
Kapoor farmhouse,,
Garden area,,
अभी-अभी धानिषक ने बेहोश पड़ी सौम्या से ही शादी कर ली थी जबकि सौम्या बेहोश नहीं थी सौम्या बेहोश होने का नाटक कर रही थी और यह बात धानिषक को बहुत पहले पता चल चुकी थी। और जब पंडित जी ने शादी की संपन्न होने की घोषणा की तो अगले ही पल सौम्या ने अपनी आंखें खोली और उसकी आंखें धानिषक से जा टकराई और अगले ही पल वह अपने भरे गले से बोली आई हेट यू,, Mr Kapoor,
अभी सौम्या ने इतना ही कहा था कि धानिषक उसकी तरफ देखकर बड़े प्यार से बोल बट आई लव यू मैसेज कपूर,, इतना कहकर धानिषक ने सौम्या के होठों पर एक लाइट किस कर दी धानिषक की इस बात पर सौम्या का दिल धड़क उठा,, पर अगले ही पल सौम्या ने अपना चेहरा दूसरी और मोड़ लिया। और अब सौम्या की आंखों में नमी थी। वही धानिषक को उसकी इस प्यारी सी हरकत पर हंसी तो आई पर वह हंसा नहीं,,, अगले ही पल उसने सौम्या को गोद में उठाया वैसे ही उसे अंदर लेकर चला गया,,
वहीं दूसरीतरफ,,
एक अंधेरे कमरे में एक शख्स किंग साइज सोफे पर बैठा हुआ था और सिगरेट के लंबे-लंबे कश भर रहा था। उसके सामने एक लड़की खड़ी थी और वह और कोई नहीं बल्कि इलियाना थी। जो की घूरते हुए अपने सामने बैठे शख्स को देखे जा रही थी और अपने जबड़े कास्ते हुए बोली तुमने तो कहा था कि तुम आज उसका काम खत्म कर दोगे और यह क्या हरकत है वह अभी तक जिंदा क्यों है।
उसकी बात पर सामने बैठा शख्स जो की अंशुमान पारीक था जो की धानिषक का राइवल था। वही अंशुमन इलियाना की बात पर,,, अपनी आवाज नीची रखो कोई अंशुमन पारीक को आदेश नहीं दे सकता,, और रही बात उस लड़की को खत्म करने की,,,, तो अब ऐसा मुमकिन नहीं,, क्योंकि उस लड़की पर अब मेरी नजर है वह अब मेरी होगी क्योंकि उसे धानिषक कपूर ने पसंद किया है और जिसे धानिषक कपूर ने पसंद किया हो मैं उसे उसके पास कैसे रहने दे सकता हूं। और इस बार दानिश का दिल बहुत बुरी तरीके से टूटेगा क्योंकि इस बार मैदान में खुद अंशुमन पारीक खड़ा है। बहुत घमंड है ना उसे अपनी एक पर और अब उसकी एगो सब कुछ टूटेगा क्योंकि दिल से बड़ी कोई हो नहीं होती,,
इतना कह कर अंशुमन पागलों की तरह वहां पर हंसने लगा और उसकी हंसी वहां पर बेसमेंट में हर तरफ गूंज रही थी। अब अंशुमान ने इंडियाना की तरफ देखते हुए कहा वैसे क्यों ना आज रात तुम्हारे साथ बीत जाए क्या कहती हो अगर अपना काम निकलवाना चाहती हो तो थोड़ा मेरा भी फायदा हो जाए,, अंशुमन की बात पर इलियाना के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई और वह इतराते हुए बोली क्यों नहीं मिस्टर पारीक,,,
इतना कह वह अपनी जगह से दूसरे कमरे में चली गई ,,,और उसके पीछे ही अंशुमान भी चला गया और कुछ ही देर में वहां पर मौदहोशी भरा सिलसिला चलने लगा।
वहीं दूसरी तरफ,,
कपूर फार्महाउस में,,
धानिषक अभी-अभी सौम्या को अंदर की तरफ लेकर आया था और अंदर आते ही उसने सीधे सौम्या को अपने कमरे में ले गया था। धानिषक को कोई रीति रिवाज के बारे में कुछ ज्यादा पता नहीं था इसीलिए वह सीधा ही सौम्या को अपने रूम में ही ले गया।सौम्या ने अभी तक धानिषक से मुंह फेर कर रखा था। वह उसने एक बार भी धानिषक को पलट कर नहीं देखा था।
वही धानिषक उसको रुम में ले जाकर उसने अगले ही पल सौम्या को बेड पर पटक दिया जैसे ही धानिषक ने सौम्या को बेड पर पटका सौम्या हैरानी से धानिषक की तरफ देखने लगी क्योंकि धानिषक को पहले ही पता था कि सौम्या उससे नाराज है। वहीं धानिषक ने बेड रेस्ट से रिमोट उठा कर दरवाजा बंद कर दिया और अगले ही पल अपनी शर्ट के बटन खोलने लगा वही सौम्या का दिल तो जैसे धड़कन ही भूल गया। वह दानिश की तरफ देखकर बोली यह क्या हरकत है ?मिस्टर कपूर,,,
तभी धानिषक सौम्या की तरफ देख कर बोला अभी तो हरकत की नहीं है मैसेज कपूर अभी तो हरकत होने वाली है और...... इससे आगे मैं अब क्या ही बोलूं,,, इतना कहते हुए धानिषक के चेहरे पर दिलकश एक्सप्रेशन थे,, धानिषक के नए-नए रूप देखकर आज सौम्या को तो चक्कर ही आ रहे थे वह अपने सिर पर हाथ रखकर बोली___""अरे यार लगता है मैं आज सुबह कुछ गलत खा लिया तभी मुझे दिन में ना कुछ ज्यादा ही सपने दिखाई दे रहे हैं। कहीं मैं पागल ही ना हो जाऊं,,
सौम्या अभी खुद में बड़बड़ा ही रही थी तभी धानिषक ने अपनी शर्ट उतार कर जमीन पर फेंक दी,, दानिश की हरकत पर सौम्या का दिल और भी जोरों से धड़कने लगा,,, वह बेड पर पीछे की सरकते हुए अपना सर ना में हीलाते हुए बोली,,,,, मत कीजिए मिस्टर कपूर प्लीज,,,, सौम्या की बात पर दानिश मुस्कुराया और बोला अब तो बहुत कुछ होगा मैसेज कपूर आप मुझे मत रुकिए ना प्लीज,,,
उसकी बात पर एक पल के लिए सौम्या उसकी और देखते ही रह गई क्योंकि दानिश ने भी उसी अंदाज में अपनी बात कही थी जिस अंदाज में सौम्या ने अपनी बात उसके सामने रखी थी,, सौम्या अब धानिषक को छोटी आंखें करके घूरते हुए बोली क्या आपने कुछ आज गलत खा लिया है ,,मिस्टर कपूर,, उसकी बात पर धानिषक बोला नहीं बस,,तुम्हारे प्यार का असर चढ़ रहा है खाया तो कुछ नहीं।
अब तो तुम्हारे इश्क का फितूर सर चढ़कर बोलेगा,, धानिषक की बात पर सौम्या ने अपना हाथ अपनी दिल पर रख लिया उसे ऐसा लग रहा था जैसे आज उसका दिल उसकी हालख से ही बाहर आ जाएगा। धानिषक सौम्या को झटके पर झटके दिए जा रहा था। वही धानिषक अब सौम्या के ऊपर झुकते हुए बोला आज थोड़ा प्यार नहीं करेंगी,,"" मैसेज कपूर"" धानिषक की बात पर सौम्या ने अपना मुंह दोबारा से घुमा लिया और गुस्से में बोली प्यार और आपसे कभी भी नहीं,,, उसकी बात पर धानिषक ने कुछ कहा तो नहीं पर एक पल के लिए उसे अपने दिल में कुछ चुभता हुआ महसूस हुआ।
पर उसने फिर भी अपने चेहरे पर मुस्कुराहट कायम रखी और सौम्या की तरफ देखकर बोला अरे वह मैसेज कपूर आप तो मेरे लफ्ज़ लेकर बैठ गई लगता है आपको मेरा रंग चढ़ गया है। उसकी बात पर सौम्या अपना मुंह बनाते हुए बोली भगवान ना करे मुझे कभी आपका रंग चढ़े,, इतना कह ,,वह अपनी जगह से उठने लगी पर धानिषक ने उसकी कलाई पकड़ ली पर उसे खींच नहीं अब दानिश की पीठ सौम्या की तरफ थी और सौम्या की भी पीठ धानिषक की तरफ थी धानिषक ने उसका हाथ पकड़ा हुआ था दोनों में से कोई भी एक दूसरे की तरफ नहीं पड़ता था। थोड़ी देर के लिए वहां पर गहरा सन्नाटा पसरा हुआ था।
अगर कुछ गूंज रहा था तो दोनों की सांसों और धड़कनों का शोर जो कि दोनों को बखूबी साफ सुनाई दे रहा था वह दोनों एक दूसरे की धड़कनें साफ सुन सकते थे।
वही सौम्या बिना पलटे मेरा हाथ छोड़िए मिस्टर कपूर आपने अपनी मर्जी कर ली कर लीना मुझसे शादी हो गई ना आपकी शादी की जिद पूरी भगवान के लिए मेरे करीब मत आईए मुझे अब आपके पास आने पर भी अच्छा नहीं लग रहा,, सौम्या की बात सुनकर एक पल के लिए धानिषक सुन पड़ गया पर अगले ही पल वह हंस और बोल ""सच में""
उसकी बात पर सौम्या एक पल के लिए फिर से चुप हो गई पर अगले ही अपनी आंखें बंद कर उसका दिल से तड़प कर बोली ""जी बिल्कुल""सिर्फ वही जानती थी कि उसने यह लफ्ज़ धानिषक से कैसे कहें हैं। अब आप मुझसे दूर रहे मुझे अब आपके सहारे की बिल्कुल भी जरूरत नहीं जब मैंने आपसे मोहब्बत की थी तब आप मुझसे दूर भाग रहे थे पर अब मुझे आपसे दूर जाना है मैं आपका चेहरा तक नहीं देखना चाहती ,,,,,""चले जाइए यहां से,,""
सौम्या ने जिस लहजे में धानिषक से बात की थी धानिषक को को ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने उसके दिल पर खंजर चला दिया हो और उसके दिल के सौ टुकड़े कर दिए हैं पर फिर भी वह चुप रहा । अगले ही पल वह सौम्या की तरफ पलटा और उसने की सौम्या का हाथ अपनी और खींच कर खुद से सटा लिया और उसकी आंखों में देखकर बोला यही बात मेरी आंखों में देखकर बोलो,,, वही सौम्या दानिश की आंखों में भी सही तरह से नहीं देख पा रही थी। उसकी आंखों में बार-बार नमी आ रही थी। और वह अपनी नजरों को चुरा रही थी।पर वह खुद को कंट्रोल करते हुए बोली हमने कहा ना बार-बार हमारे पीछे क्यों आ रहे हैं क्यों आ रहे हैं क्या बात है। हां शादी की है मैं कोई गुलाम या नौकर नहीं हूं आपकी,,
या फिर मेरे जिस्म की भूख है। अगर इतना ही है। तो मीटा लीजिए इतना कहकर सौम्या ने अपना साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया और अगले ही पल धानिषक ने एक जोरदार थप्पड़ सौम्या के गाल पर जड़ दिया,,, वही धानिषक के थप्पड़ झड़ते हैं सौम्या लड़खड़ाकर पीछे को जाकर गिरी,,, धानिषक ने कुछ देर सौम्या को दिखा। पर ,,
इससे आगे अब धानिषक ने सौम्या से कुछ नहीं कहा और अगले ही पल उसे रूम से निकलकर बाहर की तरफ चला गया। दानिश की आंखें इस वक्त बेहद लाल थी वह सीधा
अपनी कर में बैठा और ब्लूबेरी बार की ओर निकल गया।
To be continue......
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