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Halat kharab

Dehradun,,

Hayaat hotel,,

Hotel के सामने परी बीच सड़क पर पड़ी थी। और उसे गोली लगीं हुईं थी। वहीं अखिल जिसे ड्राइवर ने परी को उठा कर लाने को कहा था। वो परी को अपनी गोद में उठाने ही वाला था। के तभी किसी ने पोछे से अखिल के सिर पर कुछ दे मारा,,

जिससे अखिल की जोर दार चीख निकल गई थी। उसके सिर से बेइंतहा खून बहने लगा था। अखिल जो की परी के ऊपर झुक हुआ था। जब उसके सिर में हॉकी लगीं तो उसने अपने हाथ परी के इर्द गिर्द रख लिए,, और उसका चेहरा परी के ऊपर था। वहीं परी की भी सिर्फ हलकी सी आंखे खुली थी।

जिससे वो एक टक अखिल की और देख रही। परी को इतना होश तो था। ही की वो ये देख पा रही थी। की वहा क्या हो रहा था। वहीं अखिल जो को परी के ऊपर था। उसके सिर से बेइंतहा खून बह रहा था।

जो की परी के मांग में जाकर गिरा था। वहीं ड्राइवर जो की परी और अखिल की मदद करने के लिए आगे आने वाला था। उसे भी bodygurad ने सिर के बीचों बिच शूट कर दिया था।वहीं परी जिसकी सांसे अब गहरी होने लगीं थी। उसकी आंख से एक आंसु निकल गया।

वहीं अखिल एक टक परी को देखते हुए बोला, तुम्हे कुछ नही होगा,, मेरा वादा है। ""Firefly "" वहीं परी ने उसकी कोई जवाब नही दिया। बस चुप चाप अखिल को देख रही थी। तभी bodyguard ने,, एक बार फिर उसके सिर पर हॉकी मरने ही वाला था। के अखिल ने अगले ही पल हॉकी पकड़ ली,,

और अपनी तिरछी नजर से बॉडीगार्ड की तरफ देख अब अपनी जगह से खडा हुआ,, हलकी हॉकी उसके सिर में इतनी जोर से लगीं थी। की उसे हल्के हल्के चक्कर आ रहे थे। पर फिर भी अखिल ने हार नहीं मानी,

अखिल ने अब उस गार्ड का वहीं हाथ मरोड़ कर पोछे की और लगा दिया,, और अगले ही उसने उसकी बैक में से एक गन निकाली और,, सामने खडे तीन गार्ड्स उन तीनो के माथे के बीचों बीच गोली मारी थी। और ये सब अखिल ने इतनी फुर्ती से किया था। की वहा खडे किसी भी guard को सांबलने का मौका नहीं मिला था।

और अगले ही पल अखिल ने,, जिस गार्ड को पकड़ रखा था। उसके माथे पर गोली मार दी और अगले ही पल वो नीच जा गिरा उस्की खोपड़ी के परखच्चे उड़ गए थे। जिसके छींटे अखिल के चेहरे पर भी आन कर गिरे थे। अब अगले ही पल अखिल ने परी को देखा जिसकी आंखे अब पूरी तरह से बन्द हो गई थी।

अखिल ने परी की आंखे पुरी तरह से बंद देखी, तो एक पल के लिए अखिल के दिल ने मानो धड़कना ही छोड़ दिया,, तभी अखिल एक बार फिर से उसके ऊपर झुका और परी के गालों को छूते हुए,,,, उसके हाथ बूरी तरह से कांप रहे थें।

अब तक परी के असली गार्ड भी पहुंच चुके थें। जिनके सिर से और की कही से किसी के चेहरे से तो किसी के घुटने से खून निकल रहा था। वहा की हालत देख कर boudygurds की भी आंखे बडी हों गई थी।

वहीं अखिल परी के गालों को थपथपाते हुए,,firefly ""open your eyes please ""ऐसा मत करो देखो मुझे कुछ कुछ हो रहा है।please अपनी आंखे खोलो,, इतना कह उसने परी के सीने पर अपना सिर रखा,, और अगले ही पल अखिल की आंखे बडी हों गई थी।

क्युकी परी की धड़कन अभी चल रही थी। पर बहुत धीमी थी। जिसे सुनकर अखिल को थोड़ा सकून मिला था। अगले ही पल अखिल ने परी को गोद में उठाया और गार्ड की तरफ देख कर बोला जल्दी कार स्टार्ट करो,, उसकी बात सुन,, उन में से एक गार्ड ने जल्दी से कार सटर्ट की और वहां से निकल गए,,

वहीं जो सड़क पर आदमी पढ़े थे। जिनका फोन वाइब्रेट हो रहा था। जिस पर बॉस लिखा show हो रहा था। परी के एक बॉडीगार्ड की नजर उस फोन पर पड़ी,, तो उसने फोन उठाने ही वाला था। के तब तक फोन कट गया,,

वहीं दुसरी तरफ कार में अखिल परी के हाथो को रगड़ते हुए आंखे खोलने को बोल रहा था क्योंकि परी के हाथ अब ठंडे होने लगें थे। पर तभी रास्ते में गाड़ी ने भी जवाब दे दिया,, और ये हालात देख अब अखिल की हालत और भी खराब होने लगीं थी।

वहीं उसने गार्ड से पुछा अब क्या हुआ,, तभी guard Boss कार लगाता है खराब हो गई है। कार को खराब देख अखिल के हाथ पैर भी अब ठंडे पड़ने शुरु हों गए थे। क्योंकि आस पास जंगल था। और परी की हालत बढ़ते पल के साथ बिगड़ती जा रही थी।

तभी अचानक अखिल की आंखे और भी हैरत से फैल हुए,, अभी अभी परी ने एक खांसी की थी जिस वजह से परी के मुंह से खून निकला था। जिसे देख अखिल का दिमाग भी सुन पढ़ गया था।

To be continue....✍️✍️✍️✍️

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