
Singapore,,
Palace of Kapoor's,,
Daanishk's room,,
धानिष्क इस वक्त बाथरूम में शावर के नीचे खड़ा था और उसने अपना चेहरा पूरी तरह से झुका रखा था और उसकी दोनों हाथ वॉल से लगे हुए थे। धानिष्क की आंखें इस वक्त पूरी तरह से बंद थीं और उसकी आंखों के सामने सौम्या का चेहरा घूम रहा था,,, जिससे उसके जबड़े और भी कास्ट जा रहे थे। वो चाह कर भी सौम्या को अपने जहन से नहीं निकाल पा रहा था।
वह जबड़े कसते हुए खुद से ही बड़बड़ाया –
“कुछ भी हो जाए… अब तुम मेरी जिंदगी में वापस नहीं आ सकती…”
इतना कहते हुए धानिष्क गुस्से से कांप रहा था।
तभी बाथरूम का दरवाजा एक झटके से खुला और सामने पूरी तरह से नेकेड सौम्या धानिष्क के सामने खड़ी थी। जैसे ही दरवाजा खुला धानिष्क ने झटके से अपनी आंखें खोलीं और सामने का नजारा देखकर उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। सौम्या दरवाजे पर खड़ी थी और उसके हाथ में एक वाइन की बोतल थी। उसकी आंखें बेहद नशे से चूर थीं।
सौम्या की आंखें इस वक्त बेहद लाल थीं… अब वह धीरे-धीरे लड़खड़ाते कदमों से धानिष्क की तरफ आने लगी। सौम्या की हालत देखकर धानिष्क को समझते देर नहीं लगी कि उसने अभी-अभी क्या किया है। उसकी हालत देखकर अब धानिष्क की नज़रें पूरी तरह से सर्द हो गईं और उसके जबड़े और भी ज्यादा कस गए।
वो दांत पीसकर बोला –
“What the hell! ये क्या तरीका है? और तुमने वाइन पी? Are you out of your mind?”
धानिष्क की बात सुनकर सौम्या एक पल के लिए व्यंग्य से हंसी… और अगले ही पल उसके बिल्कुल पास आकर उसके सीने से लगाते हुए बोली –
“Out of mind? अरे यार… मैं आउट ऑफ माइंड नहीं हुई हूं। मुझे आपसे शिद्दत वाला इश्क हो गया है। पर आप तो मेरी बात सुनते ही नहीं। और क्या कहा आपने? आप मुझे छोड़ कर चले जाएंगे… आप मुझे तलाक दे देंगे? मैं आपके बिना जी नहीं पाऊंगी… मैं सुसाइड…”
सौम्या ने इतना ही कहा था कि धानिष्क ने उसके बालों को मुट्ठी में पकड़कर उसका चेहरा ऊपर की तरफ उठाया और गुस्से से गुर्राते हुए बोला –
“बकवास बंद करो अपनी…!”
उसकी बात पर सौम्या फिर से हंसी और उसकी आंखों में देखते हुए बोली –
“अभी आप मुझे छोड़ने की बात करें… अगर मैं मर भी जाऊं तो आपको क्या फर्क पड़ेगा, Mr. Kapoor? वैसे भी अगर आप मुझे छोड़ देंगे तो आज नहीं तो कल मेरे भाई मेरी दूसरी शादी कर देंगे। फिर वो भी मुझे आपकी तरह यहां-वहां टच करेगा। इससे अच्छा मैं मर जाऊं… ना?”
सौम्या की बात सुनकर एक पल के लिए धानिष्क की आंखें बड़ी हो गईं। उसका दिमाग पूरी तरह से घूम चुका था। वह चाहकर भी किसी और को सौम्या के साथ इमेजिन नहीं कर पा रहा था। फिर भी उसने खुद को कठोर करते हुए उसकी तरफ देखकर बोला –
“तो…”
धानिष्क का सिर्फ “तो” कहना था कि सौम्या की आंखों में आंसू लबालब बहने लगे। वह उसकी तरफ देखकर बोली –
“आप बहुत बुरे हैं Mr. Kapoor… मतलब आप चाहते हैं कि मैं दूसरे के बेड पर जाऊं… और वो वही सब करे जो आप मेरे साथ करते…?”
सौम्या भी बोल ही रही थी कि तभी धानिष्क ने उसे दीवार की तरफ पुश किया और अगले ही पल उसे पागलों की तरह चूमने लगा। उसके चूमते ही सौम्या में जान सी पड़ गई। अगले ही पल वो भी बेतहाशा धानिष्क को चूमने लगी। दोनों एक-दूसरे को पागलों की तरह चूम रहे थे। दोनों का सलाइवा एक-दूसरे के होठों पर फैल गया था। शावर दोनों के ऊपर गिर रहा था जिससे ठंडी पानी की बूंदें उनके शरीर को और भी तपाने लगी थीं।
सौम्या की ब्रेस्ट जब धानिष्क की चेस्ट से टच हुई तो दानिश को अपने डिक में एक अलग ही सेंसेशन महसूस हुआ। उसका पेनिस पूरी तरह से हार्ड हो चुका था जो सौम्या की पुसी पर टांगों के बीच से रगड़ खा रहा था। सौम्या को अपनी पुसी की स्किन पर हल्की-हल्की सेंसेशन फील हो रही थी।
जिससे दोनों के बदन में एक अलग ही करंट दौड़ गया। दोनों एक-दूसरे को चूमते हुए ही अपने बदन को एक-दूसरे के अगेंस्ट पुश कर रहे थे। धानिष्क ने अब उसके होठों को छोड़ा और उसकी गर्दन पर चूमने लगा। धानिष्क इस वक्त अपना पूरा कंट्रोल खो चुका था।
वह उसके गले को चूमते हुए उसके कॉलर बोन पर लिप्स चलाने लगा और उसके कान के पीछे की स्किन को अपनी जीभ से रोल करता हुआ उसके हेयर-लॉक पर बाइट कर बैठा। जिससे सौम्या की सिसकी निकल गई –
“Ohhh fuck… Mr. Kapoor….”
धानिष्क अब दोबारा उसके गले को चूमते हुए नीचे की तरफ जाने लगा और धीरे-धीरे उसकी ब्रेस्ट पर आकर हल्के-हल्के सहलाते हुए अपने मुंह में लेकर उसके निप्पल्स को दांतों से हल्का-हल्का खींचने लगा। जिससे सौम्या बुरी तरह से तड़पने लगी।
उसका हाथ खुद-ब-खुद अपनी पुसी पर चला गया क्योंकि धानिष्क के झुकने की वजह से उसका डिक अब पुसी से टच नहीं हो रहा था। अब सौम्या अपनी फिंगर को अपने ही क्लिटोरिस पर हल्के-हल्के रगड़ने लगी और सिसकियां लेने लगी। धानिष्क उसकी मदहोश आंखों को देख रहा था।
सौम्या का चेहरा इतना मदहोश हो गया था कि उसकी आंखें ऊपर रोल होने लगी थीं। धानिष्क अब उसके बूब्स को वाइल्डली प्रेस करते हुए उन्हें अपने होंठों में लेकर चूसने लगा। उसके बड़े-बड़े गोल ब्रेस्ट धानिष्क को पागल कर रहे थे।
तकरीबन 15 मिनट तक उन्हें प्रेस और चूसने के बाद धानिष्क अब नीचे की तरफ आया। उसके बेली पर किस करते हुए उसने हल्की-हल्की स्किन को खींचकर छोड़ दिया। जिससे सौम्या की चीख निकल गई –
“Aaaaaaaahhhhhhh Mr. Kapoor….”
धीरे-धीरे धानिष्क कब पूरी तरह से नीचे झुका और उसकी नजर अब सौम्या की पुसी पर थी। उसकी वह पिंक-पिंक पुसी ऊपर से उसकी वह प्लेयर्स जो पूरी तरह से फूल की कली की तरह हल्की सी खुली थीं। उसे देखकर दानिश को अपना गला सूखता हुआ महसूस हुआ।
अगले ही पल दानिश ने अपनी दो उंगलियों से उसकी पुसी को हल्का सा टच किया। जिससे सौम्या ने अपनी टांगों को ऊपर उठा लिया और उसकी एड़ियां ऊपर की तरफ उठ गईं। इसे देखकर धानिष्क के चेहरे पर डेविल एक्सप्रेशन आ गए।
उसने अब सौम्या की टांगों को फैलाया और अपने अंगूठे से उसके क्लिटोरिस को रब करने लगा और दूसरे हाथ की दो फिंगर को उसकी पुसी के अंदर डालकर अंदर-बाहर करने लगा। जिससे सौम्या पूरी तरह से मचलने लगी। वह अपनी पकड़ शीशे पर बनाए हुए थी जिससे उसका पूरा बदन सट गया था।
“Oooooohhhhhhhh… dmmmmmmm fuck me Mr. Kapoor… please suck it… please… unless I will die….”
सौम्या ने इतना ही कहा था कि धानिष्क ने उसकी पुसी पर जोर से स्पैंक किया और दबाव बढ़ाया।
“Fuck me please Mr. Kapoor… unless….”
इससे आगे सौम्या कुछ कहती कि धानिष्क ने एक बार फिर उसकी पुसी पर स्पैंक किया और गुर्राकर बोला –
“Just say it again….”
सौम्या अब कुछ नहीं बोली। उसके चुप रहने पर धानिष्क के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई और अगले ही पल उसने अपने होंठ सौम्या की पुसी पर रख दिए। जिससे सौम्या की आह निकल गई।
अब उसे लगने लगा कि उसके शरीर से जान निकल रही है। धानिष्क ने उसके क्लिटोरिस को खोलकर ऊपर से अपनी जीभ चलानी शुरू कर दी। वह उसे tongue fuck नहीं कर रहा था। अंदर जीभ ना डालने पर सौम्या अब इरिटेट होकर धानिष्क की तरफ देखते हुए बोली –
“करना है तो ठीक से कीजिए ना Mr. Kapoor….”
सौम्या की बेचैनी देखकर धानिष्क एक पल के लिए हंसा… पर अगले ही पल उसने खुद को कंट्रोल करते हुए अपनी जीभ सौम्या की पुसी के अंदर डाल दी। अब उसकी tongue उसकी पुसी को fuck कर रही थी।
“Ooooooohhhhhhhhhh god I’m gonna mad today… aaaaaahhhhhhhhhhh I’m just die….”
उसने दोबारा इतना ही कहा था कि धानिष्क ने उसकी ass को पकड़कर जोर से घुमाया और अगले ही पल उसकी ass पर जोर से स्पैंक किया –
“Sssshhhhhh aaaaahhhhhh….”
अब उसने सौम्या को पलटा तो उसका ब्रेस्ट शीशे से पूरी तरह दब गया। धानिष्क ने उसकी ass की तरफ देखा और एक बार फिर जोर से स्पैंक किया।
अब लगातार धानिष्क सौम्या की ass पर स्पैंक कर रहा था और सौम्या बुरी तरह से तड़प रही थी। उसकी ass पूरी तरह से रेड हो चुकी थी पर धानिष्क का हाथ रुक नहीं रहा था। सौम्या भी धानिष्क को बिल्कुल नहीं रोक रही थी। उसे पता था कि धानिष्क उसे किस बात की पनिशमेंट दे रहा है।
धानिष्क ने अब उसके बालों को पकड़कर पीछे खींचा और उसकी आंखों में देखते हुए बोला –
“पता चला किस बात की पनिशमेंट तुम्हें मिली है…?”
सौम्या ने अपनी दिलकश आवाज़ में जवाब दिया –
“और दे लीजिए… मजा आ रहा है। आप जितनी चाहे सजा दे लीजिए… बस छोड़कर जाने की बा
त मत कीजिए…”
उसकी बात पर धानिष्क का दिल एक पल के लिए जोर से धड़क उठा।
To be continue…









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