
Kingdom,,,
In the private room,,
अखिल पूरी तरह से परी पर हावी था और उसे बेइंतहा चूमे जा रहा था। वहीं परी आज खुद को छुड़ा भी नहीं पा रही थी। तकरीबन 15 मिनट परी को वाइल्डली किस करने के बाद अखिल ने अपना चेहरा पीछे की तरफ किया और उसकी आंखों में देखते हुए बोला––
"Tui दोगी अपनी?"
अखिल की बात पर परी की आंखें जो मदहोश हो रही थीं, वह एकदम से बड़ी हो गईं। एक पल के लिए दोबारा से अखिल ने उसके होश उड़ा दिए थे।
वह दांत पीसकर बोली––
"अपनी बकवास बंद रखो।"
इतना कहकर वह अखिल को पीछे की तरफ धक्का देने को हुई कि तभी अखिल ने दोबारा से उसे धक्का देते हुए एकदम से पलट दिया, जिससे परी की आंखें दोबारा से बड़ी हो गईं। और अगले ही पल जो हुआ, उस पर परी की सांस उसकी हलक में अटक गई। क्योंकि अखिल ने परी को पलटते ही उसकी पैंट नीचे की तरफ खिसका दी within पेटी।
और अब अखिल के सामने उसकी वह गोरी पिंक ass थी। इसे देखकर अखिल ने अपने होठों पर अपनी जीभ घुमाई। वहीं परी का दिल तो जैसे धक-सा रह गया। वह दांत पीसकर बोली––
"तुम्हारी हिम्मत बहुत बढ़ती जा रही है। ऐसी हरकत मत करना कि मैं तुम्हें पीट दूं।"
वहीं अखिल शरारती मुस्कुराहट के साथ––
"बस पीट दूं? लोगों की गांड मारती फिरती हो और मुझे कह रही हो पीट दूं।"
परी अखिल को दांत पीसते हुए बोली––
"मेरे ऊपर से हटो, समझ में आ रहा है तुम्हें।"
वहीं अखिल परी के मजे लेते हुए बिल्कुल भी नहीं हटा। इतना कहते हुए अखिल के चेहरे पर बेहद ही दिलकश मुस्कुराहट थी। उसने अब परी की ass को जोर से स्पैंक किया कि तभी परी ने अपनी आंखें कसके बंद कर लीं। उसकी जोरों से सिसक निकल गई थी। वहीं अखिल ने अब उसकी ass को दोनों हाथों में पकड़ कर गोल-गोल घुमाना शुरू कर दिया, जिससे परी की ass crack अखिल को साफ दिखाई दे रही थी। उसकी वह पिंक-व्हाइट ass को देखकर अखिल को कुछ-कुछ हो रहा था। वहीं परी की हालत अब बिगड़ने लग गई थी।
अखिल अब बड़े ही दिलकश अंदाज में बोला––
"तुम्हारी tui मारूं कि नहीं मारूं? क्योंकि ऐसी मारूंगा तो तुम्हें दर्द होगा। Lubricant होना जरूरी है ना? ऐसा करता हूं आज ही ब्लैंकेट से ना लुब्रिकेंट मंगवा लेता हूं।"
उसकी बात सुनकर परी की आंखें बड़ी हो गईं।
वह दांत पीसकर बोली––
"मेरे ऊपर से हटो, नहीं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा तुम्हारे लिए।"
वहीं अखिल हंसते हुए बोला––
"अरे मेरी जान, क्या अंजाम अच्छा नहीं होगा, बता दो ना यार। तुम तो बताती भी नहीं हो और मेरी गांड मारती भी नहीं हो। लोगों की मारती फिरती हो बस। मेरे कौन से चूतड़ों में से पॉटी निकालकर तुम्हारे...।"
इतना कहते हुए उसके चेहरे पर अजीब-सी एक्सप्रेशन आ गए और वह अपने गालों पर उंगली रखकर सोचते हुए परी के ऊपर से उठकर खड़ा हुआ और बोला––
"पर तुम्हारे पास तो साधन ही नहीं है। तुम मेरी गांड मरोगी कैसे? यह तो मैंने सोचा ही नहीं।"
वहीं परी अब जल्दी से अपनी पैंट पहनते हुए, उसकी बात पर आंखें घुमाकर बोली––
"Ohhhhh please stop your bullshit thing, unless I will kill you."
"अरे यार ले लो ना, मैं कब मना कर रहा हूं।" अखिल ने कहा।
परी अब उसकी ओर देखकर गुस्से से घूरते हुए बोली––
"Just shut up."
इतना कहकर परी खींचते हुए बाहर की तरफ चली गई। वहीं अखिल तो बस अपनी जगह पर खड़ा ही रह गया।
और अगले ही पल परी को पीछे से आवाज देकर बोला––
"अरे बताती तो जो कैसे मरोगी गांड जब साधन ही ना हो।"
इतना कहकर जोर-जोर से ठहाके लगाकर हंसने लगा। वहीं जो परी अभी-अभी उसे कमरे से बाहर आई थी, उसके चेहरे पर भी एक छोटी-सी मुस्कराहट तैर गई और वह हंसते हुए ऊपर की तरफ चली गई। वहीं अखिल अब कमरे से बाहर निकला और किंगडम को देखने लगा। अखिल ने आज पहली बार इतना बड़ा घर देखा था क्योंकि वह गांव में पला-बड़ा था। इसीलिए उसके गांव में सबसे बड़ी हवेली सिर्फ उन्हीं की थी।
पर उनकी हवेली भी किंगडम से काफी छोटी थी। अब अकेले पूरा घर देखते हुए ऊपर की तरफ आया और ऐसे ही घूमते हुए सबसे ऊपर के पहले कमरे में पहुंच गया जहां पर परी ने उसी की सबसे बड़ी फोटो लगाई हुई थी, जिसमें परिहार वक्त रहती थी। यह परी का पुराना बेडरूम था, पर यहां पर आने के बाद परी ने अपना बेडरूम चेंज करवा लिया था क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि अखिल की फोटो अब उसकी आंखों के सामने रहे।
क्योंकि वह अखिल को देखकर कहीं-ना-कहीं उसकी तरफ खींची चली आई थी। अखिल जब उस रूम में गया तो सामने का नजारा देखकर उसका दिल जैसे धड़कन ही भूल गया। सामने पूरी वॉल पर अखिल की फोटो लगी हुई थी, जो कि इतनी बड़ी थी कि अखिल तो बस उस फोटो को देखता ही रह गया। और अगले ही पल उसके चेहरे पर एक छोटी-सी मुस्कराहट तैर गई।
अखिल मन में बोला––
"तुम मानो या ना मानो फायरफ्लाई, प्यार तो तुम मुझसे बहुत पहले से करती हो... बस मेरी ही गांड नहीं मरती, पूरी दुनिया की गांड मरोगे।"
इतना कहकर एक बार फिर से ठहाके मार कर हंसने लगा।
वहीं दूसरी तरफ,,,
परी अपने फोन पर किसी से बात कर रही थी और इस वक्त उसके चेहरे पर बेहद सीरियस एक्सप्रेशन थे। इस वक्त वह Morris से बात कर रही थी और मॉरिस उसे शादी के लिए एक हफ्ते का टाइम दे रहा था। इसे सुनकर परी एक पल के लिए सोच में पड़ गई थी। उसके चेहरे पर परेशानी साफ झलक रही थी। वह मॉरिस से बोली––
"देखिए Mr. Morris, एक हफ्ता बहुत कम समय है और इतनी जल्दी शादी करना... It's impossible to me."
परी ने इतना ही कहा था कि पीछे से कुछ टूटने की आवाज आई, जिसे सुनकर परी की आंखें बड़ी हो गईं और अगले ही पल उसने पीछे मुड़कर देखा तो पीछे अखिल खड़ा था। उसके हाथ में एक कांच का गिलास था, जो उसने अपने हाथ में ही तोड़ लिया था। और उसके हाथों से इस वक्त लबालब खून बह रहा था,
जिसे देखकर परी की सांस उसके गले में ही अटक गई थी।
To be continue...









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