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Dead body

एक हफ्ते बाद.........

Indea,,

Shekhawat palace,,

अनन्या गुम सूम सी खिड़की के पास बैठी थी। उसकी आंखे एक दम खाली थी। उसने किसी भी तरह का makup नही किया हुआ था। अनन्या की मांग और गला दोनों सुने थे। जैसे पहले वो हर वक्त अपनी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहन कर एक दम ready होकर रहती थी। और उसके चेहरे पर हर वक्त स्माइल रहती थी। पर आज उसके चेहरे पर स्माइल तो दूर उसकी रौनक ही मर चुकी थी। उसका पुरा चेहरा पीला पड़ चुका,, था। अब तक अनन्या को रवि की सच्चाई पता चल चुकी थी।

सच्चाई पता चलने के बाद,,वो एक दम चुप सी हो गई थी। और इस बात को भी दो महीने बीत चुके थे। ना वो ठीक से कुछ खाती थी। और ना ही किसी से कोई बात करती थी। कात्यानी जी आती और उसे थोड़ा बहुत खिला कर चली जाती,, क्युकी,, उसकी pregnancy को 4 month लग चूका था। अब रिस्क नहीं ले सकते थे।

वो सारा सारा दिन ऐसे ही खिड़की के पास बैठी रहती थी। और आज भी वो ऐसे ही खिड़की के पास यू ही बैठी थी। के तभी उसके कानो में गाड़ी की आवाज पड़ी,, वहीं बाहर,,AS और काजल की गाड़ी आकर पैलेस के दरवाज़े पर आकर रूकी थी।

वहीं AS कार से बाहर निकला और दूसरी तरफ से जाकर दरवाज़ा खोल कर अपना हाथ आगे बढ़ा दिया,,, वहीं काजल जो की कार में बैठी थी। वो फीका सा मुस्कराई और अपना हाथ,,AS के हाथ में रख दिया,, उसकी स्माइल देख AS समझ तो गया ही था। की उसकी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया जहान का दर्द छुपा हुआ है।

पर उसने अपना दर्द अपनी फीकी सी मुस्कुराहट के पीछे छुपा लिया था। वहीं AS उसकी मुस्कुराहट देख उसे अलग सी टीस अपने मन में उठ रही थी। क्यों की वो अपनी Little rebbit को इतना तो समझ गया था। की वो उसकी खातिर कुछ भी कर सकती है। जैसे एक हफ्ते पहले उसने अपने दर्द को छुपा लिया था।

एक हफ्ते पहले जब काजल होश में आई थी। तो उसने अपने हाथ को अपने पेट पर हाथ रख ये तो समझ गई थी। की अब उसका बेबी नही रहा,, था।। और उसकी आंखे लाबा लब आंसुओ से भर गई थी।पर जब उसकी नज़र AS से मिली,, तो AS की आंखो को देख उसका दिल धक सा रह गया,,

AS चाहे अपने मुंह से न कहता पर उसकी आंखे उस दिन सब कुछ बया कर रही थी। वो जितना दर्द में था। काजल ने उसका दर्द भांप लिया था। और वो ये समझ गई थी। अगर आज वो टूटी,, शायद AS बिखर जाएगा,, और वो ऐसा बिल्कुल नहीं चहती थी। की AS बिखरे,, अगर AS बिखरता,,, तो हो सकता था। की काजल चाह कर भी उसे समेट नही पाती,,

इसी लिए उसने अपने आंखो के समंदर को अपने अंदर ही समा लिया,, वहीं AS उसके पास आकर बैठा और उसने उसे बताने की कौशिश की पर काजल ने उसके होंठो पर अपना हाथ रख उसे चुप करा कर अपना सिर ना में हिला दिया,,

उसके बाद भी उसने कई बार काजल से बात करने की कौशिश की पर हर बार काजल उसके होंठो पर हाथ रख ना में सिर हिला देती और उसके सीने से लग जाती,, इस बीच AS को जब काजल एक दिन नही बोली तो कावेरी जी ने उसे काजल की आवाज के बारे में सारी सच्चाई बता दी,, जिसे सुन कर AS का दिल टूट चुका था। और उस दिन पहली बार काजल ने AS को रोते देखा था। जिसे देख उसका दिल जो पहले से टूटा हुआ था। को कई हिसो में बट गया था। पर फिर भी उसने खुद को संभाला ,,,काजल ने सीने AS लगाकर उसका सहारा बनी,,,,

वहीं तब से AS भी काजल की हालत समझ रहा था। वो खुद टूटने के बाद भी,, वो खुद को तो संभाल ही रही थी। साथ में AS को भी संभाल रही थी। कहां AS ने सोचा था। की वो काजल को बिखरने से कैसे बचाएगा,, वहीं AS नही बल्की काजल खुद AS को बिखरने से बचा रही थी।

Present time,,

काजल और AS अब अंदर की और जानें लगे तो पीछे से एंबुलेंस की आवाज आई,, और Ambulance को देख काजल के चेहरे पर सवालिया एक्सप्रेशन आ चुके थे। वहीं AS का चहरा अब सख्त और expretionless हो चुका था।

तभी कुछ हॉस्पिटल स्टाफ कार से बाहर निकला और,,ambulance में से एक लाश बाहर निकाली जिसका मुंह पूरी तरह से ढका हुआ था। वहीं लाश को देख काजल का दिल धक धक करने लगा,, वो डर गई थी। उसने घबरा कर AS की बाह कस कर अपने हाथो में जकड़ लिया था। वहीं स्टाफ और उसे लेकर शेखावत palace के अंदर चले गए,,

वहीं पैलेस के अंदर कल्याणी जी बिच हॉल में बैठी,, थी। जो की अपने स्वेटर बुन रही थी। बेशक से स्वेटर बुन रही थी। पर उनका सारा ध्यान अनन्या की तरफ था। पर जब हॉल में किसी के आने की आहट सुनी तो उन्होनें दरवाज़े की तरफ देखा,, वहां पर hospital staff और उनके हाथ में लाश देख,, वो अंदर तक कांप गई थी।

उनका दिल धक सा रह गया था। और वो अपनी जगह पर जम सी गई थी। तभी सामने AS और काजल को देख उनकी आंखो से पानी बहने लगा,, वहीं अनन्या भी आज अपने कमरे से बाहर निकल आई थी।2 महिने बाद आज अनन्या,, अपने रूम से बाहर आई थी।

पर अब तक staff लाश राख बाहर की और जा चुका था। अनन्या जब बाहर आई तो उसकी नजर सिंधा AS पर गई। पर आगले ही पल उसकी नजर काजल पर गई,, जिससे अनन्या के चेहरे पर एक अजीब से एक्सप्रीशन आ गए,, वहीं कात्यानी जी जो AS और काजल की और जा रही थी। उसके कदम अनन्या को देख रुक गए,, वहीं अनन्या अब अपने धीरे कदमों से आगे बड़ते हुए,, आगे की तरफ आई,, अनन्या की नजर अभी तक लाश पर नही पड़ी थी।

और काजल के सामने आकर खड़ी हुई। अनन्या को देख AS अनन्या को कुछ कहने को हुआ ,, पर तभी चटाक.....

अनन्या ने काजल के चेहरे पर थप्पड जड़ दिया था। और काजल की तरफ देख कर बोली तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की...... हमारे पति को छीन कर तुम्हे चैन नहीं मिला,,

वहीं काजल को थप्पड पड़ते ही AS की आंखे बड़ी हो गाई,, वो चिल्लाते हुए दी............

to be continue........

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