08

I like your virginity

Rothore villa,,

Mrituejaye's room,,

मृत्युजय ने अभी अभी अपना di*ck धानी की puss*y में इंसर्ट किया था। जिससे धानी की puss*y का ब्लड मृत्युजय के dic*k पर लग गया था। और उस ब्लड को देख कर न जानें क्यों मृत्युजय को एक अलग ही सेटिस्फेक्शन मिल रहा था।

वहीं मृत्युजय का dic*k अपने अंदर जाते ही धानी का मुंह पूरी तरह से लाल हो गया था। उसकी चीख पूरे कमरे में गूंज गई थी। उसकी आंखो से अब पानी बह रहा था। वो अपनी दर्द भरी आवाज में बोली please इसे बाहर निकलिए हम इसे अपने अंदर bardashy नही कर पा रहे हमें हद से जायदा दर्द हो रहा है।

हम मर जायेंगे हमरी जान निकल जायेगी धानी की बात पर,, मृत्युजय के फेस पर डेविल स्माइल आ गई,, वो धानी के ऊपर थोड़ा झूका और अगले ही पल उसके कान में बोला मेने तुम्हारे अन्दर अपनी जान डाल दी shy girl,, और तुम जान निकालने की बात कर रही हो,, I like it shy girl,, I like your vergnity,,

इतना कह उसने जोर से धानी के अंदर खुद को पुश किया,, और अगले ही पल धानी की एक और दर्द नाक चीख उस कमरे में गूंज गई,, अब मृत्युजय थोड़ा ऊपर की तरफ उठा,, और उसने अपना एक हाथ,, धानी के गले पर रख दूसरा हाथ,, धानी की बूब पर रख उसे बडी शिद्दत से मसलने लगा,,,

और साथ साथ में वो खुद को धानी के अंदर स्ट्रोक कर रहा था। बढ़ते पल के साथ उस्के स्ट्रोक और भी हार्ड होते जा रहे थें। जो की धानी हैंडल नही कर पा रही थी। और धानी लगभग हर स्ट्रोक के साथ उसकी चीख निकल राही थी। वहीं मृत्युजय तो टाइम के साथ और भी वाइल्ड होता जा रहा था।

खुद को पुश करते हुए वो साथ में धानी की बूब्स पर मसलते हुए spank भी कर रहा था। जिससे धानी को और भी दर्द हो रहा था। वो अपनी दर्द से भरी आवाज में please रुक जाइए हमे दर्द हो रहा है।

तभी मृत्युजय अब देर हो चुकी है शाई गर्ल अब तलवार मियान से निकल चुकी है। तो वो बोली लेकर ही मानेगी,, इतना कह उसने अब धानी को पलटा और,,, अब धानी के घुटने बेड पर लगे थे। और मृत्युजय ने अपना हाथ पीछे उसकी गर्दन पर रख अगले ही पल उसे पूरी तरह नीचे झूका दिया था।

और अगले ही पल मृत्युजय ने पीछे धानी की pus*sy में अपना di*ck इंसर्ट कर दिया था। जिसका दर्द अब असहनीय था। जिससे धानी की एक और चीख उस कमरे में गूंज गई,, वो रोते हुए बोली please बस किजिए हमे अब बहुत दर्द हो रहा है। और ऊपर से हमे वाशरूम यूज करना है।please,,,,,,,

उसकी बात पर मृत्युजय धानी को वैसे ही उठाया,, और उसका di*ck अभी भी धानी के अंदर था। मृत्युजय नीचे से उसकी थाई में हाथ डाल उसे ऊपर की तरफ उठाया,, और धानी की बैक मृत्युजय की चेस्ट के साथ लग गई थी। वही मृत्युजय उसे वैसे ही उठा कर बॉथरूम में लेकर आया,, उसने उसे बॉथरूम के कमोड के लेफ्ट और राइट उसी नीस कमोड पर रख,, और धानी के दोनों हाथ,,

फ्लशर पर रख,, वहा का बॉथरूम हद से जायदा क्लीन था। जिस वजह से मृत्युजय को ये करते हुए,, बिलकुल भी इरिटेशन नही हो रही थी। अगले ही पल मृत्युजय ने धानी के दोनों हाथ फ्लशेर पर रख,,खुद को फिर से स्टोक करने लगा,,,

वहीं धानी तो एक दम ब्लैक हो गई थी। उसे बॉथरूम बहुत तेज लगा था। जिसे वो जायदा देर कंट्रोल नही कर सकती थी। पर मृत्युजय तो उसे छोड़ ही नहीं रहा था। तभी मृत्युजय उसकी बैक पर स्पैक कर खुद को hardly मूव करते हुए,,came on shy girl,,release your सेल्फ इतना कह कर वो जोर जोर से स्टोक कर रहा था। और उसकी बैक पर spank कर रहा था। मृत्युजय के वाइल्ड होने से धानी उसे खुद में बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। तभी मृत्युजय ने एक और हार्ड स्टोक किया,, और धानी का बॉथरूम वहीं निकल गया,, मृत्युजय रुका नहीं,, धानी के बॉथरूम करते हुए भी वो लगतार,, अपने d*ick hardly move करवा रहा था।

उन दोनों की स्किन की आवाज बॉथरूम में गुंज रही थी वहीं धानी अब रिलीज हो चुकी थी। उसके रिलीज होते ही मृत्युजय ने उसे अपनी और घुमाया और उसकी टांगो को अपनी tarso पर लपेट कर उठाया,,but still he inside from her,,,

और उसे शॉवर के नीचे लेकर खड़ा हो गया,, और अगले ही पल उसने ऊपर से शॉवर ऑन कर दिया,, और दोनों शॉवर के नीचे भोगने लगे वही मृत्युजय अभी भी खुद को धानी के अंदर पुश कर रहा था।

वहीं धानी की चीखे अब मदहोश सिसकियों में बदलने लगी,,,, और ऐसे ही एक घंटा बॉथरूम में वो दोनो intimate होते रहे,,

रात के 3 बजे,,

मृत्युजय ने धानी को बेड पर लाकर छोड़ा धानी अब भी नेक्ड थी। और मृत्युजय भी,, मृत्युजय ने एक नज़र उसे देखा और टावल को लपेट कर बालकनी में आकर सिगरेट,, जला कर कश भरने लगा,, और एक बार फिर से धानी को देख कर बोला,,

कुछ जख्मों का मरहम नही होता,, पर लगाता है। कुछ का होता है। इतना कह उसकी नजर धानी पर गहरी हो गई थी। थोड़ी देर सिगरेट पीने के बाद मृत्युजय अंदर आया,, और खुद पर से टावल हटा कर,, धानी के बगल में लेट गया,, उसने अब खुद पर और धानी पर चद्दर ली और,, धानी के चेहरे को गौर से देखने लगा,,

थोड़ी देर बाद मृत्युजय को भी नींद आ गई।

सुबह के 7 बजे,,

धानी की आंख खुली,, और उसकी आंखो के सामने मृत्युजय का चहरा था। मृत्युजय इस वाक्य गहरी नींद में सोया हुआ था। और वहीं मृत्युजय को देख धानी को कल रात हुई,, सभी बाते और,,intmacy याद आई तो उसकी आंखो में आंसू बहने लगे,,

पर थोडी देर बाद उठी,, के तभी रूम का डोर नॉक हुआ,, जिससे धानी के होश उड़ गाए,, बाहर से,,, संस्कृति जी आवाज आई,, मृत्यु उठे नही बेटा,,

संस्कृति जी की आवाज सुन धानी अंदर तक कांप गई,, धानी ने इस वक्त बदन पर कुछ भी नहीं पहना हुआ था। ऊपर से उसके पास कोई कपड़े नही थी। तभी संस्कृति जी की आवाज दोबारा धानी के कानो में पड़ी जिसे सुन कर,,, मृत्युजय की भी आंख खुल गई,,

वो बीना हिचकिचाहट बोला वहां मेरी शर्ट पड़ी है। उठा कर पहन लो और डोर खोल दो,, मोम है। बाहर,, उसकी बात सुन धा

नी की तो सिटी पीटी गुल हो गई।

To be continue.....

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