
Kapoor mention,,
माइकल इस वक्त बालकनी में खड़े होकर सिगरेट पी रहा था और उसका चेहरा आसमान की तरफ उठा हुआ था। वह अपनी गहरी नज़रों से आसमान की तरफ देख रहा था। उसकी आंखों से साफ झलक रहा था कि उसके दिमाग में इस वक्त बहुत कुछ चल रहा था।
तकरीबन आधा घंटा सिगरेट पीने के बाद माइकल पलटकर अंदर की तरफ आया और सामने का नज़ारा देखकर उसका दिल धक् सा रह गया…
क्योंकि सामने मीरा ने अपनी कलाई की नस काट ली थी और वह ज़मीन पर गिरी हुई थी। मीरा इस वक्त पूरी तरह से naked थी। मीरा की हालत देखकर माइकल अपनी जगह पर जैसे जम गया। उसे ऐसा लगा जैसे किसी ने उसका दिल कसकर पकड़ लिया हो। अगले ही पल उसने जल्दी से मीरा को अपनी गोद में उठाया और बेड पर ले जाकर अपनी शर्ट जो पास में पड़ी थी, उसे फाड़कर मीरा की कलाई पर बांध दिया और तुरंत अपने असिस्टेंट को मैसेज किया।
तकरीबन 10 मिनट बाद…
डॉक्टर मीरा को एग्ज़ामिन कर रहे थे और उसकी कलाई को अच्छी तरह से ड्रेस-अप कर दिया था। कलाई देखकर डॉक्टर ने माइकल की तरफ देखा और कहा –
डॉक्टर: “श्रीमती कपूर, इन्होंने अपनी कलाई काटने की कोशिश तो की है लेकिन गहरा कट नहीं है, इसलिए खून ज्यादा नहीं बहा और कोई बड़ा नुकसान भी नहीं हुआ है। बस हाईपर होने की वजह से शायद बेहोश हो गई हैं। और… ऐसा लग रहा है जैसे इन्होंने दो दिन से कुछ खाया नहीं है। सो प्लीज़, इन्हें खाना खिलाइए और ये दवा मैंने दे दी है। इंजेक्शन भी लगा दिया है, कुछ ही देर में होश आ जाएगा।”
इतना कहकर डॉक्टर ने माइकल की तरफ देखा। माइकल बेहद गहरी नज़रों से मीरा को देख रहा था। डॉक्टर अपनी बात कहकर वहां से चले गए।
माइकल, जो अब भी मीरा को घूर रहा था, सामने सोफे पर बैठा और पास में रखी वाइन अपने गिलास में भरकर पीने लगा। उसने सिर सोफे की रेस्ट पर टिका दिया और दूसरे हाथ में सिगरेट लेकर कश भरने लगा। उसके दिमाग में कई बातें चल रही थीं जो शायद जल्दी ही मीरा के लिए मुसीबत बनने वाली थीं।
15–20 मिनट ड्रिंक करने के बाद भी मीरा को होश नहीं आया। माइकल अब भी उसकी ओर गहरी नज़रों से देख रहा था।
वह अपनी जगह से उठा और बेड की तरफ बढ़ा। मीरा के बिल्कुल पास जाकर उसके बगल में बैठा और उसके चेहरे को अपने हाथों में कसकर पकड़ लिया –
माइकल (डेविल स्माइल के साथ): “तुम्हें क्या लगा… तुम इतनी जल्दी मर जाओगी? नहीं… मैं तुम्हें मरने ही नहीं दूंगा। अभी तो तुम्हारी ज़िंदगी को जहन्नुम बनाना बाकी है।”
इतना कहकर माइकल तेजी से खड़ा हुआ और अगले ही पल उसने ब्लैंकेट से मीरा को ढक दिया। अभी तक मीरा की बॉडी पर कुछ भी पहना नहीं हुआ था। डॉक्टर को पहले ही साफ इंस्ट्रक्शन मिली थी कि मीरा पर कोई नज़र न डाले, इसलिए डॉक्टर ने भी ध्यान नहीं दिया।
अगले ही पल माइकल ने अपनी पैंट उतारी और मीरा के ऊपर झुककर खुद को उसके अंदर push कर दिया। एक पल के लिए मीरा के माथे पर बल पड़ा, उसे दर्द महसूस हुआ। उसकी pussy बुरी तरह से सूज गई थी, लेकिन वह अभी बेहोश थी। जल्दी ही उसे होश आने वाला था।
तकरीबन 5 मिनट तक माइकल खुद को उसके अंदर push करता रहा, तभी मीरा को होश आने लगा। जैसे ही माइकल ने उसे होश में आते देखा, उसके चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई। अगले ही पल उसने ज़ोर से स्टॉक किया, जिससे मीरा की चीख निकल गई और उसकी आंखें खुल गईं। उनमें पानी लबालब भर आया।
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वहीं दूसरी तरफ…
सिंगापुर में…
धानिष्क लगातार सौम्या की ass spank कर रहा था, जिससे उसकी ass पूरी तरह लाल हो चुकी थी। पर सौम्या ने एक पल के लिए भी उसे रुकने को नहीं कहा। वह लगातार धानिष्क का नाम लेकर moan कर रही थी।
धानिष्क कब उसके कान के पास झुका और बेहद गहरी आवाज़ में बोला –
धानिष्क: “पता चल रहा है किस बात की सज़ा मिल रही है?”
तभी सौम्या ने अपनी गहरी आवाज़ में कहा –
सौम्या: “अरे, सज़ा तो क्या… आप जान भी ले लेंगे ना, तब भी चुप नहीं करूंगी। जितना हो सके दर्द दीजिए… अब तो एक ही बात कहूंगी – आपसे इश्क़ बेइंतहा हो गया है, और अब ये दिल आपके बिना जी ही नहीं सकता।”
सौम्या की बात सुनकर एक पल को धानिष्क उसकी तरफ देखता ही रह गया। उसका दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था।
सौम्या (उसकी आंखों में देखकर): “क्या बात है मिस्टर कपूर, क्यों रुक गए? मारिए ना… बहुत मज़ा आ रहा है।”
उसकी बात सुनकर धानिष्क का गला सूख गया। अगले ही पल उसने पीछे से अपना dick उसकी ass पर सेट किया और ज़ोर से thrust कर दिया।
सौम्या दर्द से बुरी तरह तड़प उठी। उसकी चीख बाथरूम में गूंज गई।
धानिष्क डेविल स्माइल के साथ उसके कान में बोला –
धानिष्क: “क्या बात है… अब दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ?”
सौम्या मदहोशी भरी आवाज़ में बोली –
सौम्या: “अरे आप देख तो लीजिए… आपके लिए हर दर्द सह जाऊंगी। ये तो फिर भी कुछ भी नहीं।”
उसकी हर एक बात धानिष्क को अलग ही लेवल पर टक्कर दे रही थी। ना चाहते हुए भी उसके दिल में अजीब से एहसास उमड़ रहे थे।
पर अगले ही पल उसे याद आया कि सौम्या ने उस पर भरोसा नहीं किया था। उसके जबड़े कस गए। और फिर उसने अपनी पूरी ताकत से उसकी ass में thrust करना शुरू कर दिया।
सौम्या की दर्द भरी सिसकियां बाथरूम में गूंज रही थीं। पर धानिष्क को उस पर तरस नहीं आ रहा था। उसकी आंखों के सामने वही पल घूम रहा था, जब सौम्या ने उस शख्स से शादी के लिए “हां” कहा था जिसे वो जानती भी नहीं थी।
धानिष्क की आंखें लाल हो चुकी थीं। वह लगातार जोरों से thrust कर रहा था और सौम्या भी ज़ोर-ज़ोर से चीख रही थी।
कुछ ही देर बाद धानिष्क ने सौम्या को वैसे ही गोद में उठा लिया। उसका dick अभी भी उसकी pussy के अंदर था। उसने सौम्या की टांगों को अपनी बाजुओं में थामकर ऊपर उठाया हुआ था। सौम्या की पीठ उसके सीने से लगी हुई थी।
धानिष्क वैसे ही उसे उठाकर ass fuck कर रहा था। सौम्या की हालत खस्ता हो रही थी लेकिन उसने शिकायत नहीं की।
करीब 15 मिनट बाद, सौम्या ने हल्का सा चेहरा उसकी ओर घुमाया और फिर से आगे कर लिया। तीन-चार बार ऐसा करने के बाद धानिष्क ने गहरी नज़रों से देखते हुए कहा –
धानिष्क: “कुछ कहना चाहती हो?”
उसकी बात पर सौम्या थोड़ा हिचकिचाई और बोली –
सौम्या: “Mr. Kapoor… मुझे टॉयलेट यूज़ करना था।”
उसकी बात पर धानिष्क की नज़रें और गहरी हो गईं। उसने डोमिनेटिंग आवाज़ में कहा –
धानिष्क: “Do it fast.”
धानिष्क की बात सुनकर सौम्या हक्का
-बक्का रह गई। उसका चेहरा फीका पड़ गया, जैसे रंग ही उड़ गया हो।
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To be continued…









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