलाक देना चाहती थी किसी का टच खुद पर बर्दाश्त नहीं कर पाती और करने चली थी किसी बेगाने से शादी...
इतना कहते हुए उसके चेहरे पर एक दर्द भरी लहर उत्तर आई पर अगले ही पल उसने खुद को संभाला और अब अपनी आज गलती नजरों से सामने खड़े अहंकार को देखने लगा,, वही अहंकार गुलरिया गुस्से से गरजते हुए मिस्टर कपूर यह क्या तमीज हुई,, आपको नहीं पता कि यह मेरा प्राइवेट मूवमेंट है और आप बीच में आकर टांग आ रहे हैं, कितने चाहिए पैसे मुझे बता दीजिए आपकी सेक्रेटरी ही है ना मैं आपके मुंह मांगी कीमत देने को तैयार हूं बस आज की रात मुझे कर लेने दीजिए उसके बाद आप अपने रास्ते में अपने रास्ते ले जाइए कैसे अपने साथ,,
जैसे ही मिस्टर गुलेरियन इतनी बात कही,, अगले ही पल मिस्टर गुलरिया की आवाज उसके गले में अटक गई क्योंकि dhaanishk ने पास पड़े फ्रूट बास्केट में से,, नाइफ उठाकर सीधा वहीं पर खड़े-खड़े निशान मिस्टर गुलरिया के मुंह के अंदर लगाया था और वह नाइफ सिद्ध श्री गुलरिया के मुंह के आर पार हो गया था और वह वहीं पर तड़पने लगे,, वही dhaanishk अब गुस्से से दांत पीसकर बोला,, तू उसे खरीदने की बात कर रहा है जिसके लिए मैं खुद का कतरा कतरा बेच दूं,,, अरे खुद के टुकड़े कर लूं इसके लिए,, जान है ।Mrs Saumya Danish Agnihotri Mr Danish Agnihotri की ...
इतना कहते हुए dhaanishk एक बार फिर से,, श्री अग्निहोत्री के पास आया और उसके बालों से पकड़ कर उसने उसका चेहरा एक बार फिर से ऊपर किया जो की बुरी तरह से झटपट आ रहा था मिस्टर guleriya की आंखें बाहर कर आने को हो रही थी,, उसकी सांसे चौक होने लगी थी पर dhaanishk को को इस चीज से कोई फर्क नहीं पड़ रहा,, उसने अब बुरी तरह से मिस्टर गुलरिया के बालों को पकड़ा हुआ था और अगले ही पल उसने वह चाकू जो कि उनके गले में dhaanishk ने दूर से धसा दिया था,, उसे उसकी गर्दन से निकाल कर एक बार फिर से उसकी गर्दन में स्ट्रैप करने लगा,, dhaanishk का गुस्सा अब शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा था वह लगातार उसकी गर्दन में स्ट्रैप पर स्ट्रैप किया जा रहा था तू मेरी sweet marshmallow को खरीदेगी मुझसे.....
अरे उसको खरीदने की औकात तो,, dhaanishk कपूर तक कि नहीं... और तू चला है मेरी, स्वीट मार्शमैलो का सौदा करने....
इतना कहते हुए लगातार श्री गुलरिया की गली में स्क्रैप कर रहा था चाकू भी टूटने की गागर पर आ गया था पर dhaanishk के रुकने का नाम नहीं ले रहा था मिस्टर गुलरिया अपना दम तोड़ चुके थे,,, वही सौम्या जो की बेड पर बैठी मचल रही थी उसका शरीर अब बुरी तरह से कंपनी लगा था उसकी सांसे चौक होने लगी थी और वह अपनी लड़खड़ाती हुई आवाज में मिस्टर कपूर...
Mr Kapoor help me...
इतना कहते हुए वह अपने कपड़ों को बुरी तरह से नोच रही थी अपने बदन से अलग करने की कोशिश कर रही थी जो कि उसके कांपते हुए हाथों से हो नहीं रहे थे,,, उसका चेहरा इस वक्त पूरी तरह से लाल पड़ चुकाथा,,
और अब तो उसकी बॉडी भी पूरी तरह से शिवर करने लगी थी,, वही dhaanishk जो कि कब से मिस्टर गुलरिया के गले में चाकू से वार पर वार किया जा रहा था जैसे ही सौम्या की बुझी हुई आवाज उसके कानों में पड़ी, उसके हाथ वहीं पर रुक गए,, और अब उसने अपनी नजर उठा कर सौम्या की तरफ देखा जो की बेड पर बुरी तरह से झटपट आ रही थी,,
dhaanishk का चेहरा इस वक्त खून खून के चीते से भरा हुआ था।,, और अब दानिश के हाथ रख चुके थे और अगले ही पल वो अपनी जगह से खड़ा हुआ और अपने कदम सौम्या की तरफ बढ़ा दिए,, और अपने हाथ सौम्या की तरफ बढ़ने लगा तभी उसके नजर अपने हाथों पर गई जो की पूरी तरह से खून से सने हुए थे और अगले ही पल उसने अपने हाथ पीछे की तरफ खींच लिए,,,
एक नजर उसने सौम्या की तरफ देखा और अगले ही पल वह बाथरूम में चला गया,, वही सौम्या जो की बेड पर बुरी तरह से झटपट आ रही थी उसने अपने,, कपड़े पढ़ने शुरू कर दिए थे किसी तरीके से उसने अपने पूरे कपड़े फाड़ कर अपने बदन से अलग कर दिए थे,, और अगले ही पल वह अपनी जगह से उठी और अपने कदम लड़खड़ाते हुए बाथरूम की तरफ बढ़ा दिए...
वही dhaanishk के जो की बाथरूम में शावर के नीचे इस वक्त खड़ा था उसने भी अब तक अपने पूरे कपड़े उतार दिए थे,, उसकी आंखों के सामने वह वक्त घूम रहा था जब मिस्टर गुलेरिया ने सौम्या के गले पर हॉट रखे थे और यह चीज याद करते हैं उसकी मुट्ठियां बार-बार बंद जा रही थी,, और जबड़े पूरी तरह से करते जा रहे थे,,
लेकिन तभी बाथरूम का दरवाजा एक बार फिर से खुला और dhaanishk की नजर दरवाजे की तरफ गई तो उसका दिल धड़कने से इनकार करने लगा,,,
क्योंकि सौम्या पूरी तरह से neked सामने खड़ी थी...
To be continued.....









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