
Star Build Hotel
रुद्र की कार Star Build Hotel के आगे आकर रुकी…
अभी उसकी कार होटल के आगे आकर रुकी ही थी कि तभी उसे अपनी कार के ऊपर “धम!” की तेज़ आवाज़ सुनाई दी…
और अगले ही पल एक body उसकी कार के ऊपर से पलटकर आगे टायर के पास जा गिरी — जिससे रुद्र की आँखें बड़ी हो गईं।
रुद्र का दिल जैसे धड़कने से इंकार कर रहा था, उसे एक अलग-सी बेचैनी महसूस हो रही थी।
उसके हाथ काँप रहे थे, पता नहीं क्यों उसे एक अनचाहा-सा डर लगने लगा था…
वहीं रुद्र के साथ बैठा आदमी भी यह सब देख रहा था — उसे भी एक अजीब-सी vibe आ रही थी।
रुद्र ने काँपते हुए हाथों से कार का दरवाज़ा खोला और बाहर निकला।
बाहर आते ही रुद्र अपनी जगह पर खड़ा रह गया — उसके पैर आगे बढ़ने से इंकार कर रहे थे,
पर फिर भी किसी तरह हिम्मत जुटाकर वह आगे की तरफ बढ़ा…
लेकिन जैसे ही उसने अपनी कार के आगे का नज़ारा देखा — उसका दिल धक् से रह गया।
क्योंकि गाड़ी के आगे ही अहाना खून से लथपथ पड़ी हुई थी।
उसकी बॉडी पर इस वक्त उसके shorts और ऊपर एक सफेद चादर लिपटी थी।
उसके सिर से बुरी तरह खून बह रहा था…
रुद्र ने जैसे ही यह नज़ारा देखा — उसका दिल पूरी तरह दहल गया।
अगले ही पल वह जल्दी से अहाना की तरफ भागा और उसे गोद में लेते हुए उसका सिर अपनी गोद में रखा।
उसके बालों पर हाथ फेरते हुए बेकाबू होकर बोला —
“Open your eyes baby… Open your eyes…”
वहीं अहाना — जो अभी थोड़ी देर पहले ऊपर से गिरी थी —
उसने हल्की-सी आँखें खोलीं और रुद्र की तरफ देखा।
उसे सब कुछ धुंधला दिख रहा था, पर इतना समझ आ गया कि सामने वही है — रुद्र।
वह अपनी टूटी, लड़खड़ाती आवाज़ में बोली —
“उसने… मुझे… गंदा कर…”
इससे आगे वह कुछ बोल ही नहीं पाई।
रुद्र अब पूरी तरह सन्न था — उसकी आँखें लाल हो गई थीं।
रुद्र अहाना को गोद में लिए वहीं बैठा था कि तभी वहाँ तीन-चार और गाड़ियाँ आ गईं —
जो शायद रुद्र की ही थीं।
उनमें से गार्ड्स और रॉबिन बाहर निकले।
रॉबिन ने भी जब वह नज़ारा देखा — उसका दिल धड़कने से रुक-सा गया।
कुछ ही मिनटों में मलिक जी की गाड़ियाँ भी वहाँ आकर रुक गईं,
क्योंकि रॉबिन ने पहले ही उन्हें सब बता दिया था।
रुद्र ने पुलिस स्टेशन भी कॉल कर दिया था।
वहाँ का नज़ारा देखकर अनुपम मलिक और उनकी पत्नी सुहासिनी जी भी काँप उठीं।
सुहासिनी जी तो वहीं पर बेहोश होकर गिर गईं — अनुपम जी ने उन्हें संभाला।
वहीं रुद्र ने ज़ोर से चिल्लाते हुए कहा —
“अहाना! आँखें खोलो!! मैंने कहा आँखें खोलो!!”
अब तक वहाँ पुलिस की गाड़ियाँ भी पहुँच चुकी थीं।
पुलिस ने Star Build Hotel — जो असल में एक कोठा था —
उसे चारों तरफ से घेर लिया।
रुद्र ने जल्दी से अहाना को अपनी गोद में उठाया और लाल आँखों से ऊपर की तरफ देखकर बोला —
“इस कोठे को मैंने बंजर ज़मीन ना बना दिया तो मैं भी रुद्र राणावत नहीं…!”
इतना कहते हुए वह अहाना को गोद में लिए कार में बैठ गया।
मिस्टर अनुपम मलिक यह देखकर हैरान थे —
उन्हें रुद्र की care अहाना के लिए किसी teacher जैसी नहीं लगी…
उनके चेहरे पर सुकून था — उन्हें रुद्र का दर्द सच्चा लगा।
रॉबिन जल्दी से ड्राइवर सीट पर बैठा और कार तेज़ी से अस्पताल की ओर बढ़ा।
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Sunshine Hospital
रुद्र की कार Sunshine Hospital के आगे आकर रुकी।
अगले ही पल रुद्र अहाना को गोद में उठाकर अंदर की ओर भागा।
वहाँ की डॉक्टर टीम पहले से अलर्ट थी — रुद्र ने उन्हें पहले ही कॉल कर दिया था।
जैसे ही वह पहुँचा, उसने अहाना को स्ट्रेचर पर रखने से मना कर दिया —
वह उसे गोद में उठाए ही OT के अंदर ले गया।
डॉक्टर बार-बार उसे रोकते रहे,
पर जब रुद्र ने एक बार लाल आँखों से उन्हें देखा —
उनकी बोलती बंद हो गई।
कुछ ही देर में ऑपरेशन शुरू हुआ।
रुद्र वहीं एक जगह खड़ा रहा, अहाना के चेहरे से नज़रें हटाए बिना।
OT में पिन ड्रॉप साइलेंस था — बस bip bip की आवाज़ आ रही थी।
डॉक्टर उसके सिर के घाव साफ कर रहे थे, टांके लगा रहे थे,
पर रुद्र की निगाहें बस अहाना पर थीं।
उसकी आँखें बहुत कुछ कह रही थीं —
उसके ज़ेहन में अहाना का हँसता चेहरा घूम रहा था…
वह वक्त, जब अहाना ने उसे कहा था “रॉबिन और रुद्र के बीच मत आना” —
वह बात उसके दिल को बार-बार तोड़ रही थी।
एक घंटा बीत गया — पर अभी तक कुछ तय नहीं था।
सिर्फ वेंटिलेटर की bip bip आवाज़ आ रही थी…
अचानक वेंटिलेटर ने नेगेटिव सिग्नल देना शुरू किया —
बीप-बीप की आवाज़ तेज़ होने लगी।
डॉक्टर घबरा गए — रुद्र ने जब देखा, उसका दिल धड़कने से रुक गया।
वह डॉक्टरों पर गरज उठा —
“अगर इसे कुछ हुआ तो ये हॉस्पिटल श्मशान बना दूँगा!
एक बात याद रखना — ये मुझे छोड़कर नहीं जा सकती!”
बाहर खड़े अनुपम जी ने भी यह सुना — उनकी आँखें भर आईं।
पर वो कुछ नहीं कर सकते थे…
डॉक्टर लगातार 15-20 मिनट तक अहाना की धड़कन को काबू करने की कोशिश करते रहे —
पर उसकी साँसें बहुत गहरी और कमजोर हो गई थीं।
रुद्र की आँखों के सामने उसका सीना ऊपर-नीचे हो रहा था,
और हर सांस रुद्र के दिल को तोड़ रही थी।
फिर अचानक…
वेंटिलेटर से आई bip bip की आवाज़
एकदम सीधी “Tiiiiiiiiiiiiiiiiii—” में बद
ल गई।
और अगले ही पल,
रुद्र की भयानक चीख़ OT में गूंज उठी —
“नहींईईईईईईई………..!!!!”
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To Be Continued…









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