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Jabardasti/ accident

Kapoor Mansion,,,

अभी-अभी माइकल मीरा को घसीटते हुए हॉल में लेकर आया था और मीरा की साड़ी की प्लेट्स उसके पैरों में अटक कर सारी बाहर निकल गई थीं। वही माइकल यह चीज़ देखकर उसके चेहरे पर डेविल स्माइल लिए खड़ा था और अगले ही पल उसने मीरा का पल्लू भी निकाल कर एक साइड पर फेंक दिया। यह देखकर मीरा का दिल धक सा रह गया। वो रोते हुए ना में सिर हिलाते हुए बोली –

"ऐसा मत कीजिए माइकल जी... ऐसा ना हो कि आपको अपनी गलतियों का पछतावा हो बाद में। मैंने आपको धोखा नहीं दिया।"

इतना कहकर वो उसकी पकड़ से अपने बाल छुड़ाने लगी। वही माइकल ने उसके बाल तो नहीं छोड़े पर उसे सोफे की तरफ ले जाने लगा, जिस वजह से उसकी साड़ी पूरी तरह से खुल चुकी थी। इस वक्त वह सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में थी। मीरा के ब्लाउज का गला डीप होने की वजह से उसका क्लीवेज साफ़ दिख रहा था। उसने अपने दोनों हाथ अपनी ब्रेस्ट पर रख लिए थे। वही माइकल ने अब उसे सोफे पर पटक दिया। सोफ़ा काफ़ी बड़ा था, जिसमें एक इंसान आराम से फैलकर सो सकता था – एक सिंगल बेड जितना। इसी वजह से धक्का देते हुए भी मीरा आराम से गिर पड़ी।

मीरा का दिल इस वक्त जोर-जोर से धक-धक कर रहा था। उसे इस वक्त माइकल से बहुत डर लग रहा था। वो एक बार फिर अपनी कोशिश करते हुए, माइकल के आगे हाथ जोड़ते हुए बोली –

"प्लीज़ माइकल जी, हमें जाने दीजिए। हम ऐसी लड़की नहीं हैं... ये आपकी आँखों का भ्रम है।"

वही माइकल अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए बोला –

"कोई बात नहीं... आँखों का भ्रम ही सही। But now I want you... you be my good bitch."

माइकल की बात सुनकर मीरा की आँखें नम हो गईं। वो तड़प कर बोली –

"ये कैसी बातें कर रहे हैं आप माइकल जी? आप तो मुझसे इश्क़ करते थे ना? तो ये था आपका इश्क़?"

जैसे ही उसने माइकल के इश्क़ पर उंगली उठाई, माइकल ने उसके बालों को मुट्ठी में भरते हुए उसके ऊपर झुककर बोला –

"इश्क़ तो तुमसे बहुत किया था... पर बेवफा को इश्क़ रास नहीं आया, तो इसमें मैं क्या कर सकता हूँ?"

इतना कहते हुए उसने झटके से मीरा के बाल छोड़े, जिससे मीरा पीछे की तरफ गिर गई। वही माइकल ने अब अपनी शर्ट उतार कर हॉल में फेंक दी। माइकल की शर्ट उतरते देख मीरा अंदर तक काँप चुकी थी। उसे इस वक्त माइकल से बहुत ज्यादा डर लग रहा था। वही माइकल यही नहीं रुका, उसने अगले ही पल मीरा के ऊपर झुककर अपने हाथ उसकी पीठ पर ले जाते हुए उसकी ब्लाउज फाड़ दी। जिससे मीरा की चीख हॉल में गूंज गई।

मीरा का दिल बुरी तरह से काँप रहा था क्योंकि उसकी upper body अब पूरी तरह से नग्न हो चुकी थी। उसके ऊपर ब्लाउज भी नहीं था क्योंकि जो उसने पहना था, वो padded ब्लाउज था।

मीरा बुरी तरह से काँप रही थी। ना चाहते हुए भी उसकी आँखों से आंसू हद से ज्यादा बह रहे थे। वो रोते हुए बोली –

"प्लीज़ हमें छोड़ दीजिए माइकल जी... हमारी कोई गलती नहीं... आप सुनते क्यों नहीं मेरी बात?"

मीरा की बात सुनकर माइकल दाँत पीसते हुए बोला –

"तुम्हारी बात सुनूँ? तुम्हारी... जो न जाने कितने ही मर्दों के साथ अपना संबंध रख चुकी है!"

माइकल ने अभी इतना ही कहा था कि तभी एक जोरदार तमाचे की आवाज़ हॉल में गूंज गई। वही मीरा गुस्से में काँप रही थी, और उसकी लाल आँखों से आँसू बह रहे थे। भले ही वो सोफे पर लेटी थी, इस वजह से माइकल को उतना ज़ोर से तमाचा नहीं लगा था। मीरा इससे पहले गुस्से में कुछ कहती, पर तब भी माइकल का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ चुका था। अगले ही पल माइकल ने उसे अपने कंधे पर उठाया और ऊपर की तरफ ले जाने लगा।

वही मीरा अपने हाथ उसकी पीठ पर मारते हुए बोली –

"छोड़िए मुझे माइकल जी... छोड़ दीजिए... मैंने कुछ नहीं किया है। आप मुझ पर बेकार ही शक कर रहे हैं!"

पर माइकल का गुस्सा अब उसके सिर पर चढ़ चुका था। उसने अब मीरा की एक भी बात नहीं सुनी। वो सीधा उसे अपने बेडरूम में लेकर गया और ले जाकर बेड पर पटक दिया। वही मीरा का दिल जैसे उसके कलेजे से बाहर आने को हो रहा था। उसके गोल ब्रेस्ट माइकल की तरफ थे, जो तेज़ सांसों की वजह से ऊपर-नीचे हो रहे थे। माइकल अब दाँत पीसकर बोला –

"बहुत शौक है ना हाथ उठाने का? आज तुम्हारे हाथ तोड़ दिए तो मेरा नाम ही माइकल नहीं!"

मीरा रोते हुए माइकल की तरफ देखते हुए बोली –

"प्लीज़ नहीं माइकल जी... प्लीज़ हमें छोड़ दीजिए... हम मर जाएंगे..."

तभी माइकल बोला –

"जब राघव के साथ हम बिस्तर हुई थी, तब नहीं मरी थी ना!"

उसकी बात सुनकर मीरा जैसे अंदर से टूट सी गई। उसका दिल तड़प उठा। उसने अपनी आँखें बंद कर चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया। वही माइकल तिरछी मुस्कराहट के साथ बोला –

"वैसे तुम्हारे चेहरे की मासूमियत देखकर कोई भी पिघल जाए... और रहेगी यार, ये लड़की तो बहुत मासूम है। पर तुम्हारी मासूमियत का चेहरा तो मैंने देखा है ना..."

इतना कहते हुए माइकल उसके ऊपर झुकने लगा। वही मीरा की सांस अब गहरी होने लगी थी। माइकल दिखने में काफी अट्रैक्टिव और हैंडसम था – उसके चीकबोन, jawline और नीली आँखें सबसे ज्यादा खूबसूरत थीं। पर क्या फायदा ऐसी खूबसूरती का जब इंसान मन में नफरत पाल कर बैठा हो।

अगले पल माइकल ने उसका शेपवियर उतारने को हुआ कि तभी मीरा ने अपनी पूरी ताकत लगाकर माइकल को धक्का दिया और दरवाज़े की तरफ भागने लगी। तभी माइकल ने दूसरी तरफ से रिमोट उठाकर दरवाज़ा लॉक कर दिया। उसके चेहरे पर व्यंग्य भरी तिरछी मुस्कराहट तैर गई और बोला –

"वैसे मारना पड़ेगा जान... बहुत जान आ गई है तुममें।"

वही मीरा दरवाज़ा खोलने में लगी हुई थी। उसने पूरी तरह माइकल की बातों को इग्नोर कर दिया। पर माइकल अब अपनी जगह से उठा और मीरा की तरफ बढ़ने लगा। माइकल को अपनी तरफ बढ़ता महसूस कर मीरा की धड़कनें रुक-सी गईं। उसने पलट कर माइकल की तरफ देखकर नम आँखों से बोली –

"प्लीज़... प्लीज़ मत कीजिए..."

पर माइकल कहाँ उसकी बात सुनने वाला था। अगले ही पल माइकल ने एक बार फिर से उसके बाल पकड़कर घसीटते हुए बेड पर पटक दिया।

जहां एक तरफ जबरदस्ती हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ दर्द का सैलाब किसी के मन में उठ रहा था...

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वहीं दूसरी तरफ, हाईवे पर...

धानिष्क की कार हवा को चीरते हुए तेजी से हाईवे पर चल रही थी। उसके हाथों में वाइन की बोतल थी, जो उसने पूरी तरह अपने होंठों से लगा रखी थी। उसके दिमाग में सौम्या की ही कई बातें घूम रही थीं –

"ठीक है... मैं तुमसे शादी करने के लिए तैयार हूँ। पर मुझे अपने पापा के क़ातिल का सबूत चाहिए।"

यह बात बार-बार उसके जहन में इस तरह से घूम रही थी जैसे उसकी जान निकल रही हो।

धानिष्क इस वक्त पूरी तरह नशे में चूर था। उसे सामने कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। वही हाईवे की दूसरी तरफ से एक ट्रक तेजी से धानिष्क की कार की तरफ आ रहा था।

और तभी वहाँ एक बड़े ब्ला

स्ट की आवाज़ गूंजी –

"भूूम्म्म्म......!!!"

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To be Continue...

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