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Dogi possistion

Rathore farmhouse,,

DM room,,,

मृत्युंजय ने इस वक्त धानी को वार्डरोब के कपड़े हटाकर उसके सेंटर में बैठा रखा था और उसने अपना dick अभी-अभी धानी की pussy में बेहद हार्शली push किया था,,, जिससे धानी की जोरदार चीख कमरे में गूंज गई थी। उसकी चीख सुनकर मृत्युंजय के चेहरे पर डेविल एक्सप्रेशन आ गए थे और अब वह बेहद हार्डली खुद को उसके अंदर मूव कर रहा था। वह हार्डली अपने dick को उसकी pussy में thrust करते हुए बोला –

“Just take it shy girl… you just take it…”

इतना कहते हुए मृत्युंजय बहुत हार्डली धानी को fuck कर रहा था।

मृत्युंजय ने इस वक्त धानी की टांगों को पूरी तरह से खोल रखा था। जिस वजह से उसका dick पूरी तरह से उसके G-spot पर लग रहा था और उसका बदन पूरी तरह से हिल रहा था जिससे उसके boobs और भी ज्यादा उछल रहे थे। मृत्युंजय अब उसके boobs की तरफ देखते हुए, अपना एक हाथ से उसका breast पकड़ते हुए उसे प्रेस करता है और फिर जोर से spank करता है –

“These boobs make me crazy shy girl… I want to fuck them… I want to fuck them very hard…”

इतना कहते हुए वह जोर-जोर से उसके boobs को spank कर रहा था।

“नहींईई… आह्ह्ह मृत्युंजय… प्लीज़…” धानी की चिल्लाने की आवाज अब कमरे में गूंज रही थी। वह जोर-जोर से मृत्युंजय के नाम के moans कर रही थी –

“Oooooohhh… I’m gonna mad… gone a mad Mr Rathore… please fuck me hard… ooooohhhhhhh yeeeeeeehhhhhhhmmm fuck… fuck… shitttttt….”

मृत्युंजय ने अब और भी ज्यादा हार्डनेस से अपने dick को उसके अंदर thrust करना शुरू कर दिया, जिससे धानी की हालत खराब होने लगी। मृत्युंजय का 7.5 इंच का dick उसे अंदर तक fit होते हुए महसूस हो रहा था, जो कि उसे हल्का-हल्का pain और pleasure दे रहा था।

कुछ ही देर में धानी का शरीर दोबारा से अकड़ने लगा और उसे देखकर मृत्युंजय समझ गया कि धानी को एक बार फिर से orgasm full होने वाला है। इसलिए उसने अपने thrust की speed और भी ज्यादा बढ़ा दी और अगले ही पल धानी की जोरदार चीख वहां पर एक बार फिर से गूंज गई।

धानी का orgasm full हो गया था और उसका white discharge अब बाहर की तरफ निकल रहा था। उसे देखकर मृत्युंजय जल्दी से नीचे झुका और उसकी pussy को lick करने लगा। मृत्युंजय की इस हरकत को देखकर धानी को अपनी बॉडी में करंट सा महसूस हुआ।

पर मृत्युंजय अब यही नहीं रुका। अगले ही पल उसने उसे दोबारा से अपना dick अंदर insert किया और उसे गोद में वैसे ही उठाकर bed पर पटक दिया। उसकी thighs पर हाथ रखकर उसकी टांगों को पूरी तरह से खोलकर अपना dick जोर-जोर से उसके अंदर thrust करने लगा।

जितना मृत्युंजय उसके अंदर खुद को thrust करता, धानी के boobs उतने ही ज्यादा उछलते। उसके boobs ऊपर की तरफ उछलते देख मृत्युंजय की आंखों में और भी ज्यादा मदहोशी छा गई और वह बार-बार उसके boobs पर spank करने लगा।

अब मृत्युंजय ने उसे दोबारा से पलटा और bed के कोने पर उसे doggy position में लाकर खड़ा कर दिया। उसने धानी का चेहरा आगे की तरफ bed पर लगाया और उसकी ass को ऊपर उठाया।

अगले ही पल उसने उसकी pussy पर पीछे से spank किया जिससे धानी की सिसकी निकल गई। उसकी गोरी pussy एक पल के लिए लाल पड़ गई जिसे देखकर मृत्युंजय के होंठ सूखने लगे। अगले ही पल वह नीचे की तरफ झुका और उसकी ass को दोनों हाथों में भरकर खोल दिया और अपने होंठ उसकी pussy पर रखकर suck करने लगा।

धानी अब और भी ज्यादा कराह उठी। मृत्युंजय उसकी ass को पकड़कर जोर-जोर से दबा रहा था और साथ ही उसकी pussy को suck कर रहा था।

कुछ देर उसकी pussy suck करने के बाद मृत्युंजय ऊपर उठा और जोर से उसकी ass पर spank करते हुए बोला –

“You just my fucking bitch…”

इतना कहकर उसने दोबारा से अपना dick उसकी pussy में insert कर दिया और उसकी कमर पकड़ कर जोर-जोर से अपनी तरफ खींचने लगा जिससे उसका dick पूरी तरह से उसके G-spot को hit कर रहा था।

धानी अब तो जैसे पागल हुई जा रही थी। मृत्युंजय आज उसे पूरी तरह से पागल कर रहा था।

“Oooooooohhhhhhhh yes Mr Rathore… yeeeeeeeeeehhhhhhhhhhaaaaaaa…”

मृत्युंजय अब उसे hard fuck करते हुए उसकी back पर spank कर रहा था। वही धानी जोर-जोर से चिल्ला रही थी।

कुछ देर उसे कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींचने के बाद मृत्युंजय ने उसकी तरफ देखते हुए entrance voice में कहा –

“Just move yourself very harshly…”

जैसे ही मृत्युंजय ने कहा, धानी ने खुद को मूव करना शुरू कर दिया जिससे उसकी pussy में मृत्युंजय का dick अपने आप मूव करने लगा। दोनों की skin hitting की आवाज वहां पर गूंज रही थी।

“Ooooooohhhhhhh today I’m gonna mad because of your little hole… aaaahhhhhhhhhh…”

इतना कहकर मृत्युंजय ने फिर से उसकी कमर पकड़ी और जोर-जोर से stroke करने लगा।

लगभग आधा घंटा धानी को doggy position में fuck करने के बाद, एक बार फिर मृत्युंजय ने उसे पलटा और इस बार धानी को साइड लेटा दिया। खुद उसके पीछे लेट गया और उसकी टांग ऊपर उठाकर पीछे से उसकी pussy में enter हो गया। वह जोर-जोर से उसके अंदर stroke करने लगा।

लगभग डेढ़ घंटा ऐसे ही बीत गया। अब मृत्युंजय release होने वाला था, तो वह जोर-जोर से go करने लगा और कुछ ही देर में मृत्युंजय release हो चुका था। वहीं धानी भी पसीने से लथपथ थक चुकी थी। उसे अब हद से ज्यादा नींद आ रही थी, इसीलिए मृत्युंजय के छोड़ने के बाद 15 मिनट में ही वह गहरी नींद में चली गई।

वहीं मृत्युंजय, जो अब उसकी साइड में लेटा था, बेहद गहरी नजरों से धानी को देख रहा था।

पर फिर कुछ सोचकर उसने धानी की तरफ देखकर कहा –

“तुम इश्क मांग रही हो shy girl… पर वह कभी होगा नहीं। जो है, सिर्फ एक पति-पत्नी का रिश्ता है। जब तक है होगा, पर एक बार divorce हो गया तो सब कुछ खत्म….”

इतना कहते हुए मृत्युंजय के चेहरे पर बेहद सख्त

एक्सप्रेशन थे।

पर उसके जज्बात आज बेहद गहरे थे…

Rathore farmhouse,,,

सुबह के 9:00 बजे,,

धानी बड़े आराम से इस वक्त सो रही थी क्योंकि सारी रात मृत्युंजय ने धानी को सोने नहीं दिया था,,, और कहीं ना कहीं धानी भी मृत्युंजय की बराबरी पर उतरी हुई थी। वही मृत्युंजय उसके पास बिल्कुल नहीं था। धीरे-धीरे धानी की पलकें फड़फड़ाई और उसे अपने सिर में तेज दर्द उठा, तो अगले ही पल धानी की नींद खुल गई। धानी का सर दर्द होने की वजह से पहले तो धानी ने अपना हाथ अपने सर पर रख लिया, फिर अगले ही पल धीरे-धीरे अपनी आंखें खोल पूरे कमरे को देखने लगी।

कमरे को देखकर धानी हैरानी से बोली –

"मैं यहां पर कैसे आई?"

"हम तो रात को क्लब में थे…" यह कहते हुए वह कुछ सोचने लगी। फिर उसे याद आया कि मृत्युंजय उसे घर लेकर आया था और रात की सारी बातें याद आते ही धानी का शरीर कांपने लगा। पर अगले ही पल उसकी आंखों में हल्की नमी छा गई। वह अपने दिल पर हाथ रखकर बोली –

"आप चाहे जितनी मर्ज़ी कोशिश कर लीजिए मुझे खुद से दूर करने के लिए… पर मैं भी आपसे इश्क किया है, और इश्क बहुत ज़िद्दी होता है मिस्टर राठौर। मैं आपको झुकाना नहीं चाहती… बस अपने इश्क को जीतना चाहती हूं…"

इतना कहते हुए उसकी आंखों से आंसू गालों पर लुढ़क आए।

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वहीं दूसरी तरफ हाल में…

मृत्युंजय इस वक्त सिगरेट पी रहा था और सोफे पर बैठा अपना सर पीछे टिकाए आंखें बंद किए, रात की धानी की सारी बातें उसके कानों में गूंज रही थीं। जिसे याद करके उसके हाथों की मुट्ठियां कस रही थीं और उसके जबड़े भी कड़े होते जा रहे थे।

पर अगले ही पल किसी की आवाज उसके कानों में पड़ी। उस आवाज को सुनते ही मृत्युंजय के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई। और यह आवाज किसी और की नहीं, प्रियंका की थी।

प्रियंका को सुबह-सुबह मृत्युंजय ने फार्महाउस बुलाया था। इस वक्त मृत्युंजय के चेहरे पर मिस्टीरियस एक्सप्रेशन थे। लेकिन अगले ही पल उसकी नज़रें ऊपर की तरफ गईं, जहां से धानी नीचे की तरफ आ रही थी।

धानी को देखकर मृत्युंजय जल्दी से प्रियंका की तरफ बढ़ा और उसकी कमर पर हाथ रखकर खुद से सटाते हुए बोला –

"क्या बात है बेबी, इतनी लेट हो गई… मैं तुम्हें सुबह से फोन कर रहा हूं।"

वहीं प्रियंका को मृत्युंजय इतने पास देखकर धानी का दिल जैसे धड़कने से इनकार करने लगा। उसकी आंखों में नमी छाने लगी थी। वही मृत्युंजय अब प्रियंका के ऊपर झुकते हुए उसके गाल पर किस करते हुए बोला –

"बेबी, तुम कुछ लोगी? चाय, कॉफी… anything else?"

"Yeah of course, I want a black coffee…," जैसे ही प्रियंका ने यह कहा, मृत्युंजय के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट आ गई। अगले ही पल मृत्युंजय धानी की तरफ पलटा और उसकी तरफ देखते हुए बोला –

"ज़रा ब्लैक कॉफी बना देना… और मेरे लिए भी कॉफी बना दो।"

उसकी बात पर धानी ने होंठ भींचकर हामी में सिर हिला दिया और किचन की तरफ चली गई।

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वहीं मृत्युंजय ने धानी को किचन की तरफ जाते देखा। तुरंत प्रियंका की कमर से अपना हाथ हटा लिया और सोफे की तरफ जाकर बैठकर दोबारा से सिगरेट पीने लगा।

मृत्युंजय अब सिगरेट पीते हुए दोबारा से अपना सर पीछे सोफे से टिकाए बैठा था। वहीं प्रियंका के चेहरे पर अब डेविल स्माइल आ गई। वह अपनी कमर लचकाते हुए बड़े अदा से मृत्युंजय के पास आई और उसके ऊपर झुकते हुए बोली –

"Why not some fun, Mrutyu…?"

प्रियंका की बात पर मृत्युंजय ने अपनी आंखें खोली और उसकी तरफ देखते हुए ठंडी सांस भरकर बोला –

"Stand properly… and go sit properly…"

उसकी बात पर प्रियंका के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए, पर अगले ही पल उसने पैर पटकते हुए सामने सोफे पर जाकर बैठ गई।

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वहीं धानी, जो अंदर चाय बना रही थी, उसे बहुत ज्यादा खुद में जलन महसूस हो रही थी। वह बड़बड़ाते हुए बोली –

"इस कमीनी को मैंने कहा था कि थोड़े दिन सबर कर ले… कोई बात नहीं। इसे क्या लगा कि अगर यह दोबारा से मेरे मिस्टर राठौर के पास आएगी तो मैं ऐसे ही जाने दूंगी? नहीं… आज तो मैंने इसको जला कर राख ना कर दिया तो मेरा नाम भी धानी नहीं…"

इतना कहते हुए धानी का जलन से लाल चेहरा साफ पता चल रहा था।

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अब धानी ब्लैक कॉफी बनाकर बाहर की तरफ आई। वहीं प्रियंका इस वक्त अपने हाथों में एक कॉमिक बुक पकड़े बैठी थी।

धानी अब उसके पास आई। वही मृत्युंजय तो सिर्फ धानी के एहसास से ही समझ गया था कि धानी इसी तरफ आ रही है। इसीलिए उसने जल्दी से अपनी आंखें खोलीं और सर ऊपर उठाकर धानी की तरफ देखा।

एक पल के लिए उसके चेहरे पर सवालिया एक्सप्रेशन आ गए क्योंकि धानी के हाथों में इस वक्त frying pan पड़ा हुआ था जो बेहद गर्म था।

पर अगले ही पल जो हुआ, उसे देखकर मृत्युंजय के होश उड़ गए। उसकी आंखें बड़ी हो गईं।

वहां पर जोरदार चीख की आवाज आई… क्योंकि धानी ने अपने हाथों में पड़ा हुआ फ्राइंग पैन सीधा ही प्रियंका के ऊपर उलट दिया था और प्रियंका पूरी तरह से जल चुकी थी।

धानी की इस हरकत को देखकर मृत्युंजय की सांस जैसे गले में अटक गई। उसे धानी से ऐसी उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी।

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प्रियंका, जो बुरी तरह से जल चुकी थी, उसके चेहरे और हाथों पर छाले पड़ने शुरू हो चुके थे। वह धानी की तरफ देखकर बोली –

"How dare you? तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?"

वहीं धानी गुस्से में जवाब देती हुई बोली –

"हिम्मत की तो तुम बात ही मत करो कनखजूरी कहीं की! हमेशा मेरे पति से चिपकती रहती हो। तुम्हें कहा था ना कि 3 महीने दे दो… अभी तक तुम्हें शर्म नहीं आई? जब देखो उसके आगे-पीछे घूमती फिरती हो! क्या मिल जाएगा? अगर इतना ही किसी के साथ… शौक है तो जाओ ना किसी और को चुन लो। कोई भी तुम्हारे पीछे हटने वाला नहीं है!"

धानी की गालियां और उसकी बातें सुनकर एक पल के लिए मृत्युंजय की आंखें बड़ी हो गईं। उसके तो जैसे होश ही उड़ गए थे।

आज पहली बार उसने धानी का यह रूप देखा था। उसने हमेशा से एक मासूम सी धानी को देखा था। उनकी शादी को तकरीबन डेढ़ हफ्ता हुआ था, और इसमें धानी ने कभी भी मृत्युंजय के साथ किसी तरीके की बदतमीजी या फिर किसी तरह से डिसरिस्पेक्ट नहीं किया था।

जैसे ही मृत्युंजय ने धानी की गालियां सुनीं, एक पल के लिए वह धानी को देखता ही रह गया। पर आगे

जो धानी ने किया, उसे देखकर मृत्युंजय का दिल जोर से धक-धक करने लगा…

To be continued…

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