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Possesive ,rudra

HM college,,

Ahana's classroom,,

अभी-अभी रूद्र ने अहाना को अपनी तरफ खींचा था और जिस अहाना उसके सीने से आ लगी थी वही रुद्र की सर्द नज़रें इस वक्त आदित्य पर जमी हुई थी। वह बेहद डॉमिनेटिंग और गहरी आवाज़ में बोला,

"अगर पढ़ने आए हो तो पढ़ने पर ध्यान दो, इधर-उधर की बातों पर ध्यान देना बंद कर दो। आज फोन कर रहा हूं, अगली बार छोड़ूंगा नहीं।"

इतना कहकर रूद्र अहाना को खींचते हुए वहां से ले गया। वही आदित्य और रॉबिन को तो कुछ समझ ही नहीं आया कि आखिर हुआ तो हुआ क्या।

आदित्य ने रॉबिन की तरफ देखा और रॉबिन ने आदित्य की तरफ देखा और दोनों ने कंधे उचकाकर अपना-अपना बैग उठाया और बाहर की तरफ निकल गए।

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वहीं दूसरी तरफ…

रूद्र अहाना को खींचते हुए अपने साथ कॉलेज के बाहर ले आया था। वही अहाना आंखों में आंसू लिए रूद्र के पीछे-पीछे चली जा रही थी। वह कुछ भी नहीं बोल रही थी, बस अपनी सुनी-सी आंखों से रूद्र को देखे जा रही थी।

रूद्र अब अहाना को खींचते हुए अपनी कार के पास लेकर आया और अगले ही पल अपनी कार का दरवाज़ा खोलकर अहाना को अंदर बैठाया और खुद ड्राइविंग सीट पर आ गया। कुछ ही देर में ड्राइव करने लगा। इस वक्त गुस्सा जैसे रूद्र के सर पर सवार था, उसकी आंखें बेहद लाल हो रही थीं।

आंखों के सामने वही पल घूम रहा था जब आदित्य ने अहाना की कमर पर हाथ रखा और उसे गिरने से बचाया। उस पल को याद करते-करते रूद्र का दिमाग और भी खराब होने लगा था। वही अहाना कार में एक साइड चेहरा झुकाए बैठी थी। उसने अभी तक कोई शब्द नहीं कहा था।

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तकरीबन 20 मिनट बाद…

उनकी गाड़ी राणावत फार्महाउस के आगे आकर रुकी।

अगले ही पल रूद्र जल्दी से कार से बाहर निकला और ज़ोर से दरवाज़ा बंद किया, जिसकी आवाज़ सुनकर एक पल के लिए अहाना की आंखें बंद हो गईं। अगले ही पल रूद्र ने अहाना की साइड जाकर दरवाज़ा खोला और अहाना को अपनी गोद में उठाकर अंदर की तरफ ले गया। वही अहाना तो बस रूद्र को देखती ही रह गई। उसका दिल इस वक्त जोर-जोर से धड़क रहा था।

रूद्र अब उसे सीधा बाथरूम में लेकर आया और शॉवर के नीचे खड़ा करके शॉवर ऑन कर दिया। शॉवर ऑन होते ही ठंडा पानी अहाना के ऊपर गिरने लगा जिससे वह कांप गई। उसकी बॉडी में गूसबंप्स खड़े होने लगे। वही रूद्र उसे अपनी गहरी नजरों से देख रहा था।

अगले ही पल उसने अहाना के कपड़े जो उसने पहन रखे थे उन्हें फाड़ दिया और उसकी कमर को रगड़-रगड़ कर साफ करने लगा। रुद्र की इस हरकत से अहाना तो जैसे सदमे में चली गई, वह तो रुद्र की तरफ देखती ही रह गई।

अहाना के अपर बॉडी के कपड़े रूद्र ने फाड़ दिए थे। वह सिर्फ ब्रा और नीचे शॉर्ट्स में थी। रुद्र अहाना की कमर को पूरी तरह से मल रहा था। उसे अब भी आदित्य का हाथ अहाना की कमर पर महसूस हो रहा था।

अभी वह रगड़ ही रहा था कि अहाना सिसकते हुए बोली,

"स्स्स्स्स्स्स… सर, मुझे दर्द हो रहा है।"

उसकी बात पर रूद्र अब चिल्लाकर बोला,

"I don't care! Who the hell is he to touch without your permission!"

रूद्र की आवाज़ सुनकर अहाना पूरी तरह से सहम गई। उसका दिल एक पल के लिए जैसे धड़कना भूल गया। उसने कभी भी रुद्र का यह चेहरा नहीं देखा था। रूद्र अभी भी उसकी कमर को मल रहा था। कमर मलते-मलते अहाना की कमर पूरी तरह लाल हो चुकी थी, पर रूद्र शांत होने का नाम नहीं ले रहा था।

वही अहाना जो कब से चुपचाप रूद्र को देख रही थी, उसने अब आगे बढ़कर रूद्र का चेहरा अपने हाथों में लिया। अगले ही पल अपनी एड़ियां उठाईं और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए।

रूद्र की आंखें बंद हो गईं। उसकी हाइट अहाना से काफी ज्यादा थी इसीलिए अहाना को एड़ियां उठानी पड़ीं। अगले ही पल रूद्र ने उसकी कमर कसकर होल्ड कर लिया जिससे अहाना को उसे किस करने में आसानी होने लगी।

अहाना को किस करते-करते रूद्र को एक अलग ही सुकून मिल रहा था। अब उसने भी अहाना को वाइल्डली किस करना शुरू कर दिया। किस करते हुए ही उसने अहाना की पीठ पर हाथ फेरते हुए उसकी ब्रा की हुक खोल दी। ब्रा ढीली होकर नीचे की तरफ खिसक गई।

अहाना के हाथ अब धीरे-धीरे रूद्र के कंधों पर आने लगे। अहाना का बदन पूरी तरह से रूद्र के सीने से टच हो रहा था। उसने किस करते हुए ही रूद्र की शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए और फिर शर्ट उतारकर नीचे फेंक दी।

कुछ ही देर में रूद्र के हाथ अब उसके बदन पर चलने लगे। उसे अपने सीने में ठंडक और सुकून महसूस होने लगा। जितनी बेचैनी उसे अहाना को आदित्य के साथ देखकर हुई थी, उतनी ही तेजी से अब अहाना उसकी बेचैनी को खत्म कर रही थी।

तक़रीबन 20-25 मिनट किस करने के बाद जब अहाना की सांसें उखड़ने लगीं तो रूद्र ने अपना चेहरा पीछे कर लिया और गहरी नज़रों से अहाना के चेहरे को देखने लगा।

रूद्र को अपनी तरफ गहरी नजरों से देखता पाकर अहाना ने अपनी नज़रें झुका लीं और धीमी आवाज़ में बोली,

"आप मुझे ऐसे खींचकर क्यों लेकर आए हैं?"

उसकी बात पर रुद्र की नज़रें और भी गहरी हो गईं। उसके जबड़े कस गए और दांत पीसकर बोला,

"वह आदित्य तुम्हारे आसपास क्यों भटकता रहता है?"

अहाना ने उसकी तरफ देखा और बोली,

"वह मेरा फ्रेंड है सर, बचपन का।"

उसकी बात सुनकर रूद्र का गुस्सा और भी बढ़ गया।

"तो क्या तुम्हारे ऊपर चढ़ता रहेगा? सारा दिन हर वक्त तुम्हारे आसपास घूमता रहता है। मुझे नहीं बर्दाश्त कि तुम्हारे आसपास कोई और घूमे।"

अहाना बस रूद्र को देखती ही रह गई और फिर उसकी आंखों में देखते हुए बोली,

"लेकिन क्यों सर? He is my childhood friend, and he is a nice guy."

अहाना के मुंह से आदित्य की तारीफ़ सुनकर अब तो रूद्र आगबबूला हो गया। अगले ही पल उसने अपना पंच सीधा वॉल में मारा जिससे अहाना कांप गई। रूद्र के हाथ से खून बहने लगा। अहाना रोते हुए बोली,

"आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? आखिर चाहते क्या हैं आप मुझसे?"

उसकी बात पर रूद्र ने पीछे से उसके बाल पकड़ते हुए उसकी आंखों में देखकर कहा,

"Stay away from him. I don’t like that guy."

अहाना उसकी आंखों में देखते हुए बोली,

"But why sir? He is a good guy."

रूद्र ने दांत पीसकर कहा,

"But I don’t like that guy."

अहाना ने उसकी बात काटते हुए कहा,

"पर क्यों? क्यों? वह मेरा बचपन का दोस्त है, मैं उसे नहीं छोड़ सकती। हम हर वक्त साथ रहे हैं। वह बचपन से मेरा ख्याल रखता रहा है और हम लोग इतने क्लोज हैं—"

अभी वह बोल ही रही थी कि रूद्र ने एक बार फिर से उसके बालों को जोर से खींचा। अहाना के मुंह से आह निकल गई।

रूद्र दांत पीसकर बोला,

"Because you are only mine. Not anyone’s."

इतना कहकर उसने उसके होंठों को बेइंता चूमना शुरू कर दिया। वही अहाना

तो अपनी जगह पर जैसे फ्रिज हो गई। उसका दिल एक पल के लिए जैसे धड़कना ही भूल गया था।

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To be continued…

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