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Romance/galti

Switzerland

एक जेट एक बिल्डिंग के रूफटॉप पर आकर रुका और अगले ही पल जब उसका डोर खुला तो उसमें से अहाना और रुद्र बाहर निकले। रुद्र ने अहाना को अपनी गोद में उठाया हुआ था, वहीं अहाना एकटक रुद्र के चेहरे को देख रही थी।

वहीं रुद्र का ध्यान सामने की तरफ था। वह अहाना की तरफ बिना देखे बोला –

“मुझे ऐसे घूमना बंद करो क्यूटी पाई, unless मैं यहीं पर तुम्हें खाना स्टार्ट कर दूंगा।”

रुद्र की बात सुनकर अहाना पूरी तरह से हड़बड़ा गई और उसने अपनी नज़रें इधर-उधर करनी शुरू कर दी। उसकी इस हरकत को देखकर रुद्र के चेहरे पर एक गहरी मुस्कुराहट तैर गई। वहीं अहाना ने उसकी मुस्कुराहट देखकर अपना चेहरा उसके गले में छुपा लिया।

रुद्र के चेहरे पर अहाना की इस हरकत को देखकर और भी ज्यादा गहरी मुस्कुराहट तैर गई। अगले ही पल रुद्र जेट से बाहर आया और अहाना को लेकर बिल्डिंग के लिफ्ट की तरफ बढ़ गया। देखते ही देखते लिफ्ट बिल्डिंग के टॉप सेकंड फ्लोर पर जाकर रुकी।

रुद्र ने अहाना को अभी भी अपनी गोद में उठा रखा था और ऐसे ही उठाकर वह अहाना को अपने रूम की तरफ ले आया। रुद्र का रूम काफी लग्ज़रियस और बड़ा था। जैसे ही रुद्र ने रूम का डोर ओपन किया, अहाना ने अपना चेहरा उसकी गर्दन से बाहर निकालकर रूम की तरफ निगाहें घुमाई तो उसकी सांसें जैसे उसके गले में ही अटक गईं।

क्योंकि रूम इतना ज्यादा खूबसूरत था कि कोई भी देखकर हैरान हो जाए। ऊपर से रुद्र ने पूरा रूम डेकोरेट करवा रखा था। रूम के हर कोने में रेड फ्लॉवर्स से डेकोरेशन की गई थी, और रूम की fragrance पूरी तरह से गुलाब की खुशबू से महक रही थी। वहां पर लगी कैंडल्स रूम को और भी ज्यादा खूबसूरत बना रही थीं।

वहीं रुद्र अब अहाना को अंदर की तरफ लेकर आया और अगले ही पल उसने अहाना को बेड पर लिटाते हुए उसकी आंखों में देखकर बोला –

“I don’t know what is the age gap but now… this time I mean it. This is only numbers.”

इतना कहकर रुद्र उसके होठों पर झुका और अगले ही पल पैशनेटली किस करने लगा। अहाना भी उसे पूरी तरह से रिस्पॉन्स दे रही थी। अहाना का दिल इस वक्त जोर-जोर से धक-धक कर रहा था। उसे अपनी पुसी में एक अलग ही सेंसेशन महसूस होना शुरू हो गई थी, जो वह खुद नहीं समझ पा रही थी। उसके पेट में बटरफ्लाई उड़ रही थीं, एक अलग सा एहसास उसके मन में गुदगुदा रहा था।

वहीं रुद्र लगातार उसे चूमे जा रहा था और धीरे-धीरे उसका हाथ अहाना के सीने पर जाकर उसकी ब्रेस्ट को हल्का-हल्का प्रेस करने लगा। पर अगले ही पल रुद्र ने अपना हाथ उसकी ब्रेस्ट से हटा लिया और अपनी किस ब्रेक करके एक बार अहाना की तरफ देखकर बोला –

“तुम्हें कोई एतराज़ तो नहीं अगर मैं तुम्हारे इतने करीब आता हूं तो?”

रुद्र का यह सवाल अहाना की धड़कनों को और भी बेकाबू कर रहा था। उसकी सांसें गहरी होती जा रही थीं। पर रुद्र ने जिस हिसाब से यह पूछा था, उससे उसका चेहरा पूरी तरह से लाल पड़ चुका था। शर्म के मारे उसकी आंखों की पलके झुक गई थीं।

जैसे ही अहाना ने अपनी पलकों को झुकाया, रुद्र का दिल जोर से धड़क उठा…

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दूसरी तरफ,

रॉबिन का पर्सनल विला…

सुबह के 6:00 बजे,

जानवी और रॉबिन बेड पर सो रहे थे। दोनों इस वक्त पूरी तरह से नेकेड थे और एक ही ब्लैंकेट में सो रहे थे। रॉबिन ने पीछे से जानवी को कस के अपनी बाहों में भर रखा था। जानवी का चेहरा आज बहुत कुछ कह रहा था – उसकी आंखें जैसे रो-रोकर सूजी हुई थीं। कमरे की हालत ही रात का पूरा अफसाना बयां कर रही थी कि रात को उन दोनों के बीच क्या हुआ होगा।

जानवी तो रोते-रोते ही सो गई थी, वहीं रॉबिन ने न जाने कब जानवी को छोड़ा और खुद भी गहरी नींद में चला गया।

सुबह तकरीबन 11:00 बजे,

रॉबिन की आंख खुली और जैसे ही खुली उसके सिर में जोर का दर्द हुआ। उसे अपने आप में कुछ अजीब महसूस हुआ। आंखें बंद किए ही रॉबिन ने अपने हाथों को स्ट्रेच करने की कोशिश की, पर अगले ही पल जब उसे किसी के पास होने का एहसास हुआ, उसने एक झटके से आंखें खोलीं और सामने एक लड़की को देखकर उसका दिल धक-सा रह गया।

वह शॉक्ड आंखों से लड़की को देखता रहा। उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा क्योंकि साथ वाली लड़की बिल्कुल ही नेकेड थी। इससे साफ पता चल रहा था कि रात को उनके बीच कुछ ना कुछ जरूर हुआ है।

रॉबिन ने लड़की को हिलाने की कोशिश की, पर जैसे ही उसने लड़की के कंधे पर हाथ रखा, उसके होश उड़ गए। क्योंकि वह लड़की पूरी तरह से भट्टी की तरह तप रही थी और शायद उसे बहुत तेज बुखार था। बुखार की हालत में ही वह लड़की बेहोशी से न जाने कब से सो रही थी।

लड़की की हालत देखकर रॉबिन के पैरों तले जमीन खिसक गई। वह जल्दी से अपनी जगह से उठा, अपनी पैंट पहनी और डॉक्टर को कॉल लगाने लगा। रॉबिन के हाथ कांप रहे थे। उसने अपने सिर पर हाथ रखकर कहा –

“यह मैंने क्या कर दिया…”

रॉबिन का दिमाग पूरी तरह से घूम चुका था। उसने अपनी शर्ट उठाई और लड़की की तरफ बढ़कर ब्लैंकेट के ऊपर से ही उसे शर्ट पहनाने लगा। लड़की को शर्ट पहनाते वक्त रॉबिन को बहुत शर्म महसूस हो रही थी, क्योंकि बार-बार कहीं ना कहीं उसके हाथ लड़की के बदन को छू रहे थे। जिससे रॉबिन को अपने शरीर में खलबली सी महसूस हो रही थी।

करीब 15–20 मिनट बाद,

एक लेडी डॉक्टर जानवी को चेक कर रही थी। चेक करते हुए उसने एक बार रॉबिन को अजीब नजरों से देखा। यह देखकर रॉबिन ने अपनी आंखें दूसरी तरफ फेर लीं, क्योंकि उसे बहुत अजीब लग रहा था। उसने इस वक्त लोकल डॉक्टर को बुलाया था, जबकि उसके घर की अपनी एक पुरानी डॉक्टर थी। फिर भी उसने उन्हें नहीं बुलाया क्योंकि वह इस चीज से बचना चाहता था।

वहीं डॉक्टर ने कुछ देर जानवी को चेकअप किया और इंजेक्शन लगाकर रॉबिन की तरफ देखते हुए बोली –

“इसका फर्स्ट टाइम था, इसीलिए इसे बहुत तेज बुखार हो गया है। इंजेक्शन मैंने दे दिया है, कुछ देर में फर्क पड़ जाएगा। वैसे… यह आपकी है कौन?”

जैसे ही डॉक्टर ने यह बात पूछी, रॉबिन की आंखें बड़ी हो

गईं और उसका दिल जैसे धड़कन ही भूल गया…

To be continued…

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