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Pichwada

City hospital,,

अखिल परी के ऊपर झूका हुआ था। और परी ने उसके कान में जो कहा था उसे सुनकर अखिल की आंखे बाहर को आने को हो गई थी। उसका दिमाग पूरी तरह से घूम चूका था। वहीं परी ने अभी अभी अखिल को सेक्स करने को कहा था। अभी तो परी की आवाज भी नही निकल रही थी।

वहीं आज अखिल भी उसकी तरफ अपनी तीखी नजरो से देखते हुए,, आवाज तुम्हारी निकल नही रही और तुम्हे मेरी लुल्ली लेने की पड़ी है। पहले आवाज तो निकाल लो,, और ये जख्म तो ठीक कर लो,,

अखिल की बात पर परी को हँसी तो आ रही थी। पर वो बहुत ही कम ही हंसती थी। पर फ़िर भी आज उसके चेहरे पर एक छोटी सी नेचुरल स्माइल आ गई,, जिसे अखिल भी एक पल के लिए देखता रह गया,,

पर अगले ही पल परी ने अपनी स्माइल को छुपा लिया,, वहीं अखिल तो कही परी की स्माइल में खो सा गया था। परी अब अखिल की तरफ देख expretionless हो कर बोली,, पर मुझे सच में sex करना है।

उसकी बात पर अब अखिल के होश उड़ गए,, वो परी की आगे हाथ जोड़ते हुए बोला,, अरे मेरी मां sex के आगे भी दुनिया चलती है। और रही बात लुल्ली की मेरे साथ ही रहेगी,, तू पहले ठीक होजा,,

जब तुम ठीक हो जाओ बेशक से दिन रात मेरी लुल्ली लेना,, चाहे मुंह में लेना चाहें आगे लेना चाहें पीछे,, इतना कह अखिल ने अपनी आंखे बंद कर अपनी जीभ दांतों तले दबा ली,,, उसकी ये बात सुनकर परी की आईब्रो ऊपर की तरफ उठ गई,,

तभी पारी अखिल की तरफ देख कर बोली तुम मीरा पिछवाड़ा लेना चाहते हो,, वहीं परी की बात पर अखिल का दिल अब धक धक करने लगा,, वहीं परी अब एक टक अखिल की तरफ ही देख रही थी। पर उसके चेहरा एक दम expressionless था।

वहीं अखिल अपना सलाइवा गटकते हुए,, वो... वो..... वो....

तभी परी वैसे idea अच्छा है। ट्राई करके देखेंगे,, उसकी बात पर अखिल दंग रह गया,, वो अपनी लड़खड़ाती आवाज में बोला,, मैं मैं अभी आता हू। कुछ दवाइयां लेकर ,, इतना कह वहां से बाहर की और निकल गया,, वहीं अखिल के ऐसे जाते ही परी के चेहरे पर फिर से छोटी सी स्माइल आ गई,,

पर अगले ही पल उसका चहरा,, सर्द हो गया,, और वो बोली बहुत खेल खेल लिए,, नकली डैडी,, अब आपकी bund मारनी बहुत जरुरी हो गई है। और तब तक अपनी bund चुदेगी जब तक आपकी bund से खून नही निकल आता,,

मुझे गोली लगी तो मैंने बर्दाश्त कर ली पर उसके सिर पर वार नही करना चाहिए था। इतना कह उसके जबड़े कस चुके थे। तभी वहां पर,, परी के काफी सारे गार्ड्स अंदर की तरफ आकर सिर झूका कर खडे हो गए,, वो गर्ड्स काफ़ी जायदा थे।

बाहर का दरवाज़ा भी ब्लॉक हो रखा था। वहीं परी अब धीरे से उठ कर बैठी और अपनी सर्द आवाज में बोली साले bonduo तुम लोगो को काम पर एक दूसरे की बूंद चोदने के लिए रखा था। इतनी जायदा,, गैरजीमेदाराना हरक़त कैसे हुई,,, दिल तो कर रहा है। बाहर से कुछ ,,ganduo को मंगवाऊ और एक एक कर तुम सब की bund मरवाऊ bhenchodo एक तो ढंग का हो,,,

Laduo आ गए,,लैंड लमका कर शर्म नही आई मेरे सामने आते,, उसकी बात पर गार्डस ने अपना सिर नीचे झुकाए रखा एक बार भी,, किसी हिम्मत नही पड़ी की निगाह उठा कर परी की और देख ले पर तभी उन में से एक गार्ड जिसके हाथ,, उस दूसरे नकली गार्ड का फोन लगा था।

वो मैडम अभी वो बोल ही रहा था। के तभी परी,, चुप कर बे.....

लुल्ली मुंह के,, अभी बात कर रही,, हु ना, अपना लुल्ली सा मूंह लेकर घुस रहा है। यहां,, अभी दफा हो जाओ यहां से मेरा दिमाग बहुत गर्म है। नहीं तो एक एक की bund फाड़ दूंगी आज,, अगर मेरे gimcrack को कुछ हो जाता ना,, तो तुम सब का क्या हॉल करती,,

अपनी पैदा होने पर अफसोस होता,, लौडुओ,, निकलो यहां से,, इतना कहते हुए परी का चहरा एक दम लाल हो गया था।

वहीं बाहर अखिल दवाइया लेने जा ही रहा था। के तभी एक बुजुर्ग औरत सीढ़िया चाड रही थी। उसका पति भी उसके साथ था। पर उसके कदम तेज होने की वजह से वो आगे निकल चुका था।

पर पीछे बुजुर्ग औरत को एक हटे कटे आदमी का धक्का लगा,, और वो गिरने को हुई,, के तभी किसी के मजबूत हाथो ने उन्हें संभाल लिया वहीं जिस आदमी ने धक्का दिया था। वो उस औरत की तरफ देख कर क्या बुढ़िया अंधी है।

अभी उसने इतना ही कहा था। के उसके मुंह पर एक पंच आकर लगा और ये पंच मरने वाला अखिल था।

To be continue....

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