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Divyansh in pain

Shekhawat palace..................

Ak room....

रात के तीन बज चुके थै। As और काजल के बदन आपस मे उलझें हुए थै। As इस वक़्त बेड पर लेता हुआ था और काजल उसके ऊपर थी। As का डिक काजल की पुसी मे था और धीरे धीरे मूव करवा रही थी। उसके चेहरे से ही पता चल रहा था कि वो इस वक़्त थक चुकी है पर फिर भी उस पर अभी भी viagra का असर था। वही as भी अभी सेतीस्फाइड नहीं हुआ था भले ही उसके चेहरे पर प्लेजर दिख रहा था।

वही काजल खुद को कंटिन्यू उसके ऊपर खुद को मूव करे जा रही थी। वही as उसको गहरी नजरों से देख रहा था। काजल के हिलते हुए बूब्स उसको अपनी तरफ अट्रैक्ट कर रहे थै। ज़ब as को जायदा देर बर्दास्त नहीं हुआ तो उसने जल्दी से काजल को निचे लेटाया और खुद उसके ऊपर आकर हार्ड स्ट्रोक देने लगा और साथ मे उसके ब्रैस्ट अपने हाथो मे भर कर सह लाने लगा। काजल कि सिसकियाँ अब दोबारा उस कमरे मे गूंजने लगी।

जहाँ एक तरफ हसीन रात गुजर रही थी। वही दूसरी तरफ दर्द को काटना मुश्किल हो रहा था।

City hospital.......

अनन्या का ऑपरेशन हो चूका था और वो इस वक़्त बेड पर बेहोश पड़ी थी। वही दिव्यांश उसको बाहर दरवाजे से देख रहा था। उसकी अनन्या के पास आने कि भी हिम्मत नहीं हो रही रही थी हालांकि अनन्या अभी तक बेहोश थी। अनन्या का पूरा चेहरा पीला पड़ चूका था मानो उसमे अब जान ना बची हो।

वही दिव्यांश की आँखो मे तो आँशु ही नहीं सुख रहे थै। उसे अपने दिल मे कुछ टुटा हुआ मेहेसूस हो रहा था। उसने अपना फ़ोन निकला और काजल को फिर से try करने लगा पर काजल का फ़ोन अभी भी स्विच ऑफ आ रहा था।

सारी रात दिव्यांश कोरिडोर मे घूमता रहा पर ना तो काजल और as का फ़ोन लगा और ना ही अनन्या को होश आया।

Subhe 7 bje.......

अनन्या की आँखे हलकी हलकी फड़फड़ाई और धीरे धीरे आँखे खोलनी सुरु की। वही दिव्यांश जो की दरवाजे से अनन्या को देख रहा था। उसका दिल जोरो से धक् धक करने लगा, उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे।

वही अनन्या ने अपनी आँखे पूरी तरहे से खोल ली, अगले ही पल उसकी आँखों क सामने कल रात का मंजर घूमने लगा, जिस तरह से वो सीढ़ियों से गीरी थी, सबसे पहले उसके दिमाग़ मे अपने बच्चों का ही ख्याल आया और अगले ही पल उसने अपना हाथ अपने पेट पर रखा और उसकी आँखों मे आंसू लबालब वहने लगे।

वही दिव्यांश की अभी भी हिम्मत नहीं पढ़ रही थी कि वह अंदर जाए पर किसी तरीके से उसने हिम्मत की और अपने कदम अंदर की ओर बढ़ा दिए, पर उसका दिल अंदर से टूट रहा था। वह खुद को ही अनन्या के साथ जो कुछ हुआ उसका जिम्मेदार ठहरा रहा था।

पर उसने हिम्मत की और अनन्या के सामने जाकर खड़ा हुआ। अनन्या की आंखों में दुनिया जहां के आंसू थे पर उसने अभी तक अपने होठों से एक आवाज तक नहीं निकाली थी। दिव्यांश जब अनन्या के सामने आकर खड़ा हुआ तो अनन्या एक तक सिर्फ सामने दीवार को देख रही थी। उसे तो जैसे अपनी शुद्ध बुद्धि ही भूल गई थी।

वही दिव्यांश अनन्या के पास आकर उसने धीरे से अपना हाथ अनन्या के सिर पर रखा जैसे ही अनन्या के सिर पर अपना हाथ रख और अनन्या ne दिव्यांश की आंखों में देखा। दोनों की आंखें आपस में टकराई और अगले ही पल अनन्या ने दिव्यांश को हग कर लिया।

अन्य बिलख बिलख कर रोने लगी।

हमने अपना बच्चा खो दिया। हम अब जी कर क्या करेंगे, हमें नहीं जीना.... हम जीना नहीं चाहते.... हमारा बच्चा ही ज़ब इस दुनिया मे नहीं ह तो हम जी कर क्या करेंगे।

इतना कहकर अनन्या ने आस पास देखा, वही टेबल पर डॉक्टर का सिजेरियन कीट पड़ा था जिसमे एक सरजीकल नाइफ था और अगले ही पल अनन्या ने दिव्यांश को दूर धक्का दिया और सर्जिकल कीट मे मे नाइफ उठा लिया और ये देख कर दिव्यांश का दिल धक सा रहे गया।

उसे तो ऐसा लगा जैसे किसी ने उसके अंदर से जान ही निकल दी हो..... दिव्यांश अपनी जगहे पर सुन्न रहे गया था।

पर अगले ही पल फ़ोन की रिंग से वो अपने होश मे आया और अनन्या की तरफ भाग उसने जल्दी से अनन्या का हाथ पकड़ लिया। अनन्या आउट ऑफ़ कंट्रोल होने लगी थी। वो दिव्यांश को अपने से दूर धकेल रही थी। वही दिव्यांश उसके हाथ से नाइफ पकड़ने की कोशिश कर रहा था। इसी चक्कर मे वो नाइफ दिव्यांश के हाथ मे लग गया जिससे दिव्यांश का हाथ बुरी तरहे से जख़्मी हो गया।

पर अनन्या तो जैसे नाइफ छोड़ने का नाम नहीं ले रही थी। वही दिव्यांश भी हार मानने को तैयार नहीं था। वो लगातार अपनी कोशिश करते हुए वो नाइफ अनन्या के हाथ से छीनने की कोशिश कर रहा था। तभी अनन्या ने वो नाइफ दूसरी तरफ घुनाया, अगले ही पल वो नाइफ दिव्यांश के पेट मे लग गया और दिव्यांश के पेट से खून का फववारा छूट पड़ा और दिव्यांश की चीख गूंज गयीं।

वही दूसरी तरफ.......

शेखावत पैलेस.......

As और काजल बड़े आराम से बेड पर सो रहे थै। As ने अपना फ़ोन जो थोड़ी देर पहले ऑन किया था वो बजा जिससे काजल की नींद जो कच्ची रहती थी वो खुल गयीं।

काजल ने एक नजर as की तरफ देखा जो गहरी नींद मे सो रहा था पर फिलहाल फ़ोन की आवाज से वो भी हल्का सा उठ गया था।

काजल ने जल्दी से as का फ़ोन उठाया ताकि उसकी नींद ना खराब हो। अगले ही पल काजल ने फ़ोन उठाकर अपने कान से लगाया तभी दूसरी और से कुछ कहा गया जिससे फ़ोन उसके हाथ से छूट कर जमीन पर गिर गया। फ़ोन की आवाज इतनी तेज थी की as ki नींद भी टूट गयीं......

As ने ज़ब काजल का चेहरा देखा तो AS का दिल धक सा रहे गया।

To bi continue ✍️.............

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