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Intmacy

Rathore farmhouse,,

Mrityunjay's room,,

अभी-अभी मृत्युंजय में धानी को अपनी पेंट की जीप खोलने को कहा था। वही मृत्युंजय की बात सुनकर धानी का दिल जोरो से धक-धक करने लगा उसे तो समझ में ही नहीं आ रहा था कि वह करें तो क्या करें क्योंकि धानीइतनी bold नहीं थी। क्योंकि वह गांव में बड़ी हुई थी। जिस वजह से उसको इन चीजों की ज्यादा नॉलेज नहीं की। वही मृत्युंजय धानी के एक्सप्रेशन देखकर,,,,

डेविल स्माइल करते हुए बोला रहने दो तुमसे नहीं होगा मैं इसलिए कह रहा हूं।""कि मुझे किसी और.. ‌.... ""अभी उसने इतना ही कहा था। की धानी ने उसके होठों पर अपना हाथ रखते हुए बोलिए अब क्यों बार-बार मेरा मन जला रहे हैं। आप जान बूझ कर ऐसी बात करते हैं ना जिससे हमें तकलीफ हो,, और हमारा मन जले,,

धानी की बात पर कुछ देर मृत्युंजय ने उसकी आंखों में देखा,,,, फिर उसने दोबारा धानी को अपनी पेंट की ओर इशारा किया उसका इशारा पाकर धानी एक पल के लिए फिर से चुप हो गई पर अगले ही पल उसने अपने कांपते हुए हाथ मृत्युंजय की पेंट की ओर बढ़ने शुरू कर दिए,,

वही मृत्युंजय भी उसके हाथों को बड़ी गौर से नोटिस कर रहा था जो की साफ बयां कर रहे थे कि आज तक उसने कभी किसी के साथ कोई ऐसी वैसी हरकत नहीं की थी। ये देख मृत्युंजय के होठों के कोने मुड़ गए,, पर अगले ही पल मृत्युंजय ने उसके हाथों को अपने हाथ में लिया और एक झटके से अपनी पेट के बटन पर रख दिया,, मृत्युंजय के ऐसा करते ही धानी अंदर तक कांप गई। धानी की सांस गहरी होनी शुरू हो गई उसका दिल जोरों से धक-धक कर रहा था। बढ़ते पाल के साथ धानी के रोंगटे खड़े हो रहे थे।

अब धानी मृत्युंजय की पेट का बटन खोलने की कोशिश कर रही थी पर उसे खुल नहीं रहा था क्योंकि पेट का बटन काफी टाइट था। वही मृत्युंजय जो बड़े गौर से उसकी हर एक चीज को नोटिस कर रहा था। धानी की नजरे बिल्कुल नीची थी उसका ध्यान पेट का बटन खोलने में था। उसकी वो नाजुक सी उंगलियां मृत्युंजय की पेंट का बटन नहीं खोल पा रही थी तकरीबन 5 मिनट धानी मृत्युंजय की पेंट के बटन से उलझती रही ,,,उसकी उंगलियां बिल्कुल लाल पड़ चुकी थी पर पेंट का बटन खुलने का नाम ही नहीं ले रहा था।।

जब धानी से पेंट का बटन नहीं खुला तो मृत्युंजय ने अपने एक हाथ से ही झटके से पेट का बटन तोड़ दिया ,,और यह देखकर धानी की आंखें हैरत से फैल गई,,,,""हु इस झटके से बोली अगर ऐसा ही करना था तो हमें बटन खोलने के लिए कहा ही क्यों,,, वही मृत्युंजय ने उसकी बात सुनी पर कोई जवाब नहीं दिया,,

वही धनी जो की मृत्युंजय के जवाब का इंतजार कर रही थी जब तकरीबन 10 मिनट तक जब मृत्युंजय ने कोई जवाब नहीं दिया तो धानी चुपचाप अपनी नज़रे झुकाकर वही खड़ी हो गई वह मृत्युंजय की आगे की इंस्ट्रक्शन का इंतजार कर रही थी। पर मृत्युंजय ने जो आगे कहा उसे सुनकर धानी,की आंखें हैरत से फैल गई,,, वही मृत्युंजय अपनी बात आगे बढ़ते हुए,,,""make down my pant shy girl with my undergarments,,

मृत्युंजय की बात सुनकर धानी की होश उड़ गए,, वह अपनी लड़खड़ाति हुई आवाज से बोली देखिए हम आपकी हर बात मानने को मंजूर है पर लिमिट में रहकर,, ये कोई तरीका नहीं है किसी को टॉर्चर करने का,, धानी की बात सुनकर एक पल के लिए मृत्युंजय उसकी और देखता ही रह गया और अगले ही पल वह धनी के बिल्कुल पास आकर खड़ा हुआ और उसके कान के ऊपर झुक कर बोला ऐसी हॉट पनिशमेंट देखकर तुम्हारे मुंह में पानी नहीं आ रहा दूसरी लड़कियां तो इस मौके का फायदा उठाती हैं और तुम्हें यह टॉर्चर लग रहा है

चलो सही है अब चलता हूं मैं यहां से क्योंकि मुझे दूसरी लड़की के पास जाना है उसकी बात सुनकर धानी की आंखें एक बार फिर नम हो गई थी। क्यूंकि मृत्यु से उसे बार-बार दूसरी लड़कियों के पास जाने की धमकी दे रहा था और इस बात से उसका दिल बार-बार टूट रहा था ना चाहते हुए भी उसने अब मृत्युंजय की पेंट पर हाथ रखा जिसे देख मृत्युंजय के चेहरे पर डबल एक्सप्रेशन आ गई,,, वही धानी में अब धीरे-धीरे कर मृत्युंजय की पेंट को नीचे सरकाना शुरू किया,,

जब धनी नहीं मृत्युंजय की पेंट को नीचे की तरफ सरकाना शुरू किया तो मृत्युंजय उसको रोकते हुए,,,""रुको Wifey take my undergarments too

मृत्युंजय की बात पर धानी ने अपनी आंखें बंद कर गहरी सांस ली और अगले ही पल उसने धीरे-धीरे अपने कांपते हुए हाथों से मृत्युंजय के अंडरगारमेंट को v लाइन से नीचे सरकार आना शुरू किया,, मृत्युंजय का अंडरगारमेंट थोड़ा सा नीचे हुआ ही था। कि उसका d*ick फुदक कर धानी के मुंह पर आकर लगा,,, जैसे ही धानी के मुंह पर मृत्युंजय का dick लगा,, शर्म के मारे का पूरा चेहरा लाल पड़ गया।

एक पल के लिए मृत्युंजय की नजर उसके चेहरे पर ही ठहर गई क्योंकि उसे धानी के चेहरे पर इस वक्त दुनिया जहां की मासूमियत ठहर गई थी उसका वह मासूम सा चेहरा देख कर मृत्युंजय के दिल में कुछ कुछ होने लगा ,,, वही धानी ने अब मृत्युजय की पेंट और अंडरगारमेंट्स दोनों उतार दिए थे अब हम मृत्युंजय भी धानी के सामने बिल्कुल नेकेड खड़ा था।

मृत्युंजय की हालत देखकर धानी ठीक से उसकी तरफ देख भी नहीं पा रही थी वही मृत्युजय की नजर तो अभी भी धानी के चेहरे पर टिकी हुई थी क्योंकि धानी का चेहरा वक्त के साथ-साथ और भी सुर्ख होता जा रहा था। धानी को मृत्युंजय के सामने ऐसे बहुत ज्यादा शर्म महसूस हो रही थी क्योंकि वह दोनों एक दूसरे के सामने बिल्कुल नेकेड थे। पर मृत्युंजय को इस चीज से कोई फर्क है नहीं पड़ रहा था वह तो अपनी ही धुन में मग्न था उसे आज धानी को देखकर ना जाने कौन सा सुकून मिल रहा था।

वही धानी मृत्युंजय की गहरी नजरे खुद पर महसूस कर सकती थी पर वह खुद को ढकने के लिए कुछ भी नहीं कर सकती थी। धानी की दिल की धड़कन इस वक्त बेहद स्पीड से चल रही थी जिसकी आवाज मृत्युंजय को साफ सुनाई दे रही थी। मृत्युंजय ने अब अपने दो कदम और धानी की तरफ बढ़ा दिए और बिल्कुल धानी के पास आकर खड़ा हो गया। मृत्युंजय को अपने इतने पास देखकर धानी की सांस जैसे उसके हलक में हीअटक गई।

वो एक पल के लिए सांस लेना ही भूल गई,, क्योंकि मृत्युंजय अपनी पंजों के बाल नीचे बैठा और अगले ही पल उसने धानी की एक टांग को अपने कंधे पर रख लिया और अगले ही पल उसने दाने की pu*ssy के प्लेयर्स को अपनी दो उंगलियों से खोलने लगा और पानी के क्लीटोरिस को अपनी दो फिंगर से धीरे-धीरे रब करने लगा,,, जिससे धानी का दिल उसके सीने से बाहर आने को हो रहा था,, मृत्युंजय की हरकतें आज धानी को पूरी तरह से पागल कर रही थी।

मृत्युंजय की उंगलियां जैसे-जैसे धनी की पूसी पर चल रही थी धानी को अपने शरीर में एक करंट सा दौड़ता हुआ महसूस हो रहा था। पर अगले ही पल जब मृत्युंजय ने अपनी wet tongue को धानी की pus*sy पर रखा तो धनी पूरी तरह से कांप उठी,, धानी के हाथ खुद पर खुद अब मृत्युंजय के बालों में उलझने लगे,,, और उसकी सांसों ने गहरा होना शुरू कर दिया था। जिस वजह से उसके बूब्स ऊपर नीचे हो रहे थे वही मृत्युंजय उसकी pus*sy को अपनी जीभ से lick करते हुए उसके ब्रेस्ट को ही देख रहा था। धानी की वह परफेक्ट बस जब ऊपर नीचे हो रहे थे तो और भी ज्यादा अट्रैक्टिव लग रहे थे जिसे देख मृत्युंजय एक पल के लिए पागल सा होने लगा था। उसने अभी एक हाथ आगे बढ़कर धानी के बूब्स पर रख दिया और उन्हें हल्का-हल्का प्रेस करने लगा।

वही धानी तुम जैसे किसी और ही दुनिया में पहुंच गई थी उसकी सिसकियां पूरे बाथरुम में अब गूंजने लगी थी।aaaaashhhhhhhh mmmmmssaaaaaaahhhhhh please stop their Mr mirani,,,aaaaaaaaahhhhhhhh I'm going I'm going to die aaaaaaaahhhhhhhhh

धानी के moans मृत्युंजय को और भी पागल कर रहे थे। धानी के बदन पर अब पसीने की बुंदे उभरने लगी थी। उसका पूरा बदन शिवर करने लगा था। वही मृत्युंजय अभी भी धनी की pus*sy को lick कर रहा था। और अब उसने अपनी एक फिंगर धनी की pus*sy इंसल्ट कर दी जिससे धानी में अपने पंजे ऊपर की तरफ उठा लिए,, और आप मृत्युंजय अपनी फिंगर को धानी की pus*sy में in and out कर रहा था। जिससे धनी और भी पागल होने लगी उसके हाथ मृत्युंजय के बालों को नोचने लगे थे। और वो मृत्युंजय के सर को,, अपनी pus*sy में push कर रही थी।

अगले ही पल मृत्युंजय ने अपनी दूसरी फिंगर भी धानी की pus*sy में इंसर्ट कर दी,, जिससे धानी के पैर और भी ऊपर की तरफ उठने लगे पर मृत्यु जय ने उसकी कमर पर हाथ डालकर उसे नीचे की तरफ खींच दिया जिसे धानी का पूरा बदन और भी अकाडने लगा। कुछ ही देर में धानी के चिल्लाने की आवाज बाथरूम में गूंज गई क्योंकि उसे CMM हो गया था। अब उसकी pus*sy wet हो गई थी,,

वही मृत्युंजय की fingers उसकी wetness से भर चुकी थी। अब अगले ही पल मृत्युंजय उन्हें धानी के सामने कर उसकी आंखों के सामने उसकी wetness को lick करने लगा,, वही धनिया जो की गहरी गहरी सांस ले रही थी। मृत्युंजय को इस तरह से अपनी विटनेस lick करता देख उसके रोंगटे खड़े हो रहे थे।

वही मृत्युंजय अब एक बार फिर से धानी की pus*sy पर झुक कर उसकी pus*sy को दोबारा lick करने लगा। कुछ ही देर में मृत्युंजय नेpus*sy की विटनेस अपनी tongue से साफ कर दीजिए और अगले ही पल मृत्युंजय धानी के बराबर खड़ा हुआ और उसने धानी की कमर को पकड़ कर ऊपर की तरफ उठाया जिससे अगले ही पल धानी की टांगे उसकी तर्ज़ो पर रेप हो गई,,,

और अगले ही पल उसने अपना dick उसकी pus*sy मैं इंसर्ट कर दिया और धानी तड़प उठी उसका चेहरा पूरी तरीके से लाल हो गया और आंखें बंद हो गई,, वह अपने होठों को दबाकर अपने दर्द को बर्दाश्त करने की कोशिश कर रही थी। वही मृत्यु हो जाए आज बिल्कुल भी धानी के साथ वाइल्ड नहीं था। वह धीरे-धीरे अपने dick को उसके in and out कर रहा था। वह खुद को धानी के अंदर मूव करते हुए धानी के चेहरे को देख रहा था जिस पर इस वक्त दर्द उतरा हुआ था पर फिर भी कुछ देर बाद धानी का चेहरा नॉर्मल होना शुरू हो गया। अब उसके चेहरे पर हल्का-हल्का प्लेजर छाने लगा था।

ऐसे ही कितने घंटे यह सिलसिला चलता रहा और अब तक दोपहर के 3:00 बज गए,, पर अभी भी मृत्युंजय धानी के अंदर खुद को मूव कर रहा था।

वही धानी के चेहरे को देखकर ही पता चल रहा था जैसे अब उसमें जान ही ना बची हो। धानी अब पूरी तरीके से थक चुकी थी।,, वही मृत्युंजय के चेहरे पर भी कहीं ना कहीं सेटिस्फेक्शन के भाव आने शुरू हो गए थे। कुछ 15 मिनट बाद मृत्युंजय ग्रोल करने लगा और खुद को धानी के , ,ट्रस्ट करते हुए,,,ooooooohhhhhhhim I am gonna fuck every ench,,in you body shygirl aaaahhhhhhhyaaaaaahhhhhhhfuck you hader deeper aaaaahhhhh

कुछ ही देर में मृत्युंजय,, धानी के अंदर पूरी तरह से रिलीज हो चुका था।

तकरीबन 15 20 मिनट बाद वह दोनों नहा कर बाथरूम से बाहर आए और धानी सीधा ही आकर बिस्तर पर गिर पड़ी और कुछ ही देर में उसे नींद आ गई वही मृत्युंजय को अभी भी नींद नहीं आ रही थी। वह सीधा सोफे पर जाकर बैठकर सिगरेट पीने लगा और एक तक धानी के मासूम चेहरे को देखने लगा,,

मृत्युंजय खुद में ही बड़बड़ाया मत करो कितना इश्क मुझे बर्बाद हो जाओगी,, और फिर कभी खुद से आबाद नहीं हो पाओगी,,,

इश्क के काबिल नहीं हूं मैं तुम्हारी नफरत के काबिल हूं मानता हूं तुम्हें मैं बर्बाद किया है पर आबाद भी नहीं करना चाहता हूं।

इतना कहते हुए मृत्युंजय के चेहरे पर मिस्टीरियस एक्सप्रेशन थे।

To be continue..........

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