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Again Intmacy

Rathore farmhouse,,,

मृत्युंजय धानी के ऊपर पूरी तरह से झुका हुआ था और उसके होठों को पैशनेटली किस कर रहा था। मृत्युंजय ने अपने पूरे कपड़े उतार कर एक साइड पर फेंक दिए थे और धीरे-धीरे उसके गले को चूम रहा था। वहीं धानी अपनी हसरत भरी नजरों से मृत्युंजय को देख रही थी। धानी की वह प्यार भरी नज़रें कहीं ना कहीं मृत्युंजय को और भी ज्यादा बेबस कर रही थीं। मृत्युंजय को अपने दिल में एक अलग सी बेचैनी उठ रही थी, जिसे वह चाहकर भी समझ नहीं पा रहा था।

धानी ने अब मृत्युंजय के सीने पर हाथ रखा और उसे नीचे लिटाकर खुद उसकी कमर पर आकर बैठ गई। अगले ही पल उसके ऊपर झुकते हुए उसने उसके सीने पर अपने होंठ रख दिए। जिससे अगले ही क्षण मृत्युंजय की मुट्ठियां बिस्तर पर कस गईं। मृत्युंजय को अपने बदन से जान निकलती हुई महसूस हो रही थी। उसकी सांसें इस वक्त बेहद गहरी चल रही थीं, वहीं धानी लगातार मृत्युंजय के सीने को चूम रही थी, जिससे मृत्युंजय को अपने बदन में एक अलग सी कसावट महसूस हो रही थी।

उसे अपनी dick में सेंसटिविटी महसूस हो रही थी जिससे उसका dick पूरी तरह से रिएक्शन मोड पर आ गया था। वहीं धानी को उसकी हार्डनेस अपनी pussy पर महसूस हो रही थी क्योंकि धानी इस वक्त मृत्युंजय की जांघों पर बैठी हुई थी। धानी पूरी तरह से naked थी पर मृत्युंजय के नीचे के कपड़े अभी तक मौजूद थे। मृत्युंजय के dick की हार्डनेस उसकी पैंट के ऊपर से धानी को अपनी pussy पर फील हो रही थी। धानी लगातार उसके सीने को चूमे जा रही थी।

धानी के इस तरह से सीने को चूमने से मृत्युंजय की बेचैनी और भी बढ़ती जा रही थी। उसकी सांसें अब और गहरी होनी शुरू हो गई थीं। वह धानी के होंठ जैसे अपने सीने पर बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। उसे ऐसा लग रहा था जैसे धानी के ठंडे होंठ उसके तपते सीने पर ठंडक बरसा रहे हों। वहीं धानी लगातार मृत्युंजय के सीने को चूमते हुए नीचे की तरफ जाने लगी और उसके 8 packs abs को अपने होंठों में दबाकर हल्का-हल्का चूमने लगी। जैसे ही धानी मृत्युंजय के पेट पर पहुंची, मृत्युंजय को अपने शरीर में करंट सा महसूस हो रहा था।

उसने अपनी आंखों को कसकर बंद कर लिया था। पर अगले ही पल जो धानी ने किया, उसे देखकर मृत्युंजय की आंखें हैरत से फैल गईं क्योंकि धानी ने अभी-अभी मृत्युंजय की पैंट का बटन खोल दिया था और अगले ही पल उसकी zip नीचे की तरफ गई। जैसे ही धानी ने अपना हाथ मृत्युंजय की पैंट और अंडरवियर के अंदर डालना चाहा, अगले ही पल मृत्युंजय ने उसका हाथ पकड़कर उसे अपनी गहरी नजरों से देखने लगा। वहीं धानी भी उसे अपनी मदहोशी भरी नजरों से देखते हुए बोली—

"आज मेरी बारी है आपको प्यार करने की... प्लीज मुझे करने दीजिए..."

धानी की इस बात पर अब मृत्युंजय की नजरें और भी गहरी हो गईं। एक पल के लिए मृत्युंजय का हाथ धानी के हाथ पर ढीला हो गया और अगले ही पल धानी ने अपना हाथ छुड़ाकर मृत्युंजय का dick अपने हाथ में भर लिया और उस पर अपने होंठ रख दिए। जैसे ही धानी ने उसके dick पर होंठ रखे, अगले ही पल मृत्युंजय ने अपनी आंखें कसकर बंद कर लीं और बिस्तर को अपनी मुट्ठी में कस लिया। धानी के होंठों की गर्माहट जब उसे अपने dick पर महसूस हो रही थी, वह अलग ही लेवल का सुकून दे रही थी जिससे मृत्युंजय की सांसें और भी ज्यादा गहरी होनी शुरू हो गईं।

मृत्युंजय की जिंदगी में पहले भी बहुत सारी लड़कियां आई थीं, पर वे सिर्फ एक बदन बनकर उसके नीचे आती थीं और चली जाती थीं। उन्होंने भी हर तरह की सर्विस मृत्युंजय को दी थी। पर जो एहसास आज धानी के साथ मृत्युंजय को महसूस हो रहे थे, वह बिल्कुल नए थे। धानी बढ़ते हर पल के साथ उसकी धड़कनों को और भी तेजी से धड़का रही थी।

वहीं धानी अब लगातार मृत्युंजय के dick को अपने हाथों में पकड़कर मास्टरबेट करते हुए उसे ब्लोजॉब दे रही थी। जिससे मृत्युंजय भी धानी के मुंह में अपना dick लगातार थ्रस्ट कर रहा था। उसके हाथ अब धानी के बालों पर आ चुके थे। मृत्युंजय अब धानी के सिर को पकड़कर अपनी डिक पर उसके मुंह का दबाव बना रहा था जिससे मृत्युंजय का dick धानी के गले तक फिट हो रहा था। धानी की घुटी हुई आवाज पूरे कमरे में गूंज रही थी जो उस माहौल को और भी ज्यादा हसीन बना रही थी।

वहीं मृत्युंजय अब out of control होने लग गया था। उसने जल्दी से धानी को बिस्तर पर धक्का दिया और अगले ही पल उसके ऊपर जाकर वाइल्डली धानी के होठों को चूमने लगा। मृत्युंजय का dick इस वक्त धानी की pussy के क्लिटोरिस पर रगड़ खा रहा था, जिसकी वजह से धानी को अपनी pussy में अलग ही लेवल की सेंसेशन महसूस हो रही थी। उसकी pussy पूरी तरह से वेट हो चुकी थी।

जिस वजह से मृत्युंजय को अपने dick पर उसका गीलापन महसूस हो रहा था। जिसे देखकर मृत्युंजय के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट आ गई। वहीं धानी ने जब उसकी मुस्कुराहट देखी तो उसका पूरा चेहरा लाल पड़ गया। धानी के चेहरे पर आई लाली को देखकर मृत्युंजय उसकी तरफ देखता ही रह गया क्योंकि धानी इस वक्त बेहद खूबसूरत लग रही थी। जो मृत्युंजय को और भी ज्यादा मदहोश कर रही थी। मृत्युंजय का दिल इस वक्त 100 की स्पीड से दौड़ रहा था।

अब वह उसके गले पर झुका और उसके गले को चूमते हुए नीचे की तरफ जाने लगा। अगले ही पल उसकी नजर धानी के ब्रेस्ट पर पड़ी जो पूरी तरह से हार्ड हुए पड़े थे। उनके निप्पल की हार्डनेस देखकर मृत्युंजय को समझ आ गया कि धानी का बदन भी अब बहुत जल्द उसे अपने अंदर महसूस करना चाहता है।

इसे देखकर मृत्युंजय को अपने dick में दर्द महसूस होने लगा और अगले ही पल उसने नीचे झुककर धानी के boobs को अपने हाथ में पकड़कर वाइल्डली चूसना शुरू कर दिया। जैसे ही उसने धानी के ब्रेस्ट को अपने मुंह में भरकर चूसा, धानी की चीख वहां गूंज गई क्योंकि मृत्युंजय इस वक्त बहुत ज्यादा वाइल्ड था। धानी मृत्युंजय की तरफ देखकर बोली—

"मिस्टर राठौर... प्लीज... थोड़ा धीरे कीजिए... आह्ह्ह... मुझे दर्द हो रहा है..."

वहीं मृत्युंजय और भी वाइल्डली उसके बूब्स को चूसते हुए और भी जोरों से सख्त करने लगा जिससे धानी का चिल्लाना और भी तेज हो गया।

धानी जितना मृत्युंजय को धीरे करने को कहती, मृत्युंजय उतना ही जोरों से उसकी ब्रेस्ट को प्रेस करता और चूसता। इसी वजह से धानी ने अब मृत्युंजय को कहना ही बंद कर दिया। तकरीबन 15–20 मिनट बाद जब मृत्युंजय ने उसकी ब्रेस्ट को छोड़ा तो उसने देखा कि सारी ब्रेस्ट पर लाल-नीले निशान बन चुके थे। यह देखकर मृत्युंजय के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई। अगले ही पल अब वह उसके पेट पर आया और उसकी नाभि में जीभ डालते हुए उसे चूसने लगा। जिससे धानी की सांसें और भी गहरी होनी शुरू हो गईं। उसे अपनी pussy में बहुत ज्यादा सेंसेशन महसूस हो रही थी। वह बार-बार अपनी लोअर बॉडी को ऊपर की तरफ उठा रही थी।

धानी की लोअर बॉडी ऊपर उठते देख मृत्युंजय ने अपनी दो फिंगर से उसके क्लिटोरिस को रगड़ना शुरू किया जिससे धानी और भी ज्यादा झटपटाने लगी। मृत्युंजय उसकी क्लिटोरिस को बड़े आराम से अपनी उंगलियों से सहला रहा था जिससे धानी को अपनी वैजाइना में और भी ज्यादा सेंसेशन फील हो रही थी। कुछ ही देर में धानी का शरीर अकड़ने लगा और अब मृत्युंजय ने अपनी दो उंगलियां सीधा ही उसकी pussy के अंदर डाल दीं।

जिससे धानी की एक जोरदार चीख एक बार फिर से कमरे में गूंज गई। मृत्युंजय अब लगातार अपनी उंगलियों को उसके अंदर-बाहर कर रहा था और धानी के शरीर की अकड़न पूरी तरह से बढ़ गई थी। देखते ही देखते धानी का semen पूरी तरह से रिलीज हो चुका था और उसका शरीर पसीने से भर चुका था। धानी का cum मृत्युंजय की उंगलियों पर फैला हुआ था। मृत्युंजय ने अब उंगलियों को बाहर निकालकर अपने होंठों के पास लाकर चाटना शुरू कर दिया। मृत्युंजय की इस हरकत को देखकर धानी के रोंगटे खड़े हो गए। उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा।

वहीं मृत्युंजय लगातार अपनी उंगलियों को चाटते हुए अब अपने होंठ धानी की pussy पर रख दिए और उसे पूरी तरह से चूसने लगा। मृत्युंजय ने जैसे ही धानी की pussy पर अपने होंठ रखे, धानी का चेहरा पूरी तरह से मदहोश हो गया और उसकी आंखें ऊपर की तरफ रोल होने लगीं। मृत्युंजय लगातार अपनी उंगलियों को उसकी pussy में चलाते हुए उसका cum खा रहा था। कुछ ही देर में मृत्युंजय ने धानी की pussy को पूरी तरह से क्लीन कर दिया।

अब मृत्युंजय ऊपर आकर धानी का चेहरा देखने लगा जो पूरी तरह से मदहोशी से भरा हुआ था। धानी अपनी हसरत भरी निगाहों से मृत्युंजय को देख रही थी।

उसकी हसरत भरी निगाहें खुद पर महसूस कर मृत्युंजय ने नीचे से अपना dick हाथ में पकड़कर उसकी pussy पर सेट किया और अगले ही पल बिना वार्निंग दिए thrust कर दिया। जिससे धानी की एक बार फिर से चीख निकल गई, पर वह उसके गले में ही घुटकर रह गई क्योंकि मृत्युंजय ने अगले ही पल उसके होठों पर अपना कब्जा बना लिया। धानी की चीख उसी में घुटकर रह गई।

दोनों के बदन आपस में लिपटे हुए थे, बिना इस चीज़ की परवाह किए कि कल कोई तूफान आने वाला था...

जिसकी भनक

शायद मृत्युंजय को थी,,,

To be continue.......

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