01

Chepter 1,2,3,4,5

Dark truth!!!

Dehradoon ,,,

एक लड़की बीच सड़क पर खून से सनी,,सड़क पर झटपटा रही थी। उस लड़की के सिर से बेइंतहा खून बह रहा था। वही सड़क के साइड में कुछ गाँव के लोग खड़े थे। जिनमें से सबसे आगे एक लड़का खड़ा था।

उस लड़के की उम्र तक़रीबन 24 या 25 साल होगी।उस लड़के के गहरी काली आँखें ,,हाईट 6,,,5”,,,गोरा रंग,,और बॉडी ऐसी की पहलवान को भी मात दे जाए,,,पर इस वक़्त,,उस लड़के की आँखों में उस लड़की को देख बेइंतहा आँसू थे। और वो लड़की वहाँ पर लेटी तड़प तड़प कर अपना दम तोड़ रही थी।

वो लड़का चाह कर भी उसे बचा नहीं पा रहा था। वहीं पीछे गाव के लोग थे ,,,जिनमे एक उस गाँव का सरपंच भी था। जिसने उस लड़के का हाथ अपने हाथ में पकडा हुआ था।

जो वो अपनी और खींच कर उस लड़के को अपने साथ ले जा रहे थे। पर वो लड़का जाने को तैयार नहीं था। तभी सरपंच ने उस लड़के को अपनी तरफ़ पलटा और उसके गाल पर एक थप्पड़ जड़ दिया। और उस लड़के की ओर ग़ुस्से से देख कर बोले तू क्या चाहता है।

आज उसने उस लड़की को मार दिया। और हम उस लड़की को नहीं बचा सकते,,,जानते हो क्यों ?,,,क्यों की तुम उसके ग़ुलाम हो,, तुमने उस लड़की से प्यार किया था। तो उसे तो इसकी सज़ा मिलनी ही थी।

और अगर हम में से कोई भी उसे बचाता है तो,,, उसकी मौत भी तैय है। और तू क्या चाहता है। वो हमारी भी जान लेले और गाँव में अकाल पढ़ जाए।

अरे उसे तो बस इतना पता था। की वो लड़की बस तुझसे मिलती जुलती है,,,अगर उसे पता चल जाता कि ये लड़की तुझसे प्यार करती है। और तू भी उससे प्यार करता है। तो वो हमारे गाँव को श्मशान बना देती,,,

और तू भूल कैसे गया। तू उसका ग़ुलाम है। समझा पाँच साल पहले वो तुझे ख़रीद चुकी है। समझा और उसने तुझे इस गाँव के सौदे में चुना है।

और तुझे में याद दिला दु ,,अगले महीने तू 26 का होने वाला है।और अब वो तुझे यहाँ से ले जाएगी। तो हम तेरे आगे हाथ जोड़ते है। अखिल,,,भगवान के लिए अब उस लड़की को भूल जा वरना वो हमारे गाँव को छोड़ेगी नहीं।

और ये हमारे गाँव का एक काला सच है। की असल में ये हमारा है ही नहीं। और तू इसकी क़ीमत है,,,अगर तेरी वजह से हमारा गाँव हमारे हाथ से गया। तो तू उस दिन मेरा मारा हुआ मुँह देखेगा समझा।

अपने बाबा की बात सुन अखिल ने अपने बाबा से कहा ऐसा मत कहिए बाबा। में चलूँगा,,,पर सोनिया को एक बार देखने दो में उसे यही पास में दफ़ना दूँगा,,,अब आधी रात किसी को क्या पता चलेगा।

अपने बेटे अखिल की बात सुन ब्रिज लाल चौधरी का भी मन पसीज गया। और उसने हाँ कह दिया। पर ये उसकी सबसे बड़ी गलती बनाने वाली थी।

वहीं अब अखिल ने उस लड़की को उठाया और वहीं सड़क की दूसरी तरफ़ गड्ढा खोदने लगा ,, कुछ समय में गड्ढा खोद कर उस लड़की को वहीं दफ़ना कर,,,मन में बोला सोनिया तुम तो चली गई। पर वादा रहा तुमसे आज के बाद इस अखिल चौधरी के दिल में कोई ओर दस्तक नहीं दे पाएगा।

Canada में,,

एक लड़की बड़े से किंगडम में एक आलीशान रूम में किंग साइज़ सोफा पर बैठी वाइन पी रही थी। वो लड़की व्हाइट कलर की स्कर्ट पहनी हुई थी। जो उसकी थाई से भी ऊपर तक थी।

वो लड़की दिखने में बहुत अट्रैक्टिव लग रही थी। उसकी वो ग्रे आईज नैचुरली पिंक गाल और नाक,,,दूध सा गोरा रंग और सिल्की लम्बे बाल वो लड़की किसी परी क्या परियों की रानी से भी उसके लिए कहना कम होगा। उस लड़की की उम्र तक़रीबन 23 साल की होगी।

उस लड़की ने मेकअप के नाम पर कुछ भी नहीं लगाया था। वो लड़की वाइन पीते हुए,,,सामने दीवार पर लगी फोटो को एक टक प्यार से देखे जा रही थी। और वो फोटो इतनी बढ़ी थी। की पूरी दीवार उस फोटो से कवर थी।

और ये फोटो किसी और की नहीं अखिल की थी। जिसको वो लड़की पगलो की तरह देखे जा रही थी। वो लड़की उस तस्वीर की तरफ़ देख मदहोशी भरी आवाज़ में बोली,,तुम सिर्फ़ मेरे हो (परी डोबरियाल के ,,)

और तुम्हें कोई छुए,,उससे पहले परी डोबरियाल उस इंसान को जला कर राख कर देगी।

फिर परी अपनी जगह से खड़ी होकर वाइन पीते हुए। उस तस्वीर के पास आकर बोली,,बस एक महीना ओर मेरी जान फिर तुम्हें मुझसे कोई दूर नहीं कर पाएगा।

ये बदन तुम्हारी छूअन के लिए तड़प रहा है। पहली नज़र का इश्क़ हो तुम मेरा……फिर थोड़ी देर रुक कर बोली जुनून भी।इतना कह उसने वाईन का एक सिप लिया और उस तस्वीर पर अखिल के होंठों को पागलों की तरह चूमने लगी।

तभी उस रूम का दरवाज़ा नॉक हुआ,,तो परी वैसे ही तस्वीर को चूमते हुए,,,बोली come in,,

परी के इतना कहते ही एक सर्वेंट अंदर आई। और उसकी नज़र परी पर गई। जो अभी भी उस तस्वीर को पागलों की तरह चूमे जा रही थी।

वहीं परी को ऐसा करता देख सर्वेंट ने अपना सिर झुका लिया।और परी क्वीन आपके डैडी आपको बुला रहें हैं।

सर्वेंट की बात पर परी का कोई रिएक्शन नहीं था। वो अभी भी पागलों की तरह उस तस्वीर को चूम रही थी। तभी उसने सर्वेंट से कहा,,,,

क्या तुमने कभी s** किया है। वहीं सर्वेंट उसकी बात बेहत बेतुकी लगी। पर परी ने पूछा तो उसे जवाब तो देना था ही। इस लिए सर्वेंट ने ना में सिर हिला दिया।

तो परी आगे से बोली मैंने भी नहीं किया। इतना कहते हुए उसने फिर से अखिल की तस्वीर की तरफ़ देखा और एक हाथ अपनी कपड़ों में से अपनी लोअर बॉडी पर लजाते हुए। और दूसरा हाथ अखिल के होंठों पर ले जाते हुए। अपनी लोअर पार्ट को सहलाते हुए बोली पर अगले महीने,,,,

मैं इसके साथ S** करने वाली हूँ। तभी पीछे से आवाज़ आई परी ये क्या बदतमीज़ी है। वहीं परी अभी भी अपने लोअर पार्ट को सहला रही थी।

वहीं वो शख़्स उसकी तरफ़ देख कर बोला stop doing this pari,,im your father”” तभी पारी ग़ुस्से में चुप बे चू**t**e तुम मेरे पापा नहीं हो,,,मेरे पापा दस साल पहले मर चुके हैं।

and one more thing,,,अपनी औक़ात मत भूलो। समझे में क्वीन हूँ इस किंगडम की और तुम्हारी यहाँ पर हैसियत सिर्फ़ एक नौकर की है समझे,,, तो आज से मुझे बुलाने की गलती मत कर देना,,,

अब निकलो मेरे रूम से इतना कह उस लड़की ने सर्वेंट की तरफ़ देखा तो सर्वेंट ने उस शख़्स को बाहर जाने का इशारा कर दिया। ये शख़्स परी का सौतेला पिता है। परी के पापा का देहांत जब परी तेरह साल की थी तब से हो गया। उसके बाद जब पारी सत्रह की हुई,,तो उसकी मोम ने दूरी शादी कर लीं,,

उसके दो दिन बाद ही उसकी मोम की डेथ हो गई। पर उसकी माँ की मौत कैसे हुई इसका पता कोई नहीं लगा पाया।

उसके बाद उसने अपना सारा इंपेयर ख़ुद सम्भाला और उसके साथ illigel काम भी शुरू कर दिया। जैसे ह्यूमन ट्रैकिंग,,ड्रग्स,,अल्कोहल वग़ेरा सारा काम,,,

जब से उसकी मोम का देहांत हुआ था। तब से उसे अपने सौतेले पिता से नफ़रत थी क्योंकि उसे लगता था के उसकी मोम की डेथ में उसके सौतेले पिता रघुवीर का हाथ है।

इस लिए उसने बहुत जाँच पड़ताल की पर कुछ नहीं मिला फिर भी आज तक वो सुराग ढूँढ रही थी जिस पर काम उसके आदमी कर रहे थे।

वहीं रघुवीर के जाते ही,,परी अपनी जगह पर अकार बैठी और फिर से वाइन पीने लगी। तभी उसका फ़ोन बजा।

और दूसरे तरफ़ से कुछ कहा गया,,जिसे सुन परी के भाव बदल गए,,और वो बोली इंडिया की फ्लाइट बुक करो,,,इतना कह सामने तस्वीर की और देखते हुए बोली 

“”ये तुमने ठीक नहीं किया,,,my love””……….

to be continue……….

परी और अखिल अमने सामने!!!

तीन दिन बाद……

इंडिया dehradoon airport,,

एक लड़की जिसने क्रॉपटॉप और शॉर्ट्स पहने हुए वो एयरपोर्ट से बाहर आ रही थी।दिखने वो लड़की बाला की खूबसूरत और उसके लंबे भूरे बाल जो उसके थाई तक आ रहे थे।

उस लड़की का गोरा पेट उसके टॉप में से हल्का झलक रहा था।और उसकी ग्रे आईज तो मानो क़हर ढा रही थी।और उस लड़की की अकड़ उसकी चाल से ही पता चल रही थी।

ये लड़की और कोई नहीं परी थी।तभी वहाँ दस से पंद्रह मर्सिडीज़ आ कर एयरपोर्ट के आगे आकर रुकी,,वहाँ पर हर शख़्स खड़ा पहले ही परी को देख रहा था।वहीं जब एयरपोर्ट के बाहर इतनी लक्ज़ीरस गाड़िया अकार रुकी,,वहाँ खड़े हर शख़्स की नज़र अब उन गाड़ियों की तरफ़ चली गई।

तभी एक बॉडीगार्ड ने जिसकी यूनिफार्म पर किंगडम लिखा हुआ था।उसने आगे आकर कार का डोर खोला और परी उस कार में आकर बैठ गई।

परी के बैठते ही गाड़िया वहाँ से चल पढ़ी।

परी गाड़ी के चलते ही मन में बोली_____”” Im coming,my love,,and tonight it will be beautiful night our hole life””

इतना कह उसने अपना सिर गाड़ी के पीछे सिट पर टीका लिया,,,और उसकी आँखों के सामने अखिल का चेहरा घूमने लगा।

वहीं अजबपुर गाँव में,,

सभी के घरों से समान निकल कर घर के बाहर गलियों में फेंका जा रहा था।बस गाँव का सरपंच बृजलाल थे। जिनका समान छुआ तक नहीं गया था।

और जो बॉडीगार्ड समान निकाल कर फेंक रहे थे।उनके कपड़ों पर किंगडम लिखा हुआ था।ये परी के ही बॉडीगार्ड थे।वहीं अखिल अभी वहाँ नहीं था।और बृजलाल जी बड़ी बेबसी से उन सब को देख रहे थे।

सभी गाँव वाले बृजलाल जी से उनको रोकने की भीख माँग रहे थे।बृजलाल जी जानते थे।की अगर उन गार्ड को कोई रोक सकता था।तो वो था अखिल ,,

पर अखिल पिछले तीन दिन से गाँव नहीं आया था।जब से सोनिया का देहांत हुआ था।

तब से अखिल ग़ायब था।जिसका पता परी को चल चुका था।और इसी लिए वो कैनेडा से इंडिया वापिस आई थी।उसके गॉर्ड उसे अखिल की हर पल की ख़बर देते थे।

वहीं अजबपुर गाँव के कुच्छ ही दूरी पर जंगल ,,के पेड़ के ऊपर एक छोटा सा ट्री हाउस बना हुआ था।जिस के अंदर नीचे फ़र्श पर गदे लगे हुए थे।उस पर अखिल लेटा हुआ था।और एक टक छत की और देख रहा था।

उसकी आँखों के कीनारे से आंसू बह रहे थे।और उसकी लाल आँखें इस चीज़ की गवाह थी।कि वो पिछली दो रातों से सोया नहीं है।

वहीं साइड पड़ा अखिल का फ़ोन बजता ही जा रहा था।पर अखिल अपनी सुध बुध खो कर वहाँ लगी,,सोनिया की तस्वीर जो की छत पर एक प्रिंटर से चल रही थी।वो देखे जा रहा था।

तभी एक बार और फ़ोन बजा,,पर इस बार वॉइस नोट था।इस बार अखिल ने फ़ोन की और देखा,,जिस पर वॉइस नोट अपने आप चल पड़ा था।जिस पर सरपंच जी बोल रहे थे।

अखिल तुम जहां भी हो गाँव लौट आओ बेटा,,उन लोगो ने सारे गाँव वालों का समान फेंकना शुरू कर दिया है।और उन्होंने गाँव ख़ाली करने का आदेश दे दिया है।

वहीं सरपंच की बात सुन अखिल का चेहरा डार्क पढ़ गया।उसके अंदर पहले ही आग जल रही थी।पर अब उसकी बर्दाश्त के बाहर हो गया था।

वो जल्दी से उस ट्री हाउस से निकल कर,,बाहर आया और गाँव की तरफ़ निकल गया।

वहीं गाँव में ,,

एक के बाद एक लग़सीरस कार आकर गाँव में रुकी,,तभी एक गाड़ी में से बॉडीगार्ड अकार दरवाज़ा खोला और साथ में ही छाता ऊपर की तरफ़ तान लिया।

और गाड़ी में से परी बाहर निकली,,,परी ने अपने कदम आगे बड़ाये वहीं बॉडीगार्ड भी उसके पीछे पीछे चलने लगा।

परी वहाँ सामने एक पेड़ के नीचे क्वीन साइज चेयर लगी थी।जो परी के लिए उसके बॉडीगार्ड ने लगाई थी।जिस पर अब वो जा कर बैठ गई।परी के बैठते ही ब्रिजलाल जी उसके पास आ हाथ जोड़ बोले____”” रानी साहेब हमसे क्या गलती हो गई,,जो आप इन लोगो को गाव से निकाल रहे हो,,

तभी परी अपनी सर्द नज़र से बृजलाल जी की तरफ़ देखा,,और बेहद ठंडी आवाज़ में बोली___”” तुझे नहीं पता ये क्यों हो रहा है।””और रही बात गाँव से निकालने की वो चिंता तुम मत करो,,वो हम पर छोड़ दो हम इनको निकलेंगे नहीं,,इतना कह परी के फेस पर डेविल एक्सप्रेशन आ गए,,,

परी के इतना कहना भर था।ब्रिजलाल जी के चेहरे पर पसीने छाने लगे,,और ब्रिजलाल जी का चेहरा देख,,परी बेहद सर्द लहजे में बोली अब क्यों तेरी गा**ड में कीड़े लड़ रहे है।ये तुझे तब देखना चाहिए था।जब वो उस लड़की को दफनाने गया था।

और तूने भी उसका पूरा साथ दिया ना,,हिजड़े कहीं के””अब भुगत इसकी सज़ा।इतना कह उसने बॉडीगार्ड को कुछ इशारा किया,,परी का इशारा मिलते ही,,बॉडीगार्ड ने सभी को एक साइड कर,,,,गाव के सभी वासियों को चार चार जाने एक रस्सी से बांध दिया। सभी गाँव के बच्चों को परी ने बॉडीगार्ड को घर में बंद करवा दिया था।

वहीं बृजलाल जी का अब गल्ला सूखने लगा,,डर के मारे उन्हें पसीने आने लगे,,वों परी आगे हाथ जोड़ गिड़गिड़ाते हुए बोले___””छोड़ दीजिए उन्हें रानी साहिबा वो सब निर्दोष है।,,

आगे से परी___ यही तो भेन**चो कमी रह गई,,की इन सब का कोई क़सूर नहीं है।और गलती तो जानता होगा किसकी है।और अगर वो यहाँ नहीं पहुँचा ,,,,इन सब बह*चोद की यहाँ लाशे गिरेंगी और एक एक को ये क्वीन ऑफ़ किंगडम,,,जला कर रख कर देगी,,इतना कह उसने बॉडीगार्ड को कुछ इशारा किया,,,

और उन बॉडीगार्ड ने वहाँ पर जितना भी सामान लोगो के घर से बाहर निकाला था।एक जगह इकट्ठा कर रखा था।उसे जला दिया,,वहीं समान को जलते देख,,,सरपंच बृजलाल चौदरी डर गए और मन में बोले ___””कहा हो तुम अखिल,,अगर आज तुम नहीं आए सारे गाँव वालो की लाशे बिछेगी,,जल्दी आ जाओ बेटा।

परी अब अपनी कलाई पर लगाई घड़ी की और देख कर बोली आधा घंटा है,,तुम सब के पास अगर तो वो नहीं आया तो…….

इतना कह वो चुप हो गई,,और सब की और अपनी सर्द नज़रों से देखने लगी,,वहीं सरपंच जी की हालत अब ख़राब होने लगी थी,,बढ़ते पल के साथ उनका शरीर डर से काँप रहा था।तक़रीबन पूरे आधे ghanta बीत गया पर अखिल नहीं आया,,,

और अब परी ने सरपंच जी की और देख कर बोली अब हमे मत कुछ कहिएगा सरपंच जी ,,,,क्युकी अब जो होगा वो सब आपके बेटे की कमी होगी,,,इतना कह उसने बॉडीगार्ड की तरफ़ देख और बॉडीगार्ड ने गाड़ी से केरोसिन निकाल कर सब गाँव वालो पर छिड़कने लगे वही सब की अब चीखे वहाँ गूँजने लगी।

और सरपंच जी परी की पैर में बैठ गए,,और बोले बस थोड़ा वक्त और दे दीजिए हमे ,,,,अभी वो बोल ही रहा था।के परी ने उनके कंधे पर जोर से लात मारते हुए,,अबे ओ…

तेरा समय निकल चुका,,जब तू जानता था,,, की वो सिर्फ़ मेरा है।तो तेरी हिम्मत कैसे हुई।उसे उस लड़की को हाथ लगाने देने की,,,,, ये हुई तेरी पहली गलती और दूसरी वो तीन दिन से ग़ायब है।

और तू यहाँ गाँव में सरपंच बन कर गा**nd मरवा रहा है,,,है।साले ब**नचोद  और अब तुझे आधा घंटा दिया तब भी तेरी गां**ड़ में दम नहीं की तू अपने बेटे को बुला सके 

सा**ले ,,,चू**तिये इतना कह ,,,अब उसने बॉडीगार्ड की तरफ़ हाथ बढ़ाया तो उसने परी के हाथ में लाइटर रख दिया,,और अगले ही पल परी ने वहाँ लाइटर जला फेंक दिया।और जोर दार चीखो की आवाज़ गाँव में गूँजने लगी……………

to be continue……………..

Akhil ki bebasi!!!

अजबपुर गाँव,,,

अभी अभी परी ने लाइटर जला कर गाँव के लोगो पर फेंका था।वहीं गाँव वाले पूरी तरीके से ceroseen से भीगे हुए थे।जब परी ने उन पर लाइटर फेंका एक पल के लिए,,एक पल के लिए सरपंच जी की जान हलक में अटक गई थी।और गाँव वाले बुरी तरह से चिल्लाने लगे थे।

वहीं गाँव वालो की सिर्फ़ चीखने की आवाज़ आ रही थी।क्युकी आग तो लगी ही नहीं थी।बीच में किसी के हाथों ने आग लगने से रोक लिया था।ये कोई और नहीं अखिल था। जब परी लाइटर उठा कर गाओ वालो की तरफ़ फेंका था।

तो अखिल ने जल्दी से बीच में आकर लाइटर पकड़ लिया था।वहीं परी जो की अखिल के सामने खड़ी थी वो अखिल को बड़ी ही इंटेंस तरीके से देख रही थी।अखिल को देख अब सरपंच ने चैन की सांस ली थी।सरपंच (बृजलाल) अब अखिल के पास आने को हुए,,तभी परी ने अपनी शॉट्स से गन निकाल कर बृजलाल जी के पैरों के पास में चला दी,,

बृजलाल जी का दिल अपनी जगह से सुन हो कर खड़े हो गए,,वहीं अखिल की आँखों में अब गुस्सा उतर आया वो गुस्से में परी के पास आकर बोला अपने हाथों को थोड़ा कंट्रोल में रखो,,समझी में मानता हूँ,,,तुमने इस गाँव को ख़रीदा है ।पर हम इसके आगे वो कुछ कहता,,,

उससे पहले परी उसके पास आकर खड़ी हुई,,परी अखिल के इतना पास होकर खड़ी हुई की उनके बीच में से हवा भी पार नहीं हो पा रही थी ।परी का नाजुक सा सीना अखिल के चटान से सीने से लगा हुआ था,जिससे अखिल थोड़ा अनकम्फर्टेबल फील हो रहा था ।वो अखिल के पास खड़ी हुई।और बोली,,,आ,,,आ,,आ,,,,my darling!!! ये गाँव मैंने खरीदा ज़रूर था,,,पर इस गाँव के बदले में मुझे तुम मिले थे।कुछ याद आया? और अपनी आप को मेरे हवाले करने वाले भी तुम ख़ुद थे।वो भी इस गाँव के ख़ातिर,,,

और अब मैं तुम्हें लेने आई हूँ ।तभी बृजलाल जी बीच में,,बोले पर रानी साहिबा ।अभी तो अखिल पच्चीस का है।अगले महीने छब्बीस का होगा ।

बृजलाल जी की बात पर परी ने अब अपनी सर्द नज़र से देखते हुए बोली ,,क्यों बे ga**du तुझे भी इन सब के साथ जलना है।उसकी बात पर अखिल की आँखो से अब जैसे खून उतर आया,,,उसने गुस्से से अपना हाथ परी के पीछे से लेजाते हुए,,उसके बालों को मुट्ठी में भर लिया,,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे बाबा से इस तरह से बात करने की…

अभी अखिल ने इतना ही कहा था।तभी वहाँ एक गन शॉट की आवाज़ गूंजी ,,,,और ये गन परी के बॉडीगार्ड ने अखिल को मारी थी।और गोली अखिल के बाजू में धस गई थी।और अखिल की बह से खून निकलता देख परी की आँख खून सी लाल हो गई थी।

वहीं गोली लगने से अखिल का हाथ परी के बालों से हट चुका था।और उसकी आह निकल गई थी।अखिल का दर्द उसके चेहरे से दिख रहा था जो की पूरी तरह से लाल हो गया था ।

वही परी अब पलटी और उसने अब उस बॉडीगार्ड की और देखा,,जिसने अखिल को शूट किया था।वो अब गार्ड के पास आई,,और उसने बिना देरी किए अपने दूसरे बॉडीगार्ड को कुछ इशारा किया,,,वहीं उसका इशारा पाते ही वो बॉडीगार्ड उसके पास आकर उसे खिंचने लगा,,

परी का इशारा वो बॉडीगार्ड भी समझ गया था।और वो डर से थर थर काँप रहा था।वो समझ चुका था।उसने बोहत बड़ी गलती कर दी,,

वो दूसरा बॉडीगार्ड उसे लगातार खिचने की पूरी कोशिश कर रहा था।पर वो बॉडीगार्ड हिला भी नहीं,,और वो परी के पैरों में गिर कर बोला माफ कर दीजिए क्वीन,,मुझसे गलती………

,इससे आगे वो आगे कुछ बोलता,,,,परी ने उसके बालों को मुठी में भरा और उसका चेहरा ऊपर कर बोला,,,वो जनून है मेरा ,,,,इस परी डोबरियाल की सनक है,,वो पागलपन है,,,मेरा ।

और तूने परी के जनून को गोली मारी,,इतना के उसने दूसरे गार्ड की पॉकेट से गन निकाली और उस गार्ड के सिर के बीचो बीच हेड शोर्ट कर दिया,,,और उस गार्ड के सिर के परखच्चे उढ़ गए थे।

जिसके छीटे परी के चेहरे पर भी पड़े,,

और उसका अखिल के लिए पागल पन देख वहाँ पर खड़ा हर शख़्स सदमे में था।even अखिल ख़ुद ये देख सदमे में जा चुका था।अब परी उठ कर अखिल के पास फिर से आकर खड़ी हुई,,,और अखिल के चेहरे को देखते हुए ,,

सरपंच (बृजलाल) से क्यों बे बुढ़ऊ तुझे कोई दिकत है।वहीं अब बृजलाल जी कुछ बोल ही नहीं पाए,,

अब परी अखिल की तरफ़ देख बोली ,,,,हिम्मत की तो तुम बात ही मत करो,,,my gimcrack“”हिम्मत तो इतनी है,,,तुम्हारे लिए दुनिया जला दूँ,,,तभी अखिल बोला,,,मैं भी उसी दुनिया का हिस्सा हूँ ।अगर तुम दुनिया जलाओगी तो मैं ख़ुद उस दुनिया में जल जाऊँगा,,ख़ुद को राख कर लूँगा,,

तभी परी ने उसका कलर पकड़ उसे अपने ऊपर झुका कर बोली,,ये परी डोबरियाल उस आग को भी आग लगा देगी जो तुम्हें जलाएगी,,परी की बात सुन अखिल उसकी तरफ़ देखता ही रह गया।

और अब वक्त आ गया है ।तुम्हें साथ ले जाने का ,,,,उसकी बात पूरी होने से पहले अखिल बोला मैं तुम्हारे साथ कहीं नहीं जाऊँगा,,

उसकी बात सुन परी ने कहा__”” then ok fine,,but अब जो होगा उसके जीमे दार तुम ख़ुद होगे,,इतना कह उसने अपने गार्ड की तरफ़ देखा गार्ड्स ने तुरंत अखिल को जकड़ लिया,,,अगले ही पल अखिल की आँखे बढ़ी हो गई,,,परी ने दूसरे गार्ड को इशारा किया और उस गार्ड ने बृजलाल को भी उन गाँव वालो के साथ बाँध दिया,,

वहीं बृजलाल जी चिल्लाए वो आपके साथ जाएगा रानी साहिबा,,पर परी ने उसकी बात सुनी तक नहीं ,,,

वो यही बात अखिल के मुंह से सुनना चाहती थी,,,और वो बहुत अच्छी तरह से जानती थी।की अखिल के मुंह से ये बात कैसे निकलवानी थी।

उसने अब लाइटर अपने हाथ में लिए,,,और उस लाइटर को अखिल के पास लेकर आई,,,अब क्या कहोगे,,

अभी भी मेरे साथ नहीं चलोगे,,परी की बात पर अखिल ने अपना मुंह मोड़ लिया,,वहीं सरपंच जी अखिल के हाथ जोड़ते हुए बोले अखिल बेटा मान जा हम तेरे आगे हाथ जोड़ते है।आज पूरा अजबपुर तेरे हाथ में है,,बेटा हमे बचा ले,,इन लोगो को देख ये बेकसूर है ।इनके छोटे छोटे बच्चे है,बेटा,,अगर आज इन्हें कुछ हो गया।

वो सभी बच्चे अनाथ हो जाएँगे,,,और उन बचों की हये लगे गी तुझे बेटा,,,

अपने बाबा की बात सुन अखिल पुरी तरह से बेबस हो गया था।उसकी आँखों में अब नमी आ गई थी।वही परी अब,,गाँव वालो की तरफ़ बढ़ने लगी,,और उसके हाथ में लाइटर था।

उसने अब गाँव वालो के पास पहोंच कर लाइटर जलाया,,,लाइटर की तरफ़ देख,,गाँव वालो के चीखने और चिल्लाने की आवाज़े तेज हो गई।

वहीं बृजलाल जी ने अब अपनी आँखे बंद कर ली क्युकी अब वो अपनी हिम्मत हार चुके थे।परी उन पर लाइटर फेंकने ही वाली थी।की तभी अखिल चिल्लाया मैं चलूँगा मैं चलूँगा,,,,

वहीं उसके चिल्लाते हुए देख गार्ड्स ने उसे छोड़ दिया,,और अगले ही पल अखिल ज़मीन पर घुटनों के बल जा गिरा,,

अखिल की आवाज़ सुन डेविल स्माइल आ गई।और अब उसने पलट कर टेढ़ा सिर कर अखिल की और देखा,,और बोली __”” I like your fair ,, my gimcrack “”

इतना कह वो अखिल के पास आई,,,वहीं अखिल अब पूरी तरह से टूट चुका था।वो अपने घुटनों के बल बैठा था।उसके दोनों हाथ भी ज़मीन पर थे।उसकी आँखो से आँसू ज़मीन पर गिर रहे थे।उसने अपना सिर झुका रखा था।

तभी परी उसके पास आई,,और उसके ऊपर झुक उसके बालों को मुट्ठी में भर,,उसका सिर ऊपर उठा,,उसके आँसुओ को अपनी उँगली पर ले,,,बोली,,,,,आज रात ख़ुद को मेरे हवाले करने के लिए तैयार हो जाओ,,और अगले ही पल उसके होंठों पर अपने होंठ रख चूमने लगी।

to be continue ……………………

अखिल की बिदाई ,,,

अजबपुर गाँव,,,

अखिल ने बेबस हो कर परी के साथ चलने को तैयार हो गया था।वहीं उसकी बात सुन परी उसके पास आई,,अखिल जो की घुटनों के बल बैठ कर उसके हाथ भी ज़मीन पर लगे हुए थे।परी अब उसके पास आ उसके बालों को अपनी मुट्ठी में भरते हुए बोली,,,

आज रात अपने आप को मेरे हवाले करने के लिए तैयार हो जाओ,,,इतना कह उसने अखिल के होंठों पर अपने होंठ रख दिए,,,और उसे बेइंतहा चूमने लगी,,,ये पहली बार था जब किसी लड़की ने अखिल को किस किया था,,,यहाँ तक पिछले पाँच महीने से वो सोनिया के साथ रिलेशनशिप में था।पर कभी उन दोनों के बीच होंठों पे किस तो बहुत दूर की बात,,,कभी उन्होंने एक दूसरे का हाथ भी सही से नहीं पकड़ा था,,,

और आज pari ने डायरेक्ट उसे किस कर दिया था।अखिल परी की कि गई इस हरकत से उसकी आँखे बढ़ी हो गई,,उसका दिल जोरो से धक धक कर रहा था,,वो पूरी तरह से सुन पढ़ गया था।परी पूरी तरह से उसके होंठों में भरने की कोशिश कर रही थी।पगलो की तरह उसे चूमे जा रही थी।ये किस अकेली परी ही कर रही थी।

क्युकी अखिल की तरफ़ से इसका कोई रिस्पांस नहीं था।उसे तो समझ ही नहीं आ रहा था की वो क्या करे,,वहीं वहाँ खड़े गाँव वालों ने परी की इस हरकत पर सभी ने आँखे बंद कर अपना चेहरा घुमा लिया।और सभी बॉडीगार्ड ने भी उनकी तरफ़ पीठ कर ली,,

वहीं परी अभी भी अखिल को बेइंतहा चूमे जा रही थी।पर अखिल की तरफ़ से उसे कोई रिस्पांस नहीं मिला,,,थोड़ी देर बाद जब परी ने अखिल को छोड़ा,,,अखिल उसे घिन भरी नज़रों से देख रहा था।वहीं परी अपने होंठों पर जीभ घुमाते हुए,,बोली वैसे तुम टेस्टी तो बहुत हो जितना सोचा था,,उससे कहीं जायदा,,परी की बात पर अखिल ने उससे कुछ नहीं कहा,,,बस अपना चेहरा मोड़ लिया,,,

उसकी इस हरकत पर परी के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई,,वो अखिल की तरफ़ देख उसकी थोड़ी को अपने हाथ में पकड़ अपनी तरफ़ घुमा कर,,,,,,च……च……च…….च……..

जितने नखरे दिखाने है दिखा लो,,my gimcrack “”

क्युकी आज रात तुम्हें सारे नखरे छोड़ कर मेरे ऊपर पुश अप करने होंगे,,,परी की बात सुन अखिल के रोंगटे खड़े हो रहे थे,,,,वहीं परी अपनी बात को आगे जारी रखते हुए बोली अफ़फ़फ़्फ़…… बड़ी शिद्दत से इस रात का वेट किया है,,,,मैंने 

पिछले पाँच सालो से बड़ी मुश्किल से कंट्रोल किया है।अपनी disire को मैंने,,,और आज ……… 

इतना कह वो चुप हो गई।और अपनी मदहोश भरी नज़रो से अखिल को देखने लगी,,फिर उसने अखिल के बालों को छोड़ा और उसकी तरफ़ देख कर बोली दो घंटे है।तुम्हारे पास,,,,जिस जिस से मिलना है।मिल लो उसके बाद हमे यहाँ से निकलना है।

इतना कह उसने बॉडीगार्ड की और देख,,,तो बॉडीगार्ड ने हाँ में सिर हिला दिया,,

बॉडीगार्ड ने अब सभी गाँव वालो को आज़ाद कर दिया और अब परी ने अखिल की तरफ़ देखा और बोली,,अगर यहाँ से भागने की कोशिश की तो ये पूरा गाँव श्मशान बना दूँगी,,,,पर ढूंड तो मैं फिर भी तुम्हें लूँगी।,

उसकी बात सुन अखिल का दिल धक धक करने लगा,,

वही परी इतना कह वो अब अपनी गाड़ी में जाकर बैठ गई,,और गार्ड्स को अखिल को लाने का इशारा कर दिया,,और गार्ड ने उसका इशारा समझ सिर झुका लिया,,

Hyatt dehrdoon,,

कुछ आधे घंटे बाद,,

देहरादून का मोस्ट लॉक्सीरस होटल के आगे आकर दस पंद्रह मर्सिडीज कार आकर रुकी और बीच में तीसरे no की कार का डोर गार्ड ने खोला और उस में से परी बाहर निकली,,

और सीधा चलते हुए होटल की लिफ्ट की और चली गई,,इस होटल में परी के लिए पहले ही रूम बुक्ड रहता था।।इसी लिए वो सीधा टॉप फ्लोर पर गई और उस होटल का लॉक्सीरस रूम जो की सबसे बड़ा रूम था,,उसके अंदर गई,,,

अंदर जाते ही उसने दरवाजा लॉक्ड नहीं किया ,,बस बंद कर दिया और फिर ,,,रूम में पूरे कपड़े उतार कर वहीं पास में जो काँच की वाला थी और उसी में बाथरूम था,,जो की काफ़ी latest टेक्नॉलजी का था,,,

उस बाथरूम की हर चीज़ सेंसर से चलती थी,,,बाथरूम का मिरर जिससे रूम में उधर हो रही चीजों को देखा जा सकता पर वो मिरर जिससे अंदर साफ़ दिख सकता था।वो मिरर ब्लर भी हो सकता था।

पर परी ने ऐसा कुछ नहीं किया वो यू ही जाकर उस बाथ टब में बैठ गई।

वही गाँव में,,,

अखिल इस वक़्त अपने घर के अगन में बैठा था।और घर का पूरा अगन भरा पड़ा था।क्युकी सब अखिल से मिलने आए थे।यहाँ तक की अखिल की माँ चाँदनी को जब सारी बात चली वो भी अपने मायके से वापिस आ गई थी।

वहीं अखिल सारी सुध बुध खोए आँगन की चार पाई पर बैठा था।वहीं धीरे धीरे सब गाँव वाले वहाँ से जाने लगे,,

थोड़ी देर बाद जब आँगन ख़ाली हुआ,,,तो बृजलाल जी अखिल के पास आ कुछ कहने को हुए,,पर अखिल ने उनका हाथ कंधे से झटका बिना कुछ कहे बाहर की और जाकर परी ने जो गाड़ी भेजी थी,,उसमे जाकर बैठ गया,,

वहीं अखिल की माँ तो बस उसे देखती रह गई,,उसकी तो आँखों से आँसू ही नहीं रुक रहे थे ।वो एक बार अखिल की तरफ़ देख बोली क्या अब अपनी माँ से,,,,,,,अभी वो बोली ही थी की अखिल ने ड्राइवर से कहा जल्दी चलिए भैया,,,

और अखिल का ऐसा रवैया देख,,चाँदनी जी का दिल धक सा रह गया,,वो अब बृजलाल जी की तरफ़ देख कर बोली ये अपने ठीक ना किया,,अखिल के बापू,,इतना कह वो रोकर अंदर की और भाग गई,,

वहीं बृजलाल चाँदनी की तरफ़ देख बोला,,करना जरूरी था।नियति की अम्मा,,क्या होगा अगर बच्चों की…….

इतना कह वो चुप हो गए,,उनके आँखो से आँसू गालों पर आ गए ,,वो अपने गमछे से अपने आँसू पोंछ अंदर चले गए,,

Hyatt Dehradoon,,

कुछ आधे घंटे बाद,,,अखिल की कार होटल के आगे अकर रुकी होटल को देख अखिल देखता ही रह गया,,होटल काफ़ी बड़ा और ख़ूबसूरत था,,

तभी गार्ड ने अखिल को अंदर चलने का इशारा किया,,और अखिल भी उनके साथ चल दिया,,कुछ दस मिनट बाद वो लोग अखिल को परी के स्वीट के आगे छोड़ चले गई,,

वही गार्ड्स के जाते ही दरवाजा अपने आप खुला,,और अखिल अंदर चला गया ।अंदर जाते ही वहाँ का नज़ारा देख अखिल की धड़कन एक पल के लिए,,स्किप हो गई,,

to be continue ……………………………

Akhil shoked pari roked,,,

Hotel Hyatt Dehradoon,,,

अखिल जो की अभी अभी परी के रूम में आया था,,,अंदर का नज़ारा देख,,उसकी दिल की धड़कन एक पल के लिए स्किप हो गई,,क्युकी बाथरूम के मिरर से परी ,,पूरी तरह से दिखाई दे रही थी,,जो की पूरी तरह से बेलिबास थी।और शावर के नीचे खड़ी थी,,

परी को इस तरह से देख अखिल को ऐसा लग रहा था।जैसे किसी भी वक्त उसके दिल की धड़कन या तो रुक जाएगी नहीं तो बाहर ही आ जाएगी,,वो जल्दी से घूम गया और अपनी बढ़ी दिल की धड़कन को काबू में करने की कोशिश करने लगा,,

वहीं अंदर खड़ी परी ने जब ये देखा,,,तो वो अखिल की तरफ़ देख अपने होंठों को काट कर डेविल स्माइल के साथ,,अपने मन में बोली आज तुम्हारे सारे शरम के पर्दे मैं उतार के रहूँगी,,इतना कह उसने अपनी लोअर पार्ट को सहलाना शुरू किया,,और कैट वाक करते हुए,,अखिल के पास आकर वैसे ही खड़ी हो गई,,

परी को अब अपने इतना पास देख और वो भी इस हालत में और अब अखिल की हालत और भी ख़राब होने लगी,,वहीं परी जिस तरह से अपने लोअर पार्ट को सहला रही थी,,उससे अखिल को और भी शर्म आ रही थी,,

उसने तुरंत अपनी नज़रे घुमा ली,,वहीं पैरी ने तो अब हद ही कर दी,,वो अब सामने सोफा पर जाकर बैठी और अपने पैरो को फैला कर बैठ गई और अपने लोअर पार्ट को सहलाते हुए,,अखिल की तरफ़ देख बोली,,,मेरी तरफ़ देखो,,gimcrack,,

अखिल ने परी की बात सुनी पर उसकी हिम्मत नहीं,,हो रही थी परी की तरफ़ देखने की ,,वहीं परी अभी भी अपने लोअर पार्ट को सहलाते हुए,,मदहोशी भरी आवाज़ निकालते हुए,,हमारी तरफ़ देखो,,gimcrack 

नहीं तो इसका अंजाम अब अच्छा नहीं होगा,,,तुम्हारी सिस्टर अभी उसने इतना ही कहा था,,

अखिल अगले ही पल बिना इस चीज की परवाह किए की परी किस हाल में उसके सामने बैठी है,,एक हाथ से उसके बालों को मुठी में भर ,,,,दूसरे हाथ उसके गले को पक्कड़ लिया ,,,और बोला मेरी बहन तक पहुँचने की कोशिश भी मत करना,,,वो बोले जा रहा था,,वहीं परी उसे अपनी मदहोशी भरी आँखों से देख रही थी,,भले ही अखिल ने उसे गले से पक्कड़ लिया था,,,पर परी का हाथ एक पल के लिए भी अपनी लोअर पार्ट से नहीं हटा था,,,

पर अखिल की नज़र सिर्फ़ उसके चेहरे पर थी,,

और परी के अपने लोअर पार्ट को सहला रही थी,,और सिसकिया भर गई थी,,वहीं अखिल अपने गुस्से से काँप रहा था।पर जब उसने परी की हरकत को continue देखा,,तो एक पल के लिए उसके चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए,,

उसने जल्दी से अपना हाथ पिछे खिच लिया और जल्दी से पलट गया,,,;वहीं परी उसकी तरफ़ देख पगलो की तरह हस्ते हुए बोली ___””ohhhhhhhh……gimcrack please look at me aahhhhhhh fu**k please ooooooohhhhhhh fu**k me very badly,,,,,

उसकी आवाज़ सुन अखिल को कुछ कुछ हो रहा था।उसके रोंगटे खड़े हो रहे थे,,पर उसने पलट कर परी की तरफ़ नहीं ,,,,,,

वहीं परी लगातार आवाजे निकले जा रही थी,,,पर अखिल ने उसे पलट कर नहीं देखा,,,पर अब परी रिलीज़ होने वाले थी और उसके moans भी अब बढ़ते जा रहे थे,,कुछ पाँच मिनट बाद परी ज़ोर से चिल्लाई और अब वो पूरी तरह से रिलीज़ हो चुकी थी,,,

पर अखिल को ये चीज़ बहुत अजीब लग रही थी।उसे बहुत ज़्यादा शर्म महसूस हो रही थी,,जिस वजह से उसका पूरा चेहरा लाल हो गया था,,अखिल एक ऐसा शख़्स था।की उससे पहलवानी जितनी मर्जी करवा लो पर ऐसी चीज़ो में उसका ध्यान बिल्कुल भी नहीं था,,

परी अब अपनी जगह से उठी और अखिल के सामने जा खड़ी हो गई,,,वही उसके सामने आते ही अखिल ने कस कर अपनी आँखे बंद कर ली,,और ये देख परी के चेहरे पर एक बार फिर से डेविल स्माइल आ गई,,और अब वो अखिल के चेहरे पर फिंगर चलाते हुए बोली,,,क्या बात है ।बहुत सब्र है तुम में “”gimcrack”” इतना सबर तो किसी भी बंदे में नहीं होता,,,जो सामने पड़ी मिठाई को छोड़ दे,,,पर कोई बात नहीं 

आज रात इतना कह उसने अखिल की लोअर बॉडी पर हाथ रखा,,और बोली ये मेरा होगा इतना कह वो अब फिर से बाथरूम में जाकर शावर लेने लगी।।वहीं उसके ऐसा करते ही अखिल का दिल धक धक करने लगा,,

कुछ आधे घंटे बाद परी नहा कर बाहर निकली,,उसने अपने शरीर पर टॉवल रैप किया हुआ था,,वहीं अखिल जो की आँखे बंद किए कब से सोफा पर अपना सिर पीछे लगाए बैठा था,,और अब परी उसके सामने आकर खड़ी हुई,,,और इसकी थाई पर अपना पैर रख बोली आँखे खोलो “”gimcrack””

वहीं अखिल बिना आँख खोले बोला पहले कपड़े पहनो,,वहीं उसकी बात सुन परी उफ्फ ये तेरी अदा ,,,,पर इतने नखरे का क्या फ़ायदा आज रात तुम भी मेरे सामने इसी हालत में मिलोगे इतना कह उसने बड़े सडक्टिव वे में अखिल के चेहरे पर उँगली चलाने लगी,,

तभी अखिल ने परी का हाथ पकड़ा और उसकी आँखों में देख बोला,,,,,मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाला,,हमारी यहाँ जब तक शादी नहीं होती,,,तब तक हर एक चीज़ की लिमिट होती है,,,

इतना कह उसने झटके से परी का हाथ झटका और खड़ा हुआ जिससे परी का पैर ख़ुद ब ख़ुद पिच्छे हट गया,,वहीं अखिल अब रूम की बालकनी में चला गया,,परी अपनी गहरी नज़रों से अखिल को देखते हुए,,,उफ्फ़फ़ यार ये लड़का जितना नखरे कर रहा है।उतना ही इसे पाने में मजा आयेगा इतना कह एक बार फिर अपने लोअर पार्ट को सहलाने लगी,,,

और अपने दाँतो से अपने होंठों को काटने लगी,,

और अगले पल उसने फ़ोन उठाया और किसी को फ़ोन किया,,और कुछ देर बाद फ़ोन डिसकनेक्ट कर बेड पर फेंक,,,कपड़े चेंज करने चेंजिंग रूम में चली गई,,,

कुछ देर बाद कपड़े पहन कर बाहर आई,,तभी रूम की बेल बजी,,तो परी ने चुटकी बजाई,,,उसकी टाइम पर अखिल भी बालकनी से बाहर आया,,और सामने जाकर सोफा पर बैठ अख़बार पढ़ने लगा पर उसने एक बार भी परी को नहीं देखा,,

वहीं बाहर से एक लड़की जो दिखने में 23 या 24 साल की होगी उसने वकील का coat पहना था।वो लड़की असल में एक वकील थी।वो अब अंदर की तरफ़ आई,,उसने परी को देख बोली mam जो अपने पेपर्स रेडी करने को कहा था,,

वो रेडी कर दिए है,,और ये रहे पेपर इतना कह उस लड़की ने पेपर परी के आगे कर दिए,,,और अब अपनी बात कह वो अखिल के पास सोफा पर जा कर बैठ गई,,,

वहीं उस लड़की को अखिल के पास बैठा देख,,,उसका चेहरा काला पड़ गया और उसकी आँखे सर्द हो गई ,,और अगले हो पल वहाँ काँच टूटने की आवाज आई,,

और अखिल को तो कुछ समझ ही नहीं आया आख़िर अभी हुआ क्या,,पर अपने सामने का नज़ारा देख अखिल का दिल धक सा रह गया,,,

to be continue……

Kal ka chepter guys WhatsApp romantic group me ayega because aag lagne wali hai so please join this group kal ke liye,,,,

Bold romance group 👆👆👆👆

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

        

Write a comment ...

Write a comment ...