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Shrarti akhil

Kingdom,,

Bathroom में,,

परि इस वक्त कमोड के ऊपर अपनी घुटनों पर डॉगी पोज़िशन में बैठी हुई थी और उसकी ass इस वक्त अखिल की तरफ थी और वह इस वक्त पूरी तरह से नग्न थी। वहीं अखिल भी पूरी तरह से नग्न परी के पीछे अपने dick को पकड़कर खड़ा था और हल्का-हल्का परी की ass crack पर रखकर सहला रहा था, जिससे परी के शरीर में एक करंट सा दौड़ रहा था। परी की टांगे कांप रही थीं, उसने अपनी आंखों को कसकर बंद कर लिया था।

परी का दिल इस वक्त जोर-जोर से धक-धक कर रहा था। वहीं अखिल बस अपने dick को हाथ में पकड़े उसकी ass क्रैक पर फेर रहा था, जिस पर परी खींचकर सीधी होकर बैठते हुए बोली –

परी: "तुम सीधी तरह अपने काम क्यों नहीं कर लेते?"

परी की बात पर अखिल परी को शरारती नजरों से देखते हुए अपने आइब्रो ऊपर उठाते हुए बोला –

अखिल: "तुम्हें बड़ी जल्दी है ऐसे अपने अंदर लेने की।"

उसकी बात पर एक पल के लिए परी बस उसे देखते ही रह गई। अखिल के एक्सप्रेशन देखकर परी को हंसी तो आ रही थी, पर फिर भी उसने खुद को कंट्रोल रखा हुआ था। जब से अखिल आया था, तब से ही वह परी के साथ ऐसी हरकतें कर रहा था जिससे परी को अंदर ही अंदर हंसी आती, पर वह कहीं ना कहीं अपनी हंसी दबाकर रख लेती।

परी एक ऐसा किरदार थी, जिनके होठों पर बड़ी मुश्किल से ही हंसी आया करती थी। कितनी देर तो परी कभी हंसती ही नहीं थी। परी के दादा-दादी भी कभी उसके चेहरे पर हंसी नहीं ला पाते थे क्योंकि जब से परी की मॉम की डेथ हुई थी, उसके बाद परी हंसना ही छोड़ चुकी थी।

परी ने बहुत छोटी उम्र में ही यह किंगडम संभाला था, जिस वजह से टाइम से पहले ही परी बड़ी हो चुकी थी। वहीं अब अखिल उसके ऊपर झुका और उसके होठों की तरफ देखते हुए बोला –

अखिल: "तुम्हें पता है, तुम्हारे होंठ कितने सुंदर हैं... दिल करता है इनमें अपना लौड़ा घुसा दूं।"

उसकी बात सुनकर परी की आंखें बड़ी हो गईं। वह दांत पीसकर बोली –

परी: "अपनी बकवास बंद करो, तुम पर ये चीज़ बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती।"

तभी अखिल जोर से हंसा और बोला –

अखिल: "जैसे तुम पर तो बहुत अच्छी लगती हैं... तुम तो ऐसे अवॉर्ड लेकर घूमती हो, इन गलियों का पूछो ही मत।"

अखिल की बात पर अब परी ने अपनी आंखें बंद कर लीं क्योंकि कहीं ना कहीं वह जानती थी कि उसकी गलियां अखिल को अच्छी नहीं लगतीं। इसीलिए अखिल ने अब गालियां निकालनी शुरू की थीं ताकि वह परी को गालियां निकालने से रोक सके।

वहीं अखिल अब दोबारा से बोला –

अखिल: "चलो चलो, अब जल्दी से दोबारा डॉगी पोज़िशन में बनो, मुझे वही लेनी है।"

अखिल की बात पर परी ने उसे छोटी आंखें करके देखा और बोली –

परी: "अब मेरा मूड चेंज हो गया।"

तभी अखिल जल्दी से बोला –

अखिल: "ठीक है, तुम्हारा मूड चेंज हो गया तो मेरा भी मूड चेंज हो गया। अब मैं जाऊंगा सोनिया की बहन के पास, वो मुझे अब अपनी वही देगी।"

अखिल की बात सुनकर परी के जबड़े कस गए और अगले ही पल वह दांत पीसकर बोली –

परी: "बकवास बंद करो अपनी!"

और अगले ही पल दोबारा से डॉगी पोज़िशन में बैठते हुए उसने अपनी आंखें बंद कर लीं। क्योंकि इंटिमेट तो वह बहुत बार हुए थे, पर कभी अखिल ने उससे ऐसी अटपटी डिमांड नहीं की थी। वैसे तो डिमांड हमेशा परी की होती थी कि उसे अखिल से सेक्स करना है, पर कभी अखिल ने यह डिमांड नहीं की थी।

अब अखिल एक बार फिर से अपने dick को हाथ में पकड़कर उसकी ass पर रखकर हल्का-हल्का रगड़ने लगा। पर अगले ही पल अखिल उसके कान के पास झुका और बोला –

अखिल: "सूखा डालूं क्या, गीला करके डालूं?"

अखिल की बात पर परी के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए। वह गुस्से में दांत पीसकर बोली –

परी: "तुम्हारी मर्जी, तुम जैसे चाहो कर सकते हो।"

अखिल अब परी की आंखों में देखते हुए बोला –

अखिल: "यार पता है क्या बात है... अगर मैं सूखा-सूखा डालूंगा ना, तो तुम्हारी गांड फट जाएगी और तुम्हें बहुत दर्द होगा। अगर तुम इसे गीला करोगी तो फिर इसमें डालूंगा, तो थोड़ी तकलीफ कम होगी।"

अखिल की बात पर परी ने उसे छोटी आंखें करके देखा क्योंकि वह अखिल की बात बहुत अच्छे से समझ चुकी थी कि अखिल क्या चाहता है।

इसलिए अगले ही पल वह सीधी होकर अखिल की तरफ मुंह किया और उसके dick को हाथ में पकड़कर अपने हाथों से सहलाने लगी। इसे देखकर अखिल की आंखों में एक अलग ही चमक आ गई और होठों पर तिरछी मुस्कुराहट आ गई।

वह परी की टांग खींचते हुए बोला –

अखिल: "वैसे समझ तो तुम बहुत जाती हो... आखिर मेरे लौड़े की फैन जो हो।"

उसकी बात पर अब परी ने अपने सिर पर हाथ रखते हुए बोली –

परी: "तुम अपनी बकवास करनी कब बंद करोगे? मैं अब गाली निकाल रही हूं, तुम्हारी बकवास सुन-सुनकर... बस करो अब।"

अखिल तबीयत से बोला –

अखिल: "नहीं, बिल्कुल नहीं। तुम कभी नहीं बदल सकती। जब तक मैं अपने कानों से तुम्हारी गालियां बंद नहीं सुन लेता, तब तक तो मैं तुमसे अब ऐसे ही बात करूंगा।"

अखिल की बात पर परी को गुस्सा तो बहुत आ रहा था पर अब वह क्या ही कर सकती थी।

अब परी ने अपने बालों का जुड़ा बनाया और नीचे की तरफ झुककर अखिल के dick पर अपने होंठ रख दिए। और अगले ही पल उसके dick को

अपने मुंह में लेकर हल्का-हल्का उसके dick के सिर को चूसने लगी।

To be continue…

📝 Note for Readers

सॉरी गाइस, चैप्टर थोड़ा छोटा रहा। लेकिन क्या कर सकती हूँ — तबीयत थोड़ी खराब है। बुखार चल रहा है। आज मैंने रिपोर्ट करवाई तो उसमें CBC प्रॉब्लम आई है, जिसमें मेरे प्लेटलेट्स बहुत कम आए हैं (सिर्फ़ 70,000 प्लेटलेट्स)। इसी वजह से तबीयत ठीक नहीं रहती।

तो अब थोड़ी रेस्ट करने जा रही हूँ।

लेखन अभी तक जितना लिखा है उतना ही कर पाई हूँ, लगभग 1000 शब्द। ज़्यादा लिखने की हिम्मत नहीं हो रही।

जल्द ही तबीयत ठीक होते ही अगला पार्ट ज़रूर लिखूं

गी। ❤️

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