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Ranavat farm house,,

रुद्र अभी भी अहाना के ऊपर झुका हुआ था और खुद को उसके अंदर मूव कर रहा था, और पूरे कमरे में अहाना की मदहोशी भरी सिसकियां गूंज रही थीं। अब तक रात के 8:30 बज चुके थे पर अहाना और रुद्र अपनी ही दुनिया में खोए हुए थे। कब कॉलेज से आए हुए अहाना को इतना वक्त हो गया, पता ही नहीं चला। इंटिमेट होते-होते रात के 8:30 हो चुके थे पर उन दोनों को कोई खबर नहीं थी। वह तो अपने आप में ही सिमटे हुए थे।

लेकिन तभी उन सिसकियों की आवाज़ को चीरते हुए अहाना का फोन बजा…

जो कि रुद्र ने ही बेड रेस्ट पर रखा था। जब वह अहाना की शॉर्ट्स उतार रहा था, उसने अपना फोन शॉर्ट्स में रखा हुआ था। अगले ही पल जैसे ही रुद्र ने फोन पर नाम देखा तो उसके चेहरे पर परेशानी छलकने लगी। वहीँ अहाना ने जब नंबर देखा तो उसके भी चेहरे पर परेशानी झलकने लगी। पर अगले ही पल रुद्र ने खुद को नॉर्मल किया और फोन उठाकर कान से लगाया। दूसरी तरफ से अहाना की मॉम, सुहासिनी जी का कॉल था, जिसे देखकर दोनों के चेहरे के रंग बदल चुके थे।

रुद्र ने अब अपने आप को संभाला और फोन उठाकर कान से लगाया। दूसरी तरफ से सुहासिनी जी की आवाज आई –

"अहाना बेटा, कहां पर हो तुम? 8:30 बज गए हैं। यह कोई टाइम है घर आने का? तुम्हारे ट्यूशन अभी तक खत्म नहीं हुई क्या?"

तभी दूसरी तरफ से रुद्र सुहासिनी जी से बोला –

"Hello Mrs. Malik, I am Rudra Ranavat, Ahana's class teacher."

रुद्र की आवाज सुनकर सुहासिनी जी थोड़ा नरम लहजे में बोलीं –

"Mr. Ranavat, अहाना कब तक फ्री होगी?"

रुद्र ने कहा –

"Mrs. Malik, I am so sorry to say that… I want to inform you… Ahana and me, this time in Singapore because urgently हमें यहां पर आना पड़ गया। कॉलेज की तरफ से मुझे भेजा जा रहा था और मुझे साथ में किसी स्टूडेंट को लेकर जाना था, तो अहाना पढ़ाई में बहुत अच्छी थी इसलिए मैंने उसे साथ ले आया। If you want, मैं आपको बताना चाहता था but मुझे टाइम नहीं मिला। आपको बुरा तो नहीं लगा?"

उसकी बात पर सुहासिनी जी थोड़ी देर के लिए चुप हो गईं, पर फिर सोचकर बोलीं –

"नहीं-नहीं, हमें इस बात की कोई बुराई नहीं है। हमें अच्छा लगा कि हमारी बच्ची इस काबिल है कि आप उसे साथ में लेकर गए। और प्लीज़, उसका ध्यान रखिएगा। उसने कोई पैकिंग वगैरह का भी मुझे नहीं कहा, नहीं तो मैं उसकी पैकिंग करके आपके साथ भेज देती।"

तभी रुद्र बोला –

"No need ma’am, हम वन वीक यहीं रहेंगे और उसके बाद हम वहां आ जाएंगे। तब तक मैं अपना काम फिनिश कर लूंगा और अहाना की पढ़ाई की चिंता मत कीजिएगा, मैं उसको फुल टू स्टडी करवाता रहूंगा।"

तभी सुहासिनी जी बोलीं –

"कोई बात नहीं।"

इतना कहकर उन्होंने कॉल कट कर दिया।

वहीं दूसरी तरफ, रुद्र ने अब एक बार फिर से अहाना की तरफ बड़े प्यार से देखा और खुद को दोबारा से अहाना के अंदर मूव करने लगा। वही अहाना भी अब दोबारा से रुद्र में खोने लगी। दोनों के जिस्म आपस में उलझने शुरू हो गए थे।

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वहीं दूसरी तरफ,, हाईवे पर,

रॉबिन इस वक्त कार में बैठा हुआ था और उसकी आंखें बेहद लाल थीं। उसके चेहरे से ही पता चल रहा था कि वह कितना रोया होगा। उसके हाथ से इस वक्त बेहिसाब खून निकल रहा था, और साथ में वह वाइन की बोतल लेकर पी रहा था। दूसरे हाथ में, जहां पर उसे चोट लगी थी, ऐसा लग रहा था जैसे उसने किसी चीज़ पर अपना हाथ जोर-जोर से मारा हो। उसके हाथ में सिगरेट भी पड़ी हुई थी, जिसे वह पी रहा था। आज पहली बार रॉबिन सिगरेट और वाइन पी रहा था।

रॉबिन ने कभी भी सिगरेट और वाइन की तरफ देखा तक नहीं था, पर आज दर्द भुलाने के लिए वह इन्हें पी रहा था। रॉबिन आज अपने दर्द को जैसे अपने अंदर समा लेना चाहता था। उसकी आंखों के सामने इस वक्त बार-बार अहाना का चेहरा घूम रहा था। और अभी कुछ देर पहले अहाना की सिसकियां, जो रुद्र के कमरे से आ रही थीं, वह गूंज रही थीं। उन्हें भूलने के लिए वह बार-बार अपने हाथ में सिगरेट मसल रहा था, जिससे उसे दर्द भी हो रहा था और शायद सुकून भी मिल रहा था।

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वहीं दूसरी तरफ हाईवे पर,

एक लड़की जिसने पिंक लाइट कलर का सलवार सूट पहना हुआ था, तेजी से हाईवे पर भाग रही थी और उसकी सांसें बिल्कुल काबू में नहीं थीं। उसके पीछे कुछ गुंडे थे जो उसके पीछे-पीछे भाग रहे थे। वह लड़की इतनी बेइंतेहा खूबसूरत थी – नीली आंखें, गोरा रंग, पतली सी नाक, नेचुरली गुलाबी होंठ – उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई अप्सरा ज़मीन पर उतर आई हो।

पर वे गुंडे उसके पीछे पड़े हुए थे और कब से वह लड़की उनसे पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रही थी।

गुंडे एक जीप में थे, जबकि आसानी से लड़की को पकड़ सकते थे, फिर भी वे जानबूझकर उसे परेशान करते हुए पीछा कर रहे थे। लड़की तेजी से भागने की कोशिश कर रही थी। उनमें से एक गुंडा, जिसने लड़की का दुपट्टा अपने गले में बांधा हुआ था, उसकी तरफ बेहद सेडक्टिव वे में देख रहा था और दूसरे लड़कों से बोला –

"आज इसे चखने का मजा ही कुछ और होगा… मैं तो इसके हर एक अंग को चखना चाहूंगा आज।"

वही लड़की पसीने से लथपथ भाग रही थी कि तभी उसे सामने एक ब्लैक कलर की कार दिखाई दी। कार को देखते ही लड़की उसकी तरफ भागी। जैसे ही वह कार के पास आई, उसमें बैठे शख्स को देखकर लड़की की सांस में सांस आई। अगले ही पल वह लड़की जल्दी से कार के पास आकर दरवाजा पीटने लगी और बोली –

"प्लीज़ मेरी हेल्प कीजिए, वो गुंडे मेरे पीछे पड़े हुए हैं। मुझे उनसे बचा लीजिए। मैं कॉलेज से आ रही थी और वो लड़के मेरे पीछे पड़ गए।"

वही शख्स कोई और नहीं बल्कि रॉबिन था।

वह लड़की हाथ जोड़ते हुए बोली –

"प्लीज़ मेरी हेल्प कर दीजिए। वो लड़के मेरे साथ बहुत गलत करने की कोशिश कर रहे हैं। प्लीज़, मैं कॉलेज गर्ल हूं, यही पास में मेरा कॉलेज है और मैं हॉस्टल वापस जा रही थी जब ये लोग मेरे पीछे पड़ गए। मैं आपके आगे हाथ जोड़ती हूं… मेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।"

उसकी बात सुनकर रॉबिन ने उसे देखा और बोला –

"जो यहां से… मैं किसी की मदद नहीं करने वाला।"

वह लड़की रोते हुए फिर हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाई। तभी रॉबिन कार से बाहर निकला और उन गुंडों की तरफ देखा, जो अब उसके सामने खड़े थे।

भले ही रॉबिन कॉलेज में पढ़ता था पर उसकी बॉडी रुद्र से कम नहीं थी। वह बेहद हैंडसम और अट्रैक्टिव भी था। तभी वह लड़की रॉबिन का हाथ पकड़ते हुए बोली –

"प्लीज़, आप गाड़ी में बैठिए ना। मैं दूसरी तरफ से बैठ जाती हूं, हम यहां से निकलते हैं।"

तभी उन गुंडों में से एक ने रॉबिन को घूरते हुए कहा –

"अबे चल निकल यहां से! आया बड़ा हीरोगिरी दिखाने वाला। चल!"

वहीं रॉबिन, जो पहले ही अपने होश में नहीं था, अब उन गुंडों को देखकर और ज्यादा गुस्से में आ गया। अगले ही पल उसने एक पंच उस गुंडे के चेहरे पर जड़ दिया।

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वहीं दूसरी तरफ,,

अहाना इस वक्त सो रही थी और रुद्र ने उसे उठाया हुआ था। कुछ ही देर में उनकी कार एक सुनसान से एरिया में आकर रुकी, तभी वहां पर एक प्राइवेट जेट आकर खड़ा हुआ। रुद्र ने दोबारा

से अहाना को गोद में उठाया और सीधा प्राइवेट जेट में चला गया।

To be continue…

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