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Devil ankit

HM college,,

अहाना कोरिडोर में खड़ी थी । और किसी ल़डके ने उसका हाथ पकड़ा हुआ था। और वहीं रुद्र जो की क्लास की तरफ ही जा रहा था। उस ल़डके को आहना का हाथ पकड़े देख उसकी आंखे एक दम सर्द हो गई थी।।

वहीं अहाना की उस ल़डके को देख कर बड़ी सी स्माइल आ गई थी। वो उस ल़डके को देख कर बोली अंकित तुम,, उसकी बात पर अंकित हां यार तुम तो भुल ही गई थी। तभी अहाना झट से उसके गले लगाते हुए बोली अरे नही यार,, में नही भूली तुम तो मेरे best friend हो और मैं तुम्हें भूल जाऊ ऐसा कभी हो सकता है।

वहीं आहना को अंकित के गले लगे देख रुद्र का चहरा पूरी तरह से काला पड़ गया,, वो गरज कर बोला,,miss ahana Malik,, रुद्र की आवाज सुन आहना पूरी तरह से कांप गई,, वहीं रुद्र अपनी सर्द आवाज में आप यहां ये क्या कर रही है। और आप लोग यहां पर ये करने आते है।

और तुम ल़डके who are you,, आहना रुद्र को अपनी सफाई देने ही वाली थी। की रुद्र सर्द आवाज में miss ahana आप मुझसे क्लास के बाद library में मिलेगी और तुम...

इतना कह रुद्र ने जबड़े कसते हुए,, अंकित की तरफ देखा और बोला,,stay away From her ,, उसकी बात पर अंकित को बहुत अजीब फील हुआ पर उसने जायदा ध्यान नहीं दिया,, वहीं अहाना ने भी अपने हाथ नोचे कर सिर झुका लिया,

कुछ ही देर में क्लास शुरू हुई,, अंकित फिर से अहाना के पास वाली डेस्क पर बैठे गया,, और ये देख रुद्र,, की छाती पर जसे,, साप लोट रहे थे। उसे इतना गुस्सा आ रहा था। के वो अपनी क्लास पर भी फोकस नही कर पा रहा था।

वहीं अंकित और अहाना बिच बिच में बाते कर रहे थे। जो रुद्र का गुस्सा और बड़ा रहा था। और अब उसने गुस्से में आकर अपनी जगह से उठा और अहाना और अंकित के बिच में जाकर बैठ गया,, वहीं वहा पर क्लास के सभी बच्चे,, हैरानी से रुद्र को देख रहे थे। वहीं आहना खुद रुद्र को देख कर हैरान थी।

रुद्र ने अब अपनी पूरी क्लास उन दोनों के बिच बैठ का कर अटेंड की,, तक़रीबन एक घंटे बाद क्लास over हुई,, और रुद्र अहाना की तरफ देख कर बोले miss ahana meet me library "" रुद्र की बात पर अहाना ने हां में सर हिला दिया,,

वहीं अहाना की फ्रेंड ध्रुविका भी ये चीज नोटिस कर रही थी। वो अब अहाना के पास आकर बोली,, क्या हुआ,, यार ये sir आज इतने rude क्यू है तेरे साथ फिर से कांड कर दिया,, वहीं अहाना बोली यार कुछ नही बाहर अंकित ने मुझे हग कर लिया और sir ने वो देख लिया और,, अब वो इसी लिए लगाता है। मुझे डांटे दे,,

इतना कह उसके चेहरे पर मायूसी झलक रही थी। और अब वो ध्रुवीका से बोली अच्छा चल यार अब मैं चलती हु। मुझे सर ने लायब्रेरी में बुलाया है। इतना कह आहना वहा से चली गई,, वहीं अंकित जो की बड़े ध्यान से ये सब देख रहा था। उसके चेहरे पर अब डेविल expression थे। वो अपने आप से बोला कुछ तो है। जो मैं mis कर रहा हू। पर क्या ये पता लगाना बहुत जरुरी है। इतना कह वो भी आहना के पीछे चला गया,,

वहीं अहाना अब कोरिडोर से होते हुए,, लायब्रेरी की तरफ जा रही थी। तभी उसके कानो में,, जानी मानी आवाज पड़ी,, और ये आवाज किसी और की नही रोबिन की थी। रोबिन ने दूर से अहाना को आवाज देते हुए आ रहा था। वहीं अहाना रोबिन को हैरानी से देख रही थी।

वो रोबिन की तरफ देख कर बोली तुम यहां पर,, तभी रोबिन अरे यार रुक जा न कहा भागी जा रही हो,, मेरी सांस फूल रही है।wait कर,, तभी अहाना तुम पागल हो गए हो मुझे रुद्र सिर ने लायब्रेरी में बुलाया है। उसकी बात पर,,, रोबिन मुंह बना कर बोला वो शैतान तुम्हारा यहां भी पीछा नही छोड़ रहा,, वहीं धानी अब रोबिन को घूर कर बोली,,you shutup,, मुंह संभाल कर बात करो वो हमारे सर है।

वहीं रोबिन उसकी बात पर और भी मुंह बना कर बोला सर ही है। boyfriend नही है। रोबिन की बात पर अहाना कर ली बकवास के अभी और करनी बाकी है।

रोबिन अहाना की बात पर अच्छा बाबा ठीक है। अभी मैं भी तुम्हरे साथ इस college में पढ़ने वाला हु। तो तुमसे पंगा लेकर मुझे पिटना थोड़े न है। रोबिन की बात पर अहाना के चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई,, वहीं रोबिन अब उसकी तरफ हाथ बड़ा कर बोला,, मेरी friend बनोगी,, अभी वो बोल ही रहा था। तभी रुद्र की आवाज उनके कानो में पड़ी,, क्युकी वो दोनो चलते चलते लायब्रेरी के दरवाजे पर आ चुके थे।

वहीं रुद्र की आवाज सुन अहाना एक बार फ़िर से डर गई। वो बोली sir I'm so sorry,, वो बस अंकित मेरा बचपन का फ्रेंड है। इसी लिए,, तभी रूद्र रुड टोन आपनी friendship अपने घर छोड़ कर आया करो,, और आज तुम्हारी पैनिशमेंट है। की सारा दिन तुम मेरे साथ पेपर फिक्स करवाओगी,,

और जो लोग वेले है। वो अपनी class में जाकर class atend करे,, इतना कहते हुऐ रुद्र ने रोबिन की तरफ तिरछी नजर से देखा,, वहीं रोबिन अब मुंह बना कर बोला,, मेरा अपना भाई मुझे किसी से दोस्ती नही करने देता इतना कह वो वहां से पैर पटकते हुए चला गया,,

वहीं रुद्र ने अब कोरिडोर में देखा तो कोई नही था। अगले ही पल उसने आहना का हाथ पकड़ उसे लायब्रेरी में खीच लिया और अगले ही पल उसे दीवार से लगा दिया,, वहीं अहाना का दिल एक पल के लिए धक सा रह गया,, उसे तो समझ ही नही आया की आखिर हुआ क्या,,

वहीं बाहर एक कोने में खडे अंकित ने,, ये देख लिया था। जिसे देख उसकी आंखो में चमक आ गई थी।

To be continue....

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