
Shekhawat palace,,
काजल किचन में खाना बना रही थी। के तभी पूछे से उसे आपने पेट पर किसी का हाथ मेहसूस हुआ,, जिससे काजल की आंखे एक पल के लिए बंद हो गई,, और अगले पल उसे अपनी पीठ पर होंठ मेहसूस हुए,, और उन होंठो को महसूस कर,, काजल को जैसे बेचैनी को करार मिल गया था।
वो अब हल्का सा मुस्कुराई और AS की तरफ घूमी और इसे इशारा करते हुऐ,, पूछने लगी की AS यहां क्या कर रहा है। तभी AS उसके कान के पास आकर बोला,, बस तुम्हें प्यार करने का दिल कर रहा था। इसी लिए,, रूम में चैन नहीं मिल रहा था।
तभी काजल ने खाने की और इशारा कर बोली,, वो कुछ देर में खाना बना कर आती है। उसकी बात पर AS ने उसके माथे को चूम कर बोला मैं तुम्हारा वेट कर रहा हू। मेरा खाना रूम में ही ले आना उसकी बात पर काजल ने हां में सर हिला दिया,,
कुछ पौने घंटे बाद काजल का खाना बन गया था। और उसने कल्याणी (दादी) का खाना उसके रूम में ही भेज दिया था। क्युकी घर के हालात इस वक्त ठीक नही थे। दादी का मूड मिकी और अनन्या की वजह से off था। और अनन्या तो पूरी तरह से बेहोश थी।
और dr ने पहले ही कहां था। की अनन्या को जायदा डिस्टर्ब ना किया जाए,, इसी लिए काजल ने अब अपना और AS का खाना लगाया और सीधा ऊपर अपने रूम में ले गई।
Room में,,
AS ने इस वक्त सिर्फ लोवर पहना था। उसकी उपर बॉडी पर नेक्ड थी। AS खिड़की के पास खड़ा था। और उसका चेहरा खिड़की की तरफ था। वहीं काजल ने अब खाना लगाया,, उसे लगा शायद AS को पाता नही चला की काजल रूम में आई है। इसी लिए वो पलटा नही,,
वो अपनी जगह से उठने को हुई। के काजल का दिल धक सा रह गया,, क्युकी AS अब काजल की और पलटा AS की आंखे आज हद से जायदा लाल थी। ऐसा लग रहा था। जैसे वो रोया हो,, काजल अब जल्दी से उसके पास आकर,, उसके चहेरे पर बड़े प्यार से हाथ फेर कर,, उसके चहेरे को बड़े प्यार से अपने हाथों में भरा और उसे निचे की तरफ झुका कर उसका माथा चूम लिया,, और फिर उसकी दोनो आंखे,, फिर नाक,, और end में जब होंठो पर आई,, कुछ देर उनके होंठ आपस में नही मिले,, उनको सांसे आपस में टकरा रही थी।
काजल AS की लाल आंखो में देख रही थी। जिसमे हद से जायदा,, दर्द और तड़प थी। जो को काजल के लिए,, क्युकी पिछले एक हफ्ते से भले ही AS और काजल एक छत के निचे रह रहे थे। पर अलग अलग कमरे में क्युकी,, पिछले एक हफ्ते से कावेरी जी उसके रूम में थी।
और दिन में भी बहुत कम एक दुसरे से मिलते थे। क्योंकि काजल को देख कर पता चलता था। की को कितना दर्द अपने अंदर समेट कर बैठी थी। और वो AS को अपने दर्द दिखाना नही चहती थी। और कुछ उसका miscarege की वजह से कावेरी जी ने उसे AS के पास नही जानें देती थी।
क्युकी वो नही चहती थी। की काजल के नाजुक हालातो में वो AS को टूटता देख खुद भी बिखरे जिससे वो,, बीमार हो जाती,, और ये कावेरी जी बिलकुल नहीं चहती थी। और AS भी ये नही चाहता था। पर आज दोनो एक कमरे में थे। और अब AS का दिल तो रो रहा था। जिसकी झलक उसकी आंखो में दिख रही थी।
वहीं काजल चाहे अब कुछ बोल नही सकती थी। ना कुछ कह पा रही थी। पर AS का दर्द वो अच्छे से समझ रही थी। बेशक से काजल ने बच्चा खोया था। पर उसका दर्द AS की आंखो में दिखाई देता था। काजल ने कुछ देर उसकी आंखो में देखा और,, और फिर AS के होंठो पर होंठ रख दिए,,
काजल के होंठ रखते ही AS की आंखे बंद हो गई,, काजल बड़े प्यार से AS के होंठो को चूम रही थी। वहीं AS उसके प्यार में बस आज कहीं खो जाना चाहता था। वो भी काजल को धीरे धीरे काजल को किस कर रहा था। तभी उसकी आंखो के कोनो से आंसू उसके गालों पर आ गए,, जब काजल को उसके आंसू अपने गालों पर मेहसूस हुए,, तो उसने किस्स रोक,, एक बार AS के चहेरे को देखा,, और अपना सर न में हिलाते हुए,, उसके गालों पर जहा उसकी आंसुओ की बूंदे थी। वहीं पर अपने होंठ रख उसके आंसुओ को पी गई।
और ऐसे ही उसने दुसरे गाल पर अपने होंठ रख उसके गाल से आंसुओ को पी गई। उसने अब AS का चहरा दोबारा से पकड़ा और ना में सर हिलाते हुए,, अपने होठ उसके माथे पर रख दिए,, और अगले ही पल AS को अपनी बाहों में भर लिया। और उसपर अपनी बहे कस दी,,भले ही काजल बोल नही सकती थी पर AS उसकी हर बात समझता था। थोड़ा देर हग करने के बाद काजल पीछे हटी,,
अब AS का हाथ पकड़ा और सोफा पर लाकर बिठा दिया,, और उसके सामने कॉफी टेबल पर खुद बैठ गाई,, और साइड टेबल पर पड़ी खाने की प्लेट अपनी हाथ में ली,, और उस में से एक निवाला बना कर उसने AS के मुंह की और बढ़ाया,,
तभी AS ने ना में सर हिला कर,, काजल का हाथ उसके होंठो की और बड़ा दिया,, दोनो में से कोई भी बोल नही रहा था। पर दोनो की आंखे एक दुसरे से बेपनाह बाते कर रही थी। अपने दिल का दर्द बया कर रही थी।
वहीं काजल अपने आप को संभालने की जीतोड़ कोशिश कर रही थी। पर कब तक,, वो अब खाना खाते हुए,, उठी और बाथरूम की तरफ भाग गई,,, क्युकी उससेे अब AS का दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था। और दरवाज़ा बन्द कर शॉवर के निचे आकर खड़ी हो गई,, अब उसका भी सबर का बांध टूट चूका था।
वो शावर निचे आकर खड़ी हुई। और शॉवर का पानी ऑन कर एक हाथ अपने पेट पर रख दूसरा अपने मुंह पर रख,, फुट फुट कर रोने लगी,, वहीं बाहर बैठा AS ने जब काजल उठ के भागी तो कस कर अपनी आंखे बन्द कर ली,, वो जनता था। की काजल उसे टूटते नही देख सकती जिसके लिए,, वो पिछले एक हफ्ते से चटान बनी हुई। पर,, जब आज उसने AS की आंखो में दर्द देखा तो उसके लिए,, अब खुद को संभालना मुश्किल हो गया था।
अब AS अपनी जगह से उठा,, और सीधा बॉथरुम की तरफ बड़ गया,, अगले ही पल उसने दरवाजे के हैंडल पर अपना अंगूठा रखा ,, तो अगले ही पल दरवाज़ा खुल गया,, और अंदर का नजारा देख,,AS की दिल की धड़कन एक पल के लिए,, ड्रॉप हो गई।
To be continue....
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