
Kapoor farmhouse,,
Dhaanishk's room,,
सौम्या जो की बॉथरूम में जा कर अपने बदन पर ब्लैंकेट ओड कर बॉथरूम से बाहर आई थी । उसने जैसे धानिष्क की तरफ देखा,, उसकी नजर धानिष्क की नजरो से जा मिली,, वहीं धानिष्क के चेहरे पर अजीब से expretion थे। वहीं सौम्या अब धानिष्क के बिलकुल पास आकर खड़ी हुई।
और उसकी आंखो में देखते हुए बोली,, कभी किसी के इश्क की ताक़त को कम मत अंकिएगा mr kapoor,, आप मेरे इश्क का feetor देखना चाहते है। हम तो अपके लिए जान भी दे दे ये जिस्म की भूख फिर क्या चीज है। अपको हर रात जिस्म चाहिए न,, तो ठीक है। इतना कहते हुए सौम्या के चेहरे पर कोई भाव नहीं था।
और अगले ही पल सौम्या ने अपनी ब्लैंकेट जो उसने अपने बदन पर लपेट रखी थी। उसकी पकड़ को ढीला कर दिया,, अगले ही पल ब्लैंकेट जमीन पर जा गिरी,, और नेक्ड सौम्या धनिष्क के सामने थी।
वहीं सौम्या को नेक्ड देख,, धानिष्क की आंखे बड़ी हो गई,, उसके चेहरे पर अब गुस्सा उतर आया,, जिस वजह से उसका चहरा कांपने लगा,, और अगले ही पल चटाक......
धानिष्क ने सौम्या के गाल पर एक जोर दार थप्पड जड़ दिया,, जिससे सौम्या संभाल नहीं पाई,, और पीछे बेड पर जा गिरी,, वहीं धानिष्क की नजर लगातार सौम्या के चेहरे पर बनी हुई थी। एक पल के लिए भी उसकी नज़र इधर से उधर नही हुई थी।
उसकी आंखे इस वक्त खून की तरह लाल थी। उसका गुस्सा इस वक्त अपनी हद में नही था। उसने अपना चेहरा दुसरी तरफ घुमाया और ब्लैंकेट उठा कर बीना सौम्या की तरफ देखे उस पर देने वाला था। के तभी सौम्या के जोर जोर से हँसी,, उसकी आंखो में आंसू थे। और उसके चेहरे पर एक तरफ धानिष्क की उंगलियों के निशान गहरे छप चुके थे।
तब भी वो हंसे जा रही थी। और अब धानिष्क जो उसे चादर देने वाला था। वो expretionless होकर सौम्या से दुसरी और मुंह करके खड़ा था। वहीं सौम्या अब अपनी जगह से खड़ी हुई। उसने अपने ऊपर ब्लैंकेट नही ओडी,, वो नेक्ड ही धानिष्क के दुबारा सामने आकर खड़ी हुई।
वहीं धानिष्क ने एक बार फिर से उसकी तरफ अपनी पीठ कर ली,, तभी सौम्या और ऊंची हँसी,,, उसकी हँसी सुन कर धानिष्क के चेहरे पर कोई भाव नहीं आया था।
वहीं सौम्या के चेहरे पर दर्द साफ नजर आ रहा था। उसके आंसू लगा तार बह रहे थे। पर वो पागलों की तरह हंसते हुए। बोली____"" क्या बात है।Mr kapoor,, आप तो हमारी और देख भी नहीं पा रहे है। अभी अपने ही तो उस लड़की,,,,,,,, वैसे क्या नाम था। उस लड़की का?
इल इल इलियाना हा याद आया मुझे,, इलियाना से कहा था। की हम one night stand के लिए लिए गए है। हमे हाथ लगाना तो दूर आप तो हमारी और देख भी नहीं रहे,,,,, और उससे तो एसे चिपक रहे थे। जैसे सारी रात उसे बाहों में लेकर काटी हो,, तभी धानिष्क expretionless होकर,,,, सच सच होता है miss shekhawat,,
तभी सौम्या और जोर से हँसी,,, और बोली,,,,तो ठीक है। सच सच होता है। ना तो अब एक सच ये भी सुन लिजिए Mr kapoor,, आप हमे यहां one night stand के लिए लेकर आए थे। ना,, सौम्या के मुंह से one night stand सुन कर धानिष्क की मुठिया कस गई। और जबड़े कस गए,,
पर उसने सौम्या की और पलट कर नही देखा,, वहीं सौम्या अब अपनी बात आगे बड़ते हुए बोली ____""तो हम आज अपके साथ one night stand करके रहेंगे,, बाकी सब लिडकियां भी तो अपके बिस्तर पर आती है। ना,,, वहीं हम भी सही,, वो बात अलग है। वो अपने जिस्म की भूख शांत करने के लिए अपके पास आती है। और हम आपको अपने अंदर तक उतरने के लिए आयेंगे,, हम अपको इश्क करने के लिए अपके पास आयेंगे,,,
और एक बात और सुन लिजिए,, अगर आज अपने हमे हाथ नही लगाया,,, तो हम आपकी कसम खाते है। इतना कहते हुए उसकी सिसकी निकल गई,, उसकी आंखो से पानी झर झर बहने लगा,, वो फिर भी अपनी बात पूरी करते हुए,, अगर आज अपने हमे नही छुआ तो हम,, भी चंदा बाई के कोठे पर जाकर खुद को बे..........
अगले ही पल एक और थप्पड़ उसके गाल पर पड़ा,, और इस बार भी थप्पड हद से जायदा तेज था। अब धानिष्क का गुस्सा हद पर कर चुका था। वो गुस्से में कांपते हुए,,
उसने सौम्या के बालों को पीछे से मुट्ठी में भरा,, जिससे सौम्या का चेहरा ऊपर की तरफ उठ गया,, और धानिष्क उसके पास अपना चेहरा लेजाते हुए बोला,, अब बोलो
तभी सौम्या एक बार फिर से हँसी और बोली,, हम अपने जिस्म को चंदा बाई के कोठे पर बे.....
तभी एक और चांटा सौम्या के गाल पर धानिष्क ने जड़ दिया,,,इस बार सौम्या के होंठों के किनारा हल्का सा फट गया और उस में से खून की कुछ बूंदे उभर आई,, और वो नीचे जा गिरी,, तभी धानिष्क ने एक बार फिर से उसे बालों से पकड़ा और ऊपर की तरफ उठा कर बोला,,,, दुबारा बोलना जरा,, तभी सौम्या,, एक बार फिर से अगर अपने हमे हाथ नही लगाया तो हम खुद को बे......
इस बार एक और चांटा सौम्या के गाल पर लगे,, पर सौम्या हार मानने को तैयार ही नहीं थी। ना जानें कितने थप्पड़ों की आवाज वहां पर गूंजी पर सौम्या ने अपनी लाइन नही छोडी,,
पर इस बार धानिष्क ने सौम्या को बालों से पकड़ कर एक बार फिर से उठाया,,, अब सौम्या के चेहरा एक तरफ से सूज चुका था। उसके आंखो से आंसू तो निकल रहे थे। पर उसकी हँसी नही रुक रही थी। पर उस हँसी में एक अलग ही टीस थी। जो शायद धानिष्क भी मेहसूस कर पा रहा था। इस बार सौम्या से बोला नही जा रहा था। पर फिर भी सौम्या अपनी लड़खड़ाती आवाज में अपनी बात दोहराते हुए बोली,, हम खुद को बेच दे.........
तभी धानिष्क ने उसे बेड पर धक्का दिया,,और चीख कर बोला बकवास बंद करो अपनी,,,, तभी सौम्या एक बार फिर से हँसी,,,, सौम्या की हँसी धानिष्क को चुभ रही थी।
वो इस बार लड़खड़ाती जुबान में बोली,, क्या बात है Mr kapoor,,, इतना ही दम था। हम अब भी दुबारा कहते है। अगर आप अब भी हमे नही छुएंगे,, तो वहीं काम अब कोई और करेगा,,, सौम्या को इस बात पर धानिष्क ने सामने पड़े काफ़ी टेबल पर पंच दे मारा,, और अगले ही पल उसके हाथ से खून बहने लगा,,
धानिष्क के हाथ से खून बहता देख,,, सौम्या का दिल धक सा रह गया,, पर उसने अपना दिल अगले ही पल मजबूत कर लिया,, शायद आज वो किसी भी कीमत पर धानिष्क को पाना चहती थी। पर धानिष्क अपनी जिद में उसे देख तक नही रहा था। और ये चीज़ सौम्या को और भी दर्द दे रही थी।
वो expretion less होकर,,,,हम जा रहे है। खुद को कोठे पर बेचने.... इतना कह वो अपनी ,,जगह से उठाने ही वाली थी। की अगले ही पल धानिष्क ने उसे बेड पर दोबारा धक्का दिया,, और सौम्या के ऊपर चढ़ कर अगले ही पल उसके होठों को अपने होठों में भर लिया,, और उसे बेइंतहा चूमने लगा..........
To be continue......
Guys aaj problem bahut jayda hai,,pet me dard had se bhi zaiyda so please I hope you understand stand kal ka Chepter unlimited long dungi
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