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Mera ki sachaai

Kapoor mansion,,

माइकल इस वक्त बालकनी में खड़ा था और उसके हाथ में फोन था। अभी-अभी सामने से उसके पर्सनल असिस्टेंट यानी की समर ने उसे कुछ ऐसा कहा था जिसे सुनकर माइकल का दिल धक्का सा खा गया था और अगले ही पल माइकल के हाथों से फोन छूट कर नीचे जमीन पर गिर गया। माइकल के हाथ बुरी तरह से कांप रहे थे, उसकी धड़कन जैसे धड़कने से इनकार कर रही थी।

क्योंकि अभी-अभी समर ने उसे मीरा के बारे में सारी सच्चाई बताई थी कि क्यों मीरा माइकल को छोड़कर गई थी। असल में, मीरा की स्टेप मदर सोफिया ने उसे धमकी दी थी कि अगर वह किसी को अपनी ज़िंदगी में लेगी, अगर वह किसी से शादी करने का सोचेगी भी तो वह उस लड़के को मरवा देगी। और जब सोफिया को माइकल के बारे में पता चला तो उसने मीरा को धमकी दी थी कि अगर उसने माइकल को नहीं छोड़ा तो वह माइकल को मरवा देगी।

क्योंकि मीरा के नाम उसके पिताजी ने मरते समय सारी प्रॉपर्टी कर दी थी। जिस प्रॉपर्टी का लालची माइकल उसे समझ रहा था, वह प्रॉपर्टी पहले से ही मीरा की ही थी। मीरा की स्टेप माँ उसे सिर्फ वह प्रॉपर्टी हथियाना चाहती थी, जिस वजह से उसने सारा षड्यंत्र रचा था। असल में, मीरा के पिताजी ने जब वह प्रॉपर्टी का विल बनाया था, उसमें उन्होंने सारी प्रॉपर्टी मीरा के नाम कर दी थी। पर उससे पहले दो शर्तें रखी थीं—

पहली, मीरा का 19 साल का होना ज़रूरी था।

दूसरी, 19 साल की होने के बाद मीरा की शादी होने पर पूरी की पूरी प्रॉपर्टी मीरा के नाम चली जाती।

और जिस दिन मीरा की माँ को माइकल के बारे में पता चला, तो सोफिया ने प्लानिंग करके मीरा को एक होटल में बुलाया और उसे बेहोश करके उसके आधे कपड़े उतारकर एक लड़के के साथ रूम में लिटा दिया। और अगले ही पल उसने माइकल को भी उस होटल में बुलाया और उसे जानकारी पहुंचाई कि, "मीरा किसी और लड़के के साथ है और वह तुम्हें धोखा दे रही है। और अगर वह माइकल को छोड़ेगी तभी उसे उसके पिता की प्रॉपर्टी मिलेगी।"

जब माइकल को यह बात पता चली तो पहले तो उसे यकीन नहीं हुआ। पर जब उसे होटल का पता मिला तो वह खुद पुष्टि करने वहाँ पहुंचा। जैसे ही उसने होटल के रूम नंबर 502 में देखा, तो उसका दिल जैसे धड़कन ही भूल गया। सामने मीरा पूरी तरह से नग्न एक चादर में लिपटी हुई थी और उसके साथ एक लड़का लेटा हुआ था, जो पूरी तरह से नींद में था।

यह देखकर माइकल का दिल हजारों टुकड़ों में बिखर गया और वह बिना कुछ कहे मीरा की ज़िंदगी से चला गया।

और अभी-अभी समर ने माइकल को मीरा की सारी सच्चाई बताई थी, जिसे सुनकर माइकल की आंखों की नमी उसके गालों पर उतरने को तैयार थी, पर वह उतरने नहीं दे रहा था।

माइकल अब मीरा की तरफ अपने कदम बढ़ा रहा था, पर उसके पैर पूरी तरह से काँप रहे थे। माइकल को ऐसा लग रहा था जैसे उसकी सांसें इसी वक्त रुक जाएंगी। माइकल अब हल्का सा बड़बड़ाया,

"मुझसे गलती हो गई..."

इतना कहते हुए माइकल की आवाज कांप रही थी।

माइकल अब मीरा के पास आकर बैठा और अपने कांपते हुए हाथों से उसका चेहरा थामते हुए गौर से देखने लगा, जो पूरी तरह से फीका और बेजान पड़ चुका था। मीरा अभी भी बेहोश पड़ी थी। माइकल उसके चेहरे पर पूरी तरह झुका हुआ था कि तभी उसकी आंखों की नमी का एक आंसू जैसे ही मीरा के चेहरे पर गिरा, अगले ही पल मीरा की आंखें फड़फड़ाई।

धीरे-धीरे मीरा होश में आने लगी। जैसे ही उसने अपनी पूरी आंखें खोली तो माइकल को अपने इतना पास देखकर एक पल के लिए हड़बड़ाकर उठी और पीछे हटते हुए बोली,

"प्लीज़ माइकल जी, मुझे माफ कर दीजिए... मुझसे गलती हो गई... मुझे जाने दीजिए... मैं आपके आगे हाथ जोड़ती हूं..."

मीरा की हालत देखकर माइकल के दिल से हूक उठी क्योंकि कहीं ना कहीं मीरा की यह हालत माइकल की वजह से नहीं थी।

मीरा की हालत देखकर माइकल को कमरे में सांस लेना भी मुश्किल हो गया। वह अगले ही पल वहाँ से उठा और बाहर की तरफ चला गया। वहीं मीरा बिस्तर पर बैठी अभी भी कांप रही थी।

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वहीं दूसरी तरफ,

Singapore में, Palace of Kapoor's

Dhaanishk इस वक्त बालकनी में खड़ा था और सिगरेट के लंबे कश भर रहा था। उसकी आंखें बेहद लाल थीं क्योंकि ना चाहते हुए भी सौम्या उसके करीब आती जा रही थी और वह उसे थोड़ी देर के लिए खुद से दूर करना चाहता था, जो सौम्या होने नहीं दे रही थी।

Dhaanishk अब आसमान की तरफ देखकर बोला,

"दूरियां ज़रूरी हैं माय लव... दूरियां बहुत ज़रूरी हैं। तुम्हें मुझसे दूर होना होगा, चाहे मुझे कुछ भी करना पड़े। क्योंकि विश्वास सबसे ज़्यादा ज़रूरी है... और माफिया वर्ल्ड में जिस पर विश्वास करो वही धोखा देता है। पर दिल के रिश्ते ऐसे होते हैं कि उन पर विश्वास रखना बहुत ज़रूरी होता है। तुम्हें नहीं पता तुमने क्या गलती की है... पर यह गलती..."

कहते-कहते Dhaanishk चुप हो गया और अगले ही पल उसने हाथों में पड़ी सिगरेट मसल दी और अंदर की तरफ देखा, जहां सौम्या गहरी नींद में सोई हुई थी।

Dhaanishk अब गहरी आवाज में बोला,

"तुम्हें इंडिया वापस जाना होगा।"

इतना कहते हुए उसकी नज़रें सौम्या पर बेहद गहरी थीं।

अगले ही पल Dhaanishk बालकनी से आकर सौम्या के बगल में लेट गया, पर उसने एक बार भी सौम्या को अपनी आगोश में नहीं भरा। बस ऐसे ही लेटे-लेटे सौम्या के चेहरे को देख रहा था। Dhaanishk के मन में एक अलग सा तूफान और बेचैनी चल रही थी। उसके चेहरे पर ऐसे भाव थे जिन्हें समझना बहुत मुश्किल था।

ऐसे ही सौम्या को देखते-देखते सुबह के 8:00 बज गए। Dhaanishk ने जैसे ही वॉच पर टाइम देखा तो वह अपनी जगह से उठा और शॉवर लेने बाथरूम में चला गया। तकरीबन 20 मिनट बाद शॉवर लेकर बाहर आया तो उसकी नज़र एक बार फिर से सौम्या पर चली गई। सौम्या को देखते ही Dhaanishk का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा, पर दूसरे ही पल उसने अपनी धड़कनों को काबू किया और वार्डरोब की तरफ बढ़ गया। कुछ देर में Dhaanishk पूरी तरह रेडी होकर बाहर जाने लगा, तभी उसका फोन बजा।

फोन पर देखा तो उसके पर्सनल असिस्टेंट का फोन था। दूसरी तरफ से आवाज आई,

"सर, रात को सिंघानिया की पार्टी है। और वह लोग भी सिंगापुर में हैं। यह पार्टी उनकी डॉटर के बर्थडे की है। तो क्या आप मैम के साथ वहां जाएंगे?"

पार्टी का नाम सुनकर Dhaanishk ने गहरी सांस ली और एक नज़र सौम्या की तरफ देखकर बोला,

"मैं अकेला जाऊंगा। वह मेरे साथ नहीं जाएगी।"

इतना कहकर उसने फोन काटा और बाहर की तरफ कदम बढ़ा दिए।

क्या तभी पीछे से एक मीठी सी आवाज आई जिसे सुनकर Dha

anishk की धड़कन एक पल के लिए ड्रॉप हो गई...

To be continue...

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