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Chepter 33,34,35,36

City hospital,, 

AS की गाड़ी पार्किंग एरिया में आकर रुकी,,AS गाड़ी से बाहर निकल कर अंदर की तरफ़ आया। और आते ही सीधा काजल के वार्ड में एंटर हो गया। वहीं वार्ड का नज़ारा देख उसकी आँखें छोटी हो गई,,क्यूकी हरजीत जी काजल का माथा चूम रही थी। और काजल का माथा चूम उन्होंने काजल का हाथ पकड़ वही स्टूल पर बैठ गई। वहीं AS ने अपनी तीखी नज़र हरजीत जी और काजल के हाथ पर गड़ा दी,,तभी AS अंदर आया,,,वहीं जब काजल ने AS को अंदर आते देखा उसने अपनी नज़ारे घुमा ली,,और हरजीत जी की तरफ़ देखने लगी,,काजल चेहरा इस वक़्त एक्सप्रेशनलेस था। और काजल का ऐसे चेहरा घुमाना AS को थोड़ा अजीब लगा पर उसने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया। और वो हरजीत जी की तरफ़ देख बोला आपको नहीं लगता,,आपको अब घर पर जा कर आराम करना चाहिए,, AS की बात सुन हरजीत जी,,मुँह बनाते हुए बोली__”” नहीं हमे बिलकुल ऐसा नहीं लगता,,हम अपनी बेटी के साथ यहीं रुकने वाले है आज रात,, तभी पीछे से अनन्त जी बोले ___ “” नहीं हरजीत,,दामाद जी है। काजल का ख़्याल रखने के लिए। हरजीत ने अब छोटी आँखें कर अनन्त जी की तरफ़ देखा,,पर कहा कुछ नही। फिर उन्होंने ने AS की तरफ़ देखते हुए,,बड़े attitude से बोली चाहे जितना भगाना है। भगा लो हम अपनी बेटी को नहीं छोड़ने वाले,,अभी फ़िलहाल यहाँ से जा रहे हैं पर,,सुबह वापिस आएगे,, इतना कह हरजीत जी काजल की तरफ़ घूमी ,,,जो नम आँखों से अपनी माँ को देख रही थी। तभी हरजीत जी उसके पास आकर उसका माथा चूमते हुए,,,बोली हम सुबह आयेंगे बेटा,, हरजीत जी के माथा चूमते ही AS आँखें सिकुड़ गई। और वो चिढ़ कर बोला___””लगता है मुझे आपको गाड़ी में ख़ुद ही बिठा कर आना पड़ेगा,, वहीं अनंत जी,,उन दोनों को देख मन ही मन बहुत खुश थे। और अब हरजीत जी और अनंत जी वहाँ से चले गए,,अनन्या ,,दादी,,और मिकी को रवि AS के आने से पहले ही लेकर गया था।। क्योंकि AS ने ही आमिर से कह उन सब को घर भिजवा दिया था। हरजीत जी और अनंत जी के जाते ही,,AS अब काजल के पास बैठते हुए उसका हाथ पकड़ने लगा तभी काजल ने अपना हाथ पीछे खींचते हुए,,अपनी दबी हुई आवाज़ में बोली ,, मुझे नींद आ रही है। इतना कह वो AS की तरफ़ पीठ कर करवट लेने लगी,, पर उसके ज़ख़्म की वजह से उसकी आह निकल गई। काजल की आह सुन AS ने उसकी तरफ़ हाथ बढ़ाया तो उसने हाथ दिखा कर रोक दिया,,और बोली हम ख़ुद कर लेंगे। इतना कह उसने बड़ी मुश्किल से उसने करवट ले ली,, काजल को ऐसे रूड होता देख AS के हाथों की मुठ्ठियाँ कस गई। पर उसने ख़ुद को कंट्रोल किया और अपनी जगह पर बैठ गया। वहीं काजल जो की AS की तरफ़ पीठ कर करवट ले लेटी हुई थी। उसकी आँखों में झार झार आँसू बह रहे थे। वो ख़ुद से बोली बस एक महीना हम आपके साथ रहेंगे,,, उसके बाद आपसे बहुत दूर चले जाएँगे। हम आपसे मुहब्बत तो बहुत करते है। पर लगता है। तक़दीर हमे मिलना नहीं चाहती। अपनी मुहब्बत में मैं आपको बर्बाद नहीं कर सकती,,, इतना कह उसे मिकी की बात याद आ गई। फ़्लैशबैक,,  जब मिकी सब के जाते ही,, काजल के वार्ड में आई,,,तो काजल की पूरी तरह से आँख खुल चुकी थी। वहीं मिकी अंदर आते ही,,बोली____उठ गई तुम बाँझ………..  वहीं मिकी की बात सुन काजल जिसके चेहरे पर अभी तक नार्मल एक्सप्रेशन थे। अब उसके चेहरे पर ग़ुस्सा झलकने लगा। उसने अपने काँपते हाथों से अपना ऑक्सीजन माक्स निकाला और गहरी गहरी साँसे लेते हुए लड़खड़ाती ज़ुबान से धीमे स्वर से बोली ये क्या बदतमीज़ी है। आप हमसे ऐसी बात कैसे कह सकती है। तभी मिकी तंज कसते हुए बोली____”” बाँझ को बाँझ नहीं कहूँगी तो क्या कहूँगी,,तुम्हें पता डॉ तक ने ये कह दिया है।की अब तुम कभी माँ नहीं बन सकती,,तुम्हारा यूटरस डैमेज हो चुका है।,,,बेचारा AS अब सारी उम्र तुम्हारी वजह से कभी बाप बनने का सुख नहीं भोग पाएगा।  वहीं मिकी की बात सुन काजल का दिल तड़प उठा,,उसकी आँखों से बेहिसाब पानी बहने लगा,,उसकी गहरी सांसे अब रुक रुक कर चलने लगी। उसकी आवाज़ तो जैसे उसके गले में दम तोड़ रही थी। काजल की हालत देख मिकी के मन को तो जैसे ठंडक मिल रही थी। वो जान गई थी। चिंगारी लग गई है। और इस चिंगारी को धीरे धीरे हवा देनी होगी। वो काजल के एक्सप्रेशन देख आगे अपनी बात जारी रखती हुई बोली,,अब बेचारा AS सारी उमर अधूरा ही रह जाएगा।और शेखावत परिवार को अपनी अगली पीढ़ी कभी नहीं मिलेगी,,और ये सब सिर्फ़ तुम्हारी वजह से ,,, मिकी का बस इतना कहना भर था,,की काजल को लगा जैसे किसी ने उसके सीने में ख़ंजर चला दिए थे। वो बुरी तरह से रोने लगी। तभी मिकी उसके पास आ उसके चेहरे के पास अपना चेहरा कर धीरे से फुसफुसाते हुए बोली,,,तुम क्या चाहती हो कि AS अधूरा रह जाए हाँ,,,बोलो ,,,, मिकी की बात सुन काजल ने अपनी आँखें मंच ली और,,,,उसकी आँखों के कोनो से आंसू बह निकले,,वहीं मिकी अभी भी यहाँ पर नहीं रुकी,,वो अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोली,, बोलो ना,,,अगर नहीं चाहती तो दफ़ा हो जाओ उसकी ज़िंदगी से।  और हाँ तुम बाँझ हो गई हो तो क्या हुआ,,,,,””मैं  बाँझ नहीं हूँ। मैं माँ बन सकती हूँ।तुम्हारे बाद में AS को वो सारे सुख दूँगी,,,जो वो डिज़र्व करता है।  इतना कह वो थोड़ी देर रुकी और काजल की और एक नज़र देख जिसकी आँखें बंद थी पर बुरी तरह से रो रही थी,इतना कह वो बाहर की ओर चली गई। पर साथ में ले गई काजल का सुकून और बदले में उसका दिल दर्द से भर गई। फ़्लैशबैक एंड,, उसी बात को सोच रोते रोते कब काजल को नींद की आग़ोश में चली गई। उसे भी पता नहीं चला,,पर कोई और भी था जिसकी आँखों में नींद बिलकुल ग़ायब हो गई थी। और आँखें हद से ज़्यादा लाल हो गई थी। और वो कोई ओर नहीं AS था। वो कब से काजल की सिसकियाँ सुन रहा था। जो की काजल अपने मुँह में दबा रही थी।पर उसने काजल को रोका नहीं,,और ना ही कोई शब्द कहा,,उसकी आँखों में गहरा सनाटा था।जो की बहुत कुछ बया कर रहा था। और अब उसके दिमाग़ में बहुत कुछ चल रहा था। और क्या,,ये कोई नहीं जानता था। वहीं खत्री हाउस में,, रवि और मिकी int**te हो रहे थे। रवि मिकी में ख़ुद को हार्डली पुश कर रहा था,,,वहीं मिकी भी अब उसका साथ दे रही थी। क्योंकि रवि और उसके बीच अभी कुछ देर पहले डील हुई थी।   रवि ने उसे कहा अगर वो AS को पाना चाहती है। तो उसे उसकी फ़िज़िकल नीड पूरी करनी होगी और बदले में वो AS को काजल से अलग करने में उसकी मदद करेगा। पर उसने मिकी को ये नहीं बताया था। की उसे काजल चाहिए। वहीं मिकी उसकी बातों में पूरी तरह आ चुकी थी। उसने भी डील एक्सेप्ट कर ली थी। और अब दोनों एक दूसरे के साथ पूरी तरह से पैशन से एक दूसरे का साथ दे रहे थे। वही Shekhawat palace में,, अनन्या अपने पेट पर हाथ रख उसे बड़े प्यार से सहला रही थी। और ख़ुद से ही बाते करते हुए बोली बेटा पापा आज रात बिजी है। उनका ज़रूरी काम है। तो वो आज रात घर नहीं आयेंगे,,और बेबी ममा के साथ सोएगा ,,इतना कहते हुए उसका मन बहुत बेचैन था। और अनजाने ही उसकी आँखों में आंसू आ गए। वो जाकर खिड़की के पास खड़ी हो गई। अगली सुबह,, city hospital,, काजल की आँख खुली AS उसके पास स्टूल पर बैठा बैठा ही गहरी नींद में सो रहा था। AS को देख काजल की आँखों में नमी आ गई। वो बड़े प्यार से AS का सिर सहलाते हुए बोली,,मुहब्बत तो हो गई,,पर उसे निभाना इतना मुश्किल क्यों होता है। एक महीना बस ये एक महीना,,अभी वो बोल ही रही थी। की AS ने अपनी आँख खोली और बोला और इस एक महीने में ऐसा क्या है,,little rebbit…………      to be continue……..   AS and kajal ki romantic aur bold night injoy karne ke liye chennel ko join kare because night wahin ayegi,,aur guys meri ek aur story maine likhi thi wo kisi reason ki wajeh se bich chodni padhi aur ab agar apko wo story pasand aye to please mujhe comment me batana me wo story aap sab ke liye dobara shuru karungi uska link me niche de rahi hu please guys ab us story ko bhi apna pyar dena and aaj gulaam ka promo release hone wala hai aap sab chennel par dekh sakte hai mai kisi bhi waqt release kare sakti hu,,, https://www.pocketnovel.com/novel/86dadf82b8a597a5301ef7a25dff9ca0b2ff7f6e Story link,, please spot everyone 👆👆👆👆👆 https://whatsapp.com/channel/0029VbAWlXoDeON5MbFoQw1h WhatsApp chennel 👆👆👆👆  https://chat.whatsapp.com/JXU1dkchulFG5zQ1USOHSv W दिलों की तड़प!!!

city hospital,,

काजल AS के बालों को सहला कर बड़े प्यार से अपनी नम आँखों से AS को देख रही थी।और AS की और अपनी धीमी और लड़खड़ाती आवाज़ में बोली,,मुहब्बत तो बड़ी शिद्दत से हो गई,,आपसे पर क्यों मुहब्बत को निभाना इतना मुश्किल होता है।

इतना कह उसके आँख की नमी उसके गाल पर आ गई। और वो भरे गले से बोली,,,,हमे आपसे बेइंतहाँ इश्क़ है।पर हमारी क़िस्मत,…….

इतना कह वो चुप हो गई।

फिर एक बार बोली बस एक महीना……. अभी उसने इतना ही कहा था कि AS ने उसका हाथ पकड़ लिया। वहीं AS का इस तरह हाथ पकड़ने से काजल चौंक गई। उसने जल्दी से अपने दूसरे हाथ से अपने आंसू साफ़ कर लिए,,और अब AS ने अपनी आँख खोल काजल की तरफ़ देख बोला____””एक महीना… किस लिए “”little rebbit……””

वहीं AS की बात सुन काजल का रंग फीका पड़ गया,,और वो अपनी बात को बदलने की कोशिश करती हुई बोली,,हमे वाशरूम जाना है। मुझे फ्रेश होना है।

तभी AS अपनी सख़्त पर धीमी आवाज़ में कहा___”” मैंने तुमसे कुछ है। लिटिल रैबिट,,,ये एक महीन किस बारे में बात कर रही थी तुम,,

वहीं काजल AS से नज़र चुराते हुए,,वो…वो….हम

तभी पीछे से हरजीत जी और अनंत जी की आवाज़ आई।,,,वहीं उनकी आवाज़ सुन AS ने कस कर अपनी आँखें मिच ली क्योंकि उसके लिए काजल की मन की बात जनना बहुत ज़रूरी था।

क्योंकि उसके दिमाग़ में काजल को लेकर बहुत से सवाल चल रहे थे। तभी हरजीत जी काजल के पास आई,,और टिफ़िन काजल के पास रखते हुए,,बोली देख मेरा बेटू मैं तेरे लिए,,,special mix veg खिचड़ी लाई हूँ। जो तुझे बहुत पसंद है

तभी काजल AS को इग्नोर कर,,बोली मोम मुझे वाशरूम फ्रेश होने जाना है। उसकी बात सुन हरजीत जी ने हाँ में सिर हिला दिया।और काजल की तरफ़ हाथ बढ़ाने लगी ,,पर तभी AS ने अपना हाथ आगे की और बढ़ा दिया।

वहीं जब काजल ने AS को हाथ आगे बढ़ाते देखा तो,,उसने पूरी तरह से इग्नोर कर हरजीत जी का हाथ थाम लिया। काजल के ऐसा करते ही,,,AS को ग़ुस्सा तो बहुत आया पर उसने भी ,,,,जिद से आगे आकर हरजीत जी के बग़ल से होकर काजल को अपनी गोद में उठा लिया।

AS के ऐसे करते ही काजल की आँखें बडी हो गई और वो AS के चेहरे की तरफ़ देखने लगी। वहीं AS उसकी तरफ़ देख बेहद धीमी आवाज़ बोला,,____””पहले मुहब्बत एक तरफ़ा थी। तब दुरिया बनाती तो नहीं चुभती,,,अब मुहब्बत दोनों तरफ़ की है।और अब दूर तो तुम जाने से रही,, अब ये ख़याल अपने दिमाग़ में भूल से भी मत ले आना,,

वहीं जब AS ने काजल को गोद में उठा बातें करता देखा,,तो हरजीत जी के चेहरे पर दबी सी हँसी खिल गई। और वो उन दोनों से बोली अब सारी बातें अभी ख़त्म करोगे? अभी सारा दिन पढ़ा है।

हरजीत जी की बात सुन AS बिना पल गवाए काजल को वाशरूम में ले गया। वाशरूम में अकार AS ने काजल को आराम से बाथरूम की स्लैप पर बैठा दिया,,वहीं काजल को बैठते ही AS ने धीरे से काजल के हॉस्पिटल गाउन को निकालने के लिए बटन खोलने शुरू किए काजल ने AS का हाथ पकड़ बोली___”” मैं ख़ुद कर लूँगी,,तभी AS ने उसका हाथ झटका,,,और फिर से उसके हॉस्पिटल गाउन के बटन खोलने लगा,,

तभी काजल ने AS का हाथ झटके से पीछे करते हुए AS की और उँगली पॉइंट कर बोली,,,,आपको समझ नहीं आता कि मुझे आपसे कुछ नहीं करवाना तो क्यों मुझे बेमतलब यहाँ वहाँ टच कर रहे है।

और ये क्या हरकत है। मेरे मम्मी पापा के सामने मुझे ऐसे गोद में उठाने की हिम्मत कैसे हुई। आप ख़ुद को समझते क्या है।

वहीं AS काजल की बिना किसी एक्सप्रेशन से सुन रहा था। पर उसने काजल को एक शब्द भी पलट कर जवाब नहीं दिया था,,,पर अब जो काजल ने कहा,,उससे AS का चेहरा डार्क हो गया,,,

और काजल अपनी बात आगे जारी रखते हुए,,बोली ___””सर्वेंट हूँ। आपकी बीवी नहीं हूँ,,,और आपकी शादी होने व………

इससे आगे वो कुछ बोलती AS ने पिछे से उसके बलों को पकड़ते हुए दांत पीस कर बोला ,,,,””उतना ही बोलो “”little rebbit””जितना बर्दाश्त कर सकु,,और तुमसे मुहब्बत हो गई,,does not mean,,you I’ll be crossing your limits,,,और बीवी ही हो सर्वे…..

इतनी बात उसके मुँह में ही रह गई की काजल आगे से बोली मैं सर्वेंट ही हूँ। और आपकी शादी अभी भी,,मिकी से ही होगी,,

काजल की बात सुन एक पल के लिए फ्रिज हो गया। पर अगलें ही पल AS ग़ुस्से से काँपते हुए बोले मेरी शादी हो चुकी है। और वो भी तुमसे…..

तभी काजल एक्सप्रेशन लेस होकर बोली मैं इस शादी को नहीं मानती,,उसने अभी इतना ही कहा था,,के वहाँ पर काँच टूटने की आवाज़ आई,,

AS ने अपना हाथ जोर से वहाँ लगी दीवार पर दे मारा,,और इस वक़्त उसकी आँखें हद से ज़्यादा लाल थी।

AS का हाथ पूरी तरह से खून से सन चुका था। AS का हाथ देख काजल का दिल धक सा रह गया। वहीं काँच टूटने की आवाज़ बाहर तक आई थी।

जिसे हरजीत जी और अनंत जी दोनों ने सुना था। हरजीत जी जल्दी से बाथरूम की ओर भागी और अनंत जी भी उनके पीछे आए,,हरजीत जी दरवाज़ा नोक करती हुई बोली सब ठीक तो है ना बेटा उन्होंने काफ़ी बार दरवाज़ा नोक किया,,पर अंदर से कोई आवाज़ नहीं आई,,

और हसबैंड वाइफ के बीच वो इस तरह और इंटरफ़ियर करना उन्हें ठीक नहीं लगा,,तो वो बाहर की और चले गए।

वहीं अंदर AS ने काजल की टाँगों को अपनी कमर पर लपेट दीवार से लगा कर,,,उसे बिना वार्निंग दिया ही,,उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उसे शिद्दत से चूमने लगा,,,AS इस वक़्त बहुत ज़ादा वाइल्ड था,,की काजल को अपने लिप्स पर हलका हलका दर्द महसूस हो रहा था।उसके ज़ख्मों पर भी उसे दर्द महसूस हो रहा था,,पर उसे पता था।की इस वक़्त उसके ज़ख्मों से ज़ादा दर्द AS के दिल में उठ रहा होगा,,

इस लिए अपने दर्द को बर्दाश्त करती रही,,पर उसने उफ़ तक नहीं की,,,,

वहीं AS काजल को किस किए जा रहा था। पर काजल AS को बिलकुल रिस्पांस नहीं दे रही थी। कुछ 5 minutes किस करने के बाद जब काजल ने कोई रिसॉन्स नहीं दिया,,

तो AS को अब ग़ुस्सा और बढ़ने लगा,,उसने काजल के लिप्स पर बाईट किया। तभी काजल ने सिसकी भारी और AS ने मौक़ा पाकर काजल के मुँह में अपनी tongue एंटर कर दी और उनकी किस और भी इण्टेंस हो गई। AS डीपली काजल को स्मूच कर रहा था।

कभी वो काजल के ऊपर लिप को सक करता और कभी लोअर को,,,कभी उसके दोनों होंठों को मुँह में भर दबा कर छोड़ देता,,,तक़रीबन पंद्रह मिनट बाद जब काजल को साँसे उखड़ने लगी तो काजल ने AS को पीछे धकेलने लगी पर AS उसे छोड़ ही नहीं रहा था।

तक़रीबन पाँच मिनट और बीत गए,,अब काजल की तो जैसे सांस ही रुकने वाली थी। तब जाकर AS ने काजल को छोड़ा और काजल के सिर से सिर जोड़ कर बोला____”” अब अपनी बात को दोहराओ “”little rebbit””के तुम अब भी इस शादी को नहीं मानती,,

वहीं काजल अभी भी अपनी साँसो को संभलने की कोशिश कर रही थी,,पर थोड़ी देर बाद उसने अपनी साँसो को सम्भाल कर AS की और देखा,,

AS की बात पर काजल दिल तड़प रहा था। पर उसने अपनी बात को क़ायम रहते हुए और अपनी आँखें चुराते हुई बोली ,,मैं ये शादी नहीं मानती,,उसकी हिम्मत नहीं थी AS से आँखें मिलाने की,,,

काजल की बात सुन AS का दिल जैसे धड़कना भूल गया,,उसकी आँखों में जैसे अब अंगारे उतर आए,,,उसने काजल को एक बार फिर बालों से पकड़ बोला,,और जो तुम  बात बात पर मुहब्बत का इज़हार करती थी।,,

अब काजल अपनी आँखें झुका कर बोली हम हम,,बहक…….

अभी उसने इतना ही कहा था। के AS ने उसे वही खड़ा किया,,और एक्सप्रेशन लेस होकर काजल की और कुछ पल देखा,,…….और पीछे हट कर दरवाज़े से बाहर की और चला गया। वहीं AS के जाते ही काजल ज़मीन पर घुटनों के बल बैठ ,,,फुट फुट कर रोने लगी,,,AS के सामने किसी तरह हिम्मत जुटा उसने बोल तो दिया था।पर अब वो ख़ुद पूरी तरह टूट गई थी,,अब वो बिलक बिलक कर रोने लगी,,उसके जाखम अभी भी ताज़ा थे।पर ज़ख्मों से ज़्यादा दर्द उसे दिल में हो रहा था।

                                       

                                      तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी

                                       तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी

                                     कभी दिल किसी से लगाकर तो देखो

                                         तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी

                                     कभी दिल किसी से लगाकर तो देखो

                                  

                                      

वहीं AS हॉस्पिटल से बाहर निकल अपनी गाड़ी में बैठ वहाँ से,,निकल गया,,बाहर मुंबई का मौसम भी आज बहुत ख़राब था,,तेज़ी से बारिश हो रही थी। वहीं AS पूरी स्पीड से अपनी गाड़ी बडी तेज़ी से चला रहा था। बाहर के तूफ़ान से ज़्यादा तूफ़ान AS के अंदर चल रहा था। उसकी कानो में काजल की बातें चल रही,,,हम इस शादी को नहीं मानते,,उस बात को याद कर AS का दिल बुरी तरह से तड़प रहा था। जो उसकी आँखें बयान कर रही थी।

                                              तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी

                                               तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी

                                            कभी दिल किसी से लगाकर तो देखो

                                                  तुम्हारे ख़यालों की दुनिया यही है

                                               ज़रा मेरी बाहों में आकर तो देखो

                                               

                                               

वहीं आज की हुई बात को याद कर,,AS को तब की बात याद आई,,हम आपसे बहुत मुहब्बत करते है। हम वादा करते है। हम आपको छोड़ कहीं नहीं जाएगे,,इतना याद कर AS ज़ोर से चिल्लाते हुए,,झूट झूट सब झूट बोल रही हो तुम,की तुम इस शादी को नहीं मानती,,अरे आँखों में तुमसे देखा नहीं गया,,

,,,इतना कह उसने ज़ोर से गाड़ी की ब्रेक लगाई सामने ही से वाइन शोप से अल्कोहल की बोतल ले कर गाड़ी में आकर बैठ गया,,

                                             देख के मुझे क्यूँ तुम देखते नहीं

                                           यारा ऐसी बेरुखी हाँ सही तो नहीं

                                          रात दिन जिसे माँगा था दुआओं में

                                          देखो गौर से कहीं मैं वही तो नहीं

                                             मैं वो रंग हूँ जो चढ़ के कभी छूटे ना

                                    मैं वो रंग हूँ जो चढ़ के कभी छूटे ना दामन से

                                              

वहीं हॉस्पिटल से AS के जाते ही,,हरजीत जी ने जब AS को बाहर जाते देखा तो,,वो जल्दी से अंदर आकर बाथरूम की और बढ़ गई। जैसे ही उन्होंने अंदर का नज़ारा देखा उनकी आँखें बड़ी हो गई। क्योंकि अंदर सारा काँच बिखरा हुआ था। और काजल एक साइड पर बैठी थी।वहीं हरजीत जी को AS की हालत देख अंदाज़ा तो हो गया था। की कुछ ना कुछ तो हुआ है। वो काजल के पास आई,,और उस बाहर लेजाकर,,बेड पर बैठाया पर उन्होंने काजल से कोई सवाल जवाब नहीं किया,,क्योंकि काजल की हालत भी बहुत ख़राब थी। तभी हरजीत जी उसके सिर पर हाथ फेरते हुए,,,बोली बेटा कुछ खा के दवाई……अभी वो बोल ही रही थी। काजल अपनी आँखों में नामी लिए उनके गले लग फुट फुट कर रोने लगी। और मन में बोली ____हमे माफ़ कर दीजिए डेविल,,,पर सारी उमर का दर्द से आपको कुछ पल दर्द होगा,,

                                 तुम्हें प्यार से प्यार होने लगेगा

                                  तुम्हें प्यार से प्यार होने लगेगा

                                मेरे साथ शामें बिता कर तो देखो

                                 तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी

                                मोहब्बत की राह में आकर तो देखो (आ)

वहीं हरजीत जी ने उसे खाना खिलाने की कोशिश की पर काजल ने कुछ नहीं खाया,,उनका सारा ध्यान दरवाज़े की और था। और हरजीत जी भी जानती थी,, कि काजल AS की रह देख रही है। अनन्या और दादी आई,,तो काजल ने उनके पीछे की और देखा,,वहीं अनन्या समझ गई थी। की काजल AS को देख रही है। पर AS को ना आता देख वो फिर से मायूस हो गई।

                                     तेरे लिए मैं जियूँ

                                      तुझ पे ही मैं जान दूँ

                         दिल की कहूँ दिल की सुनूँ इश्क़ है दिल्लगी नहीं

                      तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी (दिल्लगी दिल्लगी नहीं)

वहीं सुबह से शाम हो गई थी,,पर AS अभी तक वापिस नहीं आया था। और काजल ने भी कुछ नहीं खाया था।अनन्या भी काफ़ी बार उसे काल कर चुकी थी,,वैसे तो वो AS से नाराज़ थी पर,,काजल के लिए वो AS से बात करना चाहती थी। वहीं काजल तो सुबह से एक टक बस दरवाज़े पर निगाह लगा कर बैठी थी। जब भी दरवाज़े पर कोई आहट् होती बड़ी उम्मीद से दरवाज़े की और देखती,,पर कभी डॉ तो कभी नर्स,,जिस वजह से ना चाहते हुए भी उसकी आँखों में पानी बह जाता,,

                                       तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी (ओ ओ ओ ओ)

                                         मोहब्बत की राह में आकर तो देखो

                                         मोहब्बत की राह में आकर तो देखो

                                       

                                      

वहीं AS जो ड्रिंक करते हुए ड्राइव कर रहा था। और वो हद से ज़ादा नशे में था। वो ख़ुद से बोला सा* पहली बार किसी से मुहब्बत हुई,,और उसके साथ ज़िंदगी बिताने की सोचने लगा,,और अब उसे मुझसे मुहब्बत नहीं,,thats not fare little rabbit,, पता तो मुझे अभी भी है। सब कुछ पर तुम मुझ पर भरोसा करके तो देखती……

तभी AS ने एक और अल्कोहल की बोतल निकाली और निकालते निकालते वो बोतल गाड़ी में नीचे जा गिरी,,तभी AS ने नीचे झुक बोतल उठाई,,और तभी सामने से अचानक से ट्रक आ गया,,

अगले ही पल वहाँ टकर की ज़ोरदार आवाज़ गूंज गई………….

to be continue……………

guys aaj ka song special husband ke liye dala hai,,,unhone AS ki halat ko dekh gaana sugest kiya tha so maine daal diya,,,aur please guys meri dusri story ko bhi pyaar do and bohat jald hot and entance romance dekhne ko milne wala hai mujhe to abhi se goose baumps ho rhe hai,,,par wo padhne ke liye please dobaara keh rahi hu channel join kar lo nahi to miss ho jayega,,,,,,,

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city hospital,,

काजल बेड पर लेटी थी,,और उसकी नज़रे दरवाज़े की और टिकी हुई,,थी। उसकी आँखे बस AS को ढूँड़ रही थी। वहाँ अनन्या दादी,,हरजीत जी और अनंत जी सब थे। पर रवि और मिकी वहाँ नहीं थी ,,सब काजल को देख बहुत परेशान हो गए थे । पर काजल का ध्यान तो AS में अटका हुआ था,,

सभी उसे खाने का पूछ रहे थे। उसकी मिन्नतें कर कर के थक गए थे। ऊपर से उसे दवाई देनी थी,,पर काजल ने सुबह से एक घुट पानी तक नहीं पिया था,,,

पर पता नहीं क्यों उसका मन हद से ज़्यादा बेचैन हो रहा था। और बढ़ते पल के साथ बेचनी और भी बढ़ती जा रही थी।

वहीं दूसरी तरफ़,,

वहीं AS जो ड्रिंक करते हुए ड्राइव कर रहा था। और वो हद से ज़्यादा नशे में था। वो ख़ुद से बोला सा* पहली बार किसी से मुहब्बत हुई,,और उसके साथ ज़िंदगी बिताने की सोचने लगा,,और अब उसे मुझसे मुहब्बत नहीं,,thats not fare little rabbit,, पता तो मुझे अभी भी है सब कुछ ,,,पर तुम मुझ पर भरोसा करके तो देखती……

तभी AS ने एक और अल्कोहल की बोतल निकाली और निकालते निकालते वो बोतल गाड़ी में नीचे जा गिरी,,तभी AS ने नीचे झुक बोतल उठाई,,और तभी सामने से अचानक से ट्रक आ गया,,

अगले ही पल वहाँ टकर की ज़ोरदार आवाज़ गूंज गई………….

वहीं ट्रक की टक्कर AS की पीछे से आती हुई गाड़ी से हुई थी। वहीं AS ने तो अपनी कार का स्टेयरिंग घुमा दिया था। जो पीछे  से कार आ रही थी,,उसके ऊपर तो ट्रक पूरी तरह चढ़ गया था। और उस कार में जो शख़्स था। उसकी मौक़े पर ही मौत हो गई थी।

क्योंकि ट्रैक ने उस कार को पूरी तरह से कुचल दिया था। वहीं AS की कार अनबेलेंस हो कर सड़क से नीचे उतर गई अब तक AS ने पूरी जान से ब्रेक दबा दी थी । AS की रफ़्तार तो कम हो गई पर मिट्टी में उतर जाने से कार राकी नहीं और पेड़ से जा टकराई । AS की कार कुछ दूरी पर जा कर टकराई जहाँ से उसे ट्रक दिखाई नहीं दे रहा था । इस हादसे में AS को चोट तो नहीं लगी पर लेकिन कार का बोनेट जरूर टूट गया ,,,इस वक्त वो दो बार मुसीबत से बचा था।

अगर गलती से भी उसकी ट्रक से टक्कर हो जाती तो,,,उसका वहीं हाल होता जो हाल पीछे आ रही गाडी का हुआ और दूसरा अगर वो वक़्त पर ब्रेक न लगता तो उसकी पेड़ के साथ भी गंभीर टक्कर हो सकती थी 

AS का इतने बड़े हादसो से बचना ,,,,ये किसी करिश्मा से कम नहीं था।AS बच तो गया,, पर ज़्यादा नशे में होने की वजह से AS कार में ही सो गया,,उसे पीछे हुए एक्स्कडेंट की भी भनक नहीं थी,,,

city hospital,,

रात के बारह बज़ गए थे। पर काजल की आँखों से नींद कोसो दूर थी,,वो अभी भी उम्मीद लगा कर बेठी थी की AS आयेगा,,,वहीं हरजीत जी सोफा पर लेटी थी। वो दूर से काजल को देख रही थी,,पर काजल तो अभी भी दरवाज़े की ओर देख रही थी।ऐसे ही सारी रात बीत गई,,

अगली सुबह,,

highway पर,,

AS की जब आँख खुली तो उसने ख़ुद को देखा जो की गाड़ी में ही सो गया था। पर उसे रात की कोई बात याद नहीं थी। उसे रात का एक्सीडेंट तक याद नहीं था,,,

पर अगले ही पल उसे काजल की बातें याद आने लगी,,और अगले ही पल उसका चेहरा ग़ुस्से से काँपने लगा,,पर फिर उसके दिमाग़ कुछ ऐसी बात आई जिससे उसके चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई।

वो ख़ुद से बोला,,पहले तुम मुहोब्बत को निभाना चाहती थी,,और में भाग रहा था। पर अब मुझे मुहोब्बत हुई,,तो तुम भाग रही हो,,

भागो भागो मिसेज़ शेखावत मैं भी देखता हूँ। तुम कहा तक भागती हो,,,

पर आना तुम्हें वापिस मेरे पास ही होगा “”मिसेज़ शेखावत,, इतना कहते हुए उसके चेहरे पर एक अलग ही चमक थी।

पर अगले ही पल उसके चेहरा डार्क हो गया,,और वो ख़ुद से बोला,,दुश्मनों ने तो अपनी चाल चल दी””now it’s my turn “”

इतना कह उसके चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई। और अगले ही पल उसने अपनी पॉकेट से फ़ोन निकला और आमिर को फ़ोन लगा कर अपनी दूसरी गाड़ी मँगवाई। कुछ देर बाद वहाँ पर आमिर गाड़ी लेकर आता है ,,AS गाड़ी बदली और वहाँ से चला गया,,

पर अब वहाँ साइड पर कुछ police वाले खड़े थे। पर वो गाड़िया वहाँ नहीं थी। उन्होंने AS को गडी में सोते देख लिया था,,पर उनकी हिम्मत नहीं थी,,की AS से कुछ पुछ ले क्योंकि वो AS को बहुत अच्छी तरह जानते थे ।

तीन दिन बाद…….

city hospital,,,

आज तीन दिन हो गए थे। पर AS उस दिन से hospital नहीं आया था। वहीं काजल का मुंह पूरी तरह से मुरझाया हुआ था । वो ना तो ठीक से खा रही थी। और ना ही पी रही थी।

अनन्या और हरजीत जी उसे ज़बरदस्ती खाना खिला रही थी। वहीं AS को भी इस चीज की पूरी भनक थी।की काजल कुछ सही से खा पी नहीं रही।

पर उसके दिमाग़ में अब बहुत कुछ चल रहा था। आज उसने आमिर को हॉस्पिटल काजल को डिस्चार्ज दिलाने भेजा था। जब की डॉ ने काजल को दो हफ़्ते वहीं रहने को कहा था। पर AS तो ठहरा जिद्दी उसने ज़बरदस्ती काजल को डिस्चार्ज दिलवा कर घर पर शिफ़्ट करवा लिया था।और सारी हॉस्पिटल फ़ेसिल्टी भी,,ताकि काजल को घर पर कोई दिक़्कत न हो,,

इस बार काजल शेखावत पैलेस में शिफ़्ट हुई थी। और हरजीत जी भी उनका ख्याल रखने के लिए कुछ दिनों के लिए शेखावत पैलेस आ गई थी।

सभी अभी दरवाज़े पर आकर खड़े हुए थे। के तभी अनन्या ने काजल को रोक कर कहा,,,रुको काजल अभी ग्रह परवेश की रसम बाक़ी है।

इतना कह अन्नया अंदर जाकर चावल से भरा हुआ कलश और आलते की थाल लेकर आई,,

और कलश दरवाज़े की डियोडी पर रख और आगे आलते की थाल रख बोली,,चलो आगे बढ़ कलश अपने पैर से गिराओ और आलते की थाल में पैर रख अंदर आओ,,वहीं अनन्या की बात सुन काजल ने हाँ में सर हिला कर अपना दाहिना पैर आगे बढ़ाया ही था…..

के तभी पीछे से AS की आवाज़ सबके कानो में पढ़ी,,,रुकिये दी,,AS की आवाज़ सुन काजल के कदम वहीं रुक गए,,और सब ने AS की तरफ़ देखा,,जो अब काजल की और बढ़ रहा था।

वहीं AS को अपनी तरफ़ बढ़ता देख,,काजल की साँसो ने गहरा होना शुरू कर दिया था। काजल का दिल धक धक करने लगा,,उसकी दिल की धड़कनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया।

पर उसकी हिम्मत AS की आँखों में देखने की नहीं थी। तभी AS काजल के पास आकर खड़ा हुआ। और काजल की चेहरे की और देखते हुए बोला___”” दी ग्रह परवेश घर की बहू का किया जाता,,और मेरी शादी तो मिकी से होने वाली है न…… 

वहीं AS की बात सुन काजल की आँखे बढ़ी हो गई,,

to be continue…………

Sorry guy’s chepter thoda chota tha,,but kal se bada ayega and guys AS aur kajal ki bold romance night dekhne ke liye channel ko follow karlo,,because containt jada bold hone waala hai jo isi hafte ayega poket par nahi ane wala to is liye keh rahi hu channel join kar lo 

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सिसकिय सुननी है।

Shekhawat palace,,,

आप इस वक्त सभी दरवाज़े पर खड़े थे,,और AS काजल के बिल्कुल क़रीब खड़ा था। वहीं हरजीत जी भी काजल के बगल में खड़ी थी। इस वक्त वहाँ पर हर कोई मौजूद था। यहाँ तक के रवि और मिकी भी आ चुके थे।

और AS ने जो कहा था। उसे सुन मिकी के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई थी। क्युकी यहाँ उसे बिना कुछ किए AS मिल रहा था। अभी तो वो बहुत कुछ करने का सोच रही थी। वहीं AS की बात सुन काजल की आँखे बढ़ी हो गई थी। वो अपनी जगह पर फ्रिज हो गई थी।

वहीं AS जिस ने अभी अभी मिकी से शादी की बात का कही थी । जिससे वहाँ सभी उसे हैरानी से देख रहे थे।तभी अनन्या काजल के आगे आकर बोली ये क्या बकवास है। छोटे,,काजल पत्नी है तुम्हारी।

तभी आगे से AS ___””दी आप ये मुझे कह रही है। अरे उससे तो पूछ लीजिए क्या वो मुझे अपना पति मानती है।””

उसने तो मुझे साफ़ कह दिया की वो इस शादी को नहीं मानती,,और अगर वो शादी को नहीं मानती तो मैं क्यों उसके साथ ज़बरदस्ती करूँ,,AS की बात सुन एक पल के लिए अनन्या हैरान रह गई,,,और अगले ही पल काजल की तरफ़ घूमी ,,,,ये क्या है काजल ?  क्या छोटे सच कह रहें हैं?

अनन्या की बात सुन काजल ने अपनी नज़रे झुका ली,,और अनन्या उसके नज़रे झुकाते ही समझ गई। की AS सच कह रहा है। वहीं हरजीत जी बड़ी शांति से ये सब देख रही,,उनकी आँखे बिल्कुल स्थिर थी। ना कोई डर ना कोई परेशानी,,,शायद वो जानती थी। की ये सब क्यों हो रहा है ।

तभी अनन्या कुछ बोलने को हुई,,तो हरजीत जी ने उसे हाथ पकड़ रोक लिया और बोली नहीं अनन्या बेटा,,अगर मेरी बची इस रिश्ते को नहीं मानती ,,,,तो कोई उसके साथ जबरदस्ती नहीं करेगा ।

इतना कह हरजीत जी ने अनन्या को कुछ इशारा किया। जिससे अनन्या को कुछ समझ तो नहीं आया,,पर समझ गई,,की कोई बात है ,,,इस लिए उसने कुछ ज़्यादा ना बोलते हुए सर्वेंट को बुला ग्रह प्रवेश का समान उठवाया और सब को अंदर आने को बोल दिया।

जब सभी अंदर आ रहे थे। तो काजल दरवाजे पर खड़ी हो गई। और काजल के ऐसा करते ही सब ने पलट कर उसकी ओर देखा। वहीं काजल हरजीत जी की ओर देख कर बोली,,

माँ घर चले,क्युकी ये घर हमारा अपना घर नहीं है ।,,उसकी बात सुन हरजीत जी हेरान रह गई। वहीं काजल की बात सुन AS ने मुट्ठियाँ भींच ली,,और हरजीत जी को तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था,,की वो क्या कहे।

तभी AS बोला अरे मिसेज़ शेखावत अभी हमारा डाइवोर्स नहीं हुआ। आपने पेपर साइन नहीं किए,,divorce की बात सुन काजल के दिल से हूक उठ रही थी। पर वो करती भी क्या उसने ये सिचुएशन ख़ुद ही बनाई थी। और ऊपर से वो फ़ॉलबैक भी नहीं करना चाहती थी।

AS की बात सुन काजल कुछ बोलने को हुई,,पर इससे पहले काजल कुछ बोलती 

AS अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,वो क्या है,,ना मिसेज़ शेखावत जब तक शादी नहीं हो जाती मैं तब तक आपको तलक नहीं दूँगा,,,और शादी के बाद आप यहाँ से जा सकती है। मिस शर्मा बन कर तब तक तो आप मिसेज़ शेखावत ही है ।

AS की बाते काजल को किसी तीर की तरह दिल में चुभ रही थी। पर उसने कुछ नहीं कहा। वहीं हरजीत जी ने अब चैन की सांस ली,,क्योंकि उन्हें कुछ बोलना नहीं पढ़ा,,

अब अनन्या बीच में बोली,,अब बस बहुत हो गया। बहुत तमाशा कर लिया तुम लोगो ने अब जाओ जाकर आराम करो,,अनन्या की बात सुन AS ने हाँ में सिर हिलाया और अपने रूम की तरफ़ जाने लगा तो उसने पलट कर काजल की और देखा,,

वहीं काजल जो AS को ही देख रही थी,,जब AS ने उसे पलट कर देखा,,तो वो अपनी नज़रे चुराने लगी।AS को उसकी इस हरकत पर हसी तो आई पर उसने कुछ रियेक्ट नहीं किया।

फिर अगले ही पल वो काजल की ओर बढ़ गया। उसे अपनी और आता देख काजल की साँसो ने शोर मचाना शुरू कर दिया। और उसने कस कर अपनी आँखे मींच ली,,,वहीं AS ने जब उसका चाहरा देखा। तो उसके चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई। पर वो काजल के पास आ बिना उससे कुछ कहे पिछे खड़ी मिकी के पास गया।

मिकी से बोला यार मिकी मुझे भूख लगी है ।क्या तुम मेरे लिए बनाना शेक बना दोगी,,AS की आवाज़ सुन काजल ने अपनी आँखे खोलीl 

AS को ऐसे मिकी से बात करता देख काजल की जैसे आज पहली बार उसे जलन सी महसूस हो रही थी ।,,और उसके हाथ गुस्से से अपनी सलवार पर कसते जा रहे थे ।

वहीं हरजीत जी भी काजल के हाव भाव देख रही थी।और उनके दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था ।तभी वो काजल के पास आकर बोली चले बेटा रूम में,,

काजल कुछ बोल तो सकती नहीं थी। बस उसने हा में सिर हिला दिया। और हरजीत जी उसे सामने वाले रूम में ले जाने लगी जो सर्वेंट ने ही उसे बताया था।

हरजीत जी ने काजल को ले जाते हुए,,AS की ओर देखा तो  ने  धीरे अपनी पलके झपका दी,,और AS के चेहरे पर भी एक गहरी मुस्कान आ गई ।

सभी अपने अपने रूम में चले गए। और मिकी अब किचन की ओर जाने लगी तो AS उसे रोकते हुए बोला,,, रहने दो तुम अपने आप कोई सर्वेंट बना देगी। AS की बात सुन मिकी हैरान रह गई। वो कुछ कहने को हुई पर AS तब तक तेज कदमों से वहाँ से निकल गया,,

रात के आठ बजे,,,,

काजल और हरजीत जी का कमरा,,

हरजीत जी काजल के पैरों की मालिश कर रही थी,,और एक नर्स ने काजल की ड्रेसिंग करने की कोशिश की तो काजल ने उसे साफ़ शब्दों में माना कर दिया,,वहीं हरजीत जी ने भी उसे बहुत बार समझाया पर वो समझने को तैयार ही नहीं थी ।।

आज तो जैसे गुस्सा उसकी नाक पर सवार था। वो हर किसी को गुस्से पर गुस्सा किए जा रही थी। यहाँ तक की सेवेंट तक को उसने नहीं छोड़ा,,,

हरजीत जी मन में बोली अभी तो शुरुआत है,,,,बेटा तुम तो अभी से तुम ऐसा करने लगी। लगता है,,तुम ऐसे नहीं मानोगी,,,इतना सोचते हुए वो उठी और बोली 

हम पानी लेकर अभी आते हैं,,,इतना कह वो जग उठा बाहर की ओर चली गई ।

काजल रूम में अभी भी गुस्से से नाक फुलाए बैठी थी। उसे हद से ज़्यादा गुस्सा आ रहा था। उसे AS का मिकी से यू बात करना अच्छा नहीं लगा,,उसे बार बार वही बात याद आ रही थी। जब AS ने मिकी को बनाना शेक बनाने को कहा था,,

वो इतनी फ्रस्ट्रेट थी। की ख़ुद ही AS की नक़ल करते हुए बोली ___””मिकी मुझे न बड़ी भूख लगी है,,शेक बना दो बाला ब्ला ब्ला,,,,

इतना कह उसने बेड से तकिया उठा नीचे ज़मीन पर पटक दिया।

AS का रूम ,,,

वहीं AS जो की कैमरा से उसे देख रहा था। वो जोर जोर से हसने लगा,,,

वो ख़ुद से बोला अभी तो शुरुआत है।””little rebbit “” अभी तो तुम मेरी शादी मिकी से करवाने वाली थी। पर कोई नहीं,,,,अरुण सिंह शेखावत ,,तुम्हारी लिए शादी के मंडप तक भी पहंचेगा …..

पर उससे पहले आज रात थोड़ी तुम्हारी मदहोशी भरी सिसकिया सुननी है। इतना कह उसके चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई । ये सब कहते हुए वो अपने कमरे से बाहर निकल गया।

काजल का रूम,,,

काजल अभी भी AS की नकल उतार रही थी के तभी उसके रूम की लाइट चली गई। वहीं काजल को अंधेरे से डर लगता था। उसे बचपन से ही अंधेरे से डर लगता था। उसे बचपन से नेक्टोफ़ोबिया था। तभी वो अपनी जगह से उठी और धीरे धीरे आगे कदम बढ़ते हुए बोली,,,

माँ आप कहा हो,,डर से अब उसके माथे पर पसीने की बूंदे उभर आई। वो आगे दरवाज़े की ओर बढ़ ही रही थी।की तभी उसे अपने पेट पर किसी का हाथ फील हुआ। हाथ को फील करते,,काजल की जान हलक में अटक गई,,उसका दिल तो जैसे धड़कन ही भूल गया……..

to be continue……….

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