
Romance in dark room!!!
Shekhawat palace,,
काजल का कमरा,,,
काजल इस वक्त AS की नकल उतार रही थी।की रूम की लाइट चली गई।और लाइट जाने से काजल पूरी तरह से घबरा गई थी,,क्युकी उसे अंधेरे से बहुत डर लगता था।और उसे लिक्टो फोबिया भी था।
वो डरते हुए धीरे धीरे बेड से उठी और हरजीत जी को पुकारती हुई थोड़ा आगे ही आई थी।की तभी उसे अपने पेट के नीचे किसी का हाथ महसूस हुआ।वहीं किसी का हाथ अपने पेट पर महसूस होते ही काजल एक पल के लिए वो ठिठक गई।पर अगले ही पल काजल उस स्पर्श को पहचान गई।
वो स्पर्श वो खुशबू से उसका रोम रोम वाक़िफ़ था।तभी AS पीछे से उसके ऊपर झुककर उसके कान के पास आकर उसके कान को अपने होंठ से अपने मुंह में लेकर,उसे हल्का सा लिक करते हुए,,सिडक्टिव वॉइस में बोला,,तुमने ड्रेसिंग क्यों नहीं करवाई लिटिल रेबिट,,,
इतना कह उसके हाथ पेट से होते हुए,,नीचे की तरफ़ जाने लगे,,वहीं काजल के तो रोंगटे खड़े हो रहे थे,एक तो AS उसके कान के साथ जैसे खेल राहा था,,उससे उसका हाल बेहाल हो रहा था।ऊपर से उसका हाथ अब नीचे की और जा रहा था।काजल ने कस कर अपनी आँखे मींच ली थी।और उसने अपनी फ्रॉक को अपनी मुट्ठी में भर लिया था।
और AS की हरकतों के कारण उससे बोला भी नहीं जा रहा था।वहीं काजल ने इस वक्त एंकल लेंथ फ्रॉक पहनी थी।और नीचे से सिर्फ पैंटी पहनी थी।और सिने की चोट के कारण उसने ब्रा भी नहीं पहनी थी।
अब AS उसके कान को लीक करते हुए,,उसके कान के पीछे लिक करते हुए,,बोला___””बोलो ना “”little rebbit””AS की बात सुन काजल कुछ बोल ही नहीं पा रही थी।उसके साँसे इतनी तेज थी की पूरे रूम में उसका शोर सुनाई दे रहा था।जिस वजह से उसका सीना ऊपर नीचे हो रहा था।
फिर AS काजल के कॉलरबोन पर किस करते हुए,,उसकी गर्दन को किस करते हुए,,उसने अपने हाथो को शोल्डर से सिडेक्टवली टच करते हुए,,कमर से फ्रॉक को फोल्ड करना शुरू किया जिससे धीरे धीरे काजल की फ्रॉक ऊपर की और उठने लगी।और AS उसकी गर्दन को किस करते करते उसकी फ्रॉक को मुट्ठी में भरता जा रहा था ।
और काजल की दिल धड़कन बाहर आने को हो रही थी उसका दिल बड़ी तेज़ी से धक धक कर रहा था।और उसकी साँसे बढ़ते पल के साथ और भी गहरी होती जा रही थी।जब AS के हाथ में काजल की फ्रॉक पूरी तरह से मुट्ठी में आ गई।तो उसने एक झटके से फ्रॉक को ऊपर की तरफ़ उठा कर उसके बदन से अलग कर दिया।वहीं फ्रॉक के अलग होते ही काजल की दिल धड़कन एक पल के लिए स्किप हो गई ।
अब काजल सिर्फ़ एक पेंटी में थी।और AS अभी भी उसके पिछे खड़ा था।
और अब AS की नज़र काजल पर और गहरी हो गई थी।अब AS काजल की पीठ पर झुका और उसकी गोरी पीठ को लिक करते हुए किस्सा कर रहा था वही काजल का तो अब और भी बुरा हाल होने लगा,,वहीं AS आज काजल को पूरी तरह से तड़पने में लगा हुआ था।अब वो एक बार फिर काजल के कान चूमते हुए बेहद सेडक्टिव वॉइस में बोला बताओ ना”” little rabbit””
तभी काजल अपनी लड़खड़ाती आवाज़ और गहरी साँसो से बोली पता नहीं,,उसके आँखे बंद थी।वो पूरी तरह से AS को महसूस कर रही थी।तभी AS ने एक बार फिर पेट के नीचे रखा और धीरे धीरे हाथ नीचे कर काजल की पेंटी में लेजाने लगा,,तभी काजल ने उसका हाथ पकड़ लिया।पर अपनी लबो से उसने कुछ नहीं कहा,,
वहीं काजल को कुछ ना कहता देख।काजल का हाथ अपने हाथ से पिच्छे किया,,और काजल की पेटी में अपना हाथ डाल दिया,,वहीं ऐसा होते काजल के सीने में साँसो का उफान उठने लगा,,और उसकी ब्रेस्ट ऊपर की तरफ़ उठने लगी,,,उसके वो गोल सुडौल बुबस बार बार ऊपर नीचे उठने लगे,,और उसने अपना सिर पीछे AS के सीने पर टिका लिया।
वहीं AS ने अब काजल की पेंटी में हाथ डाल काजल की pussy के फ्लेयर्स को खोल अपनी मिडल फिंगर से उसके क्लिटर्स को रब करने लगा,,AS की हरकत से काजल को अपने बदन में एक सनसनी सी महसूस हो रही थी।वो AS के नाम के मोन कर मचलते हुए बोली ये क्या कर रहे है।आप डेविल प्लीज़ हमे छोड़ दीजिए,,,
काजल के इतना कहते ही AS ने काजल की pussy पर स्लैप करते हुए बोला “”shut up “”और अगले ही पल उसने काजल को अपनी और घुमाया,,काजल का खुला सीना जिसके ठीक ऊपर की साइड टेप से फिक्स की हुई पट्टी थी ।
पर उसका ब्रेस्ट जो कि पूरी तरह से AS के सामने थी।उसके वो गोल सुडौल ब्रेस्ट पर पिंक पिंक निपल और ऊपर से उसके सीने में वो उठ रहा तूफ़ान AS को पागल कर रहा था।और काजल को देख अब AS को अपने dick में भी सेंसेशन सी महसूस हो रही थी।उसका dick इरेक्ट मोड़ पर आने लगा था।वो ही जनता था की वो कैसे ख़ुद को कंट्रोल कर रहा था ।
उस कमरे में अँधेरा था।पर इतना उजला भी था ,,,कि वो एक दूसरे को देख सके पर इतनी क्लियर भी नहीं ।
तभी AS थोड़ा पिच्छे हटा और बेड के साइड ड्रोर से एक कैंडल जला कर टेबल पर रख दी,,और अब उस रूम में काफ़ी उजाला था।और इतना उजाला देख काजल ने अपनी ब्रेस्ट पर अपना हाथ रख लिया था ।
वहीं काजल के ऐसा करते ही AS की नज़र काजल पर और गहरी हो गई।उसने अपने कदम काजल की और बढ़ाए,,वहीं AS को अपनी तरफ़ आता देख काजल की साँसो ने एक बार फिर शोर मचाना शुरू कर दिया था ।
AS अब उसके पास आ उसे वैसे ही गोद में उठा सोफा पर लाकर लेटा दिया,,और सीधे होकर काजल को देखने लगा जिसका बदन मोमबत्ती की रोशनी से सोने की तरह चमक रहा था,
वहीं काजल ने अभी भी अपने हाथ को सीने पर रखा हुआ था,,और उसने अपनी पलके झुका रखी थी।तभी AS उसके ऊपर झुका,,और AS को अपने ऊपर झुकाता देख काजल ने अपनी आँखे बंद कर ली,,,
काजल को आँखे बंद करता देख AS के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई।वो मन में बोला ये करवाएगी मेरी मिकी से शादी,,
पर अगले ही पल उसने काजल के हाथो को पकड़ा और ऊपर सोफे से लगा दिया,,AS के ऐसे करते ही काजल का दिल धक धक करने लगा,,
और अब AS उसके सीने पर झुका और काजल की तरफ़ देखा,,,,वहीं काजल भी AS को ही देख रही थी।तभी AS ने काजल के निपल को अपने दाँत से पकड़ कर खिच दिया।और काजल की सिसकी निकल गई।और उसका चेहरा पूरी तरह से लाल हो गया था ।
और उसका वो शर्माना देख AS का दिल धड़क उठा,,वो काजल की और देखता ही रह गया।वहीं काजल कहा प्लीज़ अभी वो बोल ही रही थी की AS एक बार फिर उसके सीने पर झुका और उसके निप्पल के इरोला पर राउंड राउंड अपनी जीभ को घुमाने लगा वहीं AS की इस हरकत पर काजल पूरी तरह से मचल उठी,,वो अपने होंठों को दांतों से काटते हुए,,,,,आह्ह,,,,,उम्मम्म…….डेविल बस कीजिए मुझे कुछ कुछ हो रहा है ।
वहीं AS उसके चेहरे की और देख रहा था।जिसकी आँखे बंद थीं,,और वो पूरी तरह से मदहोश होती जा रही थी।उसकी निपल से छेड़खानी करते हुए ही काजल की पट्टी की टेप खोली और पट्टी उत्तर कर साइड रख दी और,,उस पर दवाई लगाई फिर से वैसे ही पट्टी कर दी,,,और अब वो निपल से साइड हटा वहीं काजल को तो पता ही नहीं चला कब AS ने उसकी सीने की पट्टी कर दी,,,इस वक्त वो अपने आपे से बाहर थी ।
तभी AS ने उसके हाथ छोड़े और नीचे की और आकर उसने काजल के पैरों को थोड़ा फैलाया काजल की पेटी की weastline में अपनी फ़िगर फसाई और उसकी पेंटी को भी उतार कर साइड फेंक दिया,,अब उसकी पिंक पिक pussy AS के सामने थी ।अब AS को अपना गाला सूखता हुआ महसूस हो रहा था ।
और अगले ही पल उसने अपनी टंग उसकी pussy के क्लिटर्स पर रख उसे हलका हल्का लिक करने लगा वहीं काजल अब तो जैसे उसमें जान ही नहीं बची उसकी पैर काँपने लगे,,,उसकी बॉडी शिवर करने लगी,,,वो काँपती हुई आवाज़ में बोली प्लीज़ डेविल कुछ कीजिए नहीं तो मै मर जाऊँगी,,,aaahhhhhhhh…..
इतना कहते हुए अपने मिड एरिया को ऊपर उठा रही थी।
मुझे कुछ हो रहा,,वहीं AS अब काजल के पेट की ड्रेसिंग कर रहा था।और साथ ही साथ उसकी टंग काजल की pussy पर चल रही थी।वहीं काजल की बस जान नहीं निकली थी बाकी AS ने कोई कमी नहीं छोड़ी थी।वहीं AS का भी हाल बेहाल था।उसका dick पूरी तरह से अकड़ गया था ।
पर काजल की हालत देख उसने ख़ुद को कंट्रोल कर लिया,,वहीं काजल का शरीर अब आँकड़ने लगा था।शायद उसे ऑर्गेंसम फील होने वाला था।पर उससे पहले ही AS ने अपना फेस उसकी pussy से हटाया वहीं काजल कटारिए ना डेविल रुकिए नहीं please please,,,
वहीं AS अब पीछे होकर खड़ा हुआ।और बोला वो ना sorry एक्यूली मेरी शादी शादी मिकी से होने वाली है,,मै थोड़ा बहक गाया था ।
AS की बात सुन काजल की आँखे फटी फटी रह गई,,उसका मुंह खोल कर AS को देखती रह गई…….
to be continue……………
रोमांस 💕
Shekhawat palace,,
काजल का कमरा,,
काजल इस वक़्त पूरी तरह से बेलीबास AS के सामने लेटी थी।और वो इस वक्त पूरी तरह से शॉक्ड थी।क्युकी AS ने काजल की हालत ऐसी कर दी थी,,की वो ख़ुद पर कंट्रोल नहीं कर पा रही थी।वो रिलीज़ होने वाली थी।पर AS ने ऐन वक्त पर पीछे हट गया था।
काजल हैरानी से AS को देख रही थी।और AS ने काजल की और देख कर बोला वो एकेट्यूली क्या है ना मेरी शादी अब मिकी से होने वाली है।तो ऐसे अच्छा नहीं लगे गा,,मिकी क्या सोचे गी मेरे बारे में,,,
AS की बात सुन अब काजल के चेहरे पर अब गुस्सा झलकने लगा,,वो अंदर ही अंदर दाँत पीस कर मन में बोली अरमानों को जगा कर उनपर डंडा कैसे मारना है।ये कोई इनसे सीखे,,इतना कह वो अपनी हालत की और देखने लगी,,उसकी लोअर बॉडी बिल्कुल रेड हो गई थी।उसे अभी भी अपनी लोअर पार्ट में सेंसिएशन फील हो रही थी।
काजल की पूरी बाड़ी पसीने से लथ पथ हुई पढ़ी थी।उससे अब कंट्रोल नहीं हो राहा था।वहीं AS का भी उसे इस तरह से देख कुछ ऐसा ही हाल था।पर उसने ख़ुद पर कंट्रोल रखा था।काजल की इस हालत में वो int**te नहीं हो सकते थे।इस लिए उसने ख़ुद पर कंट्रोल रखा हुआ था।
जब काजल से कंट्रोल नहीं हुआ।तो वो अपनी जगह से खड़ी हुई,,और AS को घूरते हुए उसके पास आई,,वहीं AS उसके घूरने से बोला,,क्या ऐसे घूर क्या रही हो ।
इसके आगे वो कुछ समझ पता काजल ने उसे जोर से धका दिया,,और AS अभी इसके लिए तैयार नहीं था।वो अपने ही ख्याल में था,,उसे काजल से इस चीज की उम्मीद नहीं थी।AS सीधा बेड पर जा गिरा,,,काजल का ऐसा रिएक्शन देख AS की आँखे बढ़ी हो गई,,
वहीं काजल उसकी कमर पर बैठ गई।और उसके दोनों घुटने AS के अगल बगल थे।इस वक्त वो अपना होश गवा बैठी थी।कुछ उसकी जलन ने तो कुछ AS ने उसका ऐसा हाल कर दिया था ।की उसे सुध बुध ही भूल गई थी।की वो क्या कर रही है ।और अब वो सिडक्टिव वॉइस में बोली अभी कुछ मत कहिये ना डेविल,,,इतना कह काजल ने AS के शर्ट के बटन एक झटके से खिच कर तोड़ दिए।
काजल को ऐसे देख AS की आँखों में भी अब मदहोशी छाने लगी थी।
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
इश्क़, इश्क़, इश्क़
अब काजल AS के सीने पर झुक उसके सीने को चूमने लगी,,काजल के ऐसा करते ही AS की साँसे गहरी होने लगी,,उसके हाथ अब काजल की पीठ पर चलने लगे,,वहीं काजल अब AS के गर्दन को चूमने लगी,,उसे तो अपनी ही सुध भूध भूल गई थी,,की वो किस हाल में AS के ऊपर चढ़ कर बैठी है।
तुझ संग बैर लगाया ऐसा
तुझ संग बैर लगाया ऐसा
रहा ना मैं फिर अपने जैसा
हो, रहा ना मैं फिर अपने जैसा
काजल उसका क्या हाल कर रही थी।ये तो वही जानता था।काजल के गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठ जब उसके सीने पर चल रहे थे।उसका दिल की धड़कन बढ़ते पल के साथ बढ़ती जा रही थी।काजल AS के सीने से किस करते हुए,,नीचे की तरफ़ आने लगी ,,,अब AS के एब्स पर किस करने लगी,,काजल के ऐसा करते ही AS ने अपना आपा खो बैठा,,उसने एक झटके से पर आराम से काजल को अपने नीचे लेटा लिया और अपनी मदहोश हो चुकी आँखो से काजल को देखने लगा।
मेरा नाम इश्क़, तेरा नाम इश्क़
मेरा नाम इश्क़, तेरा नाम इश्क़
मेरा नाम इश्क़, तेरा नाम इश्क़
मेरा नाम, तेरा नाम, मेरा नाम इश्क़
काजल भी AS को अपनी मदहोशी भरी आँखों से AS को देख रही थी।दोनों सब कुछ भूल गए थे।उनके बीच किसी बात को लेकर लड़ाई चल रही है।AS अब काजल पर झुका और उसके कलर बोन पर अपनी जीभ रखते हुए उसके कान तक लगाते हुए,,उसे लीक करने लगा फिर काजल कान पर किस करते हुए कभी अपनी होंठों में दबा लेता,,उसके ऐसा करते ही काजल की चेहरा ऊपर की तरफ़ उठ जाता और सिसकी निकल जाती,,,काजल के इस वक्त रोंगटे खड़े हो रहे थे।
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
इश्क़, इश्क़, इश्क़
अब AS काजल के कान को किस करते हुए नीचे गले पर आकर उसकी स्किन को होंठों में दबा कर खींच कर सक करने लगा जिससे काजल की पूरी कमरे में सिसकिया गूंजने लगी,,वहीं AS ना जाने कितने ही निशान काजल के गले पर बना दिए थे।अब वो नीचे बढ़ कर उसने काजल के उभरे हुए सीने के ऊपर अपने होंठ रख दिए,,काजल अब पूरी तरह से मचल उठी होंठरखे,,,,आह्ह्ह…..sssss…..अम्मम्मम….आह्ह….डेविल…….
अपना नाम बदल दूँ
या तेरा नाम छुपा लूँ
या छोड़ के सारी आग मैं बैराग उठा लूँ
वहीं AS ने अब उसके सीने को चूमने लगा ,,,,,,AS की ऐसी हरकते काजल को आज पागल कर रही थी वो अपने बालों को मुट्ठी में भर खींचते हुए,,,,,,aaahhhhhhhhh…..डेविल मत तड़पाएaaaaahhhhhhhhhhh…..मुझे कुछ कुछ हो रहा है ।अब AS ने उसके एक उभरे हुए सीने पर हाथ रख अपनी उँगलियों से मसलने लगा,,,और दूसरे सीने को अपने होंठों में दबा सक करने लगा …..धीरे करिए डेविल,,,अब AS उसके पेट पर हल्के हल्के होंठ से किस करते हुए नीचे पहुचा,,,
बस एक रहे मेरा काम इश्क़
मेरा काम इश्क़, मेरा काम इश्क़
मेरा नाम इश्क़, तेरा नाम इश्क़
मेरा नाम, तेरा नाम, मेरा नाम इश्क़
अब AS नीचे आ काजल के दोनों पैर अपने कंधे पर फँसाए,,वहीं काजल ने अब कुछ देर आँख खोल AS को देख,,और AS ने भी काजल की आँख में देख,,काजल को आँख मार दी वहीं AS के ऐसे आँख मारते देख काजल की धड़कन एक पाल के लिए,,स्किप हो गई,,उसने शर्मा कर अपना चेहरा दूसरी और घुमा लिया,,काजल के ऐसे शर्माता देख AS के चेहरे पर गहरी मुस्कान आ गई।
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
अब AS ने उसके लोअर पार्ट par अकर अब उस पर झुक कर एक बार फिर सका करने लगा,,और काजल तो अब जैसे पूरी तरह से मचल उठी उसका लोअर पार्ट ऊपर की तरफ़ उठने लगा
ये काली रात जकड़ लूँ
ये ठंडा चाँद पकड़ लूँ
ओ, ये काली रात जकड़ लूँ
ये ठंडा चाँद पकड़ लूँ
दिन-रात के बैरी भेद का
रुख़ मोड़ के मैं रख दूँ
अब काजल का पूरा बदन अकड़ने लगा था।और कुछ पाँच मिनट बाद,,उसका रिलीज़ होने लगी ,,इसी के साथ उसकी चीख उस रूम में गूँजने लगी तभी AS ने ऊपर उठ उसके मुंह पर हाथ रख,,दिया और अपनी दबी हुई आवाज़ में बोला चुप हो जाओ,,,मेरी माँ “”नहीं तो सासू माँ मुझे पीट देंगी उन्हें लगेगा में तुम्हें दर्द दे रहा हूँ ।इतना कह हँसने लगा वहीं काजल भी गहरी सांस लेते हुए,,हल्का सा हंस दी AS ने अपना माथा काजल के माथे से जोड़ लिया,,,
तुझ संग बैर लगाया ऐसा
रहा ना मैं फिर अपने जैसा
हो, रहा ना मैं फिर अपने जैसा
काजल अब गहरी साँसे ले रही थी।वहीं AS अभी भी उसे प्यार से देख रहा था,,,काजल को रियलीज़ तो हो गई थी ।पर अब भी AS को अपनी हसरत भरी निगाहों से देख रही थी,,,,
मेरा नाम इश्क़, तेरा नाम इश्क़
मेरा नाम इश्क़, तेरा नाम इश्क़
मेरा नाम इश्क़, तेरा नाम इश्क़
मेरा नाम, तेरा नाम, मेरा नाम इश्क़
AS नें काजल प्यार को देखते हुए,,उसका माथा चूम लिया,,और एक बार फिर उसके माथे से अपना माथा जोड़ लिया।
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
ये लाल इश्क़, ये मलाल इश्क़
ये ऐब इश्क़, ये बैर इश्क़
कुछ पाँच मिनट बाद AS अपने माथे को पीछे लेते हुए,,,बड़े प्यार से काजल के चेहरे को निहारते हुए,,क्यों कर रही हों ऐसा,,वहीं AS की बात सुन काजल का रंग ही ऊढ़ गया,,,,
to be continue………
Hlo everyone jaise ki aaj bhi maine deep aur normal romace likha hai par aaj deep romance channel par nahi ayega because aaj maine apne hot aur bold romace ke liye ek watsapp group banaya hai,,,jiskaa link maine apne channel par dala hai jo to padhna chahte hai us group mein aa jao agar padh kar group se left lena ho to pehle hi mat aao aur rahi baat aaj ka overbold contant tab ayega jab jada tar log ikathe ho jaye aur is baar jo banda us group se gaya use dobara entry nahi milegi wo group sirf feedback dene aur chapter padhne ke liye hai na hi idhar udhar ki baaton ke liye link mere channel se jakar lelo by bye,,,
Story link,, please spot everyone 👆👆👆👆👆
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इंसिडेंट!!!
AS काजल दोनों बेड पर लेटे थे।AS काजल की बगल में लेट एक हाथ उसने अपना सिर के नीचे रखा था।और दूसरा काजल के पेट पर था,,,वहीं काजल पूरी तरह से बेलिबास AS के सामने लेटी थी।अभी अभी उन्होंने ने अपना एक हसीन लम्हा जिया था।
पर उस लम्हे से थोड़ा बाहर निकल कर AS ने काजल से ऐसा सवाल पूछ लिया था की काजल के पूरी तरह से रंग उढ़ गए थे।अब उसे अपने आप पर गुस्सा आ रहा था।की वो क्या कर रही थी।वहीं AS ने एक बार फिर से अपना सवाल दोहराया,,
मैं तुमसे कुछ पूछ रहा हूँ।लिटिल रेबिट,,
अभी वो पूछ ही रहा था।के तभी रूम का दरवाज़ा नॉक हुआ।बाहर से हरजीत जी की आवाज़ आई।काजल बेटा दरवाज़ा खोल तूने दरवाज़ा क्यों बंद कर रखा है।वहीं अनन्या भी हरजीत जी के साथ ही थी।और दोनों मुंह दबा कर हंस रही थी।
वहीं अंदर काजल के तो होश उड़े हुए थे।क्युकी वो अभी भी बेलीबास थी,,और AS ने उसे कमर से पकड़ रखा था।ना तो उसे उठने दे रहा था।और अब फिर से वो काजल के गले को एक बार फिर से चूमना शुरू कर दिया था ।
हरजीत जी एक बार फिर से बोली बेटा बोलती क्यों नहीं।तुम ठीक तो हो ना,,तभी काजल बोलने को हुई की AS ने उसका चेहरा पकड़ अपनी तरफ़ घुमाया और उसके होंठों पे होंठ रख चूमने लगा,,AS के ऐसा करते ही काजल की आँखे बढ़ी हो गई ।,,और बाहर हरजीत जी और अनन्या जब की उन दोनों की फिरकी लेने में लगी थी।पता दोनों को ही था की AS भी अंदर है।
ख़ुद हरजीत जी ने उसे अंदर जाते देखा था,,
तभी अनन्या बोली काजल क्या हुआ है ,,,कुछ बोलो तो तुम ठीक तो हो ना,,अंदर काजल ने अब को अब AS पर गुस्सा आने लगा था।वो उसे कुछ बोलने नहीं दे रहा था।अब गुस्से में आकर उसने AS के होंठों पर बाईट कर लिया,,,बाईट करते ही AS की सिसक निकल गई और उसने काजल को छोड़ दिया।
और काजल ने मोके का फ़िदा उठा कर जल्दी से AS को धक्का दे कर उठी,,और झुक कर अपनी फ्रॉक उठाने लगी पर उसके पेट का ज़ख़म से उसे तेज दर्द उठा,,तो उसकी सिसक निकल गई।
वहीं AS उसकी सिसक सुन तड़प उठा,,वो गुस्से में बोला दिखाई नहीं देता,,अपना ध्यान रखना नहीं आता तुम्हें,,वहीं AS के गुस्सा करता देख,,उसकी आँखों से नमी आ गई।
और काजल की आँखो में नमी देख,,AS ने अपने हाथ की मुठिया कस दी,,और एक पल के लिए उसने कस कर अपनी आँखे मींच ली फिर धीरे से अपनी आँख खोल ,,,नीचे पढ़ी फ़्रैक को देखा,,और अगले ही पल झुक कर फ्रॉक को उठा काजल को पहना दी,,और ख़ुद ,,,बाहर अब दरवाज़े से जाने लगा तो काजल ने AS का हाथ पकड़ बोली,,,सुनिए।काजल के रोकने से AS ने पलट कर काजल की और देखा,,
तो काजल AS से बोली प्लीज दरवाजे से नहीं,,आप जहाँ से आए है,,वहीं से चले जाइए,,इतना कह उसने बालकनी की तरफ़ देखा,,,फिर बोली ___मोम दरवाजे पर खड़ी है।और दी भी,,तभी AS बोला तो,,,इसमें मै क्या करूँ,,
AS के ऐसे जवाब से काजल ने रिक्वेस्ट भरी नज़रो से देखा,,,तो उसकी और देख AS ने गहरी सांस लेकर ना में सिर हिला कर बालकनी से दूसरे रूम में चला गया,,,वहीं अब काजल जाकर काजल ने गहरी सांस ली,,
और जा कर दरवाजा खोला,,हरजीत जी और अनन्या पूरी तरह से सीरियस हो कर बोली,,,क्या हुआ बेटा तुम दरवाज़ा क्यों नहीं खोल रही थी।तुम ठीक तो हो ना,,,
और ये तुमने रूम की लाइट्स क्यों ऑफ की है,,इतनी जल्दी सोने वाली थी तुम,,अभी तक तो तुमने खाना भी नहीं खाया,,
वही काजल अब हड़बड़ा कर बोली वो,,,हम अपनी ड्रेसिंग कर रहे थे।काजल की बात सुन अनन्या और हरजीत जी ने अपने मुंह पर हाथ रख लिया था।क्युकी दोनों अपनी हसी रोकना चाह रही थी पर रुक नहीं रही थी।
पर किसी तरह खुस को कंट्रोल करने के बाद हरजीत जी बोली __”” चलो मान लेते है तुम्हारी बात,,अब चलो खाना लग गया है।अब यही खड़ी रहोगी,,
इतना कह कर हरजीत जी,और अनन्या ने काजल का हाथ पकड़ा और बाहर की और ले जाने लगी,,,
डाइनिंग टेबल पर,,,
इस वक्त सब डाइनिंग टेबल पर बैठे थे।दादी मिक्की रवि भी पर AS नहीं था।और काजल की नज़र AS को ही ढूँड रही थी,,हरजीत जी ,,अनन्या भी उसे बड़ी ध्यान से नोटिस कर रही थी।तभी AS भी डाइनिंग टेबल पर अकर बैठा,,,और काजल उसके साथ वाली चेयर पर बैठने लगी तभी मिकी जल्दी से उस चेयर पर बैठ कर बोली तुम दूसरी चेयर पर बैठ जाओ,,
अब मेरी और AS की शादी होने वाली है।तुम भी थोड़ा डिस्टेंस mantain करो,मिकी की इस हरकत से रवि के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई,,और वो मन में बोला,,,,,अच्छी जा रही हो साली साहिबा,लगे रहो,,इतना सोचते हुए उसके चेहरे पर शातिर एक्सप्रेशन थे,,,,,वहीं मिकी के ऐसे बैठने से काजल की आँखो में नमी तैर गई।वहीं AS की गुस्से में मुठिया कस गई,,वो अपने गुस्से को कंट्रोल कर बोला सब जल्दी खाना फिनिश करो,,,
इतना कह उसने काजल की और देखा,,और काजल दूसरी तरफ़ आकर बैठ गई,,,AS head चेयर पर बैठा था उसके साथ वाली एक चेयर ख़ाली भी थी।पर अब काजल वहाँ नहीं बैठी,,अनन्या के साथ जाकर बैठ गई।
कुछ देर में खाना शुरू हुआ।वहीं मिकी ने निवाला बनाया और AS की तरफ़ बढ़ते हुए,,,कहा एक बाईट मैं खिला दु,,
काजल की ना चाहते हुए उन दोनों की और निगाह उठ गई।काजल ने अभी निवाला बनाया ही था।वो उसके हाथ में वहीं रुक गया।
अब AS ने एक नज़र काजल को देखा,,फिर मिकी को देखा,,,और वो अपने मन में बोला तुम्हारे मन की बात तो मैं बहुत अच्छे से जानता हूँ,,लिटिल रेबिट पर तुम्हारे मुँह से बुलवाना जरूरी है…
और अगले ही पल उसने मिकी की और देख ,,एक मुस्कुराहट दी और निवाला खा लिया,,वहीं काजल जिसके हाथ में निवाला था उसने निवाला प्लेट में रख,,वहाँ से उठ कर हरजीत जी की तरफ़ देख बोली माँ मेरा मन नहीं कर रहा,,,बाद में कुछ खा लूँगी,,इतना कह वो रूम में चली गई ।
वहीं AS जो अभी उस निवाले को मुँह में डाला था।वो अब अपने फ़ोन की तरफ़ देख उठा और बोला मुझे एक अर्जेंट कॉल करने जाना है,,,इतना कह वो बाहर की तरफ़ आ गया,,बाहर आकर उसने अपने मुंह में जो निवाला था।वो डस्टबिन में फेका दिया,,और अब जाकर उसने गहरी सांस ली ,,
इतने देर उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसने अपने मुंह में निवाला नहीं जहर रखा हो,,,,उसने निवाला मुंह से निकाल तो लिया था।
पर उसे अभी भी चैन नहीं आया तो गार्डन में आ गया,,,अचानक ही उसकी नज़र अपर रेलिंग पर गई और उसकी आँखे बढ़ी हो गई ,,
क्युकी काजल ऊपर रेलिंग को लांग कर रेलिंग के साथ खड़ी थी।और उसने अपनी आँखे बंद कर रखी थी।वहीं AS का दिल धक सा रह गया,,,,
to be continue………..
थप्पड़ की गूँज!!!
AS इस वक्त नीचे गार्डन में खड़ा था।तभी उसकी नज़र ऊपर रेलिंग पर गई।जहाँ काजल खड़ी थी।काजल को रेलिंग पर खड़ा देख AS की आँखे बढ़ी हो गई।और उसका दिल जैसे धड़कना ही भूल गया।वो जल्दी से ऊपर की तरफ़ दौड़ा पड़ा,,,
वहीं काजल जो की रियलिंग पर खड़ी थी।वो रेसलिंग पर खड़ी नीचे झुक अपना मंगलसूत्र उठाने की कोशिश कर रही थी।पर मंगल सूत्र उठाया नहीं जा रहा,,वो उसकी पहुच से दूर था।पर वो थोड़ा और झुकने लगी,,की तभी उसका पैर स्लिप हो गया,,वो नीचे गिरने ही वाली थी।
की ऐन वक्त पर AS ने उसका हाथ पकड़ अपनी और खिच लिया,,रेलिंग को पार करा लिया।के तभी वहाँ जोरदार थप्पड़ की आवाज़ गूँज गई।उस थप्पड़ की गूँज इतनी थी।की सिड़ियों से चढ़ कर आ रहे,,हरजीत जी अनन्या,,दादी,,मिकी और रवि को भी सुनाई दी,,
बाक़ी सब ने जब AS को ऊपर भागते देखा तो एक पल के लिए घबरा गए,,तो वो भी AS के पीछे पीछे दौड़े आए,,और अब ऊपर से थप्पड़ की आवाज़ सुन एक पल के लिए,,वहीं जम गए,,पर अगले ही पल वो फिर से ऊपर की तरफ़ दौड़े,,
वही ऊपर छत पर AS ने काजल को थप्पड़ मारा था,,अब भी उसका गुस्सा ठंडा नहीं हुआ था,,,वहीं काजल की आँखों से लंबा लब आँसू बहने लगी,,,एक पल के लिए उसका कान सुन पढ़ गया था।और सीने पे और पेट पर लगी चोट को भी झटका लगा था।जिसकी वजह से काजल के घाओ में दर्द उठ पडा था।
उसने अपना एक हाथ सीने पर रख लिया था।वहीं AS का तो जैसे आज गुस्से का बंध टूट पडा था।जैसे ही हरजीत जी,,अनन्या सब ऊपर पहुँचे तो AS गुस्सा से चिल्लाते हुए,,सब नीचे जाओ।वहीं AS की इतनी ऊँची आवाज़ सुन काजल एक पल के लिए काँप गई,,
उसने कभी AS की इतनी ऊँची आवाज़ नहीं सुनी थी।
वहीं सभी AS की ऐसे चिल्लाता हुआ देख चुपचाप नीचे चल दिए पर हरजीत जी वही पर खड़ी रही,,वो अपनी जगह से हिली तक नहीं,,,
AS अब एक बार फिर से बोला,,,माँ मैंने अपसे भी कहा है।
तभी हरजीत जी,,पर बेटा हुआ क्या है।
आगे से AS प्लीज़ माँ,,इस बार उसकी आवाज़ बहुत नरम थी।जो की हरजीत जी के लिए थी।
वहीं हरजीत जी भी अब बिना कुछ कहे नीचे की और चली गई।अब AS और काजल वहाँ पर थे।AS चिल्लाते हुए बोला how dare you,,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ऐसी हरकत करने की,,,
अगर तुम्हें कुछ हो जाता तो…….
ये कहते हुए उसकी आँखे बेहद लाल थी।दिल तो कर रहा है।की एक ओर लगाऊ तुम्हारे कान के नीचे,,,,अरे ऐसा क्या हो गया था।जो रेलिंग कूद तुम दूसरी और चली गई।
have यू लॉस्ट योर माइंड,,तभी AS की नज़र रेलिंग की तरफ़ गई जहाँ पर नीचे की और मंगलसूत्र पढ़ा था।जिसे देख वो सारी बात समझ गया।फिर उसने काजल की और देखा जो सिर झुका कर कर खड़ी थी।और सिसक रही थी,,उसके गाल पर AS की उँगलियों के निशान साफ़ नज़र आ रहे थे।
वहीं अब AS ने रेलिंग को लांग ,,,अब ख़ुद झुक कर वो मंगल सूत्र उठा लिया,,अब काजल के पास आकार उसे पकडा दिया,,फिर बिना कुछ बोले वहाँ से चला गया,,,काजल बस वहाँ खड़ी रह गई।वो समझ गई थी ।इस बार AS बहुत नाराज़ हो गया,,,
वहीं AS अब अपने रूम में आकर सीधा बाथरूम में चला गया और उसने तब में “”full hot water “”भरा जो की पूरी तरह से उबाल रहा था।अगले ही पल उसने अपना हाथ उस जलते हुए पानी में डाल दिया।ऐसा करते ही AS का चेहरा पूरी तरह से लाल हो गया थी,,उसकी माथे की नसे पूरी बाहर को उभर आई थी ।उसके माथे पर पसीना आने लगा,,और उसका पूरा चेहरा काँप रहा था।
पर उसने पानी में से अपना हाथ नहीं निकाला,,तक़रीबन बीस मिनट यू ही पानी में रखने के बाद उसने हाथ बाहर की और निकला और देखा उसका हाथ बुरी तरह से जल गया थी।और हाथ पर छाले उभर आए थे।और हाथों की स्किन भी गल गई थी।पर फिर से उसकी आँखों के सामने जब उसने काजल को थप्पड़ मारा था।वो वक्त याद आ गया,,,
और उसने अब उस हाथ पर पास में रखा हुआ क़टर चला दिया,,,अभी तक उसका पहला जख़म ही नहीं भरा था,,,अब उस हाथ पर हद से जैयदा ज़ख़म बन गए थे।फिर वो उठा और शावर नीचे जा कर खड़ा हो गया,,
वहीं काजल आते ही अपने रूम में बेड पर लेट गई,,और हरजीत जी ने भी उससे कुछ नहीं पूछा अब उन्होंने लाइट बंद की और लेट गई,,वही काजल आधा घंटा सिसकती रही और सो गई ।और हरजीत जी उसे चुप करवाना चाहती थी ।पर शायद वो जान गई थी।की काजल की गलती थी ।इसी लिए उन्होंने काजल को कुछ नहीं कहा और कुछ देर में सो गई ।।
आधे घंटे बाद AS बालकनी में से आया,,उसके हाथ में कोई ट्यूब थी ।शायद वो मरहम था,,,,और उसने काजल की और देखा,,जो सोते हुए भी सिसक रही थी,,उसे देख AS के दिल में कुछ कुछ हो रहा था।पर उसने अपने इमोशंस को कंट्रोल किया।और झुक कर काजल के गाल पर मरहम लगाने लगा।
वो मन में बोला ,,,इस बार तुम्हें सज़ा देनी जरूरी है।ताकि तुम दोबारा कभी ऐसी हरकत ना करो,,इतना कहते उसके चेहरे पर बेहद सख़्त एक्सप्रेशन थे ।
फिर वो अपनी जगह से खड़ा हुआ।और बालकनी से वापिस चला गया।उसके जाते ही हरजीत जी ने आँख खोली और उनके चेहरे पर गहरी मुस्कान आ गई ।
अगली सुबह,,तक़रीबन 9 बजे
काजल की आँख खुली,,उसने टाइम देखा तो उसकी आँखे बढ़ी हो गई ।वो ख़ुद से बोली हम इतना वक़्त सोते रहे,,और ये माँ कहा गई।इतना कह बिस्तर से उठी,,और बाथरूम में जा ब्रश कर और मुंह हाथ थो बाहर आ गई,,अभी नहा तो सकती नहीं थी।
बाहर आतें उसकी नज़र घर पर गई ,,,जो पूरी तरह से डेकोरेट किया जा रहा था।उसकी नज़र फिर हाल में बैठी अनन्या और हरजीत जी पर गई।काजल अनन्या की तरफ़ देख बोली,,दी ये तैयारी किस चीज़ की चल रही है ।तभी अन्नया,,, वो आज छोटे की इंगेजमेंट पार्टी है ,,ना उसी की,,
वहीं अनन्या की बात सुन काजल का दिल धक सा रह गया,,उसे ऐसा लगा जैसे उसने कुछ ग़लत सुन लिया।पर जब हरजीत जी ने वो बात दोहराई तो उसकी तो जैसे पैरों से जान ही निकल गई वो खड़ी भी नहीं हो पा रही थी ।
तभी AS हाल में आकर अनन्या की तरफ़ देख हरजीत जी से कहा माँ प्लीज़ शाम तक सारी तैयारी हो जाए इतना कह वो बाहर की तरफ़ निकलने लगा तो काजल की नज़र उसके हाथ पर पड़ी जो नीला पड़ चुका था,,और सूज भी चुका था।और उस हाथ पर पट्टी बाँथी हुई थी ।वहीं काजल ने AS रोकने के लिए आवाज़ दी,,पर AS उससे आज इतना गुस्सा था के वो बिना पलटे ही बाहर की और चला गया ।
AS को काजल की आवाज़ सुनाई तो दी पर उसने जान बूझ कर पलट कर नहीं देखा ।
और उसके ऐसे रवैये से काजल की आँखो से नमी आ गई,,
हरजीत जी ने ही AS के हाथ पर वो पट्टी काजल के उठने से पहले बँधी थी।और अनन्या तो अभी भी AS से काफ़ी गुस्सा थी।उसने एक बार भी AS की और नहीं देखा था।
और काजल अब बैचैन हो उठी थी।उसे पता चल गया था।उसने काजल को थप्पड़ मारने की सज़ा ख़ुद को दी थी ।थप्पड़ तो तब भी उसने काजल को नहीं मारा था ,,जब वो काजल से नफ़रत करता था।और अब तो फिर भी वो उससे प्यार करता था ।
AS को ऐसे जाता देख उसका मन हद से ज़ैयदा बेचैन हो उठा था।वो बिना कुछ खाए ही अपने रूम में चला गया था।
वहीं AS जो अपनी कार में था।वो काजल को इस तरह से जाता देख बोला no little rebbit not this time,,
अब मैं पिघल नहीं सकता क्युकी,,अब तुम्हें समझाना बहुत जरूरी है।की जान देना कोई खेल नहीं होता,,अब तुम्हें इस नाराज़गी को झेलना होगा,,,इतना कह वो अब चुप हो गया….
सारा दिन बीत गया ,,,,ना तो AS ने कुछ खाया,,और ना ही काजल ने ।
शाम का 7 बजे,,,
Shekhawat palace,,बहुत ख़ूबसूरती से सजा हुआ था।आज पार्टी पैलेस के अंदर रखी गई थी।और खाने पीने का इंतज़ाम बाहर किया गया था।
और अब थोड़ी देर बाद मेहमानों का आना होना शुरू हो गया था।कुछ आधे घंटे बाद AS भी ऑफिस से घर आ चुका था।वो शेखावत इंडस्ट्रीज से ही तैयार हो कर आया था।
वहीं काजल आपने कमरे में तैयार हो गई थी।उसने रेड कलर का फ्लोरल गाउन पहना था और अपने बालों को सेंटर चीर निकाल सिंधुर भरा हुआ था और बालों को कर्ल किया हुआ था।
आज वो हद से जायदा खूबसूरत लग रही थी।मेकअप के नाम पर सिर्फ एक रेड लिपस्टिक लगा रखी थी,,और इतने में ही उसका रंग उभर कर आ रहा था।
तभी काजल रूम का डोर दरवाज़ा झटके से खुला और मिकी अंदर की तरफ़,,आई।उसके हाथ में एक ड्रिंक थी ।वो काजल के सामने लेकर आई और बोली,,,ये ड्रिंक पिलो तुम्हारी मम्मी ने भेजा है।वो कह रही थी।की तुमने सुबह से कुछ खाया नहीं है।
वहीं रवि भी कमरे के बाहर दरवाजे एक साइड होकर दीवार से लग कर खड़ा था।और उसके चेहरे पर डेविल स्माइल थी।
to be continue …………………………
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