
Kapoor mention,,
अभी-अभी माइकल ने अपना dick मीरा की pussy में insert किया था। और अगले ही पल जो हुआ उसे देखकर माइकल की आंखें बड़ी हो गईं और उसकी सांसें हलक में अटक गईं, क्योंकि मीरा की pussy से ब्लीडिंग हो रही थी जो उसके dick पर साफ लगी दिखाई दे रही थी। माइकल का दिल धक सा रह गया, वही मीरा बुरी तरह से तड़प रही थी, मीरा का पूरा चेहरा लाल पड़ चुका था।
वही माइकल अब मीरा की तरफ देखकर गुस्से से कांपने लगा, और अगले ही पल उसने मीरा को उसके बालों से पकड़ा और ऊपर की तरफ उठाते हुए बोला –
“तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझसे झूठ बोलने की? तुमने अपने बाप की प्रॉपर्टी हथियाने के लिए मुझसे झूठ बोला कि तुम किसी और से प्यार करती हो, सिर्फ अपने बाप की प्रॉपर्टी के लिए! वही बाप जिसने तुम्हें धक्के मारकर घर से बाहर निकाला था… इसीलिए?”
माइकल की बात सुनकर मीरा का दिल धक सा रह गया। अब तो मीरा खुद पर ही गुस्सा कर रही थी कि उसने कभी माइकल से प्यार किया। वह माइकल की तरफ देखकर व्यंग्य से हंसी और बोली –
“आज मुझे खुद पर ही गुस्सा आ रहा है कि मैंने आपसे प्यार किया, आपसे यह इश्क कर बैठी… एक ऐसे इंसान से जिसे इश्क का असली मतलब ही नहीं पता। वही माइकल जिसे मैं चाहती थी, पर आज आप… आपसे मुझे नफरत है।”
माइकल, जिसने उसके बाल पकड़े हुए थे, और भी ज्यादा कसकर पकड़ते हुए बोला –
“तब भी तुमने मुझे अपनी बातों में घुमाया था, आज भी अपनी बातों में फंसा रही हो। पर तब जो माइकल था, वह तुमसे इश्क करता था… पर आज जो माइकल है, वह तुमसे सिर्फ नफरत करता है… नफरत!”
माइकल की बात पर मीरा की आंखों में नमी छा गई, उसे अपने दिल में कुछ टूटता हुआ महसूस हुआ। वह तड़प कर बोली –
“नहीं… था आपको मुझसे इश्क। वह आपका वहम था कि आपको मुझसे इश्क है।”
उसकी बात पर माइकल की भौंहें तन गईं। अगले ही पल उसने और जोर से मीरा के बाल खींचे और उसका चेहरा ऊपर कर, झुकते हुए दांत भींचकर बोला –
“तो तुझे क्या लगता है कि तू मुझसे प्यार करती थी? Hmmm? लालची औरत! अपने बाप के पैसों के लिए तू अपनी बहन तक को खो बैठी।”
माइकल की बात सुनकर मीरा एक पल के लिए जैसे सुन पड़ गई। उसकी आंखें खाली हो गईं और दिल धक सा रह गया। पर अगले ही पल वह तड़पकर बोली –
“बस कीजिए माइकल जी… अपनी जुबान को लगाम दीजिए। ऐसा ना हो कि आप कुछ ऐसा कह दें कि मैं जिंदगी भर आपसे इश्क तो क्या, आपसे नफरत भी ना कर पाऊं। मेरे जज़्बात ही आपके लिए मिट जाएं।”
मीरा की बात पर अब माइकल अपना आपा खो बैठा। अगले ही पल उसने दोबारा से उसकी pussy में अपना dick जोर से thrust किया। माइकल के इतनी ताकत से thrust करने पर मीरा की तो जैसे जान ही निकल गई, उसकी जोरदार चीख एक बार फिर कमरे में गूंज गई।
वही माइकल दांत पीसकर बोला –
“नफरत करना चाहती हो ना मुझसे? तो करो नफरत! अब तुम्हें मैं वजह दूंगा नफरत करने की।”
इतना कहकर वह खुद को उसके अंदर wild तरीके से स्टोक करने लगा।
माइकल अब उसकी breast पर झुका और जोर से काटने लगा। अपने हाथों में भरकर उन्हें दबाने लगा और नीचे से लगातार जोर-जोर से उसके अंदर स्टोक करता रहा। मीरा का दर्द हर पल बढ़ता जा रहा था क्योंकि यह उसका first time था और माइकल बिल्कुल भी polite नहीं हो रहा था।
माइकल ने अब दोबारा से उसे पलटा और doggy position में लेटाकर पीछे से अपना dick insert करते हुए जोर से उसकी back पर spank किया। मीरा का चिल्लाना और भी बढ़ गया। वह रोते हुए बोली –
“माइकल जी… प्लीज़ धीरे कीजिए, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।”
माइकल दांत पीसते हुए बोला –
“यही तो मैं चाहता हूं! कि तुम्हें दर्द हो। तुम्हें भी पता चले कि जब 2 साल पहले तुम मुझे ऐसे ही छोड़कर गई थी और अपनी बाप की दौलत के लिए गंदा षड्यंत्र रचा था… तो मुझे कैसा लगा था।”
इतना कहते हुए वह और जोर से thrust करने लगा।
मीरा रोते हुए बोली –
“आप पछताएंगे माइकल जी… आप पछताएंगे। पर तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।”
मीरा की बात सुनकर माइकल की भौंहें तन गईं। अगले ही पल उसने अपना dick बाहर निकाला और devil smile के साथ अपने हाथों में पकड़कर उसकी ass crack पर सहलाते हुए बोला –
“तो तुम चाहती हो कि मैं तुम्हारे आगे गिड़गिड़ाऊं और तुम मुझे माफ न करो? ऐसा कोई दिन नहीं आया कि माइकल कपूर किसी के सामने गिरगिड़ाए… और तुम जैसी दो कौड़ी की लड़की तो मुझे कभी भी नहीं झुका सकती।”
इतना कहकर माइकल ने अपना dick मीरा की ass पर सेट किया। मीरा की आंखें बड़ी हो गईं, वह रोते हुए बोली –
“प्लीज़ नहीं माइकल जी… यह मत कीजिए। प्लीज़… प्लीज़… बहुत दर्द होगा। बस कीजिए… मैं आपके आगे…”
मीरा ने इतना ही कहा था कि माइकल ने उसकी एक नहीं सुनी और अपना dick उसकी ass में जोर से thrust कर दिया। अगले ही पल मीरा बुरी तरह से तड़प उठी और चीख पड़ी। उसकी आवाज इतनी दिल दहलाने वाली थी कि कोई भी वहां सुनता तो शायद उसका कलेजा हलक में आ जाता।
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वहीं दूसरी तरफ,,
सिंगापुर
धानिष्क का jet इस वक्त एक होटल के ऊपर आकर रुका। यह होटल “Gold Hotel” था, जो धानिष्क का ही था। धानिष्क की आंखें अभी भी बाहर की तरफ खिड़की से लगी थीं। जैसे ही jet लैंड हुआ, धानिष्क अपने होश में वापस आया। पूरी रात धानिष्क ने आंख तक नहीं लगाई थी। उसकी आंखें इस वक्त पूरी तरह से कोरी थीं, ऐसा लग रहा था जैसे उनमें जान ही न हो।
कुछ ही सेकंड में धानिष्क jet से नीचे उतरा और ऊपर से lift से अपने कमरे की तरफ जाने लगा। तभी पीछे से बॉडीगार्ड ने उसके कान में कुछ कहा, जिसे सुनकर धानिष्क के जबड़े कस गए और अगले ही पल उसने बॉडीगार्ड की गर्दन पकड़ते हुए कहा –
“कहा था ना कि उसका ध्यान रखना! और वह यहां कैसे पहुंची? वह भी मुझसे पहले?”
धानिष्क की बात पर बॉडीगार्ड के चेहरे पर पसीना आने लगा। तभी धानिष्क के suite का दरवाजा खुला और सामने का नज़ारा देखकर धानिष्क का दिल धक सा रह गया।
सामने सौम्या एक red color की nighty में खड़ी थी और उसकी टांग पर एक cut था। Nighty भले ही ankle length थी, पर side slit से उसकी गोरी टांग साफ झांक रही थी। और ऊपर से उसका deep neckline, जिसमें से उसकी cleavage साफ दिखाई दे रही थी।
सौम्या को बाहर आते ही धानिष्क के सभी बॉडीगार्ड ने सिर नीचे कर लिया। किसी की भी हिम्मत नहीं थी कि वह नजर उठाकर सौम्या की तरफ देख सके। वही धानिष्क, जो एक पल के लिए सौम्या को देखकर सब कुछ भूल गया था, उसका दिल इस वक्त जोर-जोर से धड़क रहा था।
सौम्या भी अपनी मदहोश नज़रों से धानिष्क को देख रही थी। उन्हें एक-दूसरे की तरफ देखते पाकर बॉडीगार्ड चुपचाप वहां से निकल गए।
सौम्या धीरे-धीरे कदम बढ़ाते हुए धानिष्क के पास आई और उसकी गर्दन पर उंगली फिराते हुए बड़े प्यार से बोली –
“आप आ गए…”
सौम्या ने यह बात ऐसे बोली जैसे कोई पत्नी अपने पति को थक-हारकर घर लौटते वक्त कहती है। उसकी आवाज़ में इतनी मिठास घुली हुई थी कि कोई भी पति एक पल में पिघल जाए। पर यहां सामने खड़ा था धानिष्क… जो खुद में पत्थर था।
धानिष्क अगले ही पल होश में आया और उसके जबड़े कस गए। उसने सौम्या का वही हाथ पकड़ लिया, जिससे वह उसकी गर्दन पर सहला रही थी, और खींचते हुए उसे अपने कमरे में ले गया। अगले ही पल उसे बेड पर धकेलकर उसके ऊपर आ गया और दांत भींचते हुए बोला –
“How dare you? तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की?”
उसकी बात पर सौम्या प्यार से हंसी और अपनी बाहें उसके गले में डालते हुए बोली –
“लो भाई… अपने पति के पास जाने के लिए मुझे किसी की इजाज़त क्यों लेनी पड़ी? ”
सौम्या की इतनी कैज़ुअल बात सुनकर धानिष्क उसे देखता रह गया। पर अगले ही पल उसने सौम्या के हाथ झटक दिए और उसके बाल पकड़कर चेहरा ऊपर किया और बोला –
“तुम्हारा पति था… अब नहीं हूं! समझी? और निकलो यहां से, नहीं तो तुम्हारा अंजाम अच्छा नहीं होगा।”
उसकी बात पर सौम्या ने उसका कॉलर पकड़कर दोबारा से खींचा और उसके गले में बाहें डालकर उसके गाल पर किस कर दिया।
जैसे ही सौम्या ने उसके गाल को चूमा, धानिष्क का दिल धड़कना भूल गया, उसकी सांसें जैसे एक पल को वहीं अटक गईं।
सौम्या उसके गाल को चूमते हुए बोली –
“इश्क करते हैं भाई… ऐसे ही थोड़ी चले जाएंगे। अरे जान हैं आप हमारी।”
सौम्या की बात पर धानिष्क व्यंग्य से हंसा। उसकी हंसी में इतना दर्द और तड़प थी कि सौम्या भी उसे महसूस कर रही थी। उसकी लाल आंखें सब कुछ बयान कर रही थीं।
धानिष्क व्यंग्य से हंसते हुए बोला –
“इश्क? अरे इश्क का मतलब भी जानती हो? सुनो… जिसे इश्क का मतलब आता है, वह बार-बार इश्क जताया नहीं करता।”
इतना कहते हुए उसने सौम्या की बाहें झटक दीं और खुद पीछे होने लगा। तभी सौम्या ने उसका हाथ पकड़कर जोर से अपनी ओर खींचा और इस बार धानिष्क का बैलेंस बिगड़ गया। वह सीधा बेड पर गिरा और अगले ही पल सौम्या उसके इर्द-गिर्द टांगे रखकर उसकी chest पर बैठ गई।
सौम्या की एक टांग पूरी तरह से नंगी थी और दूसरी slit में छिपी हुई। वही नंगी टांग देखकर धानिष्क कुछ पल के लिए उसे देखता ही रह गया।
आज जिस तरह से सौम्या उसके ऊपर चढ़ी हुई थी, धानिष्क ने उसका एक नया रूप देखा। सौम्या जिद्दी थी, और वक्त के साथ उसका जिद थोड़ा कम हो गया था, पर आज फिर वही जिद्दी सौम्या उसके सामने खड़ी थी।
धानिष्क का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। वही सौम्या अब उसके ऊपर झुकी और उसकी आंखों में देखते हुए बोली –
“इश्क तो अब आपसे हो गया… बेइंतहा हो गया। और उसकी हद कोई नहीं।”
इतना कहकर उसने धानि
ष्क के होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
सौम्या की इस हरकत पर धानिष्क की धड़कन जैसे रुक गई…
To be continued…









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