
Rathore farmhouse,,,
धानी इस वक्त नशे में धुत होकर मृत्युंजय को देख रही थी। उसकी नज़रें धुंधली थीं, पर उनमें चाहत साफ झलक रही थी। वहीं मृत्युंजय उसके ऊपर पूरी तरह से झुका हुआ था। मृत्युंजय की आंखें इस वक्त हद से ज्यादा लाल थी––शायद नशे का असर था या धानी की नज़दीक़ी का।
और इस वक्त मृत्युंजय धानी को बेतहाशा चूमे जा रहा था। उनके होंठों की टकराहट इतनी गहरी और पागलपन भरी थी कि उनकी smooches की आवाज़ पूरे कमरे में गूंज रही थी। उस आवाज़ के साथ उनकी तेज़ साँसों की गूंज भी जैसे दीवारों से टकराकर वापस लौट रही थी।
मृत्युंजय धानी को किस करते हुए उस पर इतना हावी हो गया था कि धानी पीछे की तरफ होते हुए सीधा बेड पर आ गिरी। उसके गिरते ही मृत्युंजय भी उसके ऊपर आ गया। उसकी सांसें धानी की गर्दन से टकरा रही थीं। मृत्युंजय ने सिर्फ़ पैंट पहनी हुई थी, और वह भी उसकी टार्ज़न से नीचे की तरफ सरकी हुई थी।
किस करते हुए ही उसने अपनी पेट के बटन खोल दिए। धानी ने अपने हाथों से उसके कंधों को कसकर पकड़ा हुआ था। तकरीबन 15 मिनट बाद जब धानी की सांस उखड़ने लगी तो मृत्युंजय ने किस को ब्रेक किया, पर उसकी आँखों में वही आग बरकरार थी।
उसने उसकी गर्दन पर आकर चूमना शुरू कर दिया। हर चुंबन के साथ धानी की रीढ़ की हड्डी में सिहरन दौड़ रही थी। धीरे-धीरे मृत्युंजय के हाथ उसके बदन पर घूमने लगे। धानी ने इस वक्त स्ट्रैप वाली नाइटी पहनी हुई थी और उसके ऊपर पिंक कलर का ट्रांसपेरेंट श्रग था।
श्रग इतना हल्का था कि उसके अंदर से धानी के बूब्स साफ झलक रहे थे। श्रग के नीचे पिंक कलर की थाई तक की मिडी थी, जिस पर नेट की एम्ब्रॉयडरी थी। हर लेस का पैटर्न उसकी खूबसूरती को और उभार रहा था। मृत्युंजय की नज़रें उस पर अटक कर रह गईं।
भले ही वह धानी को किस कर रहा था, पर उसकी आँखें पूरी तरह खुली हुई थीं––वह हर पल को महसूस करना चाहता था। वहीँ धानी ने अपनी आँखें बंद रखी थीं, मानो खुद को पूरी तरह उस पल में सौंप दिया हो।
मृत्युंजय धानी के बूब्स को हल्के-हल्के दबा रहा था, उसके बदन पर उसकी उंगलियों की हर हरकत धानी को मदहोश कर रही थी। उसी वक्त उसका लोअर पार्ट धानी की पुसी से रगड़ खा रहा था।
धानी को मृत्युंजय की हार्डनेस साफ महसूस हो रही थी। उसका दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था। मृत्युंजय की ड्राई हंपिंग ने उसकी साँसों की लय तोड़ दी थी।
15–20 मिनट किस करने के बाद मृत्युंजय ने धानी को छोड़ा। उसकी आँखों में देखते हुए उसने गहरी आवाज़ में कहा––
"मत करो इतना इश्क मुझे कि तुम्हें अपने इश्क पर अफसोस हो..."
धानी ने उसकी आँखों में देखते हुए बेहद intense आवाज़ में जवाब दिया––
"इश्क में कुछ पाने की चाह नहीं रखी जाती, मिस्टर राठौर... ये तो सिर्फ़ दिया जाता है।"
उसकी मासूम मगर सच्ची बात सुनकर मृत्युंजय का दिल एक पल के लिए धड़क उठा। उसकी आँखें धानी पर थम गईं। उसने सर्द लहज़े में कहा––
"पछताओगी तुम..."
वहीं धानी हल्की मुस्कान के साथ बोली––
"मंज़ूर है पछताना।"
उसकी बातें मृत्युंजय का दिल हर पल और जोर से धड़काने लगीं। धानी अपने होंठ उसके गले पर रख चूमते हुए बोली––
"एक तरफ़ा इश्क ही काफ़ी है मेरा... तुमसे कोई उम्मीद नहीं रखूँगी कि तुम मुझे चाहो। बस मेरी आँखों में मेरा इश्क महसूस करना... और खुद से कभी दूर मत करना।"
धानी की बातों ने मृत्युंजय का दिल बेचैन कर दिया। अगले ही पल वह धानी को पीछे कर बालकनी की तरफ जाने लगा। तभी धानी ने उसका हाथ पकड़ लिया और बेहद प्यार से उसकी ओर देखते हुए बोली––
"हमें आपसे बेइंतहा इश्क है, मिस्टर राठौर।"
इस एक लाइन ने मृत्युंजय का दिल रोक दिया। एक पल के लिए उसकी धड़कन थम गई। मगर अगले ही पल उसने उसका हाथ झटकते हुए कहा––
"बकवास बंद करो और जाकर सो जाओ।"
धानी अपनी नशीली आवाज़ में बोली––
"सो जाएँगे... एक बार आपको महसूस तो कर लूँ।"
मृत्युंजय का दिल ज़ोरों से धड़कने लगा। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि धानी उससे ऐसी बातें कर रही थी। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, धानी ने उसे धक्का देकर बेड पर गिरा दिया।
मृत्युंजय उसकी ओर हैरानी से देखने लगा। धानी का हर पल उसे झटका दे रहा था। अगले ही पल धानी ने अपने कंधों से श्रग फिसलाया––श्रग धीरे-धीरे ज़मीन पर गिर गया। अब वह सिर्फ़ थाई-लेंथ मिडी में थी।
उसके बूब्स की परफ़ेक्ट कर्व्स मृत्युंजय की नज़रें खींच रही थीं। उसकी हार्डनेस पहले से ही चरम पर थी, मगर अब उसे दर्द जैसा महसूस होने लगा।
धानी ने उसे देखते हुए सेडक्टिव अंदाज़ में कहा––
"क्या मैं आज आपको सारी रात प्यार कर लूँ?"
मृत्युंजय उसे देखता रहा, पर कुछ बोला नहीं। उसका दिल मानो खुद से धोखा देने पर आमादा था।
धानी ने धीरे-धीरे मिडी की स्ट्रैप्स नीचे कीं। अगले ही पल मिडी भी सरक कर गिर गई। मृत्युंजय का दिल धक से रह गया।
अब धानी पूरी तरह उसके सामने नग्न थी। उसकी परफेक्ट बॉडी पर मृत्युंजय की आँखें अटक गईं। उसके बड़े-बड़े बूब्स, उनकी कर्व्स और नीचे पिंक पुसी––सब उसे पागल कर रहे थे।
मृत्युंजय का गला सूख गया। तभी धानी उसके ऊपर चढ़ गई और अपनी पुसी को उसके होठों पर रख दिया। मृत्युंजय का दिल जैसे धड़कन ही भूल गया।
धानी उसकी ओर देखते हुए बोली––
"Please suck it, Mr. Rathore... I beg you... I need you... in fact, please fuck it with your tongue... fuck me very badly..."
उसकी बातें सुनकर मृत्युंजय की आँखें फैल गईं। आज धानी उसे अपना एक अलग ही रूप दिखा रही थी––जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी।
Rathore farmhouse,,
DM room,,,
धानी इस वक्त मृत्युंजय के चेहरे पर चढ़ी हुई थी और उसने अपनी pussy को मृत्युंजय के चेहरे पर हल्का सा रखा हुआ था। उसके दोनों पैर मृत्युंजय के सिर के इर्द-गिर्द थे और वह अपनी pussy को मृत्युंजय के होठों से टच करवा रही थी। अभी तक उसने अपनी pussy को रगड़ना शुरू नहीं किया था… वही मृत्युंजय बड़े गौर से धानी के चेहरे को देख रहा था।
धानी का चेहरा इस वक्त बेहद लाल नजर आ रहा था, उसकी आंखें पूरी तरह से लाल थीं। साफ पता चल रहा था कि अब drugs का नशा उसके सर पर चढ़ने लगा है।
अब धानी ने हल्का-हल्का मृत्युंजय के होठों पर खुद को मूव करना शुरू किया जिससे उसकी pussy पूरी तरह से मृत्युंजय के होठों को टच कर रही थी। वही मृत्युंजय ने अब अपनी हल्की सी tongue बाहर निकाल कर धानी के clitoris पर रगड़ना शुरू किया जिससे धानी अब out of control होने लगी थी।
ना चाहते हुए भी धानी के हाथ अपनी vagina पर अपने आप जा रहे थे। हालांकि वो पूरी तरह से अपनी pussy को उसके मुंह पर रगड़ रही थी पर फिर भी… वही मृत्युंजय के हाथ अब धानी की hips पर आ गए थे और उसने उनकी hips को अपने होठों पर प्रेस करना शुरू किया जिससे धानी की pussy पूरी तरह से मृत्युंजय के मुंह पर रगड़ खा रही थी।
वही मृत्युंजय भी अब अपनी पूरी जीभ निकालकर उसकी pussy के अंदर डालने की कोशिश कर रहा था, पर धानी उसे अपनी pussy में जाने नहीं दे रही थी। वह जोर-जोर से अपनी pussy को उसके होठों पर रगड़ रही थी। जब ज्यादा देर मृत्युंजय इस चीज को बर्दाश्त नहीं कर पाया तो अगले ही पल उसने धानी को अपने कंधों पर उठाया।
इस वक्त धानी के पैर मृत्युंजय के कंधों पर थे और उसकी pussy अभी भी मृत्युंजय के मुंह पर थी। मृत्युंजय वैसे ही बेड से उठा और सामने अलमारी का दरवाजा खोलकर उसने धानी को कपड़े पीछे करके वहां पर बैठा दिया। अगले ही पल उसकी आंखों में देखते हुए उसके थाई पर हाथ रखकर पूरी तरह से फैला दिया।
वही मृत्युंजय की इस हरकत को देखकर धानी ने अपने लोअर लिप को दांतों के नीचे दबा लिया और बड़ी मदहोशी भरी आंखों से मृत्युंजय को देखने लगी। वही मृत्युंजय ने अब एक नजर उसकी pussy को देखा जो पूरी तरह से wet थी और अगले ही पल उसने अपनी उंगलियों से उसकी folds को खोलकर अपने अंगूठे को उसके clitoris पर रखकर रगड़ना शुरू किया।
जैसे ही मृत्युंजय का हाथ धानी की pussy पर चला, धानी के मुंह से सिसकियां निकल गईं। अगले ही पल धानी के मुंह से मृत्युंजय के नाम के moans आने लगे जिन्हें सुनकर मृत्युंजय मदहोशी से धानी की तरफ देखने लगा। अगले ही पल वह उसकी आंखों में देखते हुए धीरे-धीरे नीचे की तरफ नजरें गिराने लगा।
उसकी नज़रें पहले होठों पर आईं, फिर collarbone से होती हुई नीचे की तरफ जाती धानी के boobs पर आकर रुक गईं। उसके वे सुडौल, bouncy boobs मृत्युंजय को पागल कर रहे थे। अब उसकी hardness से उसे दर्द होना शुरू हो गया था। उसके हाथ अभी भी धानी की pussy पर ही चल रहे थे।
अगले ही पल मृत्युंजय ने उसके boobs पर spank करना शुरू किया जिससे धानी और भी ज्यादा wild होने लगी और उसके मुंह से मृत्युंजय के नाम के moans निकलने लगे। मृत्युंजय उसकी pussy पर जिस तरह से अपना अंगूठा चला रहा था, उससे धानी और भी ज्यादा पागल हो रही थी।
उसे अपनी pussy में हद से ज्यादा गुदगुदी हो रही थी और ऊपर से उसे अपना orgasm भी फील हो रहा था। कुछ देर clitoris पर अंगूठा रगड़ने के बाद मृत्युंजय ने अपनी दो fingers उसकी pussy में insert कर दीं।
अगले ही पल धानी पागल होते हुए बोली —
“Please Mr. Rathore, don’t torture me like that…!”
वही मृत्युंजय उसकी आंखों में देखते हुए dominating voice में बोला —
“What do you want, baby…?”
मृत्युंजय की बात पर धानी उसकी आंखों में देखते हुए अपनी आंखें झुका कर उसके dick की तरफ देखने लगी। यह देखकर मृत्युंजय के चेहरे पर devil expressions आ गए। तभी उसने अपनी cold voice में कहा —
“ऐसे नहीं बच्चे, मुझसे बात करो…”
तभी धानी ने अपना हाथ उसके dick पर रखते हुए उसकी आंखों में देखकर कहा —
“मुझे यह चाहिए…”
यह सुनकर मृत्युंजय की आंखों में और भी ज्यादा madness छा गई। वह धानी की आंखों में देखते हुए बोला —
“मिलेगा बेबी, यह भी बहुत जल्दी मिलेगा… पहले let’s fun together…”
इतना कहकर वह अगले ही पल नीचे की तरफ झुक गया और धानी की pussy की layers को खोलकर अपनी जीभ को अंदर डालकर उसे tongue fuck करने लगा।
“Oooooooooooooh my god Mr. Rathore… you make me crazy… fuck me, please do something Mr. Rathore… I am dying… fuck me like I am your bitch…!!”
बढ़ते पल के साथ धानी की मदहोश कर देने वाली सिसकियां कमरे में गूंज रही थीं।
कुछ देर धानी को tongue fuck करने के बाद, जब धानी को दोबारा अपना orgasm फील होने लगा तो मृत्युंजय ने उसकी खुशी को अच्छी तरह से लपक कर सारा orgasm अपने होठों से अंदर ले लिया।
अगले ही पल वह धानी के सामने आया। धानी उसे मदहोश नजरों से देखते हुए बोली —
“Please do something Mr. Rathore… I’m gonna mad with this feeling…”
इतना कहते हुए धानी की सांस बेहद तेज चल रही थी।
वही धानी का हाल देखकर मृत्युंजय ने अपने लोअर लिप को दांतों के तले दबाकर कहा —
“Do you want I fuck you…?”
वही धानी उसकी बात सुनकर devil smile के साथ बोली —
“Yes, I want…”
इतना कहते हुए धानी की आंखों में पूरी तरह से मदहोशी छाई हुई थी।
वही धानी की बात सुनकर अगले ही पल मृत्युंजय बोला —
“Then take it…”
इतना कहकर मृत्युंजय ने अपना dick धानी में widely insert कर दिया। धानी की जोरदार चीख कमरे में गूंज गई औ
र मृत्युंजय के चेहरे पर devil expressions आ गए।
To be continued…
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