09

Chepter 29,30,31,32

तकरार,,मिसिंग काजल!!!

इस वक़्त अनन्या AS के सामने खड़ी थी,,और वो दोनों इस वक़्त रेस्ट रूम में थे। अनन्या ने हरजीत जी के सामने AS को कुछ नहीं कहा क्योंकि पिछले दिनों जो भी हुआ। वो उसका जिक्र हरजीत और अनन्त जी के सामने नहीं करना चाहती थी।

क्योंकि वो जानती थी। इससे हालत और ख़राब हो जाएँगे इस लिए,,,उसने AS से कहा उसे उससे अकेले में कुछ बात करनी है। जिससे AS अनन्या को रेस्टरूम में ले आया था।।

तक़रीबन पंद्र मिनट की चुप्पी के बाद अनन्या बोली____”” क्या वो औरत जो कह रही थी। वो सच है।,,वो लड़की तुम्हारी वाइफ है। और तुमने उससे ज़बरदस्ती शादी की है .,,,?””

हरजीत जी ने अनन्या को ये तक बता दिया था। AS ने काजल से ज़बरदस्ती शादी की थी। वहीं अनन्य को तो यक़ीन ही नहीं हो रहा था। की AS ऐसा कुछ कर सकता है।

अनन्या ने फिर से अपनी बात दोहराते हुए कहा ___””हम आपसे कुछ पूछ रहे हैं,,,छोटे?””आपको सुना नहीं?

अनन्या कि बात पर AS ने अब सिर झुका लिया,,,उसके सिर झुकने से अनन्या समझ तो गई थी। कि हरजीत जी सही कह रहीं थीं।

पर फिर भी अनन्या AS के मुँह से उसकी बात सुनना चाहती थी। इसी लिए वो AS के क़रीब हुई,,,और उसके कंधों पर हाथ रख झकझोरते हुए,,,हमे अपके मुँह से ये बात सुनानी हैं।क्या वो औरत सच कह रही थी। आप कुछ बोलते क्यों नहीं छोटे ?

इतना कहते हुए अनन्या की आवाज़ में दर्द और एक कंपन थी।और उसकी आँखों से बेइंतहां आँसू बह रहे थे।

तभी AS अपनी चुपी तोड़ते हुए बोला,____””,वो ठीक कह रही है,,,,दी वो मेरी…….

अभी वो बोल ही रहा था। की तभी वहाँ पर एक थप्पड़ की आवाज़ गूंजी,,,और ये थप्पड़ अनन्या ने AS को मारा था। अगले ही पल अनन्या ने उसके कालर को पकड़ झकझोरते हुए तड़प कर बोली___”” जानते हो तुमने क्या किया है। अरे वो बेचारी इतने दिनों से इतना कुछ सह रही थी।

उसके सामने तुम्हारा रोका किया,,अरे उससे देखा नहीं गया तो बेचारी बाहर चली गई। इतनी बार उसे जलील किया। उसे घर की मेड बना दिया। फिर भी वो बेचारी चुप रही।

और पता नहीं कितना दर्द उस बेचारी ने झेला होगा तुम्हारे साथ पर तुम्हें,, उस पर तरस नहीं आया,,अगर कोई मेरे साथ…..

तभी AS सर्द आवाज़ में बोला____””बस बहुत हो गया,,आपको जो कहना मुझे कहिए। पर आपके ख़िलाफ़ मैं एक शब्द नहीं सुनूंगा,,,,,।

वहीं अनन्या अगलें ही पल उसका कॉलर छोड़ धक्का दे बोली____”” क्यों? क्यों अपने पर आई तो दर्द हुआ””

अरे वो बेचारी कितने दिन से दर्द सह रही है। पर उसके मुँह से तुम्हारे ख़िलाफ़ एक शब्द नहीं निकला।

अरे किसी औरत का पति उसकी आँखों के सामने किसी और औरत के साथ बात तक करले,, औरत को अच्छा नहीं लगता।और तुम तो उसे मारने चले थे। अगर तुम्हारी शादी मिकी से हो जाती  ,,तो वो बेचारी “”तो जीते जी मार जाती।””

जो लड़की तुम्हारे लिए अपनी जान की परवाह किए बिना,,,अपनी सीने पर गोली खा गई। तुम्हें उस पर रति भर तरस नहीं आया।

अनन्या की बात सुन AS कुछ कहने को हुआ। तो अनन्या ने अपना हाथ दिखा रोकते हुए बोली,,बस बहुत हुआ। और अब से हम आपकी दी नहीं है। और हम काजल को होश आते ही हॉस्पिटल से घर लेकर जाएँगे और उसका ग्रह परवाश करवाएगे और आपको आना होगा तो आ जाना और नहीं आना तो आपकी मर्ज़ी पर अब काजल हमारे साथ रहेगी,,,

आपके साथ फार्महाउस नहीं। इतना कह अनन्य वहाँ से चली गई। वहीं AS वहीं पर खड़ा रह गया।

Shekhawat palace,,

रवि अभी भी मिकी के साथ int**te हो रहा था। वहीं मिकी बेजान से उसके आगे पढ़ी थी। और उसकी आँखों में से आँसू बहे जा रहे थे। पर रवि को इस बात से कोई फ़र्क नहीं पढ़ रहा था।

वो बस अपनी हवस शांत करने की कोशिश कर रहा था। तभी रवि का फ़ोन बजा,,और ये फ़ोन किसी और का नहीं अनन्या का था।

अनन्या का फ़ोन देख रवि बुरी तरह से चिढ़ गया। और उसने फ़्रस्टेड होते हुए। उसने फ़ोन उठाया,,पर जैसे ही उसने अनन्या का फ़ोन उठाया और उसके आगे जो हुआ।

उसके बाद उसके चेहरे पर डिविल स्माइल आ गई। और अगलें ही पल ,,वो मिकी के ऊपर से उठा और सीधा कपड़े पहने लगा।वहीं रवि को ऐसे देख मिकी भी थोड़ी हैरान हुई।

वहीं मिकी का रिएक्शन देख रवि,,डेविल स्माइल के साथ बोला___ “”धमाका देखना चाहेंगी साली साहिबा?””

उसकी बात पर मिकी के चेहरे पर सवालिया एक्सप्रेशन आ गए। पर रवि ने उसे कुछ ना बताते हुए,,जल्दी फ्रेश हो जाओ,,और ज्यादा ना नुकर की तो तुम्हारी ये वीडियो वायरल करने में मुझे ज्यादा वक़्त नहीं लगेगा।वहीं रवि की बात पर मिकी की आँखें भर आई,,और वो घिन भरी नज़रों से उसे देखने लगी।

वहीं रवि मिकी के कपड़े उठा उसके मुँह पर मारते हुए बोला ___””जल्दी करो ,,,तैयार हो जाओ आज तुम्हें एक ड्रामेटिक मूवी दिखा कर लाता हूँ।””

इतना कह ,,वो बाहर की ओर जाते हुए मन में बोला। तो फाइनली तुम मेरे लिए बच गई। अब तुम्हारी जवानी निचोड़ने का मज़ा ही कुछ और होगा।

इतना सोचते हुए उसके चाहरे पर डेविल एक्सप्रेशन थे।

city hospital,,

हरजीत जी ,,अनन्त जी,,अनन्या ,,दादी सब कॉरिडोर में खड़े थे।तभीं AS रेस्ट रूम से निकला और काजल के icu वार्ड में जाने लगा। तो अनन्या ने AS का हाथ पकड़ कहा Mr Arun,,मेरी भाभी को अभी डॉ चेक करने आए है।

तो आप ऐसे अंदर नहीं जा सकते वही अनन्या के ,मुँह से Mr Arun सुन कर AS के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए।पर तभी हरजीत जी टोंट कसते हुए,,बोली।

जब अपनी बीवी की कद्र ना करो तो ऐसा ही होता है। हरजीत जी का टोंट सुन AS ने उन्हें घूर कर देखा। पर हरजीत जी तो ठहरी खलनायक उन्होंने बड़े एटीट्यूड से अपनी बहे आपस में उलझा ली और बिना डरे AS की आँखों में देखती रही।

वहीं अनन्त जी बोले क्या करती है। हरजीत जी ,,तभी हरजीत जी बात काटते हुए बोली ,,में तो बोलूँगी। मेरी बेटी आज जिस हाल में है। वो सिर्फ़ और सिर्फ़ इस इंसान की वजह से।

हरजीत जी की बात पर अब AS ने अपनी नज़रे झुका ली,,वहीं हरजीत जी को पता नहीं क्यों AS का यूँ नज़रे झुकाना दिल में दर्द सा दे गया। वो अब आगे कुछ नहीं बोली,,

वहीं अनन्या ने तो जैसे AS से मुँह ही मोड़ लिया था।

वहीं कॉरिडोर के साइड वॉल के पीछे एक लड़की अभी मास्क लगाए खड़ी थी। जैसे कोई मौक़ा ढूँढ रही हो। किसी चीज का।

वहीं कॉरिडोर में,,

AS और बाक़ी सब हाथ बांधे खड़े थे,,,तभी डॉ बाहर आया और बोला मरीज़ को होश आ गया है। और वो किसी Mr davil का नाम पुकार रही है।

प्लीज़ पैशेंट के पास जाइए और ज्यादा देर तक भीड़ ना जमा कीजिएगा। वहीं सभी ने डॉ की बात सुने बिना ही अंदर चले गए। पर AS अभी भी वहीं खड़ा था। उसकी तो वार्ड में जाने की हिम्मत तक नहीं हो रही थी।

उसके कदम वहीं पर जम से गए थे। दिल की धड़कन तेज हो गई।

वहीं अंदर सब काजल की ओर देख रहे थे। जिसने धीरे धीरे आँखें खोली,,उसने बारी _ बारी सब पर नज़र डाली पर उसकी नज़र एक ही इंसान को ढूँढ रही थी। और वो इंसान और कोई नहीं उसके मिस्टर डेविल थे।

काजल के पास खड़ी हरजीत जी भी ये बात नोटिस कर रही थी। उसने बड़े प्यार से काजल का माथा चूमा,,और बोली जिसे तू ढूँढ रही है। वो बाहर है।

तभी अनन्या काजल के हाथ पर हाथ रख बोली,,,,,,,, कोई ज़रूरत नहीं उसे ढूँढने की उसे वो तुम्हें डिज़र्व नहीं करता……

उसकी बात पर काजल समझ गई थी,,, की सब को सचाई पता चल चुकी है।

वो अपनी धीमी आवाज़ में बोली ऐसा… ऐसा नहीं कहो दी वो बहुत अच्छे है।””

तभी अनन्या ने उसके सिर पर हाथ रख बोली,,क्या खिला दिया है उसने तुझे ऐसा,,, जो तू उसके बारे में कोई बात नहीं सुनती।

वहीं काजल अपनी धीमी अवाज में बोली कुछ नहीं दी,,,उनसे मुहब्बत थोड़ी शिद्दत वाली हो गई है।

उसकी बात पर अनन्य ने उसका माथा चूमा,,और बोली अभी आ जाएगा वो अंदर,,,वहीं आनंद जी काजल के बेचैनी अच्छी तरह समझ कर बाहर की ओर गए।

AS अभी भी वहीं खड़ा हो अंदर जाने की हिम्मत जुटा रहा था। तभी अनन्त जी उसके सामने आकर खड़े हुए। और बोले बॉस,,आप अब भी….

अभी अनन्त जी ने इतना ही कहा था। के AS बोला बेटा हूँ। मैं अब आपका,,तो अरुण कहने की आदत डाल लीजिए,,उसकी बात पर अनन्त जी की आँखें नम हो गई। क्योंकि उनका एक बेटा भी था,,,जो महज़ तेरह साल की उमर में किडनेप हो गया था। और उसके बाद उन्होंने कितना ढूंढा पर कोई पता नहीं चला।

तभी वहाँ एक नर्स आयी। और अंदर वार्ड में चली गई। वहीं बाहर खड़े अनन्त जी ने इस चीज पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।पर AS उस नर्स को ऊपर से नीचे तक देख रहा था। पर उसने हॉस्पिटल स्टाफ समझ कर कुछ नहीं कहा ,,उसे वो नर्स थोड़ी अजीब लगी। फिर उसने अपना ख़्याल झटका,,और अनन्त जी से बात करने लगा।

और वो नर्स अंदर जा कर उसने सभी को बाहर जाने को कहा,,उसने कहाँ पेशेंट का बीपी और एक इंजेक्शन देना है। तो आप सब बाहर जाए। उसकी बात पर सभी बाहर आ गए वही काजल की नज़र अब भी दरवाज़े पर थी।

जो की AS को देखना चाहती थी।

तभी उस नर्स ने काजल का बीपी चेक किया और काजल को एक इंजेक्शन दिया। उस इंजेशन से काजल उसी वक़्त बेहोश हो गई।

तभी उस नर्स ने अपने फ़ोन पर किसी को कॉल किया और बोला जल्दी से गाड़ी बाहर लाओ में अभी उसे लेकर आती हूँ।

इतना कह उसने साइड पर पढ़ी व्हीलचेयर ली और काजल को बैठा कर वार्ड में एक और डोर था। जो की दूसरे रूम से जुड़ता था। उसने वो दरवाज़ा खोल काजल को उस रूम के ज़रिए काजल को icu के दूसरे कमरे से बाहर ले गई। वहीं AS की उस तरफ़ पीठ थी तो उसने उन्हें नहीं दिया।

पर थोड़ी देर में उसका दिल बेचैन सा होने लगा जैसे कुछ छूट रहा हो।

और उसका दिल काजल को देखने के लिए झटपटने लगा। जब पंद्र से बीस मिनिट वो नर्स बाहर नहीं आई तो AS को अब कुछ गड़बड़ लगी क्योंकि आम स्टाफ़ बस चार से पाँच मिनट ही अंदर रुकता था।

अब उसने बिना पल गवाए वार्ड का दरवाज़ा खोला,,,तो उसका दिल मानो धकना बंद हो गया हो,,उसकी आँखें बढ़ी हो गई।

वहीं अंदर बेड पर कोई नहीं था। वार्ड का दूसरा दरवाज़ा खुला था। बेड ख़ाली देख AS ज़ोर से चिलाया,,,

little rebbit………………

to be continue……………

hello everybody,,,maine channel par ye update di hai par dobara kehti hu please chepter sahi se badho aur do hafte se daily back to back do chepter ayenge aur agar acha risult mila to story continue rahegi nahi to drop out ho jayegi aur AS aur kajal ki rometic night dekhne ke liye channel join kare becouse pokit par bohat restrictions hai to itna jada bold nahi de paungi aur stick paid hoga to waha bhi nahi dungi isi liye free chepter channel par ayega,,,

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

WhatsApp Group👆👆👆👆



ढूँढो उसे नहीं तो,,पूरा हॉस्पिटल श्मशान बना दूँगा!!!

AS जो की I C U में खड़ा था। उसके सामने वाला बेड ख़ाली थी। जिस पर कुछ देर पहले काजल लेटी हुई थी। बेड ख़ाली देख AS का दिल तड़प उठा था। वो चिल्लाते हुए,,बोला”” लिटिल रैबिट………..

एक कार मुंबई की सडको पर भाग रही थी,,उस गाड़ी में ड्राइविंग सीट पर सुरभी बैठी थी और साथ वाली सीट पर रघु बैठा हुआ था। जो की उसका क्राइम पार्टनर था।वहीं पीछे की सीट पर काजल बेहोश पड़ी थी।और गाड़ी बड़ी स्पीड से कहीं जा रही थी।

तभी सुरभि ने अपनी पॉकेट से फ़ोन निकाला और किसी को फ़ोन किया,,और दूसरी तरफ़ से किसी औरत की आवाज़ आई।,,,””का रे लुगनिया ,,तहु तो कहित रहली ,,की रात तक के कड़क माल ले ले अवे गी,,अभी तो दिन हुई गया। अभिन तलक तोहरा माल ना पहुचिल बा,

आगे से सुरभि____ “”अरे चंदा बाई,,क्यों फिक्र करती है,,,तेरा माल बस पहुँचने वाला है। बस कुछ ही देर में तेरे कोठे पर पहुंच गई।””

वहीं चंदा ताई हस्ती हुई बोली जल्दी लॉ,,,हम भी तो ऊ कोहिनूर देखे,,जेकन तने भा लिया।

इतना कह उसने फ़ोन काट दिया। और सुरभि के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई। और मन में बोली,,,,,,,आप सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरे हैं,,,मिस्टर कपूर,,,,कोई आपको मुझसे छिन नहीं सकता,,कोई भी नहीं इतना कहते हुए उसकी नज़र पीछे सीट पर लेटी काजल पर गई।

वहीं city hospital में,,,

AS ने पूरा हॉस्पिटल सिर पर उठा लिया था। पर काजल हॉस्पिटल में मिल ही नहीं रही,,,,AS बोला अगर मेरी लिटिल रेबिट को कुछ हुआ तो मैं पूरा हॉस्पिटल शमशान में बदल दूँगा,,,

वहीं हरजीत जी तो AS को ही देखें जा रही थी। जब से काजल लापता हुई थी। AS एक पल के लिए चैन से नहीं बैठा था। उसने शहर के सारे रास्ते और इवन हॉस्पिटल तक ब्लॉक कर दिया था। पर सुरभि काजल को पहले ही लेकर निकल चुकी थी। AS की तड़प उसकी आँखों में आज साफ़ झलक रही थी। AS की काजल के लिए तड़प देख हरजीत जी को ना जाने क्यों एक अलग ही सकूँ मिल रहा था।

हरजीत जी काजल की माँ होकर भी वो धीरज से काम ले रही थी। पर AS उस पर तो जैसे आज साक्षात यमराज सवार थी।वहाँ पर खड़ा सारा स्टाफ़ थर थर काँप रहा था। वहीं अनन्या को भी AS का काजल की चिंता करता देख उन्हें भी बहुत अच्छा लग रहा था।

वहीं AS अब उसका ग़ुस्सा हद से ज़्यादा बढ़ते जा रहा था।क्योंकि पिछले एक घंटे से काजल को ढूँढा जा रहा था। अब AS का दिमाग़ ख़राब होने लगा था।

अब AS ने ICU वार्ड में तोड़ फोड़ मचानी शुरू कर दी थी। वहीं हरजीत जी AS का ग़ुस्सा देख हैरान थी। पर वो फिर भी AS से डरी नहीं,,,और अनन्या भी AS के ग़ुस्से से वाक़िफ़ थी।पर आज वो AS को शांत करने आगे नहीं आई।

AS अब वहाँ से काँच का टेबल उठा कर पटकने ही वाला था।के तभी हरजीत जी आगे आई। और AS कंधे पर हाथ रख कर बोली ____””इसे नीचे रखो,,हरजीत जी की बात सुन AS ने एक पल अपनी गर्दन पीछे घुमा कर हरजीत जी को देखा,,, और टेबल बड़े आराम से नीचे रखा दिया।

और अब वो पूरी तरह से हरजीत जी की और पलटा,,वहीं हरजीत जी बोली ऐसे चीजे पटकने से या इतना ग़ुस्सा करने से काजल मिल नहीं जाएगी,,वहीं AS बिना किसी एक्सप्रेशन के उन्हें देख रहा था। उसकी आँखें हद से ज़ायदा लाल थी। वहाँ खड़े हर शख़्स की जान मुट्ठी में आई हुई थी। क्योंकि हॉस्पिटल को चारों तरफ़ से घेरा गया था। हर तरफ़ AS के बॉडीगार्ड थे।जिन्होंने हॉपिटल का चपा छपा छान मारा था,,,

वहीं अनन्या भी ये देख हैरान थी कैसे हरजीत जी के कहने पर AS ने एक ही बार में बात मान ली। वहीं AS अभी भी हरजीत जी की ओर देख रहा था। जो की बिना डरे उसके सामने खड़ी थी।

हरजीत AS की और देख उसके गालपर प्यार से हाथ बोली ____””एक बात बताऊ तुम्हें काजल के बारे में ,,हरजीत जी की बात सुन AS के चेहरे पर सवालिया एक्सप्रेशन आ गए।””

तो हरजीत जी बोली____ वैसे तो मेरी काजल बहुत सीधी और नादान है। पर जब उसे ग़ुस्सा आता है। तो तुम जानते हो उसका ग़ुस्सा मैं कैसे शांत करती हूँ,,,

वहीं AS बस एक टक हरजीत जी की तरफ़ देख रहा था। तभी हरजीत जी ने कहाँ थोड़ा नीचे झुको,,हरजीत जी के इतना कहने पर AS ने बिना सवाल किए नीचे की और झुक गया।तभी हरजीत जी ने उसके माथे को बड़े प्यार से चूम लिया,,

वहीं हरजीत जी के ऐसा करते ही AS का ग़ुस्सा जैसे कुछ पल के लिए ठंडा पड़ गया। उसे एक अजीब से सुकून सा मिला,,पर तभी वहाँ आमिर आया जिसके पीछे अनंत जी भी थे वो भी आज सब के साथ काजल को ढूँढ रहे थे।वहीं आमिर ,,AR की तरफ़ देख कर बोला boss,,मैम मिल गई है।

वहीं आमिर के इतना कहते ही AS की आँखों में जो थोड़ी देर का ग़ुस्सा ठंडा हुआ था। वो फिर से अब आग उगलने लगा था।

वहीं सुरभि की गाड़ी एक कोठे के आगे आकर खड़ी हुई,,,सुरभि ने अपने मुंह को मास्क से ढका और जल्दी से रघु को इशारा किया,,और अगले ही पल रघु ने पिछली सीट से काजल को गोद में उठाया,,और अंदर की और ले जाने लगा। वहीं कोठे के आँगन के साइड पर एक झूले पर चंदा बाई बैठी थी,,,जो की पान खाते हुए सुपारी काट रही थी।

और कोठे के आँगन में दो लड़कियाँ नाच रही थी जिनके जिस्म पर सिर्फ़ नाम के कपड़े पहने थे। उनका ऊभरा हुआ  सीना साफ़ नज़र आ रहा था। और उन्होंने जो छोटा सा घागरा पहना हुआ उस में से उनकी गोरी टाँगे साफ़ नज़र आ रही थी।

वहीं यहाँ पर बैठा हर शख़्स जो की बाहर बहुत इज्जतदार कहलाता था।पर यहाँ अपना शर्म का पर्दा उतार कर कोठे की चोखट पर छोड़ आता था। वहाँ पर हर कोई शख़्स अपने जिस्म की प्यास बुझाने ही आता था। जहां आँगन में नाच गाना हो रहा था। वही उस कोठे के साइड में बहुत से कमरे थे।

जिनमें वहाँ पर आये मर्द अपने लिए लड़की पसंद कर उन कमरों में ले जा रहे थे।

वहीं चंदा बाई,,,वहाँ पर बैठी जो भी किसी लड़की को कमरे में ले जाता वो चंदा बाई के आगे,,,नोटों की गड्डी रख जाता।

आज इस कोठे पर एक रहीसजादा आया था। जो की मुंबई के जानी मानी पोल्टीशन Mr Ravat का बेटा नवीन रावत था।वहाँ पर खड़ी हर लड़की उसे रिझाना चाहती थी। पर कोई लड़की नवीन की नाक पर बैठ ही नहीं रही थी।

तभी सुरभि काजल को अंदर लेकर आई। जब रघु काजल को अंदर ला रही थी। तभी नवीन की नज़र काजल पर पड़ी नवीन तो बस काजल को देखता ही रह गया। उसका वो चंद सा चेहरा रघु की आंखों में घूमने लगा। जिसे देख नवीन की आँखें उस पर मानो ठहर ही गई।

वही रघु ने चंदा बाई की तरफ़ इशारा किया। तो चंदा बाई ने काजल को सामने कमरे में ले जाने का इशारा कर दिया। रघु वही पर काजल को ले गया और सुरभि ,,,चंदा भी उसके पीछे रूम में आई।

चंदा अंदर आते ही उसकी आँखें काजल पर ठहर गई। और वो सुरभि की तरफ़ देख बोली।____””अरे ओ लुगनिया अरे ई तो तुहार टू कॉपी बा रे,,पर एक बात बा कहे तोहार कॉपी बा पर तोसे अधिका ख़बसूरत बा,,””

वहीं चंदा बाई की बात सुन सुरभि की मुट्ठियां कस गई। वो ग़ुस्से में बोली और इसी ख़ूबसूरती की इसे क़ीमत चुकानी होगी। इतना कह,,,वो नफ़रत भरी नज़रों से काजल को देख रही थी। चल अब जा इ रही तोहार कीमत,,,इतना कह उसने साइड पर पैसों का भरा बेग सुरभि को थमा दिया। और बोली गिन ले पूरे दस लाख है।

तभी सुरभि ने उसकी और देख कहा ठीक है ठीक है। जरा ध्यान से इसको अभी कल ही गोली लगी है। अभी क़ीमत वसूली कर लेना इससे,,,

चंदा बाई बोली____”” अब ई तो वक़्त बताई कि हम का करत है। इतना कह उसके चहरे पर कुटिल मुस्कान आ गई।””

वही सुरभि भी उसकी बात पर हँस कर अपना बेग ले कर चली गई।

तभी पीछे से नवीन बोला में पाँच करोड़ देता हूँ इस लड़की के,,,,आज रात इसे मुझे दे दे,,,वहीं पाँच करोड़ की बात सुन चंदा की नियत ललचा गई,,पर अगले ही पल वो बोली अरे नवीन बाबू लौंडिया के गोली लागेलु ,,,तनिक रुका हम तोहके कोनों ओर माल दिखावत बा,,

तभी नवीन बोला सात करोड़ ,,वहीं अब चंदा बाई के होश उड़ गए,,वो बोली ठीक हैं नवीन बाबू तनिक ध्यान से लुगाइयाँ,,अभी वो बोल ही रही थी की नवीन ने कहा अब दफ़ा होजा,,,

वहीं नवीन की बात सुन चंदा बाई बाहर चली गई।

और अंदर आकर नवीन ने दरवाज़ा बंद किया और अंदर आकर काजल को ऊपर से नीचे तक देखने लगा काजल इस वक्त दवाई के नशे में थी। 

वहीं नवीन ने अब अपनी शर्ट के बटन खोलने शुरू किए ,,कुछ ही देर में उसने अपनी क़मीज़ उतार कर साइड फेंक दी।

फिर उसने साइड पड़े पानी का जग देखा,,,और उसने वो जग उठा कर पानी काजल के मुँह पर दे मारा,,,वहीं जग का पानी पढ़ते ही काजल हड़बड़ा कर उठी और उसकी दर्द से चीख निकल गई,,,क्योंकि झटके से उठाने से उसके जख्म से खून रिसने लगा था । उसकी आँखें खुली तो हड़बड़ाहट से काजल इधर उधर देखने लगी,,

उसे तो समझ ही नहीं आ रहा था कि वो कहा पर है। तभी उसकी नज़र सामने नवीन पर पड़ी ,,जिसने अपनी क़मीज उतरी हुई थी।

नवीन को देख काजल की तो जैसे सांस ही रुक गई थी। वो सरकते हुए बेड पर पीछे की और होने लगी उसे बहुत दर्द हो रहा था। पर उससे ज्यादा उसे नवीन से डर लग रहा था।

उस बेचारी से ढंग से बोला भी नहीं जा रहा था। उसके मुँह से बस धीरे से एक ही शब्द निकला डेविल आप कहा हो। तभी नवीन उछल कर बेड पर आया,,और काजल की हॉस्पिटल ड्रेस को उसके कंधे से पकडा ,,

वहीं काजल उसके हाथ जोड़ते हुए बोली हमे छोड़ दीजिए प्लीज़ हम आपके हाथ जोड़ते अभी वो बोल ही रही थी।की तभी रवि ने उसकी ड्रेस कंधों से फाड़ दी।।

अगलें ही पल काजल की चीख की आवाज़ उस कमरे में गूंज गई।

आह्हहहहह……….

to be continue……………

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

WhatsApp chennel 👆👆👆👆



Rape,,taqleef!!!

चंदा बाई का कोठा,,,

इस वक़्त नवीन काजल के ऊपर झुका हुआ था। और उसने काजल का एक तरफ़ से कंधा फ़ाड़ दिया था। अब वो काजल के ऊपर पूरी तरह से झुका और उसके गले को चूमने लगा,,,वही काजल को उसका छूना ही बर्दाश्त नहीं था। और अब तो उसे ख़ुद से घिन महसूस होने लगी थी।

वो नवीन को पीछे थकेलने की कोशिश कर रही थी। पर नवीन जैसे हट्टे कट्टे नोजवान को पीछे थकेलना उसके लिए ,,मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था,,,और ऊपर से उसका वो ज़ख़्म और भी ज्यादा खुलने लगा था। जिससे अब खून और भी तेज हो गया था।

पर फिर भी काजल हार नहीं मान रही थी। तभी नवीन ने काजल के गले पर हाथ रखा और उसका हॉस्पिटल गाउन आगे से फाड़ दिया। जिससे उसकी फ्रंट नवीन के सामने थी जिस पर पट्टी बंधी हुई थी,,और गोली वाली साइड से खून रिस कर नीचे की और आ रहा था। पर काजल का एक तरफ़ का सीना साफ़ नज़र आ रहा था।

नवीन की इस हरकत से काजल का दिल धक सा रह गया।उसने जल्दी से अपने सीने पर हाथ रख लिया। वहीं नवीन की आँखों में उसका गोरा बदन देख मदहोशी छाने लगी,,

नवीन ने उसके हाथों को सीने से हटा कर कस कर पकड़ा और बेड के ऊपर धसा दिया।और जहां पर पट्टी की गई थी। उसे भी पकड़ कर खिच दिया। उसके ऐसे करते ही काजल की भयानक चीख उस कोठे में गूँज उठी।

वहीं दूसरी तरफ़ ,,,

AS की गाड़ी सड़क पर दौड़ रही थी। और आमिर उस गाड़ी को ड्राइव कर रहा था। और अनन्त जी भी उनके साथ थे। AS चिल्ला कर बोला गाड़ी जल्दी चलाओ ,,

आज अगर उसे कुछ हो गया,,तो में ये पूरा शहर जला कर राख कर दूँगा,,,वहीं नवीन जी AS की तरफ़ ही देख रहे थे। जो इतना बेचैन हो गया था। की उसके हाथ पर चोट इतनी ज्यादा कब लगी उसे पता नहीं चला,,

पर अनन्त जी ने ये देख लिया था। जब आमिर ने आकर काजल कि न्यूज़ दी थी। की काजल की खबर मिलते ही। AS जल्दी जल्दी निकलने के चक्कर में साइड टेबल जो इक्विपमेंट्स रखे हुए थे। उन में से एक ऊपर की तरफ़ उभरा हुआ था।जो की सर्जरी के लिए था।और बहुत ही तीखा था।

तभी वहीं पास से निकलने लगा पर उसने ध्यान नहीं दिया। उस टूल से AS के उल्टे हाथ को बुरी तरह से फाड़ दिया था।पर AS को तो अपनी चोट की भनक तक नहीं थी।

उसे तो बस काजल का चेहरा उसकी आँखों में घूम रहा था।उसकी आँखें आज इस हद तक लाल थी। जिसमें लाचारी,,बेबसी और तड़प हद से जायदा थी। जिसकी वजह से उसका दिल बुरी तरह से हताश हुआ पड़ा था।

                              फिर अगर मुझे तू,,,कभी ना मिले……….

                               हम सफ़र मेरा ,,,तू बने ना बने…………..

                               फ़सलो से मेरा,,प्यार होगा ना कम……….

                                 तू ना होगा कभी,,अब जुद्दा……..

तभी AS की गाड़ी एक चेक पोस्ट पर आकर रुकी उस चेक पोस्ट पर तीन आदमी थे। जिनके पास एक नार्मल सिविलियन खड़ा था। जिसको पुलिस ने रोक रखा था। तभी AS और आमिर उनके पास आकर रुके,,तो आमिर ने पुलिस से कहा,,सर अपने कहा देखा काजल मैम को ?  ,,तभी पुलिस ने कहा हमने नहीं इस आदमी ने अभी डेड घंटे पहले देखा था। जब ये आदमी अपने घर से बाहर जा रहा था। तो इसने अपने सामने वाले कोठे पर देखा कि एक लड़की जो की बेहोशी की हालत में लाई गई है। उसने हॉस्पिटल गावन पहना था। उसे दो लोग अंदर ले जा रहे थे। तो ये कुछ देर पहले ही आया था। वहाँ के लोग उस कोठे से बहुत परेशान है। वहाँ पर लड़कियों की तस्करी होती है। और हमने जब इससे फोटो दिखाई तो उससे कन्फर्म हो गया।

वहीं कोठे का नाम सुन AS का दिल धक सा रह गया। एक पल के लिए उसके दिल ने मानो धड़कने से इनकार कर रहा हो।उसके कदम जैसे एक पल के लिए लड़खड़ा गए। और उसकी पीठ पीछे गाड़ी पर लग गई।

      

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया…….

                                   धड़के गा तू मुझ में सदा……….

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

तभी अनंत जी ने AS के कंधे पर हाथ रख बोले सम्भालिये ख़ुद को बेटा,,,वहीं उनके हाथ रखते ही AS होश में आया और अपनी गाड़ी की तरफ़ दौड़ा और वो आदमी भी अब उन तीनों के साथ था। बढ़ते पाल के साथ AS की घबराहट भी बढ़ती जा रही थी।

                                  तेरे वास्ते कभी मेरा ये प्यार ना होगा कम……….

                                                                     मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया…….

                                                                        धड़के गा तू मुझ में सदा……….

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

कुछ आधे घंटे बाद AS की गाड़ी उस कोठे के सामने आकर रुकी,,AS जल्दी से गाड़ी से निकला और सीधा कोठे के अंदर आया,,वहीं कोठे के आँगन में एक तरफ़ कमरे के बाहर काफ़ी भीड़ लगी हुई थी। और सभी कोठे की लड़कियाँ वहीं इकट्ठा थी। और वहाँ की भीड़ देख,,,AS का दिल काँपने लगा। उसने धीरे धीरे अपने कदम आगे बढ़ाने शुरू किया। और भीड़ से निकल कर जब उसने अंदर देखा,,,तू उसे ऐसा लगा जैसे किसी ने उसके सीने से दिल बाहर निकाल ली लिया हो वो जल्दी से काजल की और भागा और घुटनों के बल गिर कर ज़ोर से चिल्लाया,,””,little rebbit “”………..

                             ना भुला सका में तेरी चाहते……..

                            इश्क़ पे कहा बस किसी का चले…….  

                           हो भी जाए कभी मेरी साँसे ख़त्म ………

                           कम ना होगी कभी ये वफ़ा………………

काजल अंदर बे-लीबाज़ थी,,और उसके बदन पर नाम मात्र के लोअर बॉडी के कपड़े थे। उसके सीने और उसके पेट में से बेहिसाब खून बह रहा था। ऐसा लग रहा था।की उसके पेट में कोई नुकीली चीज खोपी गई थी।वहीं जब पास में पढ़ा चाकू AS ने देखा तो ये बात कनफ़ार्म हो गई।और ऊपर से नवीन अब वहाँ से ग़ायब था। AS ने जल्दी से बेड से चादर उठाई और काजल को अच्छी तरह से कवर किया। AS की आँखों में आज बेहिसाब पानी था। जो उसके दिल की तड़प बया कर रहा था। AS ने अपने काँपते हुए हाथ को काजल के गाल पर रखा,,और तड़प भारी आवाज़ में बोला लिटिल रैबिट आँखें खोलो,,,प्लीज़ देखो तुम्हारा मिस्टर डेविल आए है।

                                   मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया…….

                                   धड़के गा तू मुझ में सदा……….

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

अब तक अनन्त जी और आमिर भी वहाँ पर पहुंच चुके थे।उन्होंने जब अंदर का नज़ारा देखा तो उनकी रूह काँप उठी,,तभी AS ने काजल के गाल हाथ रख एक बार फिर से तड़प भरी आवाज़ में बोला एक बार आँखें खोलो ,,little rabbit,,please for god sake,,””open your eyes””इतना कह AS बुरी तरह से रोते हुए काजल को गले से लगा लिया। AS की हालत देख वहाँ कोठे की लड़कियों की भी आँखें नम हो गई थी। पर चंदा बाई बिना किसी की परवाह के उन्हें देख रही थी। वहीं AS एक बार फिर से चिल्ला कर बोला ,,,,तुम आँखें क्यों नहीं खोलती ,,तभी काजल ने धीरे से अपनी आँख खोली और AS की तरफ़ दर्द भरी आँखों से देखने लगी।

                                    तेरे वास्ते कभी मेरा ये प्यार ना होगा कम……….

                                                                     मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया…….

                                                                        धड़के गा तू मुझ में सदा……….

                                  मैंने तेरा नाम दिल रख दिया……. 

काजल ने जब ख़ुद को AS की बाहों में देखा,,तो उसकी आँखों में बेहिसाब पानी बहने लगा,,वहीं AS ने जब काजल की आँखें खुलते देखी,,तो उसे जल्दी से काजल का चेहरा चूमना शुरू कर दिया। उसने काजल की आँखों से निकलता हुआ पानी भी अपने होंठों से पी लिया,,वहीं काजल ने अब अपने काँपते हाथों से AS के गाल पर रख कर अपनी काँपती आवाज़ से अटक अटक कर धीरे से बोली,,,,,हम गंदे हो गए डेविल,,अब हम आपके लायक़ नहीं रहे,,हम जीना नहीं चाहते,,,काजल की बात सुन AS की दिल की धड़कन एक पल के लिए स्किप हो गई। वो सुन्न हो कर रह गया। 

अगले ही पल वो अपने दांत पीस कर बोला बकवास बंद करो अपनी,,,समझी”” 

तभी वहाँ खड़ी चंदा बाई बोली _____”””कोनो कुछ किए होते तो तू गंदी होती ना””के कपड़े फाड़े और चुंबन करे…….

अभी वो बोल ही रही थी की वहाँ पर एक गोली की आवाज़ गूंजी,,,AS ने अपनी बैक से गन निकाल चंदा बाई के माथे के बीचो बीच हेड शोर्ट किया था।

और अब चंदा बाई वहीं निढाल हो कर नीचे गिर पढ़ी थी। वहीं चंदा बाई के मारते देख सभी लड़कियाँ डर गई। और AS ने अब काजल को गोद में उठाया ,,,और आमिर की तरफ़ देख कर बोला ढूँढो उन सब को जिन्होंने मेरे लिटिल रेबिट का ये हाल किया है।

आज अब होगा मौत का तांडव ,,सब को फायर हाउस लेकर आओ,,

इतना कह AS बाहर की और निकल गया। और काजल को सीधा हॉस्पिटल ले गया। वहीं डॉ ने जब दोबारा काजल की ये हालत देखी,,,

तो डॉ के होश उड़ गए। उन्होंने जल्दी से काजल को स्ट्रेचर पर लेटाया और अंदर OT में ले गए । वहीं AS और काजल को इस हाल में देख अनन्या के भी दिल धक सा रह गया।और हरजीत जी तो काजल को इस हालत में देख बेहोश हो गई।और वहीं AS जिसने काजल को स्टेचर पर लेटा कर पीछे हुआ था।उसने जल्दी से हरजीत जी को सम्भाला और उन्हें उठा कर रेस्ट रूम में लेटा दिया,,,और अनंत जी को हरजीत जी के पास रहने का इशारा कर दिया।वहीं अनंत जी ने हा में सिर हिला दिया।

तक़रीबन तीन घंटे की सर्जरी चली पर AS ने कुछ नहीं खाया,,और ना ही पानी का घुट तक पिया।

तभी dr OT से बाहर आए और उन्होंने डरते हुए AS की और देखा फिर अपना सर झुका कर बोले 

im sorry Mr shekhawat………….

to be continue……………..

Hello everybody 💕💕yaar aaj ek baat kahu fastfoll to miss mini thanks 🙏 for your lovely comment aur jo jo mujhe spot kar raha hai sab ko thankyou,,,,and my motivation she is my mrs khan dee,,,she was awesome unhone mujhe meri na umidi me mera sahara bani ,,,,and last name aman,,,and one more aman mere readers hai ap dono ko bhi thankyou ,,,,and guys but kal ke chepter me mere view’s bohat kam ho gaye hai lagta hai ki some people jinhe meri story pasand nahi aa rahi but its ok me fir bhi likhungi miss srishti thankyou apka bhi and aap ke liye ye story ab contnue rahegi poket novel ki bens ki tang me apne readers ke liye likhungi,,,but guys one more faver kar do mere liye meri novel ko jada se jada share karo jo aap chahte hai koi kisi group me apki friend padhti ho use share kar do,,,aur haa bohat jald kajal aur AS ki most romantic night aane wali hai jisme goosebumps dene wale sinse hoge jo sirf mere chennel par ayegi so please join my chennel 

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

   

दर्दनाक मौत,,,

city hospital,,

डॉ इस वक़्त AS के सामने आकर खड़े हुए थे। और उन्होंने अपना सिर झुका लिया। और बोले sorry mr शेखावत आपकी वाइफ तो ठीक हो जाएगी but,,,,

डॉ की बात सुन AS का दिल धक धक करने लगा,,

अभी वो बोल ही रहे थे। की AS ने उसको कॉलर से पकड़ते हुए,,कहाँ पर क्या साफ़ साफ़ बता,,,क्या हुआ है?

तभी डॉ बोले Mr शेखावत ,,आपकी वाइफ के साथ ज़बरदस्ती की गई है। बट थैंकगॉड उनका रेप नहीं हुआ।ऐसा लगता है। इनके साथ हाथापाई हुई थी। जिस्मे ये ख़ुद को बच्चा रही थी।एंड इनके पेट में किसी तेज़धार चीज़ से वार हुआ है।

और वो ज़ख्म,,,के कारण इनके यूटरस को हार्म हुआ है।जिसका सीधा सा फैक्ट है की 90% chance है। कि ,,,मिसेज़ शेखावत कभी माँ नहीं बन पाएगी,, और सिर्फ़ 10 %चांस है कि वो शायद कोई मिरेकल से उनका यूटरस अगर ठीक हो जाए ,,,अभी मिसेज़ शेखावत को दो तीन घंटे में होश आ जाएगा,,तब आप उनसे मिल लिजिएगा 

इतना कह डॉ वहाँ से चला गया। डॉ की बात सुन AS ने अपनी आँखें कस के बंद कर ली,,वहीं पीछे खड़ी हरजीत जी जिन्हें अभी अभी होश आया था,,डॉ की बात सुन उनके कदम लड़खड़ा गए। वो पीछे टेबल से जा लगी और टेबल से सारा सामान जो की डॉ टूल किट थी।वो ज़मीन पर जा गिरा,,

अनन्या और दादी अभी वहाँ पर नहीं थी। अनन्या ने कुछ नहीं खाया था। तो दादी उसे अपने साथ कॉफी पीने ले गई,,और अनन्त जी आमिर के साथ उन लोगों को ढूँढने के लिए गए थे।

AS को जब टूल किट गिरने की आवाज़ आई,, तो उसने पलट कर देखा तो पीछे हरजीत जी,,आँखों में पानी लिए ना में सिर हिलाते हुए AS को देख रही,,वहीं AS अब उनके पास आया,,तभी हरजीत जी AS के गले लग कर फुट फुट कर रोने लगी। और तड़प कर बोली मेरी काजल के साथ ही ऐसा क्यों होता है।

ना जाने क्यों उसकी ज़िंदगी ने कभी उसे राहत की साँस नहीं लेने देती,,,अगर उसे पता चल गया,,तो वो टूट जाएगी। इतना कहते हुए अब वो पेनिक होने लगी थी। वो एक ही बात दोहराए जा रही थी। वहीं AS ने जब उन्हें पेनिक करते देखा तो उनके कंधों पर हाथ रखे ,,,अब उसने हरजीत जी को थ्री सिस्टर चेयर पर बेठाया और ख़ुद उनके पैरों में पंजों के बल बैठ गया। और हरजीत जी के गाल पर हाथ रख बोला___””आंटी””मेरी बात सुनिए””

जैसे ही उसने हरजीत जी को आंटी कहा,,हरजीत जी एक दम शांत हो गई। और AS को देख बोली तुम हमारे जमाई हो माँ कह कर बुलाओ,,AS को उनकी बात पर ना चाहते हुए भी दबी सी मुस्कुराहट आ गई। हरजीत जी की बात सुन AS ने हरजीत जी की गोद में सिर रख बोला,,,,,मैं हूँ ना मैं सब सम्भाल लूँगा,,” AS का इतना कहना उनको जैसे आज वर्षों बाद बंजर ज़मीन पर बारिश हुई हो ,, ना चाहते हुए भी हरजीत जी ने उसके चेहरे को हाथों में भर चूम कर बोली____”” हमारा बेटा तो,,,पता नहीं अब इस दुनिया में है भी या नहीं पर अगर होता तो तुम्हारे ही जितना होता।””

AS की बात की ,,””मैं हूँ ना से, मैं सब सम्भाल लूँगा””,सुन हरजीत जी को सकूँ तो मिल गया था।”” पर वो ये भी जानती थी,,,अगर काजल को ये बात पता चली तो एक नया तूफ़ान आएगा,,

पर तभी AS का फ़ोन बजा,,,AS ने अपने फ़ोन की और देखा।तो आमिर का फ़ोन था। AS अब हरजीत जी के पास से उठा और उनसे बोला,,,अंटी मैं अभी आया”” तभी हरजीत जी बोली कहा ना माँ कह कर बुलाओ,,

AS ने हरजीत जी की तरफ़ देख अजीब सा मुँह बनाया तो,,हरजीत जी AS को घूरते हुए बोली,,अगली बार आंटी कहा तो तुम्हारे कान खिच लूँगी समझे,,

हरजीत जी की बात सुन AS ने एक छोटी सी मीठी सी मुस्कुराहट जो हरजीत जी को भी पता नहीं चली,,मुस्कुराते हुए अपना सर हिलाते हुए,,बाहर की और जाते हुए काल रिसीव किया।

तभी दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई,,सर जिसने मैम के साथ वो सब किया वो,,मुंबई के जानेमाने पोलीटिशन ,,mr रावत का बेटा नवीन रावत है।और हम उसे फायर हाउस मेंले आए है। और उन दोनों का अभी पता नहीं चला जो मैम को हॉस्पिटल से लेकर गए थे। वहीं हॉस्पिटल के मेन डोर से रवि आ रहा था। तो AS ने जान बुझ कर थोड़ी ऊँची और सख़्त आवाज़ में कहा,,ढूँढो उनको जिसने जिसने भी मेरी लिटिल रैबिट को नुक़सान पहुंचाया है।

उसे मैं ज़िंदा जला दूँगा,,,और जो नुक़सान पहुंचाने की सोच रहा है। उसका तो में दिमाग़ निकाल कर बाहर ही रख दूँगा,,इतना कहते हुए बाहर की ओर चला गया। AS की बात सुन एक पल के लिए रवि भी काँप गया।

पर अगले ही पल उसने अपना सिर झटका और अंदर की तरफ़ चला गया। वहीं बाहर अभी भी AS अमिर से बात कर रहा था।

तभी मिकी उसके पास आई,,मिकी का पूरा चेहरा मुरझाया हुआ था। वो AS की तरफ़ देख कर बोली___ वो AS मेरी तबीयत कल ठीक नहीं थी। अभी वो बोल ही रही थी,,,की AS ने अपना हाथ दिखा रोकते हुए बोला,,मैं अभी ज़रूरी काम से बाहर जा रहा हूँ।

इतना कह वो अपनी गाड़ी में बैठ वहाँ से निकल गया था। मिकी को AS का इस तरह से जाना अच्छा नहीं लगा पर फिर वो कोई ज़रूरी काम होगा सोच कर अंदर की तरफ़ चली गई।

AS की कार मुंबई की सड़को पर बडी तेज़ी से दौड़ रही थी।तक़रीबन आधे घंटे बाद AS की कार फायर हाउस के बाहर आकर रुकी,,

AS तेज़ कदमों से अंदर की तरफ़ आया,,,और सीधा बेसमेंट में चला गया। जहां पर नवीन को लाया आया और सामने किंग साइज़ सोफा पर अपने एक पैर को दूसरे पैर पर चढ़ा कर किसी राजा की तरह बैठ गया। वहीं सामने की तरफ़ कुछ 10 हटे काटे नौजवान शख़्स खड़े थे,,जो की काफ़ी दमदार लग रहे थे,और उन्हें वहाँ AS ने बुलाया था।

वहीं आमिर और अनन्त जी भी वहीं खड़े थे। तभी AS ने नवीन की तरफ़ देख कर बोला ___”” बहुत गर्मी है ना तुझमें और बहुत मर्दानगी दिखानी आती है। ना तुझे तो चल आज तुझे बताते है। की एक औरत के साथ ज़बरदस्ती करने पर कैसे लगता है।

वहीं नवीन उसकी बात सुन घर्बरा गया,,,

नवीन के बदन पर इस वक़्त एक भी कपड़ा नहीं था। जो की AS के कहने पर आमिर ने ही बॉडीगार्ड को कह कर उतरवाए थे। इस वक़्त नवीन बे-लिबाज़ खड़ा था। और उसके हाथ पीछे की और बंधे हुए थे।

AS ने फिर जो पीछे नौजवान खड़े थे। उन्हें कुछ इशारा किया।और दो शख़्स उन में से आगे आए,,,उन्होंने नमन को कस कर पकड़ा और एक शख़्स नवीन के पीछे आकर खड़ा हुआ,,असल में ये लोग समलैंगिंग थे,,और AS ने इन्हें आज रेंट पर लिया था।।

वो शख़्स जो नमन के पीछे खड़ा हुआ और उसने अपनी पैंट उतार कर,,पीछे से नवीन में समा गया। वहीं नवीन की तो जैसे जान ही निकल गई। उसकी चीखे पूरे बेसमेंट में गूंज रही थी।वो भीख माँग रहा था पर वहाँ खड़े सभी,,लड़की ने जो की दस थे। उन्होंने नवीन के साथ जम कर हेवनियत की।  कोई पीछे से तो कोई उसके मुँह तक को नहीं छोड़ा,,और उसकी घुट्टी हुई आवाज़ वहाँ पर गूंज रही थी। सब ने अपनी भूख बड़ी शिद्दत से मिटाई,,

वहीं AS के दिल को बहुत सुकून मिल रहा था। पर अनन्त जी से ये सब देखा नहीं गया तो उन्होंने अपना मुँह घुमा लिया।

उन समलैंगिंग ने तो अपनी भूख मिटा ली थी। पर उनकी भूख में नवीन पूरी तरह से अधमरा हो गया,,,फिर अब बारी थी AS की अब AS ने आमिर को कुछ इशारा किया। वहीं AS के इशारे को देख नवीन अंदर तक काँप गया। अब उसमें कुछ सहने की हिम्मत नहीं थी।

वो अपनी चौक हो चुकी आवाज़ से बोला मुझे माफ़ कर दो प्लीज़ आज के बाद मैं भूल ही जाऊँगा की मैं कभी मर्द था । मैंने उस लड़की के साथ कुछ नहीं किया। उसने मुझे ख़ुद को अभी वो बोल ही रहा था…….

तभी AS बोला तू भूलेगा तो तब जब ज़िंदा रहेगा,, तभी आमिर ने AS के हाथ में एक तेज़ थार बड़ा सा छुरा रख दिया। और फिर से नवीन को चार लोगो ने पकड़ लिया।

और अगले ही पल AS ने नवीन का प्राइवेट पार्ट काट दिया।और नवीन की चीख वहाँ पर गूंज गई। नवीन बुरी तरह से तड़प रहा था,,तभी वहाँ पर एक बड़ा सा काँच का टैंक लाया गया। जिसके पीले रंग का कुछ उबाल रहा था। AS ने अगले ही पल एक जोरदार वार किया और नवीन की टांग काट दी और बॉडीगार्ड ने उस टांग को उठा कर तेज़ाब के टैंक में फेंक दिया। AS ने एक एक कर नवीन के सभी अंग काट टैंक में फेंक दिए थे। पूरा फर्श खून से लाल हो चुका था। अब बिना हाथ पैरों वाला नवीन सिर्फ मौत का इंतेज़ार कर रहा था।

AS ने एक नज़र आमिर को देखा,,और अगले ही पल वहाँ खड़े बॉडीगार्ड ने नवीन को उठाया,,और उस काँच के टैंक में फेंक दिया और दो सेकंड के अंदर बस एक चीख की आवाज़ नवीन की निकली और नवीन की बॉडी उस तेज़ाब में पूरी तरह से घुल गई।

वहीं AS को अभी भी शांति नहीं मिली थी,,,वो आँखों में अंगारे लिए। बोला उन्हें ढूँढो जिन्होंने मेरे रैबिट को यहाँ तक पहुंचाया है। इतना कह वो तेज़ कदमों से बाहर की और चला गया।

city hospital,,

सभी को पता चल चुका था कि काजल प्रेग्नेंट नहीं हो सकती,,,अनन्या को भी काजल के लिए बुरा लग रहा था।वहीं दादी की आँखो से तो पानी ही नहीं रुक रहा था। और हरजीत जी शांत हो चुकी थी।

क्योंकि AS बड़े प्यार से उन्हें दिलासा देकर गया था। जिससे उनके मन को चैन था। वहीं कोई था जो आग की लपटों में जल रहा था। और ये और कोई नहीं मिकी थी।

वहीं मिकी की हालत देख रवि को बहुत मज़ा आ रहा था। वो जानता था कि मिकी अब क्या करने वाली थी।

वहीं सब में डिसाइड हो गया था। की काजल को कोई नहीं बताएगा कि वो प्रेग्नेंट नहीं हो सकती,,पर मिकी को जब से AS और काजल के बारे में पता चला था। उसके तन बदन में आग लग गई थी। उसने मन में ठान लिया था,,की वो ये बात काजल को होश में आते ही बता देगी।

पर उसे ये काम AS से आने से पहले करना होगा और सबसे पहले सबको वहाँ से भेजना होगा,,,और उसने वैसा किया भी वो कब से काजल के वार्ड के बाहर खड़ी काजल पर नज़र रखे हुए थी। जब काजल की आँखें फड़फाई तो मिकी ने वहाँ पर सभी को खाने के बहाने भेज दिया की ,,आप सब ने सुबह से कुछ नहीं खाया,,। और उनसे बोली की वो ख़ुद वहाँ पर रुकेगी,,,

पहले तो कोई मान नहीं रहा था। हरजीत जी ने भी कुछ नहीं खाया था,,, पर जब रवि ने,,मिकी का साथ देते हुए उन्हें फ़ोर्स किया,,,तो दादी और अनन्या हरजीत जी को जबरदस्ती साथ में ले कैंटीन में चली गई,,

वहीं उनके जाते ही मिकी काजल के वार्ड में आई,,काजल ने अब तक पूरी आँखें खोल ली थी।

मिकी अब काजल को देख,,डेविल स्माइल के साथ बोली______”””” उठ गई ,,””बाँझ…………..””

to be continue……………

Hello everyone thankyou mujhe itne pyaar bhare comments bhejne ke liye and don’t worry ye story me bilkul band nahi karungi because pokit novel kuch de na de aap sab ka pyaar mere dil ko jinda kar raha hai,,and meri khan dee mera spot hai unke hote me dol bhi nahi sakti,,,aur soni meri jaan hai jo har waqt mere sath hoti hai,,,baki sab bhi mujhe bohat pyar de rahe hai nd AR aur kajal ki rometic night ke liye taiyaar rehna,,chanel join karlo kahin chut na jaye because bold content yaha ane se raha,,

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

WhatsApp chennel 👆👆👆👆

                                

Write a comment ...

Write a comment ...